नेतृत्व परिवर्तन पर कभी भी निर्णय!, केंद्रीय गृह मंत्री के गोपनीय दौरे से चर्चाएं हुई गर्म
देहरादून, 27 जनवरी। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा भले ही उत्तराखण्ड में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों को एक सिरे से खारिज करते रहे हों, लेकिन राज्य के कई मंत्रियों ने जिस तरह से दिल्ली में डेरा डालकर अपने पक्ष में लॉबिंग के लिए शह-मात का खेल खेलना शुरू कर रखा है, उससे यह साफ होता है कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कभी भी निर्णय लिया जा सकता है। सूत्रों ने तो यह भी बताया है कि पार्टी के आलाकमान ने नेतृत्व परिवर्तन को लेकर खाका भी तैयार कर दिया है। चर्चा तो यहां तक है कि हाईकमान के एक नाम के प्रस्ताव को लेकर पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता देहरादून आकर राज्य के नेताओं को केंद्र का फरमान सुना सकते हैं। सचिवालय में सोमवार को जिस गति से फाईलें दौड़ रही थी, वह भी यह कयास लगाने के लिए काफी है कि प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन हो सकता है। हालांकि कांग्रेस के कई विधायक इसी जुगत में लगे हुए हैं कि विधायकों में से ही किसी को नया मुख्यमंत्री बनाया जाये लेकिन सम्भवतः उनकी यह आस अधूरी रह सकती है। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस हाईकमान के सामने उत्तराखण्ड में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर मचे घमासान ने माथे पर बल डाल रखे हैं यहीं कारण है कि हाईकमान को अब राज्य में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर मंथन करना पड रहा है। दिल्ली में लगातार नेतृत्व परिवर्तन को लेकर गहमा-गहमी मची हुई है। उत्तराखण्ड की सत्ता बहुुगुणा से लेकर कांग्रेसी सांसद हरीश रावत को दिये जाने की अटकलों से बहुगुणा कैम्प में खलबली मची हुई है। यही कारण है कि आज कांग्रेस सरकार में शामिल चंद मंत्रियों ने दिल्ली में डेरा डाल रखा है और वह इसी लॉबिंग में लगे हुए हैं कि हरीश रावत को प्रदेश का मुख्यमंत्री न बनाया जाये तथा विधायकों के बीच में से ही किसी को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपी जाये, लेकिन चर्चाएं हैं कि हाईकमान इन मंत्रियों की इस दलील को किसी भी कीमत पर मानने को तैयार नहीं दिख रहा है क्योंकि उन्हें इस बात का फीड बैक मिल रहा है कि अगर लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को कोई चुनाव में जीताने का दम रखता है तो वह हरीश रावत ही हैं। इसलिए चर्चा है कि हाईकमान और किसी के नाम पर शायद राजी न हो। कांग्रेसी हल्कों में चर्चा है कि प्रदेश के कई मंत्रियों व विधायकों के बीच मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर दिल्ली में शह-मात का खेल चल रहा है। चर्चाएं यहां तक हैं कि केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे सोमवार को गोपनीय दौरे पर दून आए हुए हैं। उनका यह गोपनपीय दौरा कहां और कितने समय तक रहा इसका तो खुलासा नहीं हो पाया लेकिन कांग्रेसी हल्कों में ही चर्चाएं थी कि सुशील कुुमार शिंदे दून में ही हैं। अब देखना है कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें क्या रूख अपनाती हैं और इसका पटाक्षेप कब तक होगा। वहीं सूत्रों का यह भी कहना है कि मंगलवार को पार्टी के प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी और वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद भी देहरादून पहुंच सकते हैं, चर्चा तो यहां तक थी की मुख्यमंत्री को पार्टी आलाकमान ने फरमान सुना दिया है यही कारण है कि सोमवार को सचिवालय में फाईलों की गति कुछ ज्यादा ही तेज दिखाई दे रही थी।
दरिंदो को सुनाई फांसी की सजा
