राज्य के सभी विष्वविद्यालय मुख्यालय एवं स्कूल काॅलेजों को कराया बंद, पठन-पाठन बाधित, 36 छात्र नेताओं की बिना शर्त रिहाई व फर्जी मुकदमा वापस लेने की मांग, 13 को राज्य भर में होगा रेल-रोड चक्का जाम
पटना। दरोगा राय पथ में विधानसभा का धेराव कर रहे एआईएसएफ के छात्रों पर बर्बर लाठीचार्ज और दमन, फर्जी मुकदमा वापस लेने एंव जेल में बंद 36 छात्र नेताओं की बिना र्शत रिहाई की मांग को लेकर एआईएसएफ बिहार राज्य परिषद द्वारा आहुत राज्यव्यापी स्कूल काॅलेज बंद का राज्य के 25 जिलों में व्यापक असर रहा। पटना में राज्य उपाध्यक्ष निखिल कुमार झा, राज्य कार्यकारिणी सदस्य आकाष गौरव, प्रिंस कुमार, विकाष झा, राज्य परिषद सदस्य मो हदीष, अभिषेक आनंद के नेतृत्व में पटना विष्वविद्यालय एवं मगध विष्वविद्यालय के पटना स्थित काॅलेजों को बंद करा प्रदर्षदन किया गया। गया में राज्य कार्यकारिणी सदस्य मणी कुमार व कुमार जितेन्द्र के नेतृत्व में मगध विष्वविद्यालय मुख्यालय एवं गया जिला के सभी काॅलेजों को बंद करा जेल गये नेताओं की रिहाई की मांग की। वहीं औरंगाबाद में जिला सह् सचिव भूलन कुमार सिंह के नेतृत्व में स्कूल एवं काॅलेजों को बंद कराया गया।
जहानाबाद में अमरेन्द्र कुमार, अरवल में राकेष कुमार, बेगुसराय में राज्य उपाध्यक्ष आमीन हामजा के नेतृत्व में जिले के सभी स्कूल काॅलेजों को बंद कराया गया। वहीं दरभंगा स्थित ललित नारायण मिथिला विष्वविद्यालय मुख्यालय, संस्कृत महाविद्यालय एवं स्कूलों को राज्य उपाध्यक्ष मृत्युंजय मृणाल के नेतृत्व में बंद कराया गया। इसके अलावा लखीसराय के चानन, मधुबनी, वैषाली में राज्य परिषद सदस्य पुनम कुमार के नेतृत्व में स्कूल-काॅलेजों को बंद कराया गया। पष्चिमी व पूर्वी चम्पारण में राज्य सह् सचिव पीयूष रंजन झा के नेतृत्व में स्कूल काॅलेजों को बंद कराया गया। इसके अलावा विभिन्न जिलों में स्थानीय एआईएसएफ कार्यकताओ एवं छात्रों ने स्कूल-काॅलेजों को बंद कराकर उग्र प्रदर्षन किया। सभी जिलों में छात्रों ने चेतावनी भरे शब्दों में मुख्यमंत्री को अगाह किया की जल्द से जल्द छात्र नेताओं को रिहा करो, फर्जी मुकदमा वापस लो व सभी 27 मांगों पर एआईएसएफ से बात कर समाधान करें नहीं तो राज्य में उग्र व हिंसक आंदोलन होगा तो इसके जिम्मेवार सरकार होगी।