भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता वेंकैया नायडू और संघ के प्रवक्ता राम माधव ने रविवार को कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल के गठन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (संघ) की कोई भूमिका नहीं होगी। नायडू ने संघ कार्यालय पर सरकार गठन में भूमिका के बारे में पूछे जाने पर संवाददाताओं से कहा, "सवाल ही नहीं उठता है। संघ इस तरह के मामलों में कभी दखल नहीं देता।" उन्होंने कहा, "हम स्वयंसेवक हैं और हम यहां संघ मुख्यालय में अपने वरिष्ठों से मिलने आए हैं। यह हमारे जीवन का हिस्सा है। इसमें कोई बड़ी बात नहीं है। यह भाजपा और उसके नेताओं की जवाबदेही है कि आपस में विचार-विमर्श कर अपना फैसला लें।"
राम माधव ने जयपुर में इसी से मिलते-जुलते विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा, "संघ ने न तो भाजपा को और न ही मोदीजी को कोई निर्देश दिया है..संघ कभी भी राजनीति और सरकार का रिमोट कंट्रोल अपने हाथ में नहीं रखता है।"उन्होंने कहा कि इसी तरह का सवाल अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री बनने के समय भी पूछा गया था। उन्होंने कहा, "इसी तरह का सवाल अटल बिहारी वाजपेयी से पूछा गया था और उन्होंने कहा था कि उन्हीं के पास रिमोट कंट्रोल होता है।"
माधव ने कहा, "संघ का काम पूरा हुआ और वह राष्ट्र एवं समाज निर्माण, चरित्र एवं व्यक्तित्व विकास के अपने बुनियादी काम की तरफ लौट जाएगा।"लोकसभा चुनाव में भाजपा को उल्लेखनीय सफलता दिलाने के लिए संघ ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। जमीनी स्तर पर उसके कार्यकर्ताओं ने भाजपा की जीत की जमीन तैयार की। भाजपा नेता रविवार को आरएसएस के दिल्ली स्थित कार्यालय में जमा हुए थे। नायडू के अलावा कलराज मिश्र, धर्मेद्र प्रधान, गोपीनाथ मुंडे, हर्षवर्धन और राजीव प्रताप रूडी जैसे नेता आरएसएस कार्यालय में इकट्ठा हुए।