केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने यह कहा है कि दिल्ली में सरकार बनाने को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) को समर्थन दिए जाने पर कांग्रेस में मतभेद था। उन्होंने यह भी कहा कि केजरीवाल को समर्थन देना गैर जरूरी फैसला था और यह फैसला बेकार गया। आम आदमी पार्टी को बाहर से समर्थन देने को लेकर कांग्रेस पार्टी के अंदर मदभेद काफी गहरा गए थे।
चिदंबरम ने एक अंग्रेजी अखबार को दिए अपने इंटरव्यू में कहा कि दिल्ली में हमारे पास सरकार बनाने के लिए जरूरी अंाकड़ा नहीं था और हम तीसरे स्थान पर थे। इसलिए सरकार बनाने के लिए केजरीवाल को समर्थन देना नहीं चाहिए था। न तो हमें सरकार बनाने के लिए जनमत मिला था और न ही विपक्ष में बैठने का। इसलिए हमें चुप ही रहना चाहिए था। इस मुद्दे पर पार्टी की किरकिरी न हो इसलिए चिदंबरम ने कहा ये उनकी व्यक्तिगत राय है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को बिना शर्त समर्थन देने का फैसला दिल्ली कांग्रेस का था। ये फैसला सही है या गलत, यह तो वक्त ही बताएगा। लेकिन इस मुद्दे पर पार्टी में एक राय नहीं थी।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है केजरीवाल को बाहर से समर्थन देना बेकार रहा है। वित्त मंत्री ने इस बात पर जोर देकर कहा कि यह मेरी निजी राय है। गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल सरकार को दिल्ली में कांग्रेस का बाहर से समर्थन प्राप्त है।