- कोमल-काजल-स्नेहा को न्याय दो, बच्चियों की हत्या-बलात्कार की घटनाओं पर रोक लगाओ!
पटना, 10 अप्रैल (रजनीश के झा)। माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि हाल के समय में महिलाओं, खासकर छोटी बच्चियों के खिलाफ यौन हिंसा, हत्या, बलात्कार की घटनाओं में बाढ़-सी आ गई है। सासाराम की छात्रा स्नेहा कुशवाहा की बनारस में हत्या का मामला ताजा ही था कि होली के रोज खुद लोजपा नेता के परिवार के सामंती मनबढ़ुओं ने कोमल पासवान, 12 वर्ष की गाड़ी से कुचलकर हत्या कर दी। कोमल पर आरोप था कि उसने लोजपा नेता की दीवाल को कीचड़ से गंदा कर दिया है। हाल ही में पूर्णिया में घास काटने गई धानुक जाति की काजल कुमारी, 14 वर्ष की बलात्कार के बाद सामंती अपराधियों ने हत्या कर दी। इसी रोज पूर्णिया में एक 8 वर्ष की बच्ची के साथ भी हैवानियत की घटना घटी। इसी 5 अप्रैल 25 को औरंगाबाद के नवीनगर प्रखंड में चंद्रवंशी जाति की 12 और 14 वर्ष की दो सगी बहनों के साथ सामंती मनबढ़ुओं ने बलात्कार की कोशिश की। विरोध करने पर दोनों को बुरी तरह पीटा और बांह व कमर की हड्डी तोड़ दी। बेगुसराय में हाल ही में एसिड से हमला की घटना सामने आई है।
भाजपा के डबल इंजन के राज में और इनके ही संरक्षण में समाज के दलित-अतिपिछड़े-वंचित समुदाय की महिलाओं के खिलाफ हिंसा की हर रोज कोई न कोई घटना घट रही है। दरअसल भाजपा - जदयू राज में सामंती ताकतों का मनोबल काफी बढ़ गया है। भाजपा पुराना बर्बर सामंती समाज लौटाना चाह रही है। हमें इसका पुरजोर विरोध करना होगा। डा. अम्बेडकर जयंती के अवसर पर संविधान-आजादी-न्याय सुरक्षा सप्ताह के तहत 15 अप्रैल को पूरे राज्य में भाकपा-माले व ऐपवा की ओर से न्याय मार्च का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने पार्टी जिला कमिटियों का आह्वान किया कि कोमल-काजल-स्नेहा के न्याय व 25-25 लाख रु. मुआवजा, बच्चियों की हत्या-बलात्कार की घटनाओं पर रोक, बलात्कारियों के संरक्षण बंद करने, हत्या-बलात्कार के सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी आदि सवालों पर जिला मुख्यालय पर संयुक्त रूप से मार्च का आयोजन करें।