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साल 2019 में सत्ता में भाजपा की वापसी निश्चित : अमित शाह

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नयी दिल्ली , 26 मई, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि 2019 में सत्ता में भाजपा की वापसी कोई ‘‘ चुनौती नहीं है , यह निश्चित है। ’’ उन्होंने यह भी कहा कि अगला लोकसभा चुनाव ‘‘ भ्रष्टाचार और गरीबी हटाने ’’ के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों और विपक्ष के ‘ मोदी हटाओ ’ के एक सूत्री एजेंडे के बीच मुकाबला होगा।  मोदी सरकार के चार साल पूरे होने के मौके पर शाह ने इसकी ‘‘ कामयाबियों ’’ का ब्योरा दिया और राहुल गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस से मिलने वाली संभावित चुनौतियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल ने खुद को भले ही पीएम उम्मीदवार घोषित कर लिया हो , लेकिन उनके इस कदम से विपक्षी नेताओं को तो छोड़ दें , उनकी पार्टी के नेता भी सहज नहीं हैं।  मोदी को ‘‘ सबसे लोकप्रिय और सबसे ज्यादा मेहनत करने वाले प्रधानमंत्री ’’ के तौर पर पेश करते हुए शाह ने कहा कि उन्होंने यूपीए की नीतिगत लचरता वाली सरकार की जगह गरीबों के लिए काम करने वाली सरकार दी और दुनिया में देश के सम्मान को बढ़ाने के साथ ही अर्थव्यवस्था भी सुधारी।  भाजपा की ओर से किए गए ‘ अच्छे दिन ’ के वादे पर शाह ने कहा कि सरकार ने चार साल में अपने वादे पूरे करने के लिए काफी कदम उठाए हैं और एक साल अब भी बाकी है।  शाह ने विपक्ष पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि देश की राजनीति में चौंकाने वाला बदलाव हुआ है और प्रधानमंत्री के खिलाफ रहने वाले लोग झूठ फैलाकर हमेशा इसे जोर - जोर से बोलते रहते हैं। 

उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में कहा , ‘‘ मैं यह नई चीज देख रहा हूं और लगता है कि विपक्ष ने 2019 के चुनावों तक इसी रणनीति पर चलने का फैसला किया है .... इसका एक सूत्री एजेंडा ‘ मोदी हटाओ ’ का है जबकि भाजपा एवं मोदी कुव्यवस्था , भ्रष्टाचार और गरीबी मिटाना चाहते हैं ताकि स्थिरता एवं विकास कायम हो। ’’  एकजुट विपक्ष की चुनौती को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हुए उन्होंने कहा कि लोग चट्टान की तरह मोदी के साथ खड़े हैं और काम करने की प्रधानमंत्री की राजनीति वंशवाद , जातिवाद और तुष्टीकरण को बढ़ावा देने वालों पर भारी पड़ेगी।  सरकार पर झूठ फैलाने और मोदी पर प्रधानमंत्री पद की गरिमा कम करने के आरोप लगाने वाली कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि भाजपा केंद्र की उपलब्धियों के बाबत तथ्यों एवं आंकड़ों पर बहस करने के लिए तैयार है।  इन आरोपों को नकारते हुए शाह ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधा और कहा कि यूपीए के जमाने में प्रधानमंत्री पद की गरिमा सबसे निचले स्तर पर चली गई थी। उन्होंने कहा कि मोदी को कोई फैसला करने से पहले किसी से इजाजत लेने की जरूरत नहीं पड़ती।  उन्होंने कहा , ‘‘ प्रधानमंत्री पद की गरिमा के बारे में फैसला कांग्रेस नहीं करेगी। लोगों ने यह कर दिया है। उन्होंने 14 राज्यों में उसकी सरकारें बदल दी हैं। ’’ 

यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें 2019 में एकजुट विपक्ष या राहुल गांधी से कोई चुनौती दिखती है , इस पर शाह ने कहा कि कोई चुनौती नहीं है और सत्ता में भाजपा की वापसी निश्चित है।  शाह ने राहुल के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस का कोई नेता उनके बयान के समर्थन में नहीं आया और न ही शरद पवार , ममता बनर्जी या अखिलेश यादव जैसे विपक्षी नेताओं ने उनके बयान का समर्थन किया।  गौरतलब है कि राहुल ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान कहा था कि यदि कांग्रेस को जरूरी सीटें मिलीं तो वह प्रधानमंत्री बन सकते हैं।  यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार ने अपने वादे पूरे किए हैं , इस पर शाह ने एलपीजी सिलिंडर मुहैया कराने , मकान , बिजली और शौचालय बनवाने जैसी कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने 22 करोड़ परिवारों की जिंदगी को बदलने का सफल प्रयास किया है।  तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के एनडीए छोड़ने और शिवसेना से भाजपा से तनावपूर्ण रिश्ते के बारे में पूछने पर शाह ने कहा कि वह शिवसेना के साथ गठबंधन बनाए रखना चाहते हैं और जदयू सहित 11 नई पार्टियां एनडीए के साथ आई हैं।  उन्होंने उत्तर प्रदेश में सपा - बसपा से मिलने वाली संभावित चुनौती को भी नकारते हुए कहा कि मीडिया ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले ही ‘‘ दो लड़कों ’’ (अखिलेश और राहुल) की जोड़ी को विजेता घोषित कर दिया था , लेकिन भाजपा को शानदार जीत हासिल हुई। ’’ 

शाह ने यह भी कहा कि कर्नाटक में भाजपा को मिली 104 सीटें दक्षिण भारत में पार्टी के विस्तार के लिए शुभ संकेत है।  पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर उन्होंने कहा कि इससे निपटने के लिए सरकार दीर्घकालीन नीति पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि यूपीए के शासनकाल में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अभी जितनी ही थीं।  राम मंदिर विवाद पर शाह ने कहा कि भाजपा अदालत या संवाद के जरिए इस मुद्दे को सुलझाना चाहती है।  उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार सर्जिकल स्ट्राइक कर इस सरकार ने देश के दुश्मनों पर विजय पाने की अपनी राजनीतिक इच्छाशक्ति का प्रदर्शन किया है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि इस सरकार ने सत्ता में आते ही एक साल के अंदर लंबे समय से लंबित ‘ वन रैंक वन पेंशन ’ के मुद्दे का समाधान किया।  उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने काले धन पर रोक के लिये एक एसआईटी के गठन जैसे कई उपाय किये। वर्ष 2014 के चुनाव प्रचार के दौरान काले धन का मुद्दा भाजपा के कई अहम चुनावी मुद्दों में से एक था।  भाजपा अध्यक्ष ने कहा , ‘‘ मोदी सरकार संवेदनशील है और यह गांवों के विकास के लिये प्रतिबद्ध है। ’’ शाह ने यह उल्लेख किया कि ग्रामीण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने के साथ शहरी इलाकों पर भी उचित ध्यान दिया गया। 

लीबिया में गुप्त जेल से भागे लोगों को गोली मारी, 15 की मौत

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न्यूयॉर्क , 26 मई, डॉक्टर्स विदआउट बॉडर्स ने आज बताया कि मानव तस्करों द्वारा बंदी बनाकर रखे गए 100 से ज्यादा प्रवासी और शरणार्थियों को उत्तर पश्चिम लीबिया की गुप्त जेल से भागने के दौरान गोली मार दी गई। इस घटना में दर्जनों लोग हताहत हुए हैं।  अंतरराष्ट्रीय चिकित्सा संगठन ने कहा कि बुधवार रात हुई घटना में बचे लोगों ने बताया कि कम से कम 15 लोगों की मौत हुई है और तकरीबन 40 अन्य जख्मी हुए हैं। इनमें अधिकतर महिलाएं हैं।  संगठन ने बताया कि बानी वलीद शहर में बचकर भागे लोगों को फिर से बंदी बनाने के लिए अपहरणकर्ता और बंदूकधारी उनका पीछा कर रहे थे। ऐसे में सुरक्षा बलों , अस्पताल और नगर निकाय के कर्मियों ने उन्हें बचाने की कोशिश की।  उन्होंने बताया कि बचे हुए लोगों में अधिकतर इरिट्रिया , इथोपिया और सोमालिया के किशोर और किशोरी हैं जो यूरोप में शरण हासिल करने की कोशिश में थे।  संगठन ने बताया कि कुछ लोगों ने बताया कि उन्हें तीन साल से बंदी बनाकर रखा गया था। कई लोगों के शरीर पर प्रताड़ित करने के निशान भी साफ नजर आ रहे थे। 

ब्राजील की जेल में लगी आग, नौ नाबालिगों की मौत

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रियो डि जिनेरियो , 26 मई, ब्राजील के गोइनिया शहर में स्थित एक जेल में दंगाइयों ने एक गद्दे में आग लगा दी। इसके बाद वहां लगी आग में नौ नाबालिगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि जेल में 13 से 17 वर्ष के नाबालिगों को अस्थाई तौर पर रखा जाता है। गोएस के मानवाधिकार आयोग के वकील गिलीस सबैस्टियन गोम्ज ने बताया कि यह दंगा उस वक्त शुरू हुआ जब अधिकारी कुछ कैदियों को एक कोठरी से दूसरी कोठरी में स्थानांतरित कर रहे थे। गोम्ज नाबालिगों के परिजनों के संपर्क में हैं और उन्होंने बताया कि इस जेल की क्षमता केवल 50 लोगों की हैं, लेकिन इसमें 80-90 लोगों को रखा जाता है। उन्होंने कहा , ‘‘ कोठरियां छोटी हैं , इनमें क्षमता से अधिक कैदियों को रखा गया है और यहां कर्मचारियों की भी भारी कमी है।  सरकार ने मामले की जांच कराने और मृतकों के परिजनों को सहायता देने की घोषणा की है। 

अब रेलवे स्टेशनों के शौचालयों में सस्ते दामों में मिलेंगे नैपकीन और कंडोम

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नयी दिल्ली , 26 मई, रेलवे बोर्ड ने हाल ही में एक नयी शौचालय नीति को मंजूरी दी है जिसके तहत अब रेलवे स्टेशनों के अंदर और बाहर बने शौचालयों में न सिर्फ यात्रियों को बल्कि आसपास के क्षेत्र के लोगों को कम दामों में कंडोम और सैनेटरी नैपकीन मुहैया कराए जाएंगे।  नीति में कहा गया है कि स्टेशन परिसर के अंदर तथा बाहर शौचालयों की कमी के कारण आस पास के क्षेत्रों खासतौर पर झुग्गी बस्ती और गांवों में रहने वाले लोग अकसर खुले में शौच करते हैं जिससे गंदगी फैलती है और इससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं।  इसमें कहा गया , ‘‘ इन समस्याओं से निपटने के लिए रेलवे स्टेशन परिसरों का इस्तेमाल महिलाओं और पुरूषों के लिए अलग अलग शौचालय वाला सुविधा केन्द्र बनाने में करेगा। यहां मासिक धर्म से जुडी साफ सफाई तथा गर्भनिरोधक के इस्तेमाल की जानकारी दी जाएगी। ’’  नई नीति के अनुसार प्रत्येक सुविधा केन्द्र में कम दामों में महिलाओं को सैनेटरी नैपकीन और उसके निपटान की सुविधा तथा पुरूषों को कंडोम देने की सुविधा होगी।  नीति के तहत प्रत्येक स्टेशन में ऐसे दो केन्द्र होंगे। पहला स्टेशन के अंदर और दूसरा स्टेशन के बाहर जिससे इसका इस्तेमाल स्टेशन आने वाले और आस पास रहने वाले दोनों की प्रकार के लोग कर सके। इसके अलावा प्रत्येक केन्द्र में महिला , पुरूष और दिव्यांग जनों के लिए अलग अलग शौचालय होंगे।  इसमें कहा गया है कि 8500 स्टेशनों पर इस प्रकार की सुविधा कन्द्रों के निर्माण के लिए धन सीएसआर कोष से आएगा। 

प्लातिनी ने कहा, फीफा को अब उनका प्रतिबंध समाप्त कर देना चाहिए

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पेरिस, 26 मई, यूएफा के पूर्व अध्यक्ष माइकल प्लातिनी ने आज कहा कि उन्हें उम्मीद है कि फीफा में इतनी ‘शिष्टता’ होगी कि वह उन पर विश्व फुटबाल संस्था द्वारा लगाये गये प्रतिबंध को हटा देगा।  उन्होंने  कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि फीफा में मेरे निलंबन को हटाने का साहस और शालीनता होगी। ’’  प्लातिनी पर चार साल का प्रतिबंध लगाया गया था जो अक्तूबर 2019 में समाप्त हो जायेगा। उन्हें 2011 में फीफा से उस काम के लिये 20 लाख डालर का भुगतान किया गया था जो उन्होंने एक दशक पहले किया था और इस करार के लिये कोई अनुबंध भी मौजूद नहीं था।  फीफा के तब के प्रमुख सेप ब्लाटर ने इस भुगतान को अधिकृत किया था। ब्लाटर भी अभी प्रतिबंधित हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अगर ऐसा नहीं होता है तो मेरे कानूनी सलाहकार यह सुनिश्चित करने के लिये जरूरी कदम उठायेंगे कि फीफा द्वारा लगाया निलंबन हट जाये। यह नाटक अभी खत्म नहीं हुआ है। ’’ 

राजनीतिक बहस मोदी बनाम अराजकतावादी गठजोड़ पर केंद्रित होगी : जेटली

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नयी दिल्ली , 26 मई, केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली ने आज कहा कि आगे बढ़ने की आंकाक्षा रखने वाला भारत हताश राजनीतिक दलों के अराजक गठजोड़ को स्वीकार नहीं करेगा। ये दल अगले आम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ मिलकर लड़ने के लिये साथ आने का वादा कर रहे हैं।  उन्होंने कहा कि इस साल बहस का राजनीतिक एजेंडा अब नरेंद्र मोदी बनाम ‘ अराजकतावादियों का गठजोड़ ’ होगा। जेटली ने फेसबुक पर लिखा है , ‘‘ हताश राजनीतिक दलों का एक समूह साथ आने का वादा कर रहा है। उनके कुछ नेता तुनक मिजाज हैं। अन्य मौके के हिसाब से अपने विचारों को बदलते हैं। टीएमसी , द्रमुक , तेदेपा , बसपा और जनता दल (एस) जैसे उनमें से कइयों के साथ सत्ता में हिस्सेदारी करने का भाजपा को अवसर मिला। वे बार - बार अपने राजनीतिक रुख में बदलाव लाते हैं। ’’  मंत्री ने कहा कि गतिशील लोकतंत्र के साथ आगे बढ़ने की आकांक्षा रखने वाला कभी भी अराजकतावादियों को आमंत्रित नहीं करता। एक मजबूत देश तथा बेहतर राजकाज की जरूरतें अराजकता को पसंद नहीं करती। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल भाजपा के साथ 2019 में होने वाले लोक सभा चुनावों में दो - दो हाथ करने के लिये एक गठबंधन बनाने की कोशिश कर रहे हैं। 

वह लिखते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोटाला मुक्त सरकार दी है और उनके पाचवें वर्ष में जोर नीतियों और कार्यक्रमों को सुदृढ़ करने पर होगा।  जेटली का इस महीने की शुरूआत में किडनी प्रतिरोपण हुआ और और कल उन्हें आईसीयू से बाहर निकाला गया है।  उन्होंने कहा कि देश का मिजाज पिछले चार साल में निराशा से उम्मीद और आगे बढ़ने की आकांक्षा में तब्दील हुआ है।  जेटली ने कहा , ‘‘ बेहतर राजकाज और अच्छे अर्थशास्त्र में अच्छी राजनीति का मिश्रण होता है। इसका परिणाम यह हुआ है कि भाजपा को आज अधिक भरोसा है। पार्टी का भौगोलिक आधार व्यापक हुआ है , सामाजिक आधार बढ़ा है और उसके जीतने की क्षमता काफी बढ़ी है। ’’  कांग्रेस की आलोचना करते हुए जेटली ने कहा कि पार्टी सत्ता से दूर रहकर हताश है।  उन्होंने लिखा है , ‘‘ भारतीय राजनीति में एक समय महत्वपूर्ण स्थिति में रही पार्टी आज हाशिये की ओर बढ़ रही है। उसकी राजनीतिक स्थिति एक मुख्य धारा वाली पा र्टी जैसी नहीं बल्कि उस तरह की है जिसे हाशिये पर खड़ा कोई संगठन अपनाता है। हाशिये पर खड़ा संगठन कभी भी सत्ता में आने की उम्मीद नहीं कर सकता। ’’  जेटली ने कहा , ‘‘ उसकी अब यह उम्मीद बची है कि वह क्षेत्रीय दलों का समर्थक बने। राज्य स्तरीय क्षेत्रीय राजनीतिक दलों ने यह माना है कि हाशिये पर खड़ी कांग्रेस एक कनिष्ठ भागीदार बेहतर हो सकती है। ’’

सरकार के चार साल : जरूरी वस्तुओं के दाम काबू में लेकिन पेट्रोल, डीजल के दाम से राह कठिन

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नयी दिल्ली, 26 मई, मोदी सरकार के पिछले चार साल के कार्यकाल में आटा, चावल जैसी जरूरी उपभोक्ता वस्तुओं के दाम इनके न्यूनतम समर्थन मूल्य में हुई वृद्धि को देखते हुये ज्यादा नहीं बढ़े। सरकारी उपायों से दाल-दलहन उतार-चढ़ाव के बाद पहले के स्तर पर आ गये, चीनी के दाम 10 प्रतिशत नीचे हैं।  लेकिन ब्रांडेड तेल, साबुन जैसे रोजमर्रा के इस्तेमाल वाले विनिर्मित उत्पादों में इस दौरान आठ से 33 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। हालांकि, पिछले कुछ महीने से पेट्रोल, डीजल के दाम लगातार बढ़ने से महंगाई को लेकर सरकार की आगे की राह कठिन नजर आती है। दिल्ली में पेट्रोल 78.01 रुपये और डीजल का दाम 68.94 रुपये के आसपास पहुंच गया है। देश के कुछ राज्यों में पेट्रोल का दाम 80 रुपये लीटर को पार कर चुका है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम तेजी से बढ़ने, अमेरिका द्वारा इस्पात और एल्यूमीनियम जैसे उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ाने और बदलती भू-राजनीतिक परिस्थितियों के चलते आने वाले दिनों में महंगाई को लेकर सरकार की राह कठिन हो सकती है।  वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों में भी महंगाई में नरमी के बाद मजबूती का रुख दिखा है। मई 2014 में थोक मुद्रास्फीति 6.01 प्रतिशत और खुदरा महंगाई 8.28 प्रतिशत थी। इसके बाद मई 2017 में थोक मुद्रास्फीति 2.17 और खुदरा मुद्रास्फीति 2.18 प्रतिशत रही। अब अप्रैल 2018 में इसमें वृद्धि का रुख दिखाई दे रहा है और थोक मुद्रास्फीति 3.18 प्रतिशत और खुदरा मुद्रास्फीति 4.58 प्रतिशत पर पहुंच गई।

