पवन ऊर्जा का उत्पादन करने वाले दुनिया के 10 प्रमुख देशों की सूची में भारत पांचवें स्थान पर है। भारत की क्षमता 2013 में 1,700 मेगावाट बढ़ी है। नवीकरणीय ऊर्जा पर एक वैश्विक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। रिन्युएबल्स 2014 ग्लोबल स्टेटस रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया भर में पवन ऊर्जा उत्पादन क्षमता 2013 में 35,000 मेगावाट बढ़ी है और यह कुल 3,18,000 मेगावाट हो गई है, जिसमें भारत का योगदान 1,700 मेगावाट है।
पवन ऊर्जा का सबसे बड़ा उत्पादक चीन है, जिसने 2013 में 16,100 मेगावाट क्षमता का विस्तार किया। इसके बाद क्रमश: अमेरिका, जर्मनी और स्पेन का स्थान आता है। पवन ऊर्जा में सालाना निवेश और उत्पान के मामले में पहला स्थान चीन का है और उसके बाद हैं क्रमश: जर्मनी, इंग्लैंड, भारत तथा कनाडा।
रिपोर्ट के मुताबिक पवन और सौर ऊर्जा उत्पादन की लागत पिछले कुछ साल में काफी घटी है परिणामस्वरूप बिना सरकारी वित्तीय सहायता के पवन और सौर ऊर्जा परियोजनाओं में वृद्धि हो रही है। रिपोर्ट के मुताबिक 2013 में पन बिजली उत्पादन क्षमता करीब 40 हजार मेगावाट बढ़कर कुल करीब 10 लाख मेगावाट हो गई।