बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि सतारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) के 50 से ज्यादा विधायक उनके संपर्क में हैं। मोदी के इस बयान के बाद बिहार सरकार के भविष्य को लेकर राजनीति गर्म हो गई है। इस मुद्दे पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस ने कहा कि अभी लोकसभा चुनाव पर ध्यान है, बाद में देखा जाएगा। मोदी ने पटना में पत्रकारों से कहा कि जद (यू) के 116 विधायकों में से 50 से ज्यादा विधायक उनके संपर्क में हैं, और वे भाजपा प्रत्याशियों को विजय दिलाने में लगे हुए हैं।
उन्होंने कहा, "ये सभी विधायक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गठबंधन तोड़ने के निर्णय से खफा हैं। ऐसे विधायक किसी हाल में लालू प्रसाद को बिहार में नहीं आने देना चाहते हैं।"उन्होंने कहा कि जहां तक सरकार की बात है तो भाजपा सरकार गिराने पर विश्वास नहीं करती और न ही बिहार में सरकार गिराएगी परंतु आंतरिक विक्षोभ के कारण सरकार खुद गिर जाएगी। मोदी के इस बयान पर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा, "अभी देश बचाने की लड़ाई हो रही है और आप राज्य की बात कर रहे हैं। यह मोदी कह रहे हैं मोदी ही समझें।"उन्होंने अपने अंदाज में कहा, "अभी करांची की चर्चा है और आप रांची की बात पूछ रहे हैं।"
कांग्रेस के बिहार प्रभारी सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कहा कि अभी पार्टी लोकसभा चुनाव में व्यस्त है। चुनाव के बाद आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा। इस बीच जद (यू) के नेता और बिहार के मंत्री श्याम रजक ने मोदी के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि आरएसएस के नेताओं को झूठ बोलने की आदत रही है। वे कितना भी झूठ बोल सकते हैं। वे कहते हैं कि बिहार सरकार को कोई खतरा नहीं है। उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व भाजपा के वरिष्ठ नेता अश्विनी चौबे ने 21 मई तक बिहार सरकार के गिरने की भविष्यवाणी की थी तथा भाजपा के बिहार प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान ने भी बिहार सरकार गिरने की बात कही थी।