मोदी सरकार ने पिछले साल एक जुलाई से देश में माल एवं सेवाकर (जीएसटी) लागू किया। जीएसटी के तहत खुले रूप में बिकने वाले आटा, चावल, दाल जैसे खाद्यान्नों को कर मुक्त रखा गया जबकि पैकिंग में बिकने वाले ब्रांडेड सामान पर पांच अथवा 12 प्रतिशत की दर से जीएसटी लगाया गया। एक सामान्य दुकान से की गई खरीदारी के आधार पर तैयार आंकड़ों के मुताबिक मई 2014 के मुकाबले मई 2018 में ब्रांडेड आटे का दाम 25 रूपये किलो से बढ़कर 28.60 रुपये किलो हो गया। खुला आटा भी इसी अनुपात में बढ़कर 22 रुपये पर पहुंच गया। यह वृद्धि 14.40 प्रतिशत की रही। हालांकि, चार साल में गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 19.65 प्रतिशत बढ़कर 1735 रुपये क्विंटल पर पहुंच गया। चावल के दाम में कुछ तेजी दिखती है। पिछले चार साल में चावल की विभिन्न किस्म का भाव 15 से 25 प्रतिशत बढ़ा है जबकि सामान्य किस्म के चावल का एसएसपी इस दौरान 14 प्रतिशत बढ़कर 1550 रूपये क्विंटल रहा है।  खुली बिकने वाली अरहर दाल इन चार सालों के दौरान 75 से 140 रुपये तक चढ़ने के बाद वापस 75 से 80 रुपये किलो पर आ गई। नेशनल काउंसिल आफ एपलायड इकोनोमिक रिसर्च (एनसीएईआर) की फैलो बोरनाली भंडारी ने महंगाई के मुद्दे पर कहा कि 2017- 18 इस मामले में नरमी का साल रहा। खाद्य मुद्रास्फीति में गिरावट रही लेकिन फल एवं सब्जियों में तेज घट-बढ देखी गई। खाद्य पदार्थों की महंगाई मानसून की चाल पर निर्भर रहती है। एनसीएईआर की ताजा रिपोर्ट के अनुसार 2017-18 में खाद्य महंगाई दो प्रतिशत रही जो कि 2016-17 में चार प्रतिशत थी। अनाज के दाम मामूली बढ़े जबकि दलहन, मसालों में इस दौरान महंगाई कम हुई। केवल सब्जियों के दाम में तेजी रही। 

पीएचडी उद्योग मंडल के मुख्य अर्थशास्त्री एस.पी. शर्मा का भी कहना है कि पिछले चार साल के दौरान आटा, चावल, दाल जैसी जरूरत वस्तुओं के दाम सरकारी प्रयासों के चलते ज्यादा नहीं बढ़े हैं लेकिन सब्जियों के दाम में इस दौरान काफी उतार चढ़ाव रहा। प्याज, टमाटर जैसी सब्जियों के दाम कभी 10-15 रुपये किलो तो कभी 100 रुपये किलो तक ऊपर पहुंच गये। इस पर नियंत्रण होना चाहिये। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक सरकार ने दालों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिये पिछले कुछ सालों में अरहर, उड़द, चना के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 24 से लेकर 38 प्रतिशत तक की वृद्धि की है। इसके बावजूद दालों के खुदरा दाम चार साल की समाप्ति पर पूर्वस्तर के आसपास ही टिके हैं।  पिछले चार साल में खुली चीनी का खुदरा दाम 35 रुपये से लेकर 40 रुपये और फिर घटकर 31 रुपये किलो रह गया। धारा रिफाइंड वनस्पति तेल आलोच्य अवधि में 120 रुपये से 8.33 प्रतिशत बढ़कर 130 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया। सरसों तेल की एक लीटर बोतल 10 प्रतिशत बढ़कर 105 रुपये हो गई। ब्रांडेड टाटा नमक की यदि बात की जाये तो चार साल में यह 6.66 प्रतिशत बढ़कर 16 रूपये किलो हो गया।  डिटोल साबुन (तीन टिक्की) का पैक आलोच्य अवधि में सबसे ज्यादा 33 प्रतिशत बढ़कर 150 रुपये हो गया। कुछ ब्रांडों के दाम 50 प्रतिशत तक भी बढ़े हैं।  हल्दी, धनिया, मिर्च में ब्रांड के अनुसार भाव ऊंचे नीचे रहे लेकिन इनमें घटबढ़ ज्यादा नहीं रही। धनिया पाउडर का 200 ग्राम पैक इन चार सालों के दौरान 35 से 40 रूपये के बीच बना रहा। हल्दी पाउडर भी इस दायरे में रहा। देशी घी का दाम जरूर इस दौरान 330 रुपये से बढ़कर 460 रुपये किलो पर पहुंच गया। आम खुदरा मंडी में मई 2018 में आलू 20 रुपये किलो, प्याज 20 रुपये किलो और टमाटर 10 रुपये किलो में बिक रहा है। 

पी यू सी एल की ओर से पूर्व अध्यक्ष को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।

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दुमका (आर्यावर्त डेस्क) दुमका पी यू सी एल की एक बैठक जोहार में पी के हेम्ब्रम की अध्यक्षता में हुई । पी यू सी एल केंद्रीय समिति के सदस्य  व दुमका के पूर्व अध्यक्ष फादर सोलोमन का  स्थानान्तरण  रांची  हो जाने पर उनके सम्मान में एक विदाई समारोह का आयोजन किया गया । सदस्यों ने उन्हें अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया और उनके कार्यकाल में किये गए कार्यो की प्रशंसा की । इस कर्यक्रम में पी यू सी एल के अरविंद वर्मा ,सुमिता सिंह, अन्नू , छबि बागची, किरण तिवारी ,सुमंगल ओझा, सी एन मिश्रा, रंजन कुमार सिन्हा, शैलेंद्र कुमार सिन्हा, सामुएल सोरेन, संगीता कुमारी ,सूर्यप्रकाश ,संजय पाठक ,राधेश्याम भगत, महेन्द्र राऊत, शकुंतला दूबे, सुरेश कुमार दास, मारियानुस मिंझ, फादर बर्नार्ड इत्यादि मौजूद थे।  

दुमका : आदिवासी कार्यकर्ता सम्मेलन के रुप में झाविमों ने किया आसन्न विस चुनाव का आगाज

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) आदिवासियों के बीच खोई प्रतिष्ठा को प्राप्त करने, भाजपा को उखाड़ फेंकने व झाविमों के नेतृत्व में अगली सरकार बनाने की कवायद में बाबूलाल मराण्डी ने जिलास्तर पर आदिवासी महासभा का आयोजन करना अभी से ही शुरु कर दिया है। दुमका के आउटडोर स्टेडियम में दिन शनिवार (26 मई 18) की देर शाम पूर्व मुख्यमंत्री व झाविमांे सुप्रिमों बाबूलाल मराण्डी ने विकास के नाम पर केन्द्र की मोदी सरकार व सूबे की रघुवर सरकार को आड़े हाथों लिया। श्री मराण्डी ने कहा अगली पंक्ति में झारखण्ड अलग राज्य की लड़ाइ्र्र में शामिल आदिवासियों को अभी तक बरगलाया ही जाता रहा। दो वर्ष चार महीनें की उनकी सरकार के बाद आज तक किसी सरकार ने आदिवासियों के हक-हकुक के लिये नहीं सोंचा। किसी सरकार ने कोई काम नहीं किया। इस राज्य के आदिवासियों के अच्छे दिन तभी आएंेंगे जब झाविमांे की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा अडानी, अंबानी जैसे पूँजीपतियों के लिये ही केन्द्र व राज्य की सरकारें सोंचा करती है। ऐसे पूँजीपतियों को सरकार का संरक्षण प्राप्त है। श्री मराण्डी ने कहा  अभी तक 35 लाख हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण के बाद विस्थापितों के पुर्नवास की व्यवस्था नहीं हो पायी है। उन्हें वाजिब मुआवजा नही ंमिल पाया है। हजारों गाँव व लाखों लोग विस्थापित हैं। विस्थापन व पुर्नवास आयोग का गठन न कर सरकार फिर से लोगों को उजाड़ने का काम कर रही है। केन्द्र व राज्य सरकार की विकास विरोधी नीतियों से गाँव‘-गाँव तक लोगों को अवगत कराते रहने की जरुरत है। श्री मराण्डी ने का कागजों पर ही योंजनाएँ बनायी जा रही हैं। अपने भाषणों में पीएम मोदी झारखण्ड सरकार की नीतियों का खुलकर समर्थन करते हैं किन्तु विकास किस चिड़िया का नाम है यहाँ कोई नहीं जानता। श्री मराण्डी ने कहा चाहे शिक्षा की बात हो या फिर चिकित्सा की। सरकार हर मोर्चे पर फेल्योर रही है। उन्होंने कहा भविष्य में यदि उनकी सरकार बनी तो उच्चस्तरीय शिक्षा के लिये सरकार अपने खर्च पर बिद्यार्थियों को पढ़ने की सुविधाएँ प्रदान करेंगी। इससे पूर्व प्रदीप यादव ने कहा कि साढ़े चार वर्षों के कार्यकाल में मोदी व चार वर्षों के कार्यकाल में रघुवर सरकार ने कुछ भी नहीं किया। भूमि अधिग्रहण कानून 2013 को बदलने का प्रयास इस सरकार ने किया। मोदी ने जितनी भी योजनाएँ बनायी सभी पूँजीपतियों के लिये बनाई। आम आदमी को झुनझुना पकड़वा दिया। आदिवासियों का आहवान करते हुए कहा कि भविष्य में जबभी झाविमों की सरकार बनती है वर्ष 1936 को ही आधार वर्ष बनाऐगी। श्री यादव ने कहा मोदी अमित साह लुटेरे हैं। वर्ष 2016-17 में फसल बीमा के नाम पर बतौर प्रिमियम केन्द्र की सरकार ने 14 हजार करोड़ रुपये जमा करवा लिये। एसपीटी व सीएनटी एक्ट यहाँ के निवासियों के लिये रक्षा कवच है। एसपीटी एक्ट में परिवर्तन झाविमों बर्दाश्त नहीं करेगी। पूर्व शिक्षा मंत्री बंधु तिर्की, पूर्व विधायक मिस्त्री सोरेन, छोटू मुर्मू, अंजुला मुर्मू, व अन्य ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किये। झाविमों केन्द्रीय समिति सदस्य पिंटु अग्रवाल, धर्मेन्द्र सिंह उर्फ बिट्टू सिंह, मो0 जीमल, विवेकानन्द राय व अन्य सक्रिय कार्यकर्ता इस अवसर पर उपस्थित थे। दुमका जिला अन्तर्गत तमाम 206 पंचायतों के आदिवासी कार्यकर्ता व आम जनता बाबूलाल मरांडी को सुनने आए थे। 

