विस परिसर में होगी पंत की मूर्ति स्थापित, राजकीय विद्यालयों के नाम आजादी के नायकों के नाम पर रखा जाएंगेः मुख्यमंत्री
देहरादून 10 सितम्बर,(निस)। राज्य सरकार विधानसभा भवन परिसर में भारत रत्न पं.गोविंद बल्लभ पंत की मूर्ति स्थापित करेगी। प्रस्ताव मिलने पर राजकीय विद्यालयों के नाम आजादी के नायकों के नाम पर रखा जाएंगे। नगर निगम के टाउन हाॅल में भारत रत्न पं. गोविंद बल्लभ पंत के 127 वें जन्मदिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी होने के साथ ही अद्भुत समाज सुधारक भी थे। उन्होंने तत्कालीन कट्टरपंथी भारतीय समाज को प्रेरित किया कि मंदिरो के दरवाजे दलितों के लिए खोल दिए जाएं। दलितों को समाज की मुख्यधारा में लाने से ही ब्रिटिश शासन से लड़ाई सम्भव हो पाई। स्व. पं. गोविंद बल्लभ पंत को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व.पंत ने समाज सुधार की जो परम्परा प्रारम्भ की वह गंगा की तरह पूरे देश में बहती चली गई। महापुरूष कभी मरते नहीं हैं, वे लोगों की स्मृतियों में सदैव जीवित रहते हैं। स्वतंत्रता आंदोलन में स्व. गोविंद बल्लभ पंत जी का बहुत बड़ा योगदान रहा है। आंदोलन की विभिन्न धाराओं के बीच समन्वय का काम करते हुए उन्होंने आंदोलन को बिखराव से रोका। जमींदारी उन्मूलन की पहल उनके द्वारा की गई। वे अपने महान कार्यों से दूसरों के लिए उदाहरण बने। सीएम ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी प्रतिभावान है व तकनीकी ज्ञान की बहुत जानकारी रखती है। हमारी जिम्मेवारी है कि युवा पीढ़ी को अतीत से जोड़े रखें और हमारे देश की महान विभूतियों ने जो योगदान दिया, उससे भी युवाओं का परिचय कराएं। मुख्यमंत्री ने अपने संस्मरण सुनाते हुए कहा कि जब वे पहली बार लोकसभा चुनाव जीतकर गए तो संसद में कार्यरत एक अधिकारी ने उन्हें पं. गोविंद बल्लभ पंत जी के भाषण पढ़ने का सुझाव दिया। एक बार जब उनके भाषणों को पढ़ना शुरू किया तो उपलब्ध सारे भाषण पढ़कर ही चैन लिया। सीएम ने कहा कि स्व. गोविंद बल्लभ पंत जी के विचारों को पढ़ने से अलग ही अनुभव व प्रेरणा मिलती है। भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत समारोह समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, दुर्गेश पंत, एमसी पंत, गोपाल रावत सहित अन्य गणमान्य मौजूद थे।
चिंतन शिविर में ‘आप’ ने किया गहन चिंतन, प्रदेश में आम आदमी पार्टी को मजबूत विकल्प के रूप में खड़ा करने का संकल्प लिया
देहरादून 10 सितम्बर,(निस)। आम आदमी पार्टी (आप) का पटेलनगर में प्रदेश स्तरीय चिंतन शिविर आयोजित किया गया। चिंतन शिविर में पार्टी संगठन की मजबूती पर बल दिया गया। इसके अलावा भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन छेड़ने का भी निर्णय लिया गया। पटेलनगर स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित इस शिविर में प्रदेश के विभिन्न जिलों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। चिंतन शिविर में जल विद्युुत, आपदा राहत कार्यों और नंदादेवी राजजात यात्रा में हुए घोटालों के खिलाफ जनांदोलन छेड़ने का निर्णय लिया गया। पार्टी कार्यकर्ता जनसमस्याओं को लेकर भी आंदोलन करेंगे। चिंतन शिविर में पार्टी संगठन को राज्य में मजबूत ताकत के रूप में खड़ा करने का निर्णय लिया गया। शिविर में तय किया गया कि प्रदेश, जिला, तहसील, ब्लाॅक और ग्रामपंचायत स्तर पर संगठन को मजबूत किया जाएगा। भ्रष्टाचार के खिलाफ जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा। भ्रष्टाचार मंे लिप्त नेताओं और अफसरों को बेनकाब किया जाएगा। भ्रष्टाचार को उजागर करने में आरटीआई को एक मजबूत हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। चिंतन शिविर में पार्टी पदाधिकारियों ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में कई पीडि़तों को सरकार की ओर से अब तक आर्थिक सहायता मुहैया नहीं कराई गई है, जिस कारण प्रभावित लोगों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आपदा प्रभावितों के पुनर्वास की भी सरकार द्वारा व्यवस्था नहीं की गई है। शिविर के संयोजक कुंवर जपेंद्र सिंह ने कहा कि कार्यकर्ता प्रदेशभर में संगठन को मजबूत करने की दिशा में कार्य करेंगे। इस तरह के चिंतन शिविरों का आयोजन लगातार होता रहेगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय पार्टी में कुछ ऐसे लोग घुस आए थे जो कि निजी स्वार्थ को अधिक तवज्जों दे रहे थे। अब ऐसे चेहरों की पहचान हो चुकी है, पार्टी पुरानी गलतियों को अब नहीं दोहराएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आम आदमी पार्टी भाजपा और कांग्रेस का विकल्प बन सकती है। भाजपा और कांग्रेस एक सिक्के के दो पहलू हैं, जनता इनकी जनविरोधी नीतियों से तंग आ चुकी है। 14 वर्षों में इन दोनों पार्टियों के नेताओं ने अकूत संपत्तियां एकत्रित की हैं। इन्होंने कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है। राज्य गठन के बाद अब तक 156 बड़े घोटाले हो चुके हैं, लेकिन सजा एक भी भ्रष्टाचारी को नहीं हुई है। मौजूदा समय में भी कांग्रेस सरकार बचाने के लिए सरकारी खजाने को लुटा रही है तो भाजपा सरकार गिराने के लिए हरसंभवन दांव-पेंच अपनी रही है। सत्ता की इस लड़ाई में आम आदमी हासिए पर है। रूद्रप्रयाग, चमोली, पौड़ी, पिथौरागढ़ और उत्तरकाशी जिलों के आपदा पीडि़तों के लिए सरकार कुछ नहीं सोच रही है। चिंतन शिविर में पार्टी के प्रदेश संयोजक हरीश आर्य, हरीश रावत, केके गौतम, एमएस रावत, जितेंद्र मलिक, दिनेश कोठारी, मोहन सिंह, सविता सिंह, उमा सिंह, शीला रावत, मुकुल बिष्ट, भरत चैधरी, प्रीति मिश्रा आदि ने विचार व्यक्त किए।
सीएम ने अधिकारियों के साथ की फोलोअप बैठक
देहरादून 10 सितम्बर,(निस)। नई दिल्ली में प्रधानमंत्री व केंद्रीय मंत्रियों से भेंट के बाद देहरादून लौटकर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ फोलोअप बैठक की। मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी सुरेंद्र कुमार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सीएम ने निर्देश दिए हैं कि विभागीय प्रमुख सचिव व सचिव केंद्र में राज्य से संबंधित मामलों की पैरवी करें व औपचारिक प्रक्रिया में कम समय लगे इसके लिए केंद्र के अधिकारियों से निरंतर सम्पर्क में रहें। सीएम ने मुख्य सचिव सुभाष कुमार को इसकी लगातार माॅनिटरिंग करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि विŸा मंत्रालय से एसडीआरएफ की एक और बटालियन की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाए। केंद्र में लम्बित योजनाओं की स्वीकृति के लिए तत्परता से काम करना होगा। यदि किन्हीं विभागों में यूटीलाईजेशन सर्टिफिकेट लम्बित हैं तो शीघ्र ही इन्हें केंद्र को पे्रषित किया जाए। स्वीकृत योजनाओं में केंद्रांश के लिए पत्राचार करने के साथ ही वरिष्ठ अधिकारी स्वयं संबंधित मंत्रालय से निरंतर संवाद बनाएं। मुख्यमंत्री ने धारचूला में सीएम कैम्प आॅफिस खोलने और वहां सक्षम स्टाफ की तैनाती करने के भी निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि श्रीनंदा देवी राजजात यात्रा से देश विदेश में सकारात्मक संदेश गया है। इसमें अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित किया जाए।
