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आलेख : जुर्मी प्रदेश बना उत्तर प्रदेश

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  • पहले लूट, हत्या, डकैती, चोरी फिर हर रोज गैंगरेप, अब दंगे की घटनाओं ने यूपी झाकझोर दिया है 
  • पूरे यूपी में छोटे-बड़े कुल 150 से अधिक दंगे हो चुके है 
  • मई और जून 2014 के बीच 6 सप्ताह में सूबे में महिलाओं के साथ अपराध की 4300 घटनाएं दर्ज हुई 
  • पुलिस आंकड़ों के मुताबिक रोजाना बलात्कार की 10, लूट 15, हत्या 16-20 घटनाएं हो रही 
  • बढ़ती घटनाओं से तो लोग अब अपने बेडरुम में भी असुरक्षित महसूस करने लगे है 

पहले लूट, हत्या, डकैती, चोरी आदि की ताबड़तोड़ वारदातों के बाद हर रोज गैंगरेप की घटनाएं अभी थमी भी नहीं, अब हर रोज हो रहे दंगे की घटनाओं ने उत्तर प्रदेश को हिलाकर रख दिया है। अब तो लोग इसे जुर्मी प्रदेश भी कहने लगे है। लेकिन इस राज्य के युवा मुख्यमंत्री अब भी ऐसा नहीं मानते। लाॅ एंड आर्डर बेहतर हाने की दुहाई दे रहे है। शायद इसीलिए अपराधियों के हौसले बुलंद है। उत्तर प्रदेश में लगातार सांप्रदायिक दंगों और फिर रेप जैसी शर्मनाक घटनाओं की बाढ़ सी आ गयी है। 

मुजफ्फरनगर दंगे के पहले भी सौ से अधिक छोटे-बड़े दंगे हो चुके है। इन सारी घटनाओं में जिला प्रशासन भी उदासीन रहा। खासकर भदोही में 25 नवम्बर 2012 को आगाह के बाद भी प्रशासन की मौजूदगी में दरोपुर मुहल्ले में पूरी तैयारी के साथ दंगा हुआ। घटना के वक्त भदोही विधायक जाहिद बेग सहित डीएम अमृत त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक अशोक शुक्ला मौजूद थे। उन्हीं के सामने सपा नेता पन्नालाल यादव के घर में पहले से मौजूद सैकडों दंगाईयों ने ईट-पत्थर फेकने के साथ फायरिंग की, जवाब में दुसरे तरफ से भी जमकर पथराव हुआ। विधायक के सिर फट गए। लोगों का कहना था कि स्थानीय जनता व्यापक पुलिस बल की मौजूदगी में ताजिया उठाने की बात कर रहे थे, लेकिन पहले से ही सुनियोजित कार्यक्रम के तहत विधायक ने दंगा न होने देने की जिम्मेदारी ले ली और जब रास्ते का मामला आया तो खुद ललकारने में जुट गए है। इसके पीछे राजनीति ये थी कि विधायक व पन्नालाल यादव अपने प्रतिद्वंदी को फंसाना चाहते थे। मामला बिगड़ता देख उस वक्त डीएम व एसपी ने विधायक को बचाते हुए पन्नालाल को जेल भेज दिया, लेकिन अपने प्रतिद्वंदी के खिलाफ डीएम-एसपी से मुकदमा दर्ज करा दिया। दरोंपुर में भड़की दंगा में विधायक जाहिद बेग, विकास यादव, शोभनाथ यादव आदि का नाम आया लेकिन माफियाओं से साठगांठ रखने वाला कोतवाल संजयनाथ तिवारी न सिर्फ इन्हें बरी कर दिया बल्कि कई निर्दोषों पर फर्जी कार्रवाई कर प्रताडि़त किया और लाखों रुपये वसूला। दंगे का मुख्य अभियुक्त पन्नालाल यादव पर दर्ज मुकदमें की धारा पैसा लेकर कम कर दिया। 

