भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी सोमवार को कांग्रेस और सपा पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मुंह पर ताला लगा है। चुनावी रैली में मोदी ने कहा, "बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने हमें वाणी स्वंतत्रता का अधिकार दिया है, लेकिन मैं शहजादे व मैडम सोनिया से पूछना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बोलने का अधिकार किसने छीन लिया है? पूरा देश जानना चाहता है कि प्रधानमत्री के मुंह पर कहां का ताला लगा है।"
उन्होंने कहा कि कांग्रेसी सुबह शाम बाबा साहब को अपमानित करते रहते हंै। इस देश में एक ही परिवार के तीन-तीन लोगों को भारतरत्न मिला है। कांग्रेस ने बाबा साहब को कभी भारतरत्न नहीं दिया। भाजपा की सरकार बनी, तब उन्हें भारतरत्न दिया गया। मोदी ने कहा कि आज बाबा साहेब की जयंती के दिन दलितों, पीड़ितांे, शोषितों व गरीबों की दिवाली का दिवस है। मोदी सोमवार को लखीमपुर खीरी के धौरहरा व खीरी संसदीय सीट के चुनाव प्रचार के लिए जीआईसी ग्राउंड में सभा को संबोधित कर रहे थे।
मोदी ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि मुलायम सिंह दो दिन पहले लखीमपुर आए थे, तो उनके हेलीकॉप्टर के पास साड़ पहुंच गया था। उन्होंने कहा कि नेताजी से इंसान तो छोड़ो, यहां का साड़ भी नाराज है। इतनी बड़ी सरकार और इतने ताकतवर नेता एक सांड को नहीं सभाल पाए तो गुजरात के बब्बर शेर को कैसे सभाल पाएंगे। उन्होंने कहा कि यहां 75 प्रतिशत घर ऐसे हैं जिसमंे शौचालय नहीं है और यहां के 70-75 प्रतिशत लोगों को शुद्ध पानी नहीं मिल पा रहा है। वहीं मैडम सोनिया बिस्लेरी का पानी पी रही हंै।
मोदी ने कहा कि देश् में 20,000 मेगावाट की बिजली बनाने वाले कारखाने पर ताला पड़ा हुआ है, 21वीं सदी में भी अपना देश अंधेरे में जी रहा है। उन्होंने कहा कि इन लोगों का नारा है मर जवान मर किसान। जितने जवान मरे हैं उससे ज्यादा किसानों ने आत्महत्या कर ली है। उन्होंने कहा कि सपा व बसपा का जुर्म कम नहीं है। इन लोगांे कि सरकारों में दलितों का उत्पीड़न चरम पर रहता है। आजादी के बाद भी 70 प्रतिशत दलित महिलायें अशिक्षित हैं। आज देश को इन लोगों से मुक्ति चाहिए। "यदि आप लोग देश को संकट से बाहर निकालना चहते हैं तो उत्तर प्रदेश के पूरे 80 कमलों को दिल्ली भेजिए और 17 व 30 अप्रैल को कमल वाला बटन दबाकर अपने जिले के दोनों प्रत्याशियांे अजय मिश्रा व रेखा वर्मा को जिताकर दिल्ली भेजिए।"