कैलाश मानसरोवर की तर्ज पर हर वर्ष हो नंदा देवी राजजात यात्रा: मैखुरी
देहरादून 10 सितम्बर,(निस)। प्रदेश के विधानसभा उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड सरकार डाॅ0 अनुसुया प्रसाद मैखुरी, जो कल ही नन्दा देवी राजजात की यात्रा से लौटे हैं, ने प्रदेश सरकार से नन्दा देवी राजजात यात्रा को कैलाश मानसरोवर की तर्ज पर हर वर्ष आयोजित किये जाने की माॅंग की है। पत्रकारो से अनौपचारिक बातचीत के दौरा न उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष छोटी नन्दा देवी राजजात का आयोजन किया जाना चाहिए तथा इसके लिए सरकार को नोडल ऐजेन्सी के रूप में जीएमवीएन नियुक्त करनी चाहिए, जिससे स्थानीय लोगों को स्थायी रोजगार उपलब्ध होगें साथ ही धार्मिक पर्यटन एवं तीर्थाटन का विकास भी होगा। उन्होंने कहा कि यात्रा को उसके पारम्परिक स्थान में पडावों के माध्यम से संचालित किया जाना चाहिए तथा यात्रा को नौटी से होमकुण्ड, दशमद्वार से होमकुण्ड, कुरूड़ से होमकुण्ड तक प्रत्येक पड़ावों से होते हुए आयोजित की जाय। इससे उत्तराखण्ड के पर्यटन का चैहमुखी विकास होगा। उन्होंने बताया कि नन्दा देवी राजजात के अन्तर्गत विकास कार्यो तथा स्थायी व अस्थायी मार्गो के निर्माण में लगभग 95 करोड़ रूपयों का व्यय किया गया, जिसका लाभ राजजात में गये एक लाख से अधिक यात्रियों ने लिया। उन्होंने कहा कि राजजात यात्रा हेतु करीब 2100 अधिकारियों व कर्मचारियों को तैनात किया गया था। यात्रा में किसी की गुमशुदगी की रिर्पोट नही प्राप्त हुई, केवल एक लैपटाप चोरी का मामला संज्ञान में आया और बेदनी पड़ाव पर पत्रकारों के टैंट को क्षति पहुॅंचाने की घटना की तहरीर थाने में दर्ज है। सबसे बड़ी सफलता इस यात्रा में जितने भी श्रद्धालु गये सब सकुशल लौटे केवल एक होमकुण्ड तक पहुंचे पश्चिम बंगाल के अम्बर चटर्जी का इस यात्रा में देहान्त हुआ। वेदनी बुग्याल में 15 से 20 हजार श्रद्धालु यात्रा में शामिल हुए तथा 8 से 10 हजार श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की। नौटी, कुरूड़, दशमद्वार से बाण तक के पड़ावों में प्रत्येक पड़ाव पर लगभग 20 से 25 हजार श्रद्धालु पूजा अर्चना में सम्मिलित हुए। शिला समुद्र, रूपकुण्ड, ज्यॅंरागली, होमकुण्ड में 08 से 10 हजार श्रद्धालु पूजा अर्चना में सम्मिलित हुए। उन्होंने यह भी बताया कि कुल यात्रा में 70 करोड़ लोनिवि को स्थायी निर्माण जैसे मोटर मार्ग एवं पुल पुलियाओं के लिए स्वीकृत हुए है। करीब 22 करोड़ पर्यटन विभाग को स्थायी व अस्थायी कार्यो के लिए स्वीकृत किये गये हैं इसके अलावा 50 लाख एसडीआरएफ, 22 लाख निम., 11 लाख राजजात समिति नौटी, 1.50 करोड़ कुमाऊॅं मंडल को राजजात संचालन हेतु एवं 01 करोड़ विद्युत विभाग को विद्युत कार्यो के लिए स्वीकृत किये गये है। इस प्रकार विभिन्न मदों में लगभग 95 करोड़ रूपये इस यात्रा के स्थायी व अस्थायी मदों के लिए स्वीकृत हुए हैं। उपरोक्त पर्यटन की मद में स्वीकृत 22 करोड़ में से 18 करोड़ लगभग स्थायी कार्यो के लिए विभिन्न निर्माणदायी संस्थाओं को आवंटित किये गये। केवल 4 करोड़ रूपये अस्थायी कार्यो यथा 1.50 करोड़ कन्टनेन्सी, 01 करोड़ टैंट शामियाना आदि के लिए, 01 करोड़ कूड़ा उठान व सफाई के लिए सुलभ को दिया गया। 50 लाख मिसनेंस, घोडे खच्चर, ट्रांसपोर्टेशन आदि के लिए दिया गया है जो कि लगभग 04 करोड़ रूपये के आस-पास है।
