कृषि महोत्सव का आयोजन 25 सितम्बर से
सीहोर जिले में आगामी 25 सितम्बर से 20 अक्टूबर तक कृषि महोत्सव का आयोजन किया जायेगा उसी दौरान पी.एच.डी. चेम्बर आॅफ कामर्स एवं इन्डस्ट्री के द्वारा कृषि मेला का आयोजन भी किया जावेगा। मेले की तैयारियाँ एवं स्थान चयन हेतु आज पी.एच.डी. चेम्बर आॅफ काॅमर्स एव इन्डस्ट्री के क्षेत्रीय प्रबंधक श्री द्विवेदी एवं सहायक श्री दुबे, श्रीवास्तव आऐ थे। उन्होंने कलेक्टर डाॅ. सुदाम खाडे से मिलकर मेले के संबंध में विस्तृत जानकारी दी । उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास ने बताया कि कलेक्टर डाॅ. खाडे द्वारा निर्देश दिये गये है कि मेले में कृषि से संबंधित उक्त तकनीकों का सेक्टरवार प्रदर्शन किया जावे, जिसमें कृषि उत्पादन से कृषि उत्पाद के विपणन तक कलस्टर (समूह) में प्रदर्शन किया जावे। साथ ही साथ विभिन्न विषयों की कृषक संगोष्ठी एवं बाहर से विभिन्न विषयों के रिसोर्स पर्सन को बुलाकर वृहद स्तर पर कृषकों को अधिक से अधिक उन्नत तकनीकों का प्रदर्शन समाहित किये जाने के निर्देश दिये।
कृषक सेमीनार का आयोजन
सी. आर. डी. ई. कृषि विज्ञान केन्द्र, सेवनियाॅ, सीहोर में कृषक सेमीनार का आयोजन मौसम परिवर्तन को दृष्टिगत रखते हुए कृषि विविधीकरण विषय पर किया गया। कार्यक्रम में मुख्यरूप से आत्मा विभाग, किसान कल्याण तथा कृषि विकास के अधिकारियों के साथ - साथ कृषक मित्र व कृषक उपस्थित थेे। श्री जे. के. कनौजिया, विषेषज्ञ, कृषि विज्ञान केन्द्र, सीहोर द्वारा कृषि के साथ उद्यानिकी फसलों (फल वृक्ष, सब्जी वर्गीय व औषधीय आदि) की खेती विषयक जानकारी दी गई साथ ही आपने संरक्षित खेती अपनाने हेतु कृषक को प्रेरित किया गया। डाॅ. उपेष कुमार, विषेषज्ञ, पौध संरक्षण, कृषि विज्ञान केन्द्र, सीहोर द्वारा खरीफ फसलों में पौध संरक्षण हेतु कीटनाषक, फफूॅदनाषक के उपयोग विषयक जानकारी से अवगत कराया। आपने पौध संरक्षण के जैविक तरीकों को अपनाने हेतु किसानों को प्रेरित किया। श्री संदीप टोडवाल, विषेषज्ञ (मृदा विज्ञान) ने कृषि विविधीकरण विषय पर विस्तृत जानकारी दी तथा आपने मृदा स्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते हुए जैविक खेती को अपनाने हेतु किसानों को प्रेरित किया। श्री संदीप चैहान, विषेषज्ञ, (कृषि प्रसार) कृषि विज्ञान केन्द्र, सीहोर ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कृषि के साथ साथ पशुपालन अपनाने हेतु कृषकों को प्रेरित किया। कार्यक्रम के दौरान कृषकों ने अपनी जिज्ञासायें व्यक्त की जिनका समाधान कृषि विषेषज्ञों द्वारा किया गया। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र, प्रक्षेत्र भ्रमण के दौरान केन्द्र पर प्रदर्षित तकनीकें जैसे - आम बागवानी, अमरूद बागवानी, सोयाबीन की उन्नत किस्मों को प्रदर्षन, धान उत्पादन की श्री पद्धति का प्रदर्षन, अजोला उत्पादन तकनीक, सब्जी उत्पादन विषयक जानकारी दी। कार्यक्रम के अन्त में विषेषज्ञ श्री जे. के. कनौजिया द्वारा आभार व्यक्त किया गया।