भोजपुर। वोट दे देके थकहार गइल बानी स, मगर हमनी के जिंदगी में सुधार नहीं खे बुझा था। बाबू, वहां के लोग काफी तरक्की कर लेहेन जा......। हमी के कल्याण और विकास कौन करीयन? यह उक्ति सुशासन बाबू के महादलित मुसहर समुदाय की है। जो जनतंत्र के महापर्व के अवसर पर 17 अप्रैल 2014 को बटन दबाकर ईवीएम में नेताओं की तकदीर कैद कर दिए हैं।
पैक्स के सहयोग से गैर सरकारी संस्था प्रगति ग्रामीण विकास समिति के कार्यक्षेत्र भोजपुर है। इस भोजपुर के चार प्रखंड सहार,गड़हनी,संदेश और अंगीआव में भूमि सुधार अभियान और स्वास्थ्य के ऊपर कार्य किया जाता है। कार्य के दौरान कम्यूनिटी बेस यूनिट सीबीयू निर्माण किया जाता है। इसे ग्राम ईकाई कहा जाता है। इसमें न्यूनतम 20 सदस्य रहतेे हैं। ग्राम ईकाई में पदधारियों का चयन किया जाता है। पवना ग्राम पंचायत के पवना मुसहरी में निर्मित ग्राम ईकाई के अध्यक्ष जटाही राम हैं। इसके सचिव छोटक राम हैं। आयोजित इस बैठक में अध्यक्ष जटाही राम ने कहा कि आप मुसहरी की स्थिति देख सकते हैं। हमलोग वोट देकर नेताओं की तकदीर और तस्वीर बनाते हैं। नेता वोट लेकर खिंसक जाते हैं और जाकर कुर्सी से चिपक जाते हैं। मझधार में मुसहर समुदाय पड़ जाते हैं। आजादी के 65 साल का विकास और कल्याण का हाल मुसहरी बयान कर रहा है। इंदिरा आवास योजना से बहुत कम लोगों को मकान बना है। जिनके पास अतिरिक्त अपनी राशि थी। तो सरकारी रकम में मिलाकर मकान निर्माण कर लिए। शेष लोगों का राशि के अभाव में मकान अधूरा रह गया। सरकार ने चुनाव के पूर्व आॅफर दी थी कि 1 अप्रैल 2005 के पूर्व इंदिरा आवास योजना से मकान अधूरा रह गया है। उसे बनाने के लिए राशि दी जाएगी। अशिक्षित होने के कारण हमलोग लाभ नहीं उठा सके।
यहां के लोगों ने कहा कि गांव में अगलगी होने से जमीनी कागजात जल गया है। सो सीओ के पास आवेदन दीदी जी भेजी है। मगर अभी तक वासगीत पर्चा नहीं बन पाया है। स्कूल में बच्चे पढ़ने जाते हैं। यहां पर दबंग लोग जमीन हथियाने के मूड में हैं। दबंग लोगों का दावा है कि यह पवना मुसहरी हमलोगों की सम्पति है। आपलोग जबतक रहते हो तो रहो। एक दिन यहां से चले जाना होगा। इसके आलोक में वासगीत भूमि मोर्चा बनाया गया है। इस मसले को समूह बनाकर एकता के बल पर जीत हासिल करनी है। महादलित ददन राम, दुलारचंद राम, इन्दु देवी, सिंधु सिन्हा, मनोज पाण्डेय, संजय कुमार सिन्हा आदि ने ग्राम ईकाई को सशक्त बनाने पर जोर दिया। एक साथ मिलकर समस्याओं का समाधान करने पर बल दिया।
आलोक कुमार
बिहार