दरभंगा : छात्रों को रोजगार उपलब्ध कराएगा विश्वविद्यालय

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दरभंगा (आर्यावर्त डेस्क) 26 मई  : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय छात्रों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए मुहिम चलाने का निर्णय लिया है. इसके लिए टेलीकॉम क्षेत्र में प्रशिक्षण के साथ छात्रों को हजारो रुपया प्रति माह राशि भी मिलेगी. ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय का त्रिस्तरीय पार्टनरशिप के तहत स्कूल गुरु तथा टीमलीज के साथ समझौता हुआ है. इसके लिए 2-3 जून को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए विशेष अभियान चलाएगी. इसके लिए स्नातक अथवा परास्नातक छात्र भाग ले सकते है. छात्रों को टेलिकाम क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया जाएगा. प्रशिक्षण के दौरान प्रथम वर्ष में दस हजार सात सौ रुपये प्रति माह, द्वितीय वर्ष में ग्यारह हजार सात सौ सत्तर रुपया प्रति माह तथा तृतीय वर्ष में बारह हजार नौ सौ सैतालिस रुपया प्रतिमाह राशि भी प्राप्त होगी. काम के साथ-साथ प्रशिक्षण योजना के तहत टीमलीज स्किललिंग विश्वविद्यालय छात्रों को प्रशिक्षित करेगी. तीन वर्षों तक प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके लिए पंजीकरण प्रारम्भ है. इस योजना में प्रशिक्षित छात्रों को प्रशिक्षण स्थल पर रियायती मूल्य पर ठहराव की भी सुविधा दी जाएगी. इस आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन में आधार कार्ड, दो फोटो तथा शैक्षणिक प्रमाण पत्र लगेगा. इस योजना के तहत पांच सौ छात्रों का प्रशिक्षण के लिए चुनाव होगा. यह योजना नियमित तथा दूरस्थ दोनो माध्यम के छात्रों के लिए उपलब्ध है. यह योजना पहली बार बिहार के किसी विश्वविद्यालय में प्रारंभ होने जा रहा है. इस योजना के मूर्त रूप लेने से यहा के छात्रों को रोजगार उपलब्ध होने में काफी सुविधा होगी. कुलपति प्रो. एस.के. सिंह का प्रयास है कि यहां के हर छात्र को रोजगार मिले या स्वरोजगार करे.

दरभंगा : ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होगा विश्वविद्यालय : कुलपति

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  • एलएनएमयू में स्थापित होगा पाण्डुलिपि संरक्षण केन्द्र

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दरभंगा (आर्यावर्त डेस्क) 27 मई :ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि सौर ऊर्जा के क्षेत्र में विश्वविद्यालय आत्मनिर्भर होगा. आज इस दिशा में विश्वविद्यालय की ओर से एक कदम बढ़ा दिया गया है. आज कुलपति प्रो. सिंह की मौजूदगी में प्रतिकुलपति प्रो. जयगोपाल ने सौर ऊर्जा का शुभारंभ किया. सनद रहे कि पूरे परिसर में सौर ऊर्जा का पैनल लगाया गया है. जिसके चलते पूरा परिसर शाम होते ही दुधिया बल्भ की रौशनी में चकाचौंध हो रहा था. इस अवसर पर प्रो. सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय में 100 किलो वाट बिजली उत्पादन हेतु सोलर प्लांट लगाने की योजना है. इस प्लांट के चालू हो जाने से विश्वविद्यालय को लाखों रूपये की बजत होगी. आज ही कुलपति ने राष्टÑीय पाण्डुलिपि मिशन नई दिल्ली ने ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में पाण्डुलिपि संरक्षण केन्द्र की स्थापना के लिए सहमति प्रदान की. इस संबंध में विश्वविद्यालय को आज सहमति पत्र प्राप्त हो गया. कुलपति ने आगे बताया कि राष्ट्रीय पाण्डुलिपि मिशन द्वारा इस योजना के तहत दो वर्षों तक 7 लाख प्रति वर्ष के हिसाब से सहायता प्रदान की जाएगी.

कुंभ 2019 के दौरान तीर्थयात्रियों के स्‍वागत के लिए रेलवे हो रहा तैयार

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इलाहाबाद, 26 मई, तीर्थराज प्रयाग में कुंभ 2019 के लिए उत्‍तर मध्‍य रेलवे (उमरे) विभिन्‍न परियोजनाओं पर तीव्र गति से कार्य कर रहा है। उत्‍तर मध्‍य रेलवे के महाप्रबंधक एम सी चौहान ने आज कहा, “कुंभ मेला के लिए काम पूरी रफ्तार से किये जा रहे हैं और निर्धारित समय सीमा में पूरे हो जाएंगे। परियोजनाओं को एक योजनाबद्ध तरीके से निष्पादित किया जा रहा है और कार्यों की प्रगति की निगरानी उच्चतम स्तर पर नियमित रूप से की जा रही है।” उन्होंने कहा, “हम अगले वर्ष कुंभ मेले के दौरान तीर्थयात्रियों को सुरक्षित और सुगम परिवहन सेवा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” उन्होंने कहा कि उमरे द्वारा अगले वर्ष इलाहाबाद में आयोजित होने वाले कुंभ मेले में सबसे बड़े मानव समागम में आने वाले श्रद्धालुओं को अपग्रेड एवं बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। इलाहाबाद जंक्‍शन के सीटी साइड में 9050 वर्गमीटर में चार आश्रय स्‍थल तैयार कराये जा रहे है। कुंभ 2013 में 4600 क्षेत्रफल वर्गमीटर बनाये गये चार आश्रय स्‍थलों की तुलना में इस बार आश्रय स्थल लगभग दो गुना बड़े हैं। उन्होंने बताया कि इन चार आश्रय स्‍थलों में श्रद्धालुओं के लिए शेल्‍टर, शौचालय एवं वॉशवेसिन, खाने पीने की वस्‍तुओं के स्‍टाल, पानी के बूथ, टिकट काउन्‍टर, ट्रेन डिस्‍पले बोर्ड, एल.सी.डी. टीवी, मोबाइल चार्जिग प्‍वाइंट, पबल्कि एड्रेस सिस्‍टम एवं सी.सी. टीवी आदि विभिन्‍न सुविधाएं उपलब्‍ध होंगी। इलाहाबाद जंक्‍शन पर यात्रियों के विभिन्‍न प्‍लेटफार्मों पर आवागमन को सुगम बनाने की दृष्टिगत दो फुट ओवर ब्रिजों को जोडने वाले 134 मीटर लम्‍बे स्‍काईवॉक का निर्माण किया जा रहा है। इस कार्य को अक्‍टूबर 2018 तक पूरा होने का लक्ष्‍य निर्धारित किया गया है। इलाहाबाद स्‍टेशन पर वशेबुल एप्रन सहित नये प्‍लेटफार्म संख्‍या 11 के निर्माण कार्य को तेजी से किया जा रहा है जो अगले माह तक इसके पूर्ण होने की सम्‍भावना है।

श्री चौहान ने बताया कि लाईन शाह बाबा पर बने 6 मीटर चौड़े पुल को चौडा कर 12 मीटर चौड़ा कर दिया गया है और अब यह सार्वजनिक उपयोग के लिए खुला है। इलाहाबाद जंक्‍शन के दिल्ली के छोर पर एक और एफओबी (100.6 मीटर गुणा 6.1 मीटर) भी बनाया जा रहा है। इसे अक्टूबर 2018 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। सीटी साइड स्टेशन क्षेत्र में सुचारू आवागमन करने के लिए, प्रवेश द्वार के निर्माण के साथ सभी प्रवेश द्वारों की सड़कों को भी चौड़ा किया जा रहा है। विभिन्न प्लेटफार्मों पर लगभग 200 अतिरिक्त आरसीसी / स्टील बेंच उपलब्ध कराए गए हैं और कुंभ मेला से पहले और 500 बेंच उपलब्‍ध कराये जाने की योजना है। सुबेदारगंज स्टेशन को टर्मिनल स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। प्लेटफार्म संख्‍या एक को विस्‍तारित कर दिया गया है और नई स्टेशन बिल्डिंग और पीआरएस के साथ एक और प्‍लेटफार्म संख्या चार के चल रहे निर्माण कार्यों के अक्टूबर 2018 तक पूरा होने का लक्ष्य है। इलाहाबाद छिवकी स्टेशन सेटलाइट स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है और यात्री सुविधाओं में उल्‍लेखनीय सुधार किया गया है। स्टेशन पर जाने वाले यात्रियों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने के दृष्टिगत आरसीसी नाली के साथ एक नई 1240 मीटर लंबी सड़क का निर्माण भी किया गया है। रेलवे प्रशासन इलाहाबाद शहर और आसपास के इलाकों में सड़क और रेल आवागमन को सुलभ करने के लिए सभी प्रयास कर रहा है। शहर में आठ रोड ओवर ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है और छह रोड अंडर ब्रिजों को चौड़ा किया जा रहा है। रोड ओवर ब्रिजों का निर्माण पानी की टैंकी, बेगम बाज़ार, नैनी, मनौरी, भीरपुर-करछना, रामबाग, एमएनएनआईटी और फूलपुर में किया जा रहा है। सीएमपी डिग्री कॉलेज, कुंदन गेस्ट हाउस, शिवकुटी-तेलियागंज, दारागंज के पास और सोहबतियाबाग में दो रोड अन्‍डर ब्रिजों की चौड़ाई बढ़ाई जा रही है। इन सभी कार्यों को निर्धारित लक्ष्यों के अनुरूप पूरा किया जाएगा।

गरीबो की ताकत है श्रम : रनसिंह परमार

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  • श्रमदान शिविर के दूसरे दिन एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष समुचे गांव व शिविरार्थियों के साथ मिल कर नदी में किया श्रमदान 

