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विदिशा (मध्य प्रदेश) की खबर 12 सितंबर

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मुख्यमंत्री जी सिंगल क्लिक से फसल क्षति की मुआवजा राशि 19 को जारी करेंगे


मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान विदिशा जिले में अतिवृष्टि व बाढ़ के कारण फसलों की हुई क्षति मुआवजा राशि सिंगल क्लिक से सोमवार 19 सितंबर को जारी करेंगे की जानकारी आज कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने लंबित आवेदनों की समीक्षा बैठक में दी। उन्होंने जिला व व्हीसी के माध्यम से खण्ड स्तरीय अधिकारियों से कहा कि सर्वे संबंधी कार्य पूर्ण हो चुका है। मुआवजा राशि के बिल तैयार कराना सुनिश्चित करें ताकि 19 सितंबर के पूर्व आहरण संबंधी समुचित कार्यवाही पूर्ण हो जाए।


सीएम हेल्पलाइन आवेदनों का निराकरण नहीं करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश


सीएम हेल्पलाइन के तहत दर्ज आवेदनों के निराकरण हेतु जिले में विशेष पहल करने के निर्देश कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने सोमवार को लंबित आवेदनों की समीक्षा बैठक के दौरान जिला व खण्ड स्तरीय अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने बताया कि सीएम हेल्पलाइन की अब तक की जारी प्रदेश स्तरीय ग्रेडिंग सूची में विदिशा जिला 15वें स्थान पर है। उन्होंने टॉप-5 में शामिल हो इसके लिए विभागों के अधिकारी हर संभव पहल करें। कलेक्टर श्री भार्गव ने कहा कि मंगलवार को जनसुनवाई कार्यक्रम क साथ-साथ सीएम हेल्पलाइन के दर्ज आवेदनों के निराकरण हेतु अनुविभाग स्तर पर विशेष शिविर आयोजित किए जाएं। इन शिविरों में संबंधित आवेदकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने के निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए गए हैं। उन्होंने समस्त एसडीएम से कहा कि सीएम हेल्पलाइन के आवेदनों के निराकरण कार्यों में नोडल की भूमिका का निर्वहन करते हुए ऐसे विभाग जहां ज्यादा संख्या में आवेदन लंबित हैं उनके निराकरण हेतु विशेष प्रक्रिया क्रियान्वित कराएं। कलेक्टर श्री भार्गव ने बताया कि सीएम हेल्पलाइन के अन्तर्गत अगस्त माह के दर्ज आवेदनों का निराकरण शत-प्रतिशत कराना सुनिश्चित करेंगे ताकि जिले व विभाग को निराकरण के अंक प्राप्त हो सकें। जिससे जिला व विभाग की स्थिति में सुधार परिलीक्षित हो। शेष अन्य माह के आवेदनों का निराकरण कराने पर अंकों की प्राप्ति नहीं होगी। उन्होंने बहुतायत संख्या में दर्ज आवेदन वाले विभाग नगरीय निकाय, राजस्व, उर्जा, स्वास्थ्य, शिक्षा व श्रम विभाग के अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं।


निराकरण नहीं कराने वाले जनपदों के सीईओ का वेतन रोकने के निर्देश


जिला पंचायत सीईओ डॉ योगेश भरसट ने भी सीएम हेल्पलाइन के तहत दर्ज आवेदनों के निराकरण में रूचि प्रदर्शित नहीं करने वाले जनपदों के सीईओ का वेतन रोकने के निर्देश व्हीसी समीक्षा बैठक में दिए हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामी विकास विभाग के अन्तर्गत दर्ज आवेदनों का सर्वोच्च प्राथमिकता से निराकरण कराते हुए पोर्टल पर ऑनलाइन सटीक जबाव अंकित किया जाए। ऐसे आवेदन जिनका निराकरण जनपद स्तर पर संभव नहीं है। उन आवेदनों के मामलों में स्पष्ट कारणों का उल्लेख पोर्टल पर जबाव दाखिल के करने के दौरान अंकित किया जाए।