देहरादून, 27 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। न्यायालय ने बुर्जुग महिला से राजधानी के सहसपुर इलाके के सभावाला गांव में गैंगरेप के बाद उसकी हत्या करने वाले दो आरोपियों को दोषी करार दिया था और उनकी सजा पर फैसला सुरक्षित रख लिया गया था। वहीं आज सामेवार को न्यायालय ने महिला के साथ गैंगरेप करने के मामले में दोनो दरिंदो को फंासी की सजा सुनाई तथा हत्या के मामले में उन्हें उम्रकैद दिये जाने का फरमान भी जारी किया गया। दरिंदो को फांसी की सजा दिये जाने पर पीडित परिवार के लोगों ने राहत की सांस ली है। वहीं इस मामले में गहराई से जांच कर दोषियों को उनके अंजाम तक पहुंचाने वाली पुलिस टीम का सीना भी चौडा हुआ है। सोमवार को एडीजे प्रथम के न्यायालय में खचाखच भीड़ थी और सबकी नजर बलात्कार व हत्या के दरिंदो को मिलने वाली सजा पर टिकी हुई थी। न्यायालय ने आज अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि दोनो आरोपियों ने बुजुर्ग महिला के साथ बलात्कार व उसकी हत्या की थी। यह बात गवाही के दौरान साफ हो चुकी है इसलिए दोनो आरोपियों को बलात्कार के मामले में फांसी की सजा दी जाती है और हत्या के मामले में उनकी सजा उम्रकैद में बनी रहेगी। गौरतलब है कि 29 दिसम्बर 2012 को सहसपुर थाना क्षेत्र के सभावाला निवासी एक बुर्जुग महिला की जंगल में गैंगरेप के बाद उस समय हत्या कर दी गई थी जब बुर्जुग महिला जंगल में बकरी चराने के लिए गई थी, महिला की अर्द्ध नग्न लाश मिलने के बाद सहसपुर पुलिस ने मामले की छानबीन कर ट्रक क्लीनर महताब और बुग्गी चालक सुशील को गिरफ्तार किया था। न्यायालय ने इस मामले में तेजी के साथ सुनवाई करते हुए 17 गवाहों के बयान दर्ज किये और उन्हें बुर्जुग महिला के साथ गैंगरेप व हत्या का दोषी पाया था। 24 जनवरी को इस मामले में दोषियों की सजा पर निर्णय होना था लेकिन न्यायालय ने दोनों आरोपियों को अपने सामने बुलाया और वकीलों की दलीलों को सुनने के बाद अब सजा पर फैसला सोमवार को करने का फैसला लिया था।
जोगाराम एण्ड दयाराम फाउण्डेशन ने मनाया स्थापना दिवस
देहरादून, 27 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। जोगाराम एण्ड दयाराम फाउण्डेशन द्वारा अपना स्थापना दिवस देहरादून की मलिन बस्तियों एवं कुष्ट गृहों में कम्बल एवं कपड़े वितरित कर मनाया गया। इस अवसर पर फाउण्डेशन की अध्यक्ष आशा टम्टा ने कहा कि फाउण्डेशन मलिन बस्तियों में शिक्षा, स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए कृत संकल्प है, यही कारण है कि संस्थान ने समाज के अन्य क्षेत्रों को छोड़कर मलिन बस्तियों में कार्य करने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में संस्था राजधानी देहरादून सहित हल्द्वानी आदि क्षेत्रों की मलिन बस्तियों में उन बच्चों को शिक्षा सुविधा उपलब्ध करा रही है, जो स्कूल नहीं जा पाते हैं। उन्होंने कहा इन बच्चों को कपड़ों के अलावा पुस्तक की व्यवस्था भी संस्था द्वारा की जा रही है। इस अवसर पर फाउण्डेशन की अध्यक्ष श्रीमती आशा टम्टा, सचिव मनोज खेतवाल एवं समाजसेविका गीता चन्दोला, रोशनी गोदियाल, ज्योत्सना रावत एवं लोक गायिका हेमा नेगी आदि उपस्थित थे।
सीएम ने 20 विस्थापित परिवारों को किया पट्टा आवंटित
देहरादून, 27 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने सोमवार को सीएम आवास में प्रेमनगर में बसे विस्थापित परिवारों को उनके कब्जे की भूमि के आवंटन आदेश प्रदान किए। वर्ष 1947 से 2000 से अधिक विस्थापित परिवार प्रेमनगर में बसे हैं। लम्बे समय से इनके कब्जे में जो भूमि है उसका पट्टा दिए जाने की प्रक्रिया प्रारम्भ की गई है। आज सीएम आवास में 20 परिवारों को पट्टा आवंटित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की नीति है कि प्रदेश में जो भी लोग विस्थापित होकर लम्बे समय से यहां रह रहे हैं, उनके कब्जे की भूमि का पट्टा दे दिया जाए। यही नीति वर्ग 4 व गर्वमेंट ग्रान्ट एक्ट के तहत आने वाले लोगों के लिए भी अपनाई जाएगी। इससे पूरे प्रदेश में लगभग 1 लाख लोगों को लाभ होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आसामी पट्टे की अवधि को 5 वर्ष की अवधि से बढ़ाकर 10 वर्ष की जाएगी।