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खुरई, (सागर).एकता परिषद सागर इकाई  के द्वारा आयोजित श्रम शिविर पिठोरिया मे शिविरार्थियों को सम्बोधित करते हुए एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रनसिंह परमार ने कहा कि गरीबों की ताकत श्रम है,  श्रम की ताकत से बड़ा काम भी छोटा लगता है ,अगर गांव में पानी की परेशानी है और सरकार हल नहीं कर पा रही तो गांव के लोग संगठित होकर पानी का स्त्रोत उत्पन करने की ताकत रखते है.  पिठोरिया गांव के बरसाती नदी पर श्रमदान शिविर के दूसरे दिन परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ नदी में समुचे गांव व शिविरार्थियों ने मिल कर श्रमदान किया।  इस मोके पर पधारे एडवोकेट रमन जैन ने कहा कि गांव में लोगों को विभाजित कर के रखा गया है गांव संगठित हो सरकार को प्रशासन  को वोट  की ताकत से झुकाकर अपनी समस्या को हल करा सकते।  एकता परिषद के राष्ट्रीय सदस्य संतोष भाई योजनाओं और अपने अधिकारों के संबंध शिविरार्थियों को जानकारी दी। इस श्रमदान शिविर में सिहोर, रायसेन, विदिशा एवं सागर जिले के सौ नौजवान और बड़ी संख्या में तीस गांव के लोगों ने भाग लिया। एकता परिषद सागर के जिला संयोजक प्रमोद गोड, विदिशा के  मनोज कुमार सोर, रायसेन के  सरस्वती उइके , सिहोर के राकेश रतन सिंह, शान्ति कुशवाहा, खिलान सिंह ,पुरन भाई, भंवर लाल भी भाग लिया।  शिविर का संचालन एकता परिषद के प्रांतीय समन्यक दीपक ग्रवाल ने किया। 

बिहार : सीढ़ी पर बैठकर प्रार्थना करने वाले कर्मियो को मिलेगा भव्य चर्च

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  • इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में 'संत टरेसा चर्च 'की पड़ी बुनियाद
  • बिहार में संत टरेसा का नाम  से बनने वाला अकेला चर्च 

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पटना. बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष  सिसिल साह हैं. बिहार में सत्ता से बाहर रहकर भी ईसाइयों की ज्वलंत समस्याओं को मुखर रूप से उठाते रहते हैं.इसके परिणाम स्वरूप इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में कार्यरत क्रिश्चियन नर्सेंज व कर्मियों को 'संत टरेसा चर्च'के नाम से गिरजाद्यर मिलेगा. चर्च डेढ़ कट्टा में बनेगा. मिलकर चर्च 32 परिवार के लोग बनाएंगे. अभी तक सीढ़ी पर बैठकर संस्थानकर्मी प्रार्थना करते थे.सही मायने में प्रार्थना व्यक्तिगत नहीं होती है.पृथ्वी पर रहने वाले लोगों के लिये दुआ की जाती है. खासकर दवा देने वाली नर्सेज संस्थान में भर्ती  और अन्य रोगियों के लिये भी दुआ करती हैं. अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष सिसिल साह ने कहा कि सेवा केन्द्र के निदेशक फादर अमल राज संस्थान की सीढ़ी पर बैठकर प्रार्थना का नेतृत्व किया करते थे. फादर अमल से विस्तार से बातचीत कर यह निर्णय लिया गया कि सी.एम.नीतीश कुमार को परिसर में जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया जायं. उन्होंने कहा कि सी.एम.बिहार को प्रेषित पत्र पर उनका सकारात्मक सोच सामने पेश किया गया. उसका प्रतिफल सामने है. इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के नर्सेज होस्टल के पास "संत  टरेसा चर्च "बनेगा. इसकी बुनियाद समारोह में   फादर अमलराज, फादर प्रेम प्रकाश, माननीय डायरेक्टर श्री विस्वास जी, श्री राज भाई एवं रंजीत भाई आदि उपस्थित थे. फादर अमलराज ने क्रिश्चियन नेता सिसिल साह की जमकर प्रशंसा की.इनकी भविष्य उज्जवल हो कामना की है.

सामुदायिक भवन का उद्घाटन विधायक डॉ. संजीव चौरसिया के करकमलों से बिंदटोली में

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पूर्व मध्य रेल परियोजना से लोग हैं विस्थापित 
  • दो साल से अधिक दिनों बाद भी  पुर्नवासित जमीन का मालिकाना हक नहीं दिया

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पटना. कई दशक से गंगा किनारे दीद्या बिंदटोली में बिंद समुदाय के लोग रहते थे.यह क्षेत्र दीद्या थाना और नकटा दिराया ग्राम पंचायत में पड़ता है.यहां के कुछ लोगों के पास रैयती जमीन थी,जिसे माननीय पटना उच्च न्यायालय के विद्वान न्यायाधीश ने नहीं माना.इसके कारण संपूर्ण दीद्या बिंदटोली के लोगों को पूर्व मध्य रेल परियोजना की सुरक्षा तटबंध निर्माण के लिये विस्थापित होना पड़ा.इनको कुर्जी दियारा क्षेत्र में पुर्नवासित कर दी गयी. अब भी नकटा दियारा के ही मतदाता हैं. खैर, कुर्जी दियारा में पुर्नवासित हैं. यहां के निवासी यदु महतो कहते हैं कि जहां पर हम बिंद समुदाय के लोग रहते हैं वहां काफी गढ्डा है.दीद्या विधान सभा के विधायक डॉ.संजीव चौरसिया ने प्रशासन से कहा कि मिट्टी भरवाकर ही लोगों को बसाये.विधायक की बात को अनसुनी कर लोगों को गढ्डा में ही बसा दिया.जहां प्रत्येक साल बाढ़ आने की संभावना बनी रहती है.इसके नजर पप्पू यादव नामक सामाजिक कार्यकर्ता ने मिट्टी भराई का कार्य करवाया. मजे की बात है कि विस्थापितों को पुर्नवासित पर्चा और जमीन पर मालिकाना हक नहीं मिला है. इस ओर विधायक को कदम उठाने की जरूरत है.विधायक फंड से  बिंदटोली में सामुदायिक भवन बना है. इसका उद्घाटन विधायक डॉ. संजीव  चौरसिया जी के करकमलों से हुआ.  मौके पर नकटा ग्राम पंचायत के मुखिया भागीरथ यादव,पूर्व मुखिया अशोक, पूर्वी दीद्या मंडल अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव,जिला मंत्री संजय राय, प्रवक्ता अरविंद कुमार वर्मा, मनोज, पुरूषोत्तम, इंद्रजीत, भुनेश्वर के साथ अन्य लोग उपस्थित थे.

दुमका : काम कोई भी छोटा-बड़ा नहीं होता, इच्छाशक्ति होनी चाहिए-हरिओम लिट्टी भंडार

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) एक जमाना था, जब सत्तु, लिट्टी-चोखा गरीबों, दीन-दलितों के भोजन के रुप में मान्य था। सम्पन्न घरानों, उँचे ओहदे वाले लोगों व नौकरी-पेशा कर्मी खेतों में काम करने वाले मजदूरों, दिहाड़ियों के लिये विशेष तौर पर इसकी व्यवस्था रखा करते थे। समय के साथ-साथ सबकुछ बदलता चला गया। बड़े-बड़े होटलों, पार्टी, फंक्शन्स में अब लिट्टी-चोखा सम्मान की नजर से देखा जाने लगा है। पार्टियों में अलग-अलग डिस की लिस्ट में लिट्टी-चोखा ने भी अपना स्थान सुरक्षित बना लिया है। उप राजधानी दुमका के वीर कुँवर सिंह चैक के नीचे हरिओम लिट्टी भंडार खासा चर्चित है। हरिओम लिट्टी भंडार के मालिक संजय महतों की दूकान पर दोपहर से देर शाम तक शुद्ध घी बने लिट्टी-चोखा खाने वालों की भीड़ लगी रहती है। हरिओम लिट्टी भंडार के मालिक संजय महतों का कहना है- उनके बनाए लिट्टी की मांग काफी है। बिना घी लिट्टी जहाँ एक ओर 10 रुपये प्रति हैं वहीं शुद्ध घी मिला लिट्टी 15 रुपये प्रति एक। यदि आप आजमाना ही चाहते हैं तो फिर आइये हरिओम लिट्टी भंडार और खाईये दो लिट्टी। मस्त होकर जाऐंगे। हरिओम लिट्टी भंडार के मालिक संजय महतों अपने पुत्र संदीप के साथ इस कारोबार को लगातार बढ़ा रहे हैं। दुमका में दूकान खोले मात्र दो ही वर्ष हुए हैं किन्तु इन दो वर्षों के दरम्या नही इनके बनाए लिट्टी की मांग दूर-दूर तक होने लगी है। लोग शौक से लिट्टी पैक करवाते हैं और घरों मे खाते हैं। लिट्टी के साथ आलू / बैगन का चोखा, प्याज व सरसों-पुदिना का चटनी। कोच, गया (बिहार) के रहने वाले हरिओम लिट्टी भंडार के मालिक संजय महतों पहले भागलपुर के माँ अन्नपूर्णा ट्रान्सपोर्ट एजेन्सी में काम किया करते थे। 15 वर्षों तक भागलपुर में ही उनका रहना हुआ। बाल-बच्चा, परिवार के लालन-पालन में जब कठिनाई होने लगी तो उन्होंने भागलपुर छोड़ देना ही बेहतर समझा।  माँ अन्नपूर्णा ट्रान्सपोर्ट एजेन्सी के जीएम पी के सुल्तानिया के वे बड़े आभारी हैं जिन्होंने लिट्टी-चोखा बनाने की तरकीबें सिखाई। वे हमेशा कहा करते थे, हाथ में हुनर हो तो इंसान कहीं भी भूख नहीं मर सकता। पी के सुल्तानियाँ वैसे लिट्टी के बड़े शौकीन थे। श्री  सुल्तानिया के साथ रहते-रहते संजय ने इस कला में महारथ हासिल कर ली। दुमका जैसे छोटे शहर में उसनें इस व्यवसाय को आजमाना शुरु कर दिया। कुदरत का खेल देखिये  संजय के हाथ के बनाए लिट्टी की मांग दुमका के बाहर तक पहुँच गई। रिक्सा, ठेला चालकों से लेकर दिहाड़ी मजदरों व कामगारों तक तथा नौकरी-पेशा कर्मियों से लेकर बड़े-बड़े ठेकेदार तक हरिओम लिट्टी भंडार को नहीं भूलते। दिल्ली जैसे महानगरों में इस व्यवसाय को क्यों नहीं आजमाते ? इस प्रश्न के जबाव में संजय महतों का कहना है दुमका में ही वे इतना कमा लेते हैं कि उनका घर-परिवार मजे में चल जाता है। भगवान की कृपा व आप सबों की दुआ से अब तो दो पहिया वाहन भी खरीद लिया है। जो व्यक्ति खाने-खाने को मोहताज था पूरे विश्वास के साथ अपने पैरों पर खडा है। ठीक ही कहा गया है-काम कोई भी छोटा-बड़ा नहीं होता। आपका हुनर, काम करने का जज्बा, मेहनत व ईमानदारी जिसमें हो निश्चित ही सफलता की सीढ़ियों को छूऐगा। 

बिहार में भाजपा-जदयू सरकार द्वारा चल रहा है गरीब उजाड़ो अभियान : धीरेन्द्र झा

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  • पटना के गेट पब्लिक लाइबे्रेरी में वास-आवास और भूमि अधिकार कन्वेंशन का आयोजन.
  • देश भर के जुटे खेत मजदूरों के नेता, आंदोलन को आगे बढ़ाने का किया गया निर्णय.

