लोकसभा में तेलंगाना विधेयक पारित होने के तरीके पर केंद्र से नाराजगी प्रकट करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि सरकार जागीरदारों की तरह देश चला रही है और आंध्र प्रदेश की जनता की आकांक्षाओं की अनदेखी की गई है। तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सरकार चुनावों से पहले बलपूर्वक चीजों को अंजाम दे रही है।
छोटे राज्यों के गठन की विरोधी ममता ने यहां संवाददाताओं से कहा कि अगर कोई प्रदेश कुछ चाहता है तो उस पर विचार होना चाहिए। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने आज इस्तीफा दे दिया। क्या यह सही है। उन्होंने कहा कि चुनावों से पहले सरकार बलपूर्वक काम कर रही है, संविधान की गरिमा को ध्वस्त कर रही है। हम इसके साथ नहीं हैं।
तृणमूल के सांसदों ने कल तेलंगाना विधेयक पारित करने के तरीके के खिलाफ आज राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलकर आपत्ति जताई। ममता ने सरकारिया आयोग की रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्यों और केंद्र के बीच स्पष्ट सीमांकन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने जिस तरह कई बार पेट्रोलियम उत्पादों के दाम बढ़ाए और राज्यों पर अपनी नीतियां थोपी हैं, वह भी उसकी सामंतवादी सोच को दर्शाता है।