झारखंड में गुरुवार को नक्सली हिंसा के बीच छह लोकसभा सीटों के लिए हुए मतदान में 62 फीसदी लोगों ने मताधिकार का उपयोग किया। राज्य में नक्सलियों ने जहां लोगों से चुनाव बहिष्कार का आह्वान किया था, वहीं गुरुवार को उन्होंने रेल पटरी उड़ा दी और सुरक्षा बलों पर हमला किया। मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी.के. जारोरिया ने संवाददाताओं से कहा, "झारखंड में कुल मिलाकर 62 फीसदी मतदान हुआ।" राज्य में मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और अपराह्न चार बजे संपन्न हुआ। लोगों ने नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार के आह्वान को नकार दिया और मतदान के लिए उत्साह के साथ घरों से निकले। इस तरह इस चरण के 106 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में बंद हो गया। राजधानी रांची में जहां 59 फीसदी मतदान हुआ वहीं जमशेदपुर में 65 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।
जारोरिया ने कहा कि 122 मतदान केंद्रों से ईवीएम के काम न करने की शिकायत मिली थी जिसे बाद में बदल दिया गया। नक्सलियों ने बोकारो जिले में दो स्थानों पर सुरक्षा बलों पर हमले किए जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के चार जवान घायल हो गए। इसी जिले में रेल पटरी और स्कूल भवन को भी उड़ा दिया गया। इसके अलावा गिरीडीह, हजारीबाग एवं बोकारो जिले में बारूदी सुरंग विस्फोट को अंजाम दिया गया।
राज्य में गुरुवार को रांची, जमशेदपुर, चाईबासा, खूंटी, गिरीडीह और हजारीबाग लोकसभा सीटों पर मतदान हुए। ये सभी नक्सल प्रभावित इलाके हैं। राज्य के कुल 85,25,179 मतदाता मतदान करने के योग्य थे। इस चरण में 18-19 साल के आयुवर्ग के नए मतदाताओं की संख्या 3,88,301 थी। राज्य में 10,177 मतदान केंद्रों पर मतदान हुए, जिनमें से 2,779 मतदान केंद्र अतिसंवेदनशील और 3,070 संवदेनशील थे।
मतदान की निगरानी के लिए आयोग ने 1,946 माइक्रो पर्यवेक्षक नियुक्त किए थे। राज्य के 763 मतदान केंद्रों पर वीडियो कैमरे भी लगाए गए थे। शांतिपूर्ण मतदान के लिए अर्धसैनिक बलों, राज्य पुलिस और होमगार्ड के 45,000 जवान तैनात किए गए थे। मतदान के दौरान छह हेलीकॉप्टरों की भी सेवा ली गई। इस चरण में सात विधायकों सहित मुख्य रूप से पूर्व मंत्री और रांची से कांग्रेस सांसद सुबोध कांत सहाय, लोकसभा के उपाध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद करिया मुंडा और भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत सिन्हा की किस्मत ईवीएम में बंद हो गया। राज्य में तीसरा एवं अंतिम चरण 24 अप्रैल को होगा जिसमें चार सीटों के लिए मतदान होगा। झारखंड में लोकसभा की 14 सीटें हैं।