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पटना 27 मई 2018, भाकपा-माले के वरिष्ठ नेता व अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के राष्टीय महासचिव काॅ. धीरेन्द्र झा ने आज गेट पब्लिक लाइब्रेरी में आयोजित वास-आवास और भूमि अधिकार राज्यस्तरीय कन्वेंशन को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में भाजपा - जदयू सरकार के तहत पूरे बिहार में गरीब उजाड़ो अभियान चल रहा है. नीतीश कुमार ने भूमि सुधार के एजेंडे को तो पहले ठंडे बस्ते में डाल दिया है, अब पहले से मौजूद भूमि कानूनों को भी कमजोर किया जा रहा है और बरसों-बरस से दलित-गरीबों के दखल-कब्जा वाली जमीन से भी उनका बेदखल किया जा है. उन्होंने आगे कहा कि राज्य की ग्रामीण आबादी का तकरीबन 30 प्रतिशत दलित और भूमिहीन गरीब परिवार ऐसे हैं, जिनके पास वासभूमि का कोई कागजात नहीं है. वे रैयती, गैरमजरूआ, भूदान अथवा सरकारी जमीन पर बसे हैं. सड़कों और तटबंधों के किनारे लाखों परिवार बरसों-बरस से बसे हैं. 5 डिसमिल वासभूमि देने का कार्यक्रम कमोबेश ठप्प पड़ गए हैं, वहीं बिना वैकल्पिक व्यवस्था के हजारों-हजार परिवार को उजाड़ दिया गया है और लाखों परिवार को नोटिस थमा दिया गया है. इसके खिलाफ आने वाले दिनों में पूरे बिहार में जुझारू आंदोलन चलाया जाएगा. खेग्रामस की दो दिवसीय राष्ट्रीय परिषद की बैठक के पहले दिन यह राज्यस्तरीय कन्वेंशन आयोजित हुई. जिसमें देश भर के जाने-माने खेत मजदूर नेताओं ने हिस्सा लिया. सम्मेलन में पूर्व सांसद व खेग्रामस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद, भाकपा-माले के वरिष्ठ नेता स्वदेष भट्टाचार्य, खेग्रामस के बिहार राज्य सचिव गोपाल रविदास, विधायक महबूब आलम व सत्यदेव राम, वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता, पंकज सिंह सहित आंध्रप्रदेश के बंगा राव, कर्नाटक के बसावन प्रसाद, तमिलनाडु के बाला सुंदरम, असम के अरूप मोहंती, धूर्जटी बर्धन, पश्चिम बंगाल के सजल चक्रवर्ती, सजल पाल, काजल रॉय, झारखण्ड के परमेश्वर महतो, देबकी नंदन बेदिया, उस्मान अंसारी, पंजाब के हरबिंदर, यूपी के श्री राम चैधरी, राजेश सहनी, जीरा भारती और अनिल पासवान समेत पूरे देश के सैकड़ों ग्रामीण मजदूरों के नेता उपस्थित थे. कन्वेंशन में साॅलिडरटी व्यक्त करने के लिए एनएपीएम के आशीष रंजन भी पहुंचे. संचालन पंकज सिंह ने किया. इसके पूर्व वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने कन्वेंशन में आधार पत्र प्रस्तुत किया. कन्वेंशन को संबोधित करते हुए रामेश्वर प्रसाद ने कहा कि सरकार, प्रशासन और न्यायालय का संश्रय सामंतों-दबंगों के हित में काम कर रहे हैं. अतिक्रमण हटाने के नाम पर भी गरीबों पर कहर ढाया जा रहा है. सीलिंग से फाजिल, बेनामी परचेधारी, गैरमजरूआ, वन भूमि, भूदान, बटाईदारी आदि प्रकृति की जमीन जो जोत-आबाद की है, उससे भी पूरे बिहार में व्यापक पैमाने पर बेदखली की प्रक्रिया जारी है. पुराने सीलिंग से संबंधित कानून में छिद्रों का इस्तेमाल कर नीचे अंचलाधिकारी, भूमि उपसमाहर्ता, जिला समाहर्ता जैसे विभिन्न राजस्व न्यायालयों में राजनीतिक पहुंच के आधर पर पूरी चीजें उलट-पुलट दी जाती इस तरीके से पूरे बिहार में भूमि सुधर के लिए बना पुराना कानून फेल हो चुका है.

कन्वेंशन से निम्नलिखित प्रस्ताव पारित किए गए

1. गरीबों को उनके वास-आवास और जोत-आबाद की जमीन से बेदखली की प्रक्रिया पर नीतीश सरकार अविलंब रोक लगावे. जो गरीब जहां बसे हैं, उस जमीन का परचा सरकार दे.
2. सभी वास भूमिहीन गरीबों को 5 डिसमिल जमीन देेने के लिए भूमि सुधार के बगैर सरकार के पास भूमि हासिल करने का कोई तरीका नहीं है. खरीद से यह संभव नहीं है. अतः वास-आवास की समस्या के समाधान के लिए और सीलिंग से फाजिल बेनामी, गैरमजरूआ जमीन पर गरीबों के अधिकार के लिए भूमि सुधार की प्रक्रिया तेज की जाए.
3. पुराने भूमि सुधार कानून के भरोसे बिहार में भूमि सुधार नहीं हो सकता, यह तय हो चुका है. अतः डी बंद्योपाध्याय भूमि आयोग की सिफारिशों को लागू की जाए.
4. शहरी गरीबों के वास-आवास संबंधी नए कानून बनाकर सभी शहरी गरीबों को उनकी वास भूमि का परचा दिया जाए और विस्थापन आदि सरकारी जरूरी कार्यों के लिए अनिवार्य हो तो उन्हें शहर में ही बसने के लिए जमीन उपलब्ध कराया जाए. तथा पक्का मकान दिया जाए.
5. बेतिया राज की जमींदारी संरक्षण का औपनिवेशिक कानून कोर्ट आॅफ वाडर््स को खत्म किया जाए.
6. वन अधिकार कानून लागू किया जाए.
7. जिन जिलों में भूमि संबंधी वाद ज्यादा हों, वहंा जिला स्तर का लैंड ट्रिब्यूनल का गठन किया जाए. चपारण लैंड ट्रिब्यूनल का गठन हो.
8. लोक शिकायत निवारण अधिकार कानून का दुरूपयोग बंद हो. यह गरीबों को जमीन से बेदखल करने का सामंतों का हथियार बनते जा रहा है. लिहाजा इसे भूमि संबंधी मामलों से अलग रखा जाए.
9. बिहार भूमि सर्वे एंड सेटलमेंट की जारी प्रक्रिया में सीलिंग से फाजिल, बेनामी आदि जमीन की नयी जमाबंदी भूपति परिवारों के कब्जे में अवैध तरीके से पड़ी जमीन के आधार पर नहीं बल्कि सीलिंग एक्ट के लागू होने की तिथि के आधार पर परिवारों को मिले जमीन के आधार पर हो.
10. सिकमी बटाईदारों को जमीन पर मालिकाना हक दिया जाए.
11. 10-20 जून 18 के बीच उपर्युक्त प्रस्तावों से संबंधित मांगों को लेकर बिहार के सभी अंचल मुख्यालयों पर प्रदर्शन के माध्यम से भूमि आंदोलन तेज करने की दिशा में बढ़ा जाए.

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 27 मई

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कहानी सच्ची है : ई-रिक्शा ने आमदनी बढाई
     
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना हितग्राही श्री रतन सिंह के जीवन में परिवर्तन लाई है। जहां पहले दूसरो की दुकानो में हर रोज जाकर मजदूरी कर जीवनयापन कर रहे थे अब स्वंय का ई-रिक्शा से सवारियों को उनके गतव्य स्थलों तक पहुंचा रहे है। योजना से लाभ मिलने के बाद ग्राम परासीटुण्डा पोस्ट हांसुआ के आठवीं तक शिक्षित रतन सिंह जाटव के जीवन में जहां अब परिवर्तन स्पष्ट दिख रहा है। अन्त्यावसायी के द्वारा क्रियान्वित मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना ने रतन सिंह को आर्थिक रूप से सबल बनाया है वही उनके मधुर व्यवहार से प्रभावित होकर हर व्यक्ति जब भी ई-रिक्शा  कीे जरूरत पड़ती है तो रतन सिंह के मोबाइल नम्बर 7693933744 पर अविलम्ब सम्पर्क करते है और रतन सिंह अपनी सेवाएं मुहैया कराए जाने हेतु उपलब्ध हो जाते है। चर्चा के दौरान हितग्राही श्री रतन सिंह जाटव ने बताया कि दूसरों की दुकानों में काम करने पर जहां महीने में दो से तीन हजार रूपए मिलते थे अब स्वंय का रोजगार हो जाने से हर महीने किश्त जमा करने के बाद शुरू आठ से नौ हजार रूपए बच रहे है। प्रत्येक माह तीन हजार रूपए की किश्त नियमित बैंक आॅफ इंडिया की विदिशा शाखा में मेरे द्वारा जमा की जा रही है। ई-रिक्शा मिलने से रतन सिंह स्वंय स्वरोजगारी हो गए है और पर्यावरण के संतुलन में अपना योगदान दे रहे है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना हितग्राही रतन सिंह को अपने मां बाप का सहारा बनने में मददगार साबित हुई है वहीं अब उनका सुखमय जीवन निर्वाह करते हुए आंशिक बचत कर रहे है। हितग्राही रतन सिंह ने अपनी रूचि व शिक्षा के अनुरूप ई-रिक्शा वाहन के लिए एक लाख 70 हजार का ऋण प्राप्त किया था जिसमें तीस प्रतिशत अनुदान राशि 51 हजार बैंक के ऋण खाते में समायोजन हेतु उपलब्ध कराई गई है।

