लोकसभा में सबकी चहेती और संसदीय कार्यप्रणाली में लंबा अनुभव रखने वाली सुमित्रा महाजन, मीरा कुमार के स्थान पर लोकसभा की अगली अध्यक्ष हो सकती हैं। भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा में लंबे अनुभव वाली सदस्य सुमित्रा महाजन को सदन की अगली अध्यक्ष बनाने की पूरी तैयारी कर ली है। शुक्रवार को चुनाव की औपचारिकता पूरी होने के बाद वह मीरा कुमार के बाद देश की दूसरी महिला लोकसभा अध्यक्ष होंगी।
पार्टी सूत्रों के अनुसार सुमित्रा महाजन को लोकसभा अध्यक्ष बनाया जाना लगभग सुनिश्चित हो गया है। उनका नाम सामने आने से पहले डा मुरली मनोहर जोशी का नाम भी इस पद के लिए लिया जा रहा था। इंदौर से आठ बार सांसद चुनी गई महाजन को पूरी पार्टी में स्नेह से सुमित्रा ताई कहकर पुकारा जाता रहा है और पूरे राजनीतिक फलक में उन्हें दलगत भावना से ऊपर उठकर समान आदर मिलता रहा है।
लोकसभा अध्यक्ष के तौर पर पिछले पांच वर्ष से सदन की कार्यवाही बहुत सहज और मिठास भरे अंदाज में चला रहीं मीरा कुमार के बाद लोकसभा को एक और सौम्य और विनम्र चेहरा मिलने जा रहा है। लोकसभा के वरिष्ठ सदस्य और अस्थायी अध्यक्ष कमलनाथ नए सांसदों को गुरुवार को और शुक्रवार को सदस्यता की शपथ दिलाएंगे और नए लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव शुक्रवार को होगा।
महाराष्ट्र के चिपलून में 12 अप्रैल 1943 को जन्मी सुमित्रा ताई का विवाह इंदौर के जयंत महाजन के साथ हुआ। इंदौर के विश्वविद्यालय से ही उन्होंने एमए और एलएलबी किया। बाद में सुमित्रा ताई इंदौर संसदीय क्षेत्र का पर्याय बन गई। उन्होंने पहली बार लोकसभा का चुनाव 1989 में लडा़ और पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रकाश चंद्र सेठी को पराजित किया।
इसके बाद से इंदौर ने सुमित्रा ताई के अलावा किसी और को अपना नुमाइंदा बनाना पसंद नहीं किया। वह अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री भी बनी। वह 2002 से लेकर 2004 के बीच मानव संसाधन विकास, संचार और पेट्रोलियम मंत्री रहीं।
सुमित्रा ताई ने 16वीं लोकसभा के चुनाव में चार लाख से अधिक वोटों से जीत दर्ज की। वह लोकसभा की ऐसी तीसरी सदस्य हैं जो आठ बार सांसद रही हैं।