तहसील चौक, दर्शनलाल चौक व गांधी पार्क के पास बनेंगे फुटओवर ब्रिज
- मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने किया शिलान्यास
देहरादून, 27 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने सोमवार को तहसील चौक, दर्शनलाल चौक व गांधी पार्क के पास फुटओवर ब्रिज का शिलान्यास किया। इसके साथ ही गांधी इंटर कालेज में पुस्तकालय भवन, दिलाराम बाजार से मसूरी डायवर्जन तक स्ट्रीट लाईट के लोकार्पण के साथ ही राजपुर विधानसभा के अंतर्गत अवस्थापना मद के अंतर्गत तीन करोड़ रूपए की धनराशि से विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास भी किया गया। गांधी इंटर कालेज में आयोजित कार्यक्रम में उक्त योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करते हुए मुख्यमंत्री ने अगले सत्र से गांधी इंटर कालेज में विज्ञान व कम्प्यूटर संकाय की मान्यता दिए जाने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में शिक्षा की गुणवŸाा का स्तर संतोषजनक नहीं कहा जा सकता है। प्रतिस्पर्धा के युग में छात्रों को सक्षम बनाने में अध्यापकों का विशेष दायित्व है। उन्होंने उपस्थित छात्र-छात्राओं से टेलीविजन व इंटरनेट का उपयोग अपने ज्ञान को बढ़ाने में करने को कहा। उन्होंने कहा कि अपने जीवन का लक्ष्य तय कर पूरी निष्ठा से मेहनत की जाए तो सफलता अवश्य मिलती है। इस मौके पर नगर निगम देहरादून के मेयर विनोद चमोली, विधायक राजकुमार सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
विधानसभा अध्यक्ष ने किया मार्गो के निर्माण का षिलान्यास
देहरादून, 27 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। उत्तराखण्ड विधान सभा, अध्यक्ष, मा0 गोविन्द सिंह कुंजवाल ने हरिद्वार जनपद के सुभाश नगर में बी0एच0ई0एल0, सैन्टर 03 से षिवालिक नगर से न्यू सुभाश नगर तक के मार्ग तथा सुभाश नगर व टिहरी विस्थापित षिवालिक नगर के आन्तरिक मार्गो के निर्माण का षिलान्यास किया। नव गठित नगर पालिका सुभाश नगर के षिवालिक नगर व सुभाश नगर को बी0एच0ई0एल0 सैक्टर 3 से जोड़ने व आन्तरिक मार्गो के निर्माण हेतु केन्द्रीय मंत्री हरीष रावत के प्रयासों से 01 करोड़ 21 लाख 19 हजार की लागत से निर्मित होने वाले सडकों, सम्पर्क मार्गो का षिलान्यास के बाद महिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित सभा को संबोधित करते हुए विधान सभा अध्यक्ष कुंजवाल ने कहा कि इन संम्पर्क मार्गो का निर्माण से टिहरी विस्थापितों, षिवालिक व सुभाश नगर, नगर पालिका क्षेत्र के लोगों को लाभ मिलेगा। कुंजवाल ने लोगों को गणतंत्र दिवस की षुभकामनाऐं देते हुए कहा कि केन्द्रीय मंत्री हरीष रावत द्वारा हरिद्वार के विकास हेतु जो कार्य किये गय हैं तथा जो योजनाऐं स्वीकृत कराई गई हैं उसका लाभ आने वाले समय में लोगों को मिलेगा उन्होने कहा कि हरिद्वार के विकास हेतु कोई कोर कसर नहीं छोडी जाऐगी। इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि धर्मेन्द्र प्रधान, महिला कांग्रेस की सचिव अनुपमा, नगर अध्यक्ष ओ0पी0 चौहान, सन्तोश चोैहान, रष्मि गुप्ता, माया रावत, कृश्णा कष्यप, अम्बिका पाण्डें, सतेन्द्र षर्मा आदि ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए हरिद्वार के विकास हेतु संासद व केन्द्रीय मंत्री हरीष रावत के प्रयासों की सरहना की। समारोह में कई रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये गये। संचालन महिला कांग्रेस की अध्यक्ष श्रीमती किरण सिंह ने किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाऐं व क्षेत्रीय लोग उपस्थित थे।
सौ वर्ष की आयु पूरी करने पर दो मतदाताओं को किया गया सम्मानित