कहानी सच्ची है : मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना ने, मणि भाई के अनुभवों को पंख लगाएं

हितग्राही श्री मणिभाई अहिरवार कम्प्यूटर की एमपी आॅन लाइन दुकान पर पांच हजार रूपए मासिक वेतन पर काम कर अपने परिवार का भरण पोषण जैसे तैसे कर रहे थे। ऐसे समय उन्हें मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से लाभांवित होने वाले हितग्राहियो की सफलताआंे पर आधारित कहानियां अखबारों में पढने मिली तो मणिभाई ने भी जिला अन्त्यावसायी कार्यालय में पहुंचकर योजना की विस्तृत जानकारी ली और आवेदन में समस्त दस्तावेंजो को पूर्ण कर जमा कराया। अनुभव के आधार पर एमपी आॅन लाइन कम्प्यूटर व्यवसाय हेतु मणिभाई का आवेदन कमेटी द्वारा स्वीकृत किया गया और विजया बैंक की बासौदा शाखा में पांच लाख कर ऋण स्वीकृत हुआ। हितग्राही मणि भाई अहिरवार बताते है कि मूलतः बासौदा के वार्ड नम्बर-4 में पैतृक मकान में निवास करने के दौरान रोजगार के लिए इधर-उधर भटक रहे थे ऐसे समय एमपी आॅन लाइन में कई महीने तक काम करने का अनुभव होने के बाद स्वंय का कम्प्यूटर सेन्टर व्यवसाय संचालन करने की तमन्ना जागी जिसे मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना ने पूरा किया है। हितग्राही द्वारा बासौदा के नेहरू चैक पर एमपी आॅन लाइन (कम्प्यूटर व्यवसाय) ‘‘च्वाईंस प्रिन्टर एण्ड कम्प्यूटर’’ के नाम से दुकान संचालित की जा रही है जिसका किराया तीन हजार रूपए उनके द्वारा दिया जा रहा है। हितग्राही मणिभाई का कहना है कि अच्छी लोकेशन पर दुकान होने से और कार्य क्षेत्र का अनुभव होने का लाभ मुझे योजना से मिला है। अब मैं प्रत्येक माह कम से कम 25 से 27 हजार रूपए की आय मुझे हो रही है जिससे सात हजार रूपए बैंक की किश्त और तीन हजार रूपए दुकान का किराया देने के बाद आराम से दस से बारह हजार रूपए की बचत हो रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से जीवन में आए बदलाव के संस्मरणों को सुनाते हुए कहा कि अब मैं स्वंय दूसरों के लिए रोजगार दे रहा हूं ऐसी कल्पना मैंने कभी नही की थी। एक योजना ने मुझे और मेरे परिवार को आर्थिक सबलता दी है वही दूसरो को रोजगार देने मंे सक्षम हुआ हूं। 

कहानी सच्ची है : अब धुंए से मुक्ति मिली, हितग्राही सुमंत्रा बाई को

गृह एवं परिवहन मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह के हाथो प्रधानमंत्री उज्जवला योजना से लाभांवित हितग्राहियों का कहना है कि अब हमें धुएं से मुक्ति मिली है। रसोई ईंधन के लिए अब लकड़िया बीनने के लिए दूर नही जाना पडेगा। पठारी के कृषि उपज मंडी प्रागंण में आयोजित कार्यक्रम में 13 हितग्राहियों को प्रभारी मंत्री ने प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत निःशुल्क गैस कनेक्शन प्रदाय किए है। हितग्राही सुमंत्रा बाई अहिरवार ने कहा कि जीवन भर हम गैस नही खरीद सकते थे ऐसे समय प्रधानमंत्री उज्जवला योजना ने हमें गैस देकर परिवार पर ही नही बल्कि हमारे स्वास्थ्य पर उपकार किया है। पठारी की नजमाबी का कहना है कि चूल्हे पर खाना बनाने से धुंए का असर आंखो पर पढा और धुंधलापन दिखने लगा है। ऐसे समय डाक्टरों ने धुएं से बचने की सलाह दी और जिसकी पूर्ति प्रधानमंत्री उज्जवला योजना ने गैस कनेक्शन देकर की है। इसी प्रकार हितग्राही सविताबाई, शमी बानो, सरस्वती बाई, गंगाबाई बागडी,  भगवती बाई, बबीता बाई, आलियाबी, सरस्वतीबाई, निर्मलाबाई प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत निःशुल्क गैस कनेक्शन मिलने पर इन सभी के चेहरे प्रसन्नचित होकर खुशी प्रदर्शित कर रहे थे। उनका कहना था कि अब परिवार को कभी भी खाना गरम गरम परोस सकते है। एक बटन घुमाते ही गैस चालू हो जाता है बाकी काम आसानी से होने लगे है।

चलो आज कुछ अच्छा करते हैं ग्रुप द्वारा  रक्तदान

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विदिशा ब्लड बैंक में रक्त की भारी कमी को देखते हुए चलो आज कुछ अच्छा करते हैं ग्रुप द्वारा आज वहां रक्तदान किया गया एवम साथ ही यह निर्णय लिया गया इस ब्लड बैंक की दिशा एवं दशा दोनों ही जल्द  बदलेंगे इसको मॉडल ब्लड बैंक बनाने हेतु सार्थक प्रयास किए जाएंगे इसी तारतम्य में आज रक्तदान के साथ ही ब्लड बैंक परिसर में गुलाब के पौधे रोपे गए एवं परिसर की साफ सफाई के साथ वहां उगे हुए गाजर घास एवं जंगली कचरे को साफ किया गया अभी हाल ही में विश्व रेडक्रॉस दिवस पर आयोजित रक्तदान शिविर में पधारे हुए भोपाल के हमीदिया हॉस्पिटल के ब्लड बैंक प्रभारी द्वारा विदिशा ब्लड बैंक को देखकर यह कहा गया कि विदिशा ब्लड बैंक मुझे लगता है मध्य प्रदेश का सबसे सी क्लास का ब्लड बैंक होगा ऐसे में कोई डोनर स्वेच्छा से कैसे अपना रक्तदान करने आएगा उस समय ग्रुप के सदस्य भी मौजूद थे तभी सब ने यह निर्णय लिया था अब जल्द ही ग्रुप  के सदस्यों द्वारा रक्तदान से संबंधित जागरूकता वाले बैनर पोस्टर पेंटिंग्स ब्लड बैंक की बाउंड्री वॉल पर की जावेगी लोगों की भ्रांतियां मिटाने हेतु कॉलेजों में जाकर युवाओं को प्रोत्साहित किया जाएगा रक्तदान हेतु एवं अन्य जगह जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे ब्लड बैंक परिसर में सेल्फी पॉइंट बनाया जाएगा एवं हर माह के स्वैच्छिक रक्तदान करने वालों के फोटो विदिशा शहर में होर्डिंग के रूप में लगाए जाएंगे विदिशा धरती मां के सच्चे लाल सच्चे सपूत रक्तदान महादान

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 27 मई

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चरित्र निर्माण एवं योग प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ, आर्य समाज का युवा संगठन सार्व देशिक परिषद का आयोजन 

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सीहेार। रविवार से ब्राईट केरियर स्कूल मुरली में आर्य समाज द्वारा आवासीय योग एवं चरित्र निर्माण शिविर का शुभारंभ किया जाएगा। शिविर में पांच सौ से अधिक बच्चे शामिल होंगे। उत्कृष्ठ शिक्षकों के द्वारा विभिन्न प्रशिक्षण बच्चों के बोद्धिक शरीरिक विकास के लिए दिया जाएगा।  शनिवार को आर्य समाज का युवा संगठन सार्व देशिक आर्य युवक परिषद द्वारा लोधी मोहल्ला गंज के सभागार में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्ष विमल तेजराज, एवं विजय राठौर शास्त्री के द्वारा की गई। शिविर व्यवस्थाओं का लेकर विचार विमर्श किया गया। बैठक में भोजन व्यवस्थापक विजय आर्य , जल व्यवस्था हेमंत कुशवाहा, यज्ञ व्यवस्था कुनाल राठौर, अल्पहार व्यवस्था अनूप कौशल, जलपान व्यवस्था प्रधुमन सेन, शारीरिक एवं बोद्धिक विजय राठौर, स्वच्छता की जिम्मेदारी दिनेश प्रजापति को दी गई है। बैठक में शेलेंद्र चंदेल, गिरधारी मालवीय, अभिषेक लोधी, हेमराज प्रजापित सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।

नो तपे में महिला उथान मंडल ने बांटा शरबत और मठठा 

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सीहोर। योग वेदांत सेवा समिति महिला उथान मंडल के द्वारा शनिवार को बस स्टेंड स्थित हनुमान मंदिर के समक्ष पुराने इंदौर भोपाल हाईवे पर राहगीरो और यात्रियों को नो तपे से राहत देने के लिए नि: शुल्क ठंडा मठठा और शरबत का वितरण किया गया। समिति सदस्यों के द्वारा आमजनों को सद साहित्य का वितरण भी किया गया। सेवा कार्यक्रम में महिला मंडल की लक्ष्मी कुश्वाहा सहित संतोष यादव, राकेश मेवाड़ा, नारायण दादा, महेश प्रजापति, मदनलाल, बाबूलाल गौर एवं कार्यकर्ताओं की महत्वपूण भूमिका रहीं। योग वेदात समिति के श्री यादव ने बताया की आश्रम के द्वारा रविवार को कोतवाली चौराहा, गल्ला मंडी, सोमवार को लीसा टकिज सहित शहर के सार्वजनिक स्थानों पर मठठा वितरण किया जाएगा। 

