महिलाओं की शिक्षा पर ध्यान देने का आह्वान करत हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शनिवार को जोर दिया कि 2030 तक भारत को दुनिया को कुशल श्रमिक मुहैया कराने में दूसरे देशों को पछाड़ना होगा। मुर्शीदाबाद जिले में डोमकाल स्थित डोमकाल महिला कॉलेज के नए भवन का उद्घाटन करने के बाद संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि एक शिक्षित लड़की देश के सामाजिक आर्थिक विकास में सक्रिय भूमिका निभा सकती है।
उन्होंन प्राथमिक स्तर से स्नातकोत्तर तक शिक्षा की गुणवत्ता पर जोर देते हुए कहा कि इससे स्थानीय लड़कों एवं लड़कियों को प्रमुख शिक्षण संस्थानों का लाभ मिल सकेगा। मुखर्जी ने कहा कि 2030 तक दुनिया के कुल कामगारों का पांचवां हिस्सा भारत में होगा। चीन, अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों के मुकाबले भारत की औसत आयु कम होने से भारत को उस समय तक दूसरे देशों को कुशल श्रमिक मुहैया कराने की स्थिति में आना होगा।