देहरादून, 27 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर ऋषिकेश तहसील द्वारा सौ वर्ष की आयु पूरी कर लिए जाने वाले दो मतदाताओं को सम्मानित करते हुए मतदान के प्रति जागरुकता की अपील की गई। तहसील परिसर में आयोजित राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर माजरीग्रान्ट निवासी 105 वर्षीय नेकराम और गीतानगर निवासी 100 वर्षीय कुंवारा देवी को सम्मानित किया गया। इस मौके पर क्षेत्रीय विधायक प्रेमचन्द अग्रवाल ने आम जन से मतदाता बनने के साथ मताधिकार के प्रति जागरुक रहने की अपील की। उपजिलाधिकारी संतोष कुमार पांडेय ने कहा कि मतदान प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। राजिस्ट्रार काननूगो जेएस राणा ने बताया कि तहसील क्षेत्र में 224 बीएलओ ने करीब 850 नए मतदाताओं के प्रपत्र भराए। एक जनवरी 2014 तक 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके करीब 150 युवा इस अभियान से लाभान्वित हुए। कार्यक्रम मंे नायब तहसीलदार इन्द्रदत्त उनियाल, क्षेत्रीय लेखपाल पीडी नौटियाल सहित सभासद व नागरिक उपस्थित थे।
ग्रामीणों ने गैस न मिलने पर राष्ट्रीय राजमार्ग किया जाम
देहरादून, 27 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। सुबह से गैस के इंतजार में कतार में खड़े लोगों का धैर्य उस वक्त जवाब दे गया जब छिद्दरवाला स्थित गैस एजेंसी संचालक का फरमान आया कि ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के चलते गैस की अपूर्ति नहीं हो सकेगी। गुस्साए लोगों ने हाईवे जाम कर दिया। मार्ग के दोनों ओर वाहनांे की लंबी कतार लग गई। पुलिस से तीखी नोकझोंक हुई। मौके पर पहंुचंे एसडीएम ने बमुश्किल जाम खुलवाया सुबह से लोग जरूरी कामकाज छोड़ कर हाट बाजार मंे गैस आने का इंतजार कर रहे थे। गैस नहीं आई तो गुस्साए लोगांे ने खाली सिलेंडरो के साथ हाईवे जाम कर दिया। यातायात बाधित होने से वाहन जाम मंे फंस गए। कुछ यात्रियों ने विरोध जताया तो उनकी प्रदर्शनकारियों से तीखी झड़प हो गई। लोगों ने बताया कि तहसील प्रशासन और एजेंसी संचालक ने आज गैस उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया था। पुलिस ने जाम खुलवाने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। सूचना पर एसडीएम एस के पाण्डेंय पहुचंे और एजेंसी संचालक बलदेव सिंह कंडियाल को मौके पर तलब कियां कड़ी हिदायत दी कि उपभोक्ताओ को गैस उपलब्ध कराई जाए। इस दौान आईओ सी सेल्स आफिसर रोहन दलाल से मोबाइल पर संपर्क साधा। उन्होने गैस आपूर्ति का आश्वासन दिया तब जाकर लोग शंात हुए। करीब दो घंटे बाद बाधित यातयात सुचारू हो सका। प्रदर्शन में पवन पांडेय, विजयपाल, देवी प्रसाद , गिरधारीलाल , रोहन कोठियाल, सोनी रावत, रामदेई, रीता कोटियाल, अनिता तिवारी, अंजु ममगाई, विजया रतूडी, सूरजा देवी, आरती पैन्यूली, शशि रतूडी आदि थे।
राजनीति चरित्रवान लोगों की कमी के कारण बढ रहा भ्रष्टाचार: नैथानी
देहरादून, 27 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। शिक्षामंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि राजनिति में चरित्रवान लोगांे की कमी के कारण भ्रष्टाचार बढ रहा है। कहा कि इसे सामूहिक प्रयासांे से रोका जा सकता है। उन्होने कहा कि संस्कृत शिक्षा के विकास के लिए सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही हैं। संस्कृत छात्र सेवा समिति के वार्षिकोत्सव के दूसरे दिन मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री ने कहा कि संस्कृत के प्रति बच्चो को प्रेरित करने के लिए प्रत्येक ब्लाक में पांच पांच प्राथमिक विद्यालय स्थापित किए जा रहे है। उन्होने प्रशिक्षित बेरोजगारों से इसके लिए आगे आने का आहवान किया। विभाग मंे स्थायी निदेशक कुलसचिव की तैनाती, संस्कृत स्कूलों और संस्थागत शिक्षकों के मानदेय संबंधी प्रकरणांे पर प्राथमिकता से विचार किया जा रहा है। समिति की ओर से सेवानिवृत्त संस्कृतज्ञ सुंदरमणि बुडाकोटी