बिहार में बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों में इस वर्ष छात्र-छात्राओं को गर्मी की छुट्टियां नहीं, बल्कि बाढ़ की छुट्टियां मिलेंगी। जिन इलाकों में बाढ़ की आशंका नहीं है, वहां मई के अंतिम सप्ताह में गर्मी की छुट्टियां होने वाली हैं। शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य के 20 जिलों के 119 प्रखंडों में जहां बाढ़ की आंशका है, वहां के स्कूल के बच्चों को बाढ़ की छुट्टियां मिलेंगी।
सरकार का मानना है कि गर्मी की छुट्टियां मिलने के बाद ऐसे इलाकों में जहां बाढ़ आ जाती थी, वहां फिर कई हफ्तों तक स्कूल बंद कर दिए जाते हैं। साल में दो बार लंबी छुट्टियां होने से स्कूलों में पाठ्यक्रम पूरा नहीं हो पाता था, यही कारण है कि सरकार ने यह फैसला लिया है।
प्राथमिक शिक्षा के प्रभारी निदेशक आऱ एस़ सिंह ने शनिवार को बताया कि स्कूलों में सालभर होने वाली छुट्टियों का कैलेंडर जारी कर दिया गया है। जिन जिलों में बाढ़ की आशंका नहीं है, वहां के स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां 26 मई से सात जून तक रहेंगी।
उन्होंने बताया कि बाढ़ की आशंका वाले 119 प्रखंडों के स्कूलों में बरसात के मौसम में जितने दिनों तक बाढ़ रहेगी, उतने दिनों तक छुट्टियां रहेंगी। उल्लेखनीय है कि बिहार में प्रतिवर्ष कई जिले बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं। बाढ़ के दिनों में स्कूल बंद करने पड़ते हैं।