घर मेंं घुसकर नाबालिक बेटी को उठा ले गए तीन बदमाश, पुलिस को तीन महिने से नहीं लगा कोई सुराग 
  • परिजनों ने की धारा 376,एवं पाक्सो एक्ट लगाने की मांग, चुप है बेटी बचाओं, महिला सुरक्षा से जुड़े संगठन 
  • भाजपा नेताओं ने किया किनारा, कांग्रेस ने भी मुददे को नही उठाया

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सीहोर। दिन दहाड़े घर में घुसकर अकेली मां को धक्का देकर कार से आए तीन बदमाश नाबालिक बेटी को उठाकर ले गए। गांववालों ने गरीब मां बाप के साथ मंडी थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस बदमाशों का कोई सुराग नहीं लगा पाई। पीडि़त माता पिता को भाजपा नेताओं ने आश्वासन देकर मामले से किनारा कर लिया। कांग्रेस के नेताओं तक भी गुहार पहुंचाई लेकिन कांग्रेस भी मुददे को नहीं उठा पाई। महिला सुरक्षा के नाम पर संगठन चलाने वाले बेटी बचाओं का नारे देने वाले भी इस मामले में चुप्पी साध गए। 

क्या गरीब की बेटी होना है गुनाह : इछावर विधानसभा क्षेत्र के थाना मंडी अंतर्गत ग्राम संग्रामपुर में रहने वाले प्रभूलाल मजदूरी करने गए हुए थे खपरेल घर पर पत्नि सीता बाई पुत्री विमला और पुत्र अतुल अमन के साथ घरेलू कार्य निपटा रहीं थी १३ मार्च मंगलवार को दोपहर में अधिकांश ग्रामीणजन कृषि काम काज से गांव से बाहर थे जिस से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ था इसी दोरान कार लेकर पहुंचे तीन बदमाशों ने अचानक पहुंचकर सीता बाई को धक्का दिया, सीता कुछ समझ पाती इस के पहले बदमाश विमला को उठाकर लेकर विमला ने भी विरोध किया दोनों मा बेटी ने मदद के लिए चिल्ला चोट की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। शाम को परिजनों के घर पहुंचे पर सीता बाई ने घटना से अवगत कराया । 

क्यों नहीं लगाते पाक्सों एक्ट : ग्रामीणों के साथ मंडी थाना पहुंचकर १४ मार्च बुधवार को गंगाराम पिता रतिराम ने भतीजी विमला के अपहरण की शंका में जितेंद्र, राहुल और सुनेर नामक बदमाशों के द्वारा परिजनों ने  बेटी के साथ सामुहिक दुष्कर्म करने की शंका के आधार पर आरोपियों पर धारा ३७६ एवं पाक्सों एक्ट लगाने की मांग भी की गई लेकिन पुलिस ने धारा ३६३ के तहत मामला कायम किया। पूरे मामले में पुलिस आरोपियोंं को बचाती दिखाई दी। 

आखिर अब कहा लगाएं गुहार  : पीडि़त परिजनों ने पुलिस के द्वारा लापता बेटी को नहीं तलाश ने और आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करने को लेकर २७ मार्च को जनसुनवाई में पहुंचकर कलेक्टर से गुहार लगाई। इस बीच मौखिक रूप से भाजपा और कांग्रेस के नेताओं सहित विभिन्न संगठनों से भी मदद मांगी गई। परिजनों ने २५ अप्रेल को एसपी कार्यालय में शिकायती पत्र दिया गया। इस दौरान परिजन थाना प्रभारी मंडी से बेटी को तलाश ने और गुनाहगारों को गिरफ्तार करने की मांग करते रहे। 

पुलिस इस मामले में क्यों है लापरवाह  : पीडि़त परिजनों ने आरोपियों की नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई परिजनों ने अपने स्तर पर बदमाशों का पता मोबाईल नम्बर सहित अन्य जानकारी भी पुलिस उपलब्ध कराई है लेकिन मंडी पुलिस पर्याप्त बल और आधुनिक उपकरण होने के बाद भी आरोपियों और नाबालिक का तीन माह में भी कोई सुऱाग नहीं लगा पाई जबकी आरोपी आसपास के गांवों के हीं है। पुलिस का खुफिया तंत्र क्या फेल हो गया है या फिर पुलिस की आरोपियों से गहरी सांठगांठ हो गई है। हालकी एसपी राजेश सिंह चंदेल ने शनिवार को फरार आरोपियों पर नगद ईनाम की घोषणा की है। लेकिन अब भी नाबालिक का कोई पता नहीं है। 

विराट कवि सम्मेलन मेें देश भक्तिगीतों पर झूमे श्रोता, ग्राम शाहपुर कोडिय़ा में हुआ कवि सम्मेलन 

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सीहोर। एतिहासिक सिद्ध विनायक गणेश मंदिर के समीप स्थित ग्राम शाहपुर कोडिय़ा में विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में मुख्य अतिथि जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष कमलेश कठारे, विशिष्ठ अतिथि के रूम में पत्रकार शेख मुंशी एवं पत्रकार आशीष गुप्ता कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। अध्यक्षता सृजन साहित्य परिषद के अध्यक्ष रमेश गोहिया के द्वारा की गई। अतिथियों के द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। अतिथियों के द्वारा वारिष्ठ साहित्यकार देवकरण पंवार का सम्मान शॉल श्री फल एवं पुष्पमाला के द्वारा किया। कार्यक्रम आयोजक वैद्य रामसिंह परमार ने अतिथियों एवं कवियों का स्वागत पुष्पमालाएं पहनाकर किया।  कवि डॉक्टर विजेंद्र जायसवाल के द्वारा सरस्वती वंदना कर कवि सम्मेलन की शुरूआत की। सम्मेलन मेें पहुंचे कविगण हरदा से दिनेश व्याकुल, फिरोज फतेहपुरी यूपी, अभिषेक अरजरिया छतरपुर, दिनकर पाठक सीधी, दिनेश भोपाली भोपाल, डॉ मंगलेश जायसवाल कालापीपल, नंदलाल झडख़ेड़ा, संजय परमार कालापीपल,एवं रमेश गोहिया, देवकरण पंवार, वैद्य रामसिंह परमार, डॉ विजेंद्र जायसवाल द्वारका बासूरिया, ब्रजेश शर्मा, विनोद पंसारी, लक्ष्मण सिंह चौकसे ने कविता पाठ किया। कवियों ने हास्य व्यंग, श्रृंगार, सहित देश भक्ति को लेकर कविता पाठ कर श्रोताओं को रात भर जागने पर विवश कर दिया। श्रोताओं ने कवियों का करतल ध्वनी से प्रोत्साहित कर उत्साह वर्धन किया। कवि सम्मेलन का संयुक्त संंचालन ब्रजेश शर्मा और डॉ विजेंंद्र जायसवाल ने किया। कार्यक्रम में देवकरण पंवार, रघुनाथ सिंह परमार, कैलाश बदरी प्रसाद, चंम्पालाल, शैतान सिंह, लक्ष्मीनाराण, अनौखीलाल आदि अनेक श्रोता मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में कवि वैद्य रामसिंह परमार ने आभार व्यक्त किया। 

जिला झुग्गी झोपड़ी तथा महिला कांग्रेस ने किए नेहरू जी की जयंती पर पुष्प आर्पित 
  • पंडित जवाहर लाल नेहरू ने देश को विकास सें जोड़ा- नरेंद्र खंगराले जिलाध्यक्ष 

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सीहेार। देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की ५४ वीं पुष्प तिथि पर अनुसुचित जाति बहूल वार्ड क्रमांक ११ में सीहेार जिले के दलित कांग्रेस नेता अध्यक्ष सीहेार जिला झुग्गी झोपड़ी कांग्रेस एवं महिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं पार्षद श्रीमति आरती खंगराले ने पुष्पांजली का कार्यक्रम रखा गया। इस अवसर पर कांग्रेसजनों के द्वारा नेहरू जी के चित्र पर पुष्पापांजी आर्पित कर उनके आदर्शो पर चलने का संकल्प लिया। क्षेत्रिय पार्षद ने कहा कि नहरू जी की रखी नींव पर तैयार हुआ है आधुनिक भारत, सीहेार जिला झुग्गी झापेड़ी कांग्रेस अध्यक्ष दलित नेता नरेंद्र खंगराले ने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू ने देश को विकास की गति से जोड़कर वंचित समाज को उनके अधिकार दिलवाएं। इस अवसर पर अनेकों महिला पुरूष कांग्रेस कार्यकर्ता उपास्थित थे । 

रांची : लाइव आर्यावर्त के प्रबंध सम्पादक इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन के राष्ट्रीय परिषद् सदस्य निर्वाचित

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रांची (आर्यावर्त डेस्क) 27 मई, झारखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष व लाइव आर्यावर्त.कॉम के प्रबंध संपादक विजय सिंह को झारखंड कोटा से इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन का राष्ट्रीय परिषद् सदस्य निर्वाचित किया गया है. आई.जे.यू. के राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी प्रेम भार्गव के निर्देशन में देश भर के विभिन्न राज्यों से केंद्रीय परिषद् के लिए चुने जाने वाले सदस्यों के नियम के अंतर्गत झारखंड राज्य निर्वाचन अधिकारी डॉ राजेश कुमार लालदास ने  प्रदेश अध्यक्ष मधुकर और महासचिव प्रमोद कुमार झा के प्रस्तावना में झारखंड से राष्ट्रीय परिषद् सदस्य के रूप में सर्वसम्मति से विजय सिंह के नाम पर मुहर लगायी. राष्ट्रीय परिषद् में प्रत्येक राज्य से श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के सदस्यों में से इंडियन जर्नलिस्ट्स यूनियन के राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति सदस्य का चयन किया जाता है.
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