संस्कृत शिक्षा के विकास को ली बैठक
देहरादून 10 सितम्बर,(निस)। सूबे केविद्यालयी शिक्षा, प्रौढ़ शिक्षा, संस्कृत शिक्षा मंत्री, मंत्री प्रसाद नैथानी ने आज विधान सभा स्थित सभा कक्ष में संस्कृत शिक्षा के सर्वागीण विकास के लिए बैठक की। बैठक में उन्होंने कहा कि आने वाली 26 से 28 सितम्बर में विश्व सम्मेलन संस्कृत का आयोजन राजभवन में प्रस्तावित है। उस सम्मेलन में उत्तराखण्ड की संस्कृत एवं संस्कृति का एक्सपोज दिखायें क्यों कि यह सम्मेलन प्रथम बार हो रहा है। इसमें हेरिटेज विरासत का एक्सपोज होना अति आवश्यक है। विश्व सम्मेलन में उन्होंने संस्कृत एवं संस्कृति की स्लाइड प्रिन्ट का एक्सन प्लान बनाने के निर्देश भी संस्कृत शिक्षा निदेशक एवं कुलपति संस्कृत शिक्षा को दिया। बैठक में उन्होंने जनपद टिहरी के देवप्रयाग में केन्द्रीय विश्वविद्यालय संस्कृत का स्वरूप तैयार करने के निर्देश अपर सचिव संस्कृत शिक्षा को देते हुए कहा कि देवप्रयाग में वैधशाला व नक्षत्र वैधशाला को संस्कृत महाविद्यालय का रिसर्च सेन्टर बनायें। पूरे उत्तराखण्ड में हेरिटेज (विरासत) हैं। जहां संस्कृत के लिए कुछ न कुछ हुआ है। जनपद चमोली के कमेठा ग्राम में हैरिटेज बनायें यहाॅं दुनियां का आदमी अन्वेषण करने आयेगा। आदि गुरु शंकराचार्य यहाॅं आये, वेदव्यास जिन्होंने संस्कृत को बढाने के लिए तीव्रता से कार्य किया है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि केन्द्र सरकार संस्कृत के उत्थान के लिये काफी योजनाएॅ एवं धन मुहैया करवा रहा है। इस दिशा में सकारात्मक पहल करते हुए केन्द्र से योजनाएॅं लाने मे अपना अहम योगदान इस राज्य को दें। बैठक में उन्हें संस्कृत शिक्षा निदेशक आर.के.कुवर ने अवगत कराया कि प्रदेश में संस्कृत विद्यालय/महाविद्यालयों की संख्या 90 हैं। जिसमें संस्कृत विद्यालयों की संख्या 43 है और संस्कृत महाविद्यालयों की संख्या 46 है। जिसमें शास्त्री पर्यन्त(बी0ए0) 06 तथा आचार्य पर्यन्त (एम0ए0) 40 हैं। उन्होंने बताया कि अशाशकीय सहायता प्राप्त संस्कृत विद्यालयों में 26 पद प्रधानाचार्य के है। जिसमें 13 पद रिक्त है। इसी प्रकार 73 पद प्रवक्ता के हैं जिसमें 36 पद रिक्त हैं तथा सहायक प्रवक्ता के 98 पद स्वीकृत है। जिसमें 45 पद रिक्त हैं इस पर मंत्री जी ने कहा कि विद्यालयों की प्रबन्ध समिति से अनुज्ञा चाहने हेतु पदों के लिये अनुज्ञा मांगे जिससे रिक्त पदों के सापेक्ष कार्यवाही की जा सके बैठक में मंत्री जी को अवगत कराया गया कि संस्कृत विद्यालयों को पद भरने के लिए सिर्फ 18 अनुशंशा प्राप्त हुए है। जिस पर कार्यवाही गतिमान है। बैठक में विशेष कार्यधिकारी जी.डी.रतूड़ी, अपर सचिव संस्कृत शिक्षा विनोद प्रसाद रतूड़ी, कुलपति महावीर अग्रवाल, आर.के.कुंवर संस्कृत शिक्षा निदेशक, प्रो. मोहन चन्द्र बलादी विभागाध्यक्ष, कुल सचिव संस्कृत डा0 तन्जीम अली, वित्त नियंत्रक, डा0 सुरेश चन्द्र बहुगुणा मौजूद थे।
जिलावार सदस्यता प्रभारियो की नियुक्ति
