रंजीता सिंह का खुद का 'सलोन'है और यह रियल एस्टेट से भी जुड़ी हुई हैं। बुक रीडिंग, जिम, ट्रैवलिंग, कुकिंग, वॉकिंग का इन्हे बेहद शौक है। यह देश और विदेशों की यात्राएं कर चुकी है। पेरिस, सिंगापुर, बेल्जियम, दुबई आदि विदेशों में जा चुकी हैं और आगे भी अपना सफर जारी रखना चाहती हैं। रंजीता बेहद धार्मिक हैं और उनका कहना है कि इंसान के अंदर इंसानियत का भाव जरूर होना चाहिए। वर्तमान समय में लोग एक दूसरे की भलाई करना छोड़ कर ईर्ष्या करने लगे हैं जो बेहद निराशाजनक है। हमें अपना मूल नहीं भूलनी चाहिए इंसान की तुलना पैसों से नहीं करनी चाहिए बल्कि उसके अंदर की अच्छाई देखनी चाहिए। अमीर हो या गरीब हर व्यक्ति को समान नज़रिये से देखना चाहिए किसी की, भूल से भी अपमान या अवहेलना नहीं करनी चाहिए। रंजीता जमीन से जुड़ी शख्सियत है। वह अपनी माँ और जन्मभूमि का बहुत सम्मान करती है। अपनी माँ को अपना आदर्श मानती है। उनकी तरह आदर्श, धैर्य, लगन, आत्मविश्वास और साहस के साथ अपनी मंजिल पाना चाहती है। हिमांचल की संस्कृति, पहनावा, खानपान और सौंदर्य का विशेष सम्मान करती हैं। मुंबई आकर भी हिमांचल उनके हृदय में ही है।