भारत के लिए आज एक ऐतिहासिक दिन है, आज भारत ने पोलियो मुक्त देश के रूप में तीन वर्ष पूरे कर लिए जिसकी घोषणा भारत सरकार ने अपनी एक रिपोर्ट में किया है.
विश्व भर में रोटरी सदस्य आज पोलियो मुक्त भारत की खुशी मना रहे हैं. जमशेदपुर रोटरी के सभी क्लबों द्वारा संयुक्त रूप से इस खुशी को मनाई गयी. इस अवसर पर प्रेस कांफ्रेंस, संयुक्त बठक के साथ एक सेमीनार और रैली का भी आयोजन किया गया.
बैठक में शहर की जानी मानी शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ (श्रीमती) मास्टर ने मुख्य रूप से पोलियो जैसी असाध्य रोग पर प्रकाश डाला.
भारत में पोलियो का वायरस अंतिम बार 13 जनवरी 2011 को, पश्चिम बंगाल की एक दो साल की बच्ची में पाया गया था. पोलियो उन्मूलन भारत के लिए बहुत बड़ी चुनौती थी इसलिए इसे सबसे बड़ी सामाजिक स्वास्थ्य सफलता माना जा रहा है.
सन 2012 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत का नाम पोलियो स्थानिक देशों की सूची से हटा दिया. एक रिपोर्ट के अनुसार अब विश्व में मात्र एक प्रतिशत देशों में पोलियो के वायरस पाए जाते हैं. अफगानिस्तान, पाकिस्तान, नाइजेरिया इन तीन देशों में पोलियो में स्थानिक तौर पर पोलियो के वायरस अब भी पाए जाते हैं.
11 फरवरी को भारत के अंतिम नमूना की जांच के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) प्रमाणित करेगा. उम्मीद है मार्च के अंत तक प्रमाणपत्र की कानूनी प्रक्रिया पूरी हो जाने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन भारत को पोलियो मुक्त देश औपचारिक तौर पर घोषित कर देगा.
भारत को पोलियो मुक्त करने में सरकार के साथ साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन, रोटरी एवं कुछ गैर सरकारी संगठनो की मुख्य भूमिका है. जिनके योगदान से आज भारत पोलियो मुक्त हो पाया है.
भारत सरकार ने विचार किया है अफगानिस्तान,पाकिस्तान और नाइजेरिया इन तीनों देशों से आने वाले यात्री बच्चों का पोलियो वायरस परीक्षण प्रमाणपत्र देखने के बाद ही उन्हें भारत आने की अनुमती दी जाएगी.