देहरादून 10 सितम्बर,(निस)। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस ने पार्टी सदस्यता अभियान को गति देने की दृष्टि से जिलावार सदस्यता प्रभारियों की नियुक्ति की है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य समन्वयक जोत सिंह बिष्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने पार्टी सदस्यता अभियान को गति देने की दृष्टि से जिलावार सदस्यता प्रभारियों की नियुक्ति की है जिसके अन्तर्गत गढ़वाल मण्डल में पूर्व विधायक केदार सिंह रावत को जनपद टिहरी, राजेश जुवांठा को चमोली, बलवीर सिंह नेगी को रूद्रप्रयाग, विजय सारस्वत को उत्तरकाशी, शूरवीर सिंह सजवाण को पौडी गढ़वाल, काजी निजामुद्दीन को कोटद्वार, जोत सिंह गुनसोला को हरिद्वार जिला तथा सोबन सिंह नेगी को हरिद्वार शहर, राजपाल बिष्ट को देहरादून जिला तथा योगेन्द्र खण्डूरी को देहरादून शहर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं कुमाऊ मण्डल में पुष्कर राज जैन को अल्मोड़ा, पूर्व विधायक करण महरा बागेश्वर, जिला पंचायत अध्यक्ष पिथौरागढ़ प्रकाश जोशी को चम्पावत, जिला पंचायत अध्यक्ष देहरादून चमन ंिसह को नैनीताल, पूर्व विधायक तिलकराज बेहड़ को हल्द्वानी शहर तथा प्रयाग भट्ट को पिथौरागढ़ का प्रभारी नियुक्त किया गया है। श्री बिष्ट ने यह भी बताया कि गढ़वाल मण्डल के प्रभारीगणों की दिनांक 9 सितम्बर को प्रदेश अध्यक्ष की अध्यक्षता में बैठक भी हो चुकी है जिसमें सभी प्रभारीगणों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि कुमाऊं मण्डल के प्रभारीगणों की आगामी 15 सितम्बर को स्वराज आश्रम हल्द्वानी में बैठक आयोजित की गई है जिसमें प्रदेश अध्यक्ष श्री किशोर उपाध्याय जी भी उपस्थित रहेंगे।
शिल्पी अरोड़ा को राजीव गांधी एक्सीलेंस अवार्ड-2014 से किया सम्मानित, उत्तराखण्ड की करीब 10 हजार महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर
देहरादून,10 सितम्बर,(निस)। प्रदेश कांग्रेस नेता, समाजसेविका श्रीमती शिल्ली अरोड़ा को नई दिल्ली के कंस्टीटयूशन क्लब में आयोजित एक कार्यक्रम में राजीव गांधी एक्सीलेंस अवार्ड-2014 से सम्मानित किया गया है। श्रीमती अरोड़ा को यह अवार्ड महिला उद्यमिता के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने के लिए दिया गया है। श्रीमती अरोड़ा ने इस अवसर पर कहा कि यह अवार्ड मेरे सम्मान व गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड से होने के कारण मेरे लिए यह और भी गौरव की बात है। भविष्य में उनका प्रयास होगा कि वे उत्तराखण्ड के युवाओं, विशेषकर महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में अपना सहयोग देकर आगे बढ़ायेंगी। श्रीमती अरोड़ा को मिले पुरस्कार पर प्रदेश कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं व सामाजिक संगठनों ने प्रसन्ता व्यक्त करते हुए बधाई दी है। पुरस्कार समारोह में मुख्य रूप से श्री जे.पी.अग्रवाल पूर्व अध्यक्ष डीपीसीसी, श्रीमती शोभा ओझा राष्ट्रीय अध्यक्ष ए.आई.एम.सी., श्रीमती ममता शर्मा पूर्व अध्यक्ष राष्ट्रीय महिला आयोग आदि उपस्थित थे। शिल्पी अरोड़ा का नाम इस समय देश की कामयाब महिला उद्यमियों में शामिल है। शिल्पी अरोड़ा एक जुझारू और कर्मठ महिला उद्यमी है। विज्ञापन के क्षेत्र में कार्य करने वाली श्रीमती शिल्पी अरोड़ा केवल एक कुशल उद्यमी ही नही है, बल्कि समाज सेविका भी है। उनके द्वारा शुरू किये गई संस्था वाटर के माध्यम से अब तक उत्तराखण्ड की करीब 10 हजार महिलाओं को आत्मनिर्भर बना चुकी है। इसके अलावा युवाओं तथा किसानों के हित में निरंतर प्रयत्नशील रहती है। शिल्पी अरोड़ा एक कुशल राजनीतिज्ञ भी है, वे वर्तमान में उत्तराखण्ड कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता है।