अयोध्या में कारसेवक पुरम के सामने राम-जानकी मंदिर के महंत विजय राम दास की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी गई. विजय राम दास राम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास के शिष्य थे. अभी तक ह्त्या के सही कारणों का पता नहीं चला है, लेकिन कमरे में टूटे हुए चूड़ी के टुकड़े मिले हैं, साथ ही ऐसी कई आपत्तिजनक चीजें मिली हैं जो हत्या में महिला कातिल होने की और इशारा करती हैं.
गुरुवार रात करीब एक बजे हत्या किए जाने की आशंका जताई जा रही है, हालांकि हत्या होने की जानकारी सुबह लोगों को हुई. सूचना पाकर मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी अनिल धीगरा और एसएसपी के बी सिंह ने उस कमरे जिसमें हत्या की गई है को देखा और अपनी निगरानी में फोरेंसिक टीम से सबूत एकत्रित कराए.
पुलिस अफसर भी मानते हैं कि उन्हें घटना स्थल से कुछ अहम सबूत मिले हैं, जिससे हत्या का जल्द ही खुलासा हो जाएगा. फैजाबाद, एसएसपी केबी सिंह ने कहा, 'गंगा भवन में हत्या की मिली इनके सिर पर प्रहार किया गया है, हमने सघनता से जांच की है क्राइम ब्रांच को भी लगा दिया गया है हम जल्दी ही इसका खुलासा कर देंगे.'
फिलहाल हत्या को लेकर अयोध्या में चर्चाओं का बाजार गर्म है साथ ही यह सवाल भी उठ खडा हुआ है कि कारसेवक गेट पर पुलिस बल तैनात रहता है, ऐसे में बाहरी हमलावर आकर कैसे हत्या कर सकता है. पुलिस सूत्र भी बताते हैं कि शुरुआती जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, वह कातिल के महंत से परिचित होने की और इशारा करते हैं. यह भी सामने आया है कि कातिल महंत की सहमति से ही भीतर घुसा था, जिसका फायदा उठा उसने महंत की हत्या कर दी.