को शिक्षाविद गिरधर प्रसाद सिलोडी पुरस्कर प्रदान किया गया। शिक्षा मंत्री ने आचार्य अनिल लसियाल की ज्योतिष पर आधारित पुस्तक का विमोचन किया। कार्यक्रम मंे विधायक प्रेमचंद अग्रवाल, नगर पंचातय मुनिकीरेती के पूर्व अध्यक्ष मनेाज द्विवेदी, कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला, प्राचार्य डा. अनिल कुमार शुक्ल मदन मोहन शर्मा आदि ने सरकार से संस्कृत शिक्षा के विकास के लिए धरातलीय प्रयास करने को कहा। उन्होने कहा कि सरकार की उपेक्षा के कारण द्वितीय राजभाषा का दर्जा प्राप्त होने के बावजूद संस्कृत अपेक्षित विकास नहीं हो पा रहा। मौके पर वाईपी ध्यानी शक्तिधर बहुगुणा, जनार्दन केरवान, सुभाष डोभाल, जितेद्र भटट, नरेन्द्र सकलानी, कमल डिमरी, एसपी डिमरी, राधामोहन दास आदि मौजूद थे।
मोदी को प्रधानमंत्री बनाये जाने को लेकर सभी कार्यकर्ताओ को रहना होगा तैयार: अग्रवाल
देहरादून, 27 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। भारतीय जनता पार्टी ने वर्ष 2014 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर सभी कार्यकर्ताआंे से तैयार रहने का आह्वान किया है, जिससे मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनाया जा सकें कृष्णा नगर में आयोजित भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं की सुनील कुटहेलिया व पुष्कर गुप्ता के संचालन में सभा के दौरान भाजपा के ऋषिकेश विधायक प्रेमचन्द अग्रवाल ने उपस्थिति को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज पूरे देश मंे मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनाए जाने के लिए माहौल बना है परन्तु मोदी तभी प्रधानमंत्री बन सकते है जब भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता मतदाताओं को बूथ पर ले जाकर उनके मत का उपयोग करवाने में सफल हो सके। उन्होने कहा कि जिसके लिए अभी से तमाम कार्यकर्ताओं को छुटे हुए मतदाताओ के वोट बनाए जाने के साथ बूथ तक ले जाने की जिम्मेदारी तय करेंगें। सुनील कुटहलिया ने कहा कि प्रत्येक बूथ पर कार्यकर्ताओं की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए वन बूथ 20 यूथ का फार्मूला अपनाया जायेगा। जिसके तहत अभी से सूचियां तैयार करनी प्रारम्भ हो गई हैं। सभा में रमेशचन्द शर्मा, अरविन्द चौधरी, शिवलाल आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
बलात्कारियों पर एक लाख का ईनाम
देहरादून, 27 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। राज्य के डीजीपी बीएस सिद्धू ने बलात्कार व हत्याकांड के मामले के खुलासे के लिए बलात्कारियों को खोज निकालने के लिए जहां उन्होंने संदिग्धों के पोलियो ग्राफ टेस्ट, डीएनए, सीबीआई से करवाने की पहल की वहीं उन्होंने सरकार से हैवानों को खोज निकालने के लिए उन पर एक लाख रूपये का ईनाम घोषित करवा दिया, तथा रेंज के डीआईजी को धर्मनगरी में ही कैम्प करके हैवानों को खोज निकालने का हुक्म दे रखा है। उल्लेखनीय है कि हरिद्वार के फेरुपुर इलाके में कक्षा-7 की एक छात्रा के साथ बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड के बाद से पुलिस लगातार हैवानों को खोजने के लिए मिशन चलाये हुए है लेकिन उनका अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया। सबसे अह्म बात यह है कि इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा करने के लिए खुद राज्य के डीजीपी बीएस सिद्धू आगे आए हुए हैं और वह इस हत्याकांड का खुलासा वैज्ञानिक तरीके से कराने में जुटे हुए हैं। यह वारदात डीजीपी के लिए एक बडी चुनौती बनी हुई है इसीलिए उन्होंने खुद दिल्ली जाकर सीबीआई के डॉयरेक्टर से मुलाकात कर संदिग्धें के पोलियोग्राफ टेस्ट व डीएनए कराने की अपील की थी जिस पर सीबीआई डॉयरेक्टर ने तत्काल डीजीपी को इन टेस्टों को करने की अनुमति दे दी थी। इस हत्याकांड में पुलिस ने हिरासत में लिये कई संदिग्धों का सीबीआई लैब में पोलियोग्राफ व डीएनए टेस्ट कराया जिसके बाद सीबीआई इन टेस्टों का मिलान छात्रा के शरीर से मिले डीएनए से कराया जा रहा है। इस मामले ने जिस तेजी के साथ राजनीतिक रूप ले रखा है उसके चलते सरकार के माथे पर भी बल पडे हुए हैं। मृतक छात्रा के परिजनों ने मुख्यमंत्राी के सामने इस हत्याकांड का खुलासा न होने पर काफी नाराजगी जाहिर की थी जिस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया था कि अगर 15 दिन के भीतर वारदात का खुलासा न हुआ तो वह इस मामले की जांच सीबीआई के हवाले करने की संस्तुति कर देंगे। मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद भी अभी तक पुलिस के हाथ हैवानों तक नहीं पहुंच पाये हैं। यही कारण है कि प्रदेश के पुलिस मुखिया बीएस सिद्धू ने मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से मुलाकात की और उनसे आग्रह किया कि इस हत्याकांड में हैवानो के सिर पर एक लाख रूपये का ईनाम घोषित कर दिया जाये। डीजीपी की पहल पर सरकार के मुखिया ने तत्काल हैवानों के सिर पर एक लाख रूपये का ईनाम घोषित कर दिया।
पुलिस ने शिक्षा आचार्य, अनुदेशकों पर भांजी लाठियां
देहरादून, 27 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। शिक्षा आचार्य अनुदेशकों ने शिक्षा आचार्य, अनुदेशकों को शिक्षा मित्र के रूप में समायोजन किये जाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री आवास कूच करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर दिया। इस बीच कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की घेराबंदी को तोडते हुए आगे बढे और पुलिस ने उन्हें कनक पर रोक लिया, जहां पर पुलिस ने उन पर लाठियां भी भांजी और बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया। वहीं पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को घसीटा जिससे कई चोटिल भी हो गये। पुलिस सभी प्रदर्शनकारियों को सुद्धोवाला जेल ले गई। सोमवार को यहां धरना स्थल पर संगठन से जुडे हुए शिक्षा आचार्य व अनुदेशक इकठठा हुए और वहां पर उन्होंने अपने धरने को 604वें दिन भी जारी रखा। इस बीच अनुदेशकों ने मुख्यमंत्री आवास कूच करने का निर्णय लिया और वहां पर भारी संख्या में पुलिस भी तैनात कर दी गई। जैसे ही प्रदर्शनकारी धरना स्थल पर नारेबाजी करते हुए बाहर आने लगे तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया, इस बीच दोनों पक्षों के बीच तीखी नोंकझोंक हुई और कई प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की घेराबंदी तोडते हुए आगे बढ गये और जिससे पुलिस हरकत में आई और उन्होंने उन्हें पकडने के लिए दौड़ लगा दी और पुलिस ने उन्हें कनक चौक पर रोककर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस बीच पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों के बाल भी और जबरदस्ती गाडी में बैठाया, इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठियां भी भांजी। इससे पूर्व धरना स्थल में संबोधित करते हुए प्रदर्शनकारियों ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ी जायेगी और शीघ्र ही रणनीति तैयार की जायेगी। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वर्ष 2008-09 में प्रदेश के कुछ जिलों में ईजीएस, एआईई सेंटर का संचालन किया गया और संचालित सेंटरों में कार्यरत शिक्षा आचार्य अनुदेशकों को भी ठीक उसी तर्ज पर सेवा से बर्खास्त किया जो पूर्व हुआ, निरंतर इसी प्रक्रिया के अधिकृत कार्यरत शिक्षा आचार्य अनुदेशक बेरोजगार हो गये। सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ इस जनांदोलन को जारी रखा जायेगा। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि लगातार आश्वासन मिलने के बाद भी आज तक उनकी मांगों का निदान नहीं किया गया है। वह सरकार की जन विरोधी नीतियों से गुस्से में है और शीघ्र ही उग्र अंादोलन करने की तैयारी में है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वर्ष 2011-12 में बद व उच्चीकृत एआईआई, ईजीएस सेंटर बंद हुए संबंधित शिक्षा आचार्य अनुदेशकों को भी शिक्षा मित्र के रूप में समयोजन करना न्याय संगत होगा लेकिन लंबे समय से आंदोलन करने के बाद भी उनकी समस्याओं का निदान नहीं हो पा रहा है, जिससे बेरोजगारों में रोष पैदा हो रहा है। उनका कहना है कि पूर्व में प्रथम चरण में 1107 शिक्षा आचार्यो, अनुदेशकों को शिक्षा मित्र के रिक्त पदों पर वरिष्ठता के आधार पर नियमानुसार आरक्षण के प्रावधानों के अनुरूप समायोजन किये जाने की अनुमति प्रक्रिया के अनुसार किये जाने के निर्देश दिये गये थे जबकि वर्तमान में अवशेष शिक्षा आचार्य, अनुदेशकों का समायोजन नहीं हो पाया है जो चिंता का विषय है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि स्नातक उपाधि हासिल कर चुके शिक्षा आचार्य, अनुदेशकों का शिक्षा मित्र में तत्काल समायोजन एवं वर्ष 2011-12 तक प्रदेश में बंद एवं उच्चीकृत हुए ईजीएस, एआईई सेंटर के आचार्य अनुदेशकों का भी शिक्षा मित्र में समायोजन तथा कुछ शिक्षा आचार्य अनुदेशक वर्ष 2001 से शिक्षा आचार्य के पद पर कार्य कर चुके है किन्ही कारणों से केन्द्र बंद किये गये लेकिन उनका समायोजन नहीं हो पाया है। इस अवसर पर संगठन के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह बिष्ट, लक्ष्मण सिंह, दौलत सिंह, परविन्द्र कुमार, अशोक गुप्ता, रीमा रावत, लक्ष्मी, रामकृष्ण ममगांई, सुमित्रा, सरिता, विनय डंगवाल, शमशाद अली, सुचित्रा, वीर सिंह, वीरा नेगी, अलका कोठारी, रतिराम, खेम सिंह, अमरीश, राजेश बादल सहित अन्य प्रदर्शनकारी शिक्षा आचार्य व अनुदेशक मौजूद थे।
शिक्षक संघ ने किया जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन
देहरादून, 27 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। लंबित मांगों के निराकरण को जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ ने लेकर धरना देकर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और जिला प्रशासन के जरिये मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित करते हुए शीघ्र ही कार्यवाही किये जाने की मांग की। सोमवार को यहां संघ से जुडे हुए शिक्षक धरनास्थल पर एकत्रित हुए और वहां पर उन्होंने सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन कर धरना दिया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि लगातार संघर्ष करने के बाद भी आज तक समस्याओं का समाधन नहीं हो पा रहा है। उनका कहना है कि पूर्व में काली पटटी बांधकर चाक डाउन हडताल व 23 को एक दिवसीय विद्यालय बंद कर एक दिवसीय धरना दिया और 28 जनवरी से दो फरवरी तक प्रदेशीय रैली की तैयारी हेतु जनजागरण किये जायेंगे। वक्ताओं का कहना है कि तीन फरवरी को सभी शिक्षक परेड ग्राउंड में इकठठा हुए और वहां से एक बजे मुख्यमंत्री आवास कूच कर घेराव किया जायेगा। उनका कहना है कि राजकीय जूनियर हाई स्कूलों के उच्चीकरण एलटी, समायोजन प्रकरण के संबंध में शासन द्वारा 26 मई 11 को निदेशालय स्तर पर गठित सात सदस्यीय समिति द्वारा लिये गये निर्णय पर निदेशालय के द्वारा शासन को प्रेषित संस्तुति को लागू किया जये। बेसिक शिक्षा अध्यापक सेवा नियमावली में बेसिक शिक्षकों के लिए मात्र दो ही पदोन्नति की व्यवस्था की गई है जबकि कार्मिक सेवा नियमावली के अनुसार सेवावधि में कम से कम तीन पदोन्नति दिये जाने की व्यवस्था है। बेसिक शिक्षकों को भी कार्मिक सेवा नियमावली की भांति नियमानुसार तीन पदोन्नति देने की नियमावली में व्यवस्था की जानी चाहिए। शिक्षा का अधिकार अध्निियम लागू होने के कारण शिक्षकों का मानक कम कर दिया गया है जिससे बेसिक शिक्षकों के पदोन्न्ति के अवसर प्रभावित हो रहे है जिस कारण शिक्षकों को एक ही पद पर कायर्य करते हुए 30 हो गये है। उनका कहना है कि स्थानांतरण नीति