कागपुर पुल पर भारी वाहन प्रतिबंधित


कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने सोमवार को जिले में बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए पुल पुलियों की अद्यतन स्थिति का भी जायजा लिया। जिले की सभी पुल-पुलियों पर यातायात पूर्वानुसार सुचारू रूप से संचालित होने लगा है। उन्होंने कागपुर में बाह्य नदी के क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मत कार्य पूर्ण होने के उपरांत निर्धारित अवधि के उपरांत ही भारी वाहनों का आवागमन शुरू कराया जाए। कलेक्टर श्री भार्गव ने कागपुर पर भारी वाहन एक सप्ताह तक के लिए प्रतिबंधित करते हुए कहा कि मरम्मत कार्य के उपरांत किए गए प्लास्टर की अवधि पूर्ण होने तक आवागमन प्रतिबंधित रहे। ततसंबंध में उन्होंने पुलिस अधीक्षक को भी आवागमन रोकने के संबंध में विभाग को मदद मुहैया कराने हेतु पुलिस बल तैनात करने के संबध में भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि कागपुर पुल के दोनों ओर बेरिकेट्स लगाए जाएं। वहीं नेशनल हाईवे विभाग के माध्यम से कर्मचारी भी तैनात किए जाएं। कलेक्टर श्री भार्गव ने कहा कि एक सप्ताह तक केवल दो पहिया वाहनों को ही कागपुर पुल के उपर से आने-जाने की सहूलियत प्रदाय की जाए। एक सप्ताह के पश्चात ही भारी वाहनों का यातायात संचालित किया जाए। एनएच के एसडीओ बीएल अहिरवार ने निर्देशों के परिपालन में तत्काल क्रियान्वित व्यवस्था की जानकारी से अवगत कराया।


बाढ़ पीड़ित परिवारों को निशुल्क खाद्यान्न का वितरण


कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने लंबित आवेदनों की समीक्षा बैठक के दौरान बाढ़ पीड़ित परिवारों को आरबीसी 6 (4) के तहत निशुल्क प्रदाय किए गए 50-50 किलो खाद्यान्न वितरण की व्यवस्था की जानकारी जिला आपूर्ति अधिकारी से प्राप्त की। उन्होंने कहा कि तहसीलदारों के द्वारा जारी किए गए ऑर्डरों के उपरांत एक भी बाढ़ पीड़ित परिवार खाद्यान्न प्राप्ति से वंचित ना रहे। उन्होंने कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्य क्षेत्रों की उचित मूल्य दुकानो की अद्यतन स्थिति का जायजा अनिवार्य रूप से लेते हुए पालन प्रतिवेदन जिला कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। यदि किसी शासकीय उचित मूल्य की दुकान में लापरवाही बरती जाती है तो संबंधित दुकान संचालक के खिलाफ कठोर कार्यवाही प्रस्तावित करें।


विलास चक्क के आदिवासियों को आवश्यक सामग्री का वितरण कराएं


कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने व्हीसी खण्ड स्तरीय समीक्षा के दौरान नटेरन एसडीएम श्री विजय रॉय से जानकारी प्राप्त करते हुए उन्हें निर्देश दिए हैं कि जोहद पंचायत के विलास चक्क ग्र्राम के आदिवासियों को राहत शिविर के जिन स्कूलों में ठहराया गया था। वे वहां से अब अपने गांव चले गए हैं। उन सभी 85 आदिवासी परिवारों को आवश्यक खाद्य सामग्री के साथ-साथ दैनिक दिनचर्या की सामग्री जिला कार्यालय से प्राप्त कर एक दिवस में विलास चक्क गांव में पहुंचकर वितरण कराना सुनिश्चित करें। कलेक्टर श्री भार्गव ने कहा कि जिला कार्यालय में भण्डारित सामग्री जिसमें पानी टंकी, दाल, चावल, सोयाबीन बड़ी, पहनने ओढ़ने के वस्त्रों को एक मिनी मेटाडोर में परिवहन कराने हेतु जिला स्तर पर प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।


लंपी वायरस से मवेशियों को बचाने के प्रबंध सुनिश्चित करें


कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने लंबित आवेदनों की समीक्षा बैठक के दौरान पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक श्री ओपी गौर को निर्देश दिए हैं कि मवेशियों को होने वाले लंपी वायरस से बचाने के प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। विभाग के अधिकारी ने बताया कि 10 हजार टीके प्राप्ति का ऑर्डर विभाग के माध्यम से प्रेषित किया गया है। पशुओं में लंपी वायरस की पहचान के संबंध में जन जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन विभाग के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जहां भी लंपी वायरस के संबंध में सूचना प्राप्त होने पर अबिलंव विभाग के चिकित्सक पहुंचकर संबंधित पशु के उपचार की प्रक्रिया क्रियान्वित कर रहे हैं। उप संचालक श्री गौर ने जिले में पशुधन के टीकाकरण हेतु क्रियान्वित व्यवस्था अब तक किए गए टीकाकरण के अलावा केसीसी जारी की जानकारियां भी प्रस्तुत की हैं।


कृमि मुक्ति दिवस तहत कार्यक्रम आज, कृमि नाशक हेतु मीठी गोली एल्बेंडाजॉल का सेवन कराया जाएगा


राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस का आयोजन आज मंगलवार 13 सितम्बर को किया जाएगा। इस दिवस को 01 से 19 आयु वर्ग के सभी बच्चों एवं किशोर-किशोरियों को पेट की कृमि से मुक्ति के लिए एल्बेडाजॉल की मीठी गोली खिलाई जाएगी तथा 16 सितम्बर, 2022 को कृमि मुक्ति के लिए मीठी गोली एल्बेंडाजॉल के सेवन से छूटे हुए बच्चों को दवा पिलाई जाएगी। शासन की मंशानुसार कोई भी 1 से 19 वर्ष आयु वर्ग का बच्चा दवा पीने से नहीं छूटे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एके उपाध्याय ने बताया कि एक से 19 आयु वर्ग के बच्चों के पेट में कृमि ज्यादा होने से उनका मानसिक एवं शारीरिक विकास ठीक प्रकार से नहीं हो पाता है। बच्चे बीमार एवं कमजोर रहते हैं। खून की कमी भी हो जाती है। बच्चा थका हुआ रहता है। उसका पढ़ाई एवं अन्य दिनचर्या के कार्या में मन नहीं लगता है। बच्चों के पेट में कृमि होने पर कृमि बच्चे का पौष्टिक भोजन एवं रक्त चूस लेते है। जिससे बच्चे पर्याप्त भोजन लेने के बाद भी कमजोर होकर कुपोषित हो जाते है। रक्त की कमी के भी शिकार हो जाते है। उनका शारीरिक एवं मानसिक विकास रूक जाता है। बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास की कमी को दूर करने के लिए एल्बेडाजॉल की मीठी गोली खिलाई जाती है। एल्बेडाजॉल की मीठी गोली प्रायवेट, सरकारी, आंगनबाड़ी, बाल सुधार गृह, आश्रम एवं छात्रावासों में बच्चों को प्रशिक्षित कर्मचारियों द्वारा खिलाई जाएगी। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का उद्देश्य बच्चों, किशोर-किशोरियों का कृमिनाशन कर मिट्टी जनित कृमि संक्रमण की रोकथाम, स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर वृद्धि करना है। इसके अंतर्गत शासकीय अनुदान प्राप्त शालाओं, आदिवासी आश्रम शालाओं, प्रायवेट अनुदान प्राप्त शालाओं, केन्द्र शासित शालाओं, मदरसों, स्थानीय निकाय की शालाओं, आंगनवाड़ी केन्द्रों तथा किशोर न्याय अधिनियम 2015 अंतर्गत संचालित चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूट में 1 से 19 वर्षीय समस्त बच्चों का कृमिनाशन किया जाएगा। इस हेतु किशोर न्याय अधिनियम 2015 अंतर्गत संचालित चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूट यथा शिशु गृह, बालक गृह, बालिका गृह, बाल संप्रेक्षण गृह इत्यादि में मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा भ्रमण कर अपनी निगरानी में ऐसे समस्त बच्चों को एल्बेडाजॉल गोलियों का उम्र अनुसार सेवन कराया जाना लक्षित किया गया है।


पल्स पोलिया अभियान 18 से


राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान के तहत विदिशा जिले में 18 सितंबर से पोलिया विमुक्ति की दवा निर्धारित आयुवर्ग के बच्चों को पिलाने के प्रबंध सुनिश्चित किए गए हैं। कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने जिले में पल्स पोलियो अभियान के क्रियान्वयन के लिए किए जाने वाले प्रबंधों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि एक भी बच्चा पोलियो विमुक्ति की दवा पिलाने से वंचित ना रहे। अभियान के क्रियान्वयन में जिन जिन विभागों का सहयोग आपेक्षित किया गया है उन विभागों के अधिकारियों को लिखित जबावदेंही सौंपी जाए। इसी प्रकार स्वास्थ्य विभाग व महिला बाल विकास विभाग का ग्राम स्तरीय अमला खासकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका व आशा कार्यकर्ता की महत्ती भूमिका पर भी गहन प्रकाश डाला गया है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ डीके शर्मा ने बताया कि पल्स पोलिया अभियान के तहत 18 सितंबर को पोलियो बूथ सेंटरों पर पोलियो विमुक्ति की दवा पिलाई जाएगी। शेष वंचित रह गए बच्चों को अभियान के दूसरे दिन अर्थात 19 एवं 20 सितंबर को डोर-टू-डोर सर्वे कर क्रॉस मॉनिटरिंग की जाएगी वहीं पोलियो विमुक्ति की दवा से वंचित रह गए बच्चों को इन दलों के द्वारा पोलियो ड्रॉप पिलाई जाएगी।


ई-रोल आधार संग्रहण का शेष कार्य 15 तक पूरा करें


निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देशों के अनुपