दिल्ली में सड़क हादसे में आकस्मिक निधन के बाद केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री और भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे का पार्थिव शरीर बुधवार दोपहर बीड जिले स्थित उनके पैतृक गांव परली ले जाया गया जहां उनकी बेटी पंकजा ने मुखाग्नि दी। इससे पहले परली में मुंडे के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। इस दौरान हजारों लोगों ने पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी। हालांकि इस बीच वहां माहौल बिगड़ गया था। कुछ लोग पत्थर फेंकने लगे थे। बाद में मुंडे की बेटी पंकजा ने लोगों से अपील कर किसी तरह व्यवस्था को फिर से कायम किया। बताया जा रहा है कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया था जिससे भीड़ भड़क गई और पत्थर फेंकने लगी थी।
इससे पहले बुधवार सुबह वायुसेना के विशेष विमान से मुंडे का पार्थिव शरीर लातूर पहुंचा था। उस वक्त प्रकाश जावड़ेकर और राजीव प्रताप रूडी सहित भाजपा के कई नेता और कार्यकर्ता एयरपोर्ट पर मौजूद थे। उधर, बुधवार को 16वीं लोकसभा की कार्यवाही शुरू हो गई। हालांकि, पहले दिन मुंडे को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
मुंडे का पार्थिव शरीर जब लातूर पहुंचा तो वहां सैकड़ों की तादाद में लोग मौजूद थे। अपने नेता के शव को देखते ही उनकी आंखों में आंसू आ गए। वहां मौजूद कई और लोगों ने मुंडे के लिए नारे भी लगाए।