एवं विद्यालयों के कोटिकरण में अनेक खामियां है इन खामियों को दूर किये जाने के लिए मान्यता प्राप्त संघों को विश्वास में लेकर संशोधन किये जाये। छठे वेतनमान निर्धारण के बाद कतिपय वरिष्ठ शिक्षक, कनिष्ठ शिक्षकों से कम वेतन पा रहे है और एक जनवरी 2006 के बाद पदोन्नति जूनियर हाई स्कूल सअ एवं प्राथमिक प्र अ को नव नियुक्त एलटी सअ की भांति 17140 वेतनमान दिया जाये। सर्व शिक्षा अभियान सहित सभी राजकीय जूनियर हाई स्कूलों में एक प्रधनााध्यापक, चार सअ, एक परिचारक तथा विद्यालय की भौतिक संपत्ति की सुरक्षा हेतु रात्रि चौकीदार की व्यवस्था की जाये। उनका कहना है कि स्कूलों में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को माध्यमिक विद्यालयों में स्थानांतरित किया जाये। उनका कहना है कि प्रदेश के राजूहा स्कूलों के सृजित रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाये, सीमांत जनपदों में कार्यरत शिक्षकों को पूर्व की भांति सीमांत भत्ता दिया जाये। ग्रामीण व दुर्गम क्षेत्र के 40 प्रतिशत ही आवास भत्ता दिया रहा है, दुर्गम क्षेत्रों में 35 प्रतिशत दुर्गम भत्ता दिया जाये। प्रदेश में नित नई शिक्षा नीति एवं पाठयक्रम अपनाये जा रहे है इसकी पूर्ण जानकारी हेतु शिक्षा उन्नयन गोष्ठियां आयोजित की जाये, शिक्षक कल्याण कोष की स्थापना की जाये। वार्षिक अवकाश कलेंडर में शीत कालीन अवकाश एक जनवरी से 15 जनवरी तक किया जाये। इस दौरान शिक्षकों ने धरना स्थल से जिला मुख्यालय तक रैली निकाली और एसडीएम के जरिये मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया। इस दौरान अखिलेश कुमार शर्मा, अनंत कुमार सोलंकी, अतुल शर्मा, शमशाद अंसारी, सत्येन्द्र मोहन बहुगुणा, उदय पाल नेगी, अशोक काम्बोज, सुभाष चौहान, तेगचन्द, संतराम, सरिता बिंजोला, शोभा रतूडी, अख्लाक अहमद सहित अनेकों शिक्षक मौजूद थे।
सरकार को चेताने के लिए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया
देहरादून, 27 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों को तृतीय श्रेणी में प्रोन्नत एवं अन्य मांगों का निस्तारण शीघ्र किये जाने को लेकर प्रदर्शन करते हुए धरना दिया और सरकार को चेताने के लिए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि शीघ्र ही मांगों का समाधन नहीं किया गया तो आंदोलन तेज किया जायेगा। इससे पूर्व कर्मचारियों ने सीएमओ कार्यालय तक रैली निकाली और मुख्यमंत्राी को संबोध्ति ज्ञापन प्रेषित किया। यहां चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ से जुडे हुए कर्मचारी दून चिकित्सालय में इकठठा हुए और वहां पर उन्होंने रैली निकालकर प्रदर्शन कर ध्रना दिया तथा बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि लगातार संघर्ष करने के बाद भी आज तक उनकी मांगों का निदान नहीं हो पा रहा है। वक्ताओं ने कहा कि कई बार उनकी मांगों के निदान के लिए आश्वासन दिये गये लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है जिससे उन्हें आंदोलन करने के लिए विवश होना पड रहा है। वर्ष 2013 में तृतीय श्रेणी में 45 प्रतिशत एवं चतुर्थ श्रेणी से वाहन चालक के पद पर 25 प्रतिशत पदों पर पदोन्नति की जानी चाहिए। उनका कहना है कि इसके अतिरिक्त तृतीय श्रेणी के रिक्त पदों पर जैसे लैब सहायक, डार्क रूम सहायक, ओ टी सहायक, पंचकर्म सहायक, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा सहायक, लाईब्रेरी सहायक, हाउस विजिटर आदि के रिक्त पदों पर पदोन्नति के 45 प्रतिशत कोटे में समायोजित करने व मरीजों के संपर्क में रहने के कारण स्टापफ नर्सों की भांति पौष्टिक आहार भत्ता, ध्ुलाई भत्ता पांच सौ रूपये, पदनाम परिवर्तन करने, जोखिम भत्ता वेतन का 30 प्रतिशत या दस लाख रूपये का बीमा, वाहन चालकों एवं पुलिस कर्मियों की भांति एक माह का मानदेय आदि को लेकर आंदोलन चलाया जा रहा है।