अमेरिकी कंपनी गोल्डमैन सैक्स की इनसाइडर ट्रेडिंग मामले में 2012 में दोषी पाए गए इसके पूर्व निदेशक भारतवंशी रजत गुप्ता दो साल के कारावास की सजा के लिए 17 जून को आत्मसमर्पण करने पर राजी हो गए हैं. मैनहैट्टन के जिला न्यायाधीश जेड रेकॉफ ने गुप्ता (65) को 17 जून को अपराह्न दो बजे तक आत्मसमर्पण करने के निर्देश दिए हैं. रेकॉफ की ओर से गुरुवार को जारी हुए आदेश के अनुसार गुप्ता और वकीलों ने आत्मसमर्पण की तारीख को स्वीकार लिया है.
मैनहैट्टन में भारतीवंशी वकील प्रीत भरारा ने 2007 में हेज फंड कंपनियों में होने वाली इनसाइडर ट्रेडिंग के भंडाफोड़ की कोशिश शुरू की थी और इस प्रयास के बाद गुप्ता दोषी पाए गए अब तक के शीर्ष अधिकारी हैं. रैकॉफ, गुप्ता की सजा की अवधि न्यूयॉर्क के ओटिसविले में पूरा किए जाने की बात से सहमत हो गए हैं. गौरतलब है कि जून 2012 में गुप्ता को गैलियन के सह-संस्थापक अरबपति हेज-फंड प्रबंधक राज राजारत्नम को गोल्डमैन सैक्स में बेर्कशायर हैथवे की पांच अरब डॉलर के निवेश की जानकारी देने का दोषी पाया गया था.