कुछ इसी तरह की कहानी मुजफरनगर और सहारनपुर की भी रही। यहां भी पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे। सत्ता के दवाब में प्रशासन भी मौन रहने में अपनी भलाई समझा। इस गुंडागर्दी का ही परिणाम रहा कि कुनबे को छोड़ देते सपा का सफाया हो गया। छठा सीट नहीं मिल पाई। लोकसभा चुनाव के बाद दर्जनभर छोटे-छोटे दंगे और हुए। दूसरी ओर लगातार हो रही रेप की घटनाओं ने यूपी को शर्मसार कर दिया। यूपी के बदायूं में दो बहनों को गैंगरेप के बाद पेड़ से लटका दिया गया। लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। गर्दन शर्म से झुक गई। बदायूं का मामला जब सीबीआई के पास पहुंचा तो लगा कि यह ऑनर किलिंग का मामला हो सकता है। अभी ये तय भी नहीं हुआ था कि यह मामला सामूहिक बलात्कार और हत्या या ऑनर किलिंग का है या नहीं, कि लखनऊ के मोहनलालगंज में बलात्कार और हत्या के मामले को लेकर सनसनी फैल गई। पुलिस ने जब कहा कि मामला सुलझ गया है, यह गैंगरेप नहीं बल्कि हत्या का मामला है, तब न तो मीडिया और न ही जनता ने इस पर यकीन किया। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस कांड की सीबीआई जांच का आदेश दे दिया। 

हालांकि 21 करोड़ की आबादी वाले राज्य में कुल 12 लाख पुलिसकर्मी हैं (5 लाख के स्वीकृत पुलिस बल में 65 फीसद पद खाली पड़े हैं)। मतलब हर एक लाख व्यक्ति पर केवल एक ही पुलिस है। मतलब पुलिस बल का अभाव यानी पूर्वांचल राज्य का गठन जरुरी है। आजमगढ़ के बरदह में घर के बाहर खेल रही सात वर्षीय बच्ची के साथ एक युवक ने दुष्कर्म किया। पुलिस ने यह कहकर रिपोर्ट दर्ज नहीं की कि आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही कार्रवाई की जाएगी। लखीमपुर के गोलागोकर्णनाथ में कुछ दबंगों ने खेत जा रही किशोरी के संग दुष्कर्म का प्रयास किया। नाकाम रहने पर किशोरी के घर पर धावा बोल उसके पिता व भाई को गंभीर रूप से घायल कर दिया। जालौन के कालपी में तीन युवकों ने घर के बाहर खेल रही 13 वर्षीय किशोरी को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म किया फिर उसे जोल्हूपुर मोड़ के पास फेंककर फरार हो गए। किशोरी के अगवा होने के बाद पिता ने तहरीर दी थी, पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। हरदोई के मल्लावां में शौच के लिए गई दो नाबालिग बहनों को अगवा कर पांच युवकों ने दो दिन तक उनसे सामूहिक दुष्कर्म किया। प्रतापगढ़ में कुछ दबंग घर से युवती को उठा ले गए। फिरोजाबाद के फरिहा में पड़ोसी ने छह वर्षीय बच्ची को दरिंदगी का शिकार बनाया। जौनपुर के बख्शा में दलित युवती की हत्या के मामले में सामूहिक दुराचार का खुलासा हुआ। अमेठी में हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना मंे रपट शांतिभंग में दर्ज हुआ। 

प्रदेश में बच्चियों के साथ दुराचार की घटनाओं में बढ़ोतरी होना स्वीकार करते हुए सरकार ने वर्ष 2013 में पास्को एक्ट के तहत 1796 घटनाएं पंजीकृत होने की बात कही। विधानसभा प्रश्नोत्तर में भाजपा के अरुण कुमार के सवाल पर मुख्यमंत्री की ओर से बताया गया कि नाबालिग बच्चों से दुराचार एवं जघन्य अपराधों में बढ़ोतरी हुई। वर्ष 2012 में 6033 केस दर्ज कराए गए, वहीं वर्ष 2013 में यह संख्या बढ़कर 9857  हो गई। प्रदेश सरकार की ओर से इलाहाबाद हाई कोर्ट में दाखिल हलफनामे में बताया गया, मई और जून 2014 के बीच छह सप्ताह में सूबे में महिलाओं के साथ अपराध की 4300 घटनाएं दर्ज हुई हैं। गुरुद्वारे और कब्रिस्तान की जमीन को लेकर चल रहे विवाद की चिंगारी ने पूरे सहारनपुर शहर को सांप्रदायिक हिंसा की चपेट में ले लिया। यहां भी आगाह के प्रशासनिक लापरवाही उजागर हुई। पथराव, आगजनी और फायरिंग में पांच लोगों की जान चली गई और सैकड़ों घायल हो गए। सात लोग लापता हैं। डेढ़ सौ बड़ी दुकानें फूंक दी गई हैं, इनमें ज्यादातर सिख समुदाय के लोगों की हैं। करोड़ों की संपत्ति के नुकसान की आशंका है। हालात काबू करने के लिए प्रशासन को पूरे शहर में कफ्र्यु लगाना पड़ा। पुलिस आंकड़ों के मुताबिक रोजाना बलात्कार की 10, लूट 15, हत्या 16-20 घटनाएं सामने आ रही है। वर्ष 2013 में पहली जनवरी से 31 मार्च तक बलात्कार के 1199 मुकदमें दर्ज हुए, जबकि इस साल सामान अवधि में 1284 मुकदमें पंजीकृत हुए। वहीं पिछले साल के शुरुवाती 5 महीनों में सूबे में हत्या के 1961 अभियोग दर्ज हुए जबकि इस साल 2057 मुकदमें दर्ज हुए। 

सपा के बाहुबलि विधायक विजय मिश्रा के संरक्षण में अवैध बालू खनन धड़ल्ले से चल रहा है। गुंडई के बल पर प्रमुख जीती सुनीता यादव का पति विकास यादव योजनाओं में खुलकर बंदरबांट कर रहा है। लेकिन अधिकारी मौन है। हौसलाबुनंद बदमाशों ने चैबेपुर, मडुवाडीह व शिवपुर में सर्राफा करोबारी को गोली मारकर 15 लाख से भी अधिक नगदी व जेवरात लूट लिए। आगरा में पुलिस थाना के सामने सर्राफा व्यापारी राजकुमार वर्मा की हत्या कर लाखों लूट लिए तो मार्निंगवाक पर निकले शाहबाज की गोली मारकर हत्या कर दी। जबकि राजकिशोर के बेटे सनी का अपहरण कर लाखों की फिरौती मांगी गयी। इलाहाबाद के उतरांव में बदमाशों ने ग्रामीण बेैंक के कैशियर को गोली मारकर 9 लाख रुपये लूट लिए। जबकि धूमनगंज के कालिंदीपुरम के हाईकोर्ट के सरकारी अधिवक्ता मिथिलेश साहू के बेटे का अपहरण कर बदमाशों ने लाखों की फिरौती न देने पर हत्या कर दी। अलीगढ़ के हरदुआगंज के केनरा बैंक की शाखा में बदमाशों ने धावा बोलकर 26 लाख रुपये लूट ली। बाराबंकी बिशुनपुर के सर्राफा व्यापारी अमित सोनी को गोली मारकर 10 लाख नगदी समेत 12 लाख के जेवर लूट कर चंपत हो गए। मुजफरपुनगर में आम खिलाने के बहाने किशोरी से गैंगरेप कर बदमाश पूरे गांव की बोलती बंद कर दिए है। लखनउ, कानपुर, इटावा, फैजाबाद, मेरठ, आदि इलाकों में 12 व्यापारियों को गोली मारकर 32 लाख से भी अधिक बदमाश लूट लिए। बदायूं के हाइवे पर बदमाशों ने पुलिस की मौजूदगी में चालक व खलासी को गोली मारकर नगदी समेत लाखों के सामान से भरी टक लूट गए। सीतापुर के मिश्रिख में एक किशोरी संग बलात्कार के बाद हबसियों ने हत्या कर शव को पेड़ से लटकाने सहित मउ, इटावा, गोरखपुर, बलिया, बरेली, महोबा, फर्रुखाबाद, इलाहाबाद, भदोही, बनारस, अलीगढ़ आदि जनपदों में किशोरियों संग हुई सामूहिक गैंगरेप की घटना ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दी है। इतना ही नहीं भयभीत आम जनमानस सपाईयों के ईसारे पर तकरीबन हर जनपद में 100 से अधिक फर्जी मुकदमें दर्ज कर अवैध वसूली व प्रताड़ना आदि घटनाओं से तो लोग अब अपने बेडरुम में भी असुरक्षित महसूस करने लगी है। 




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---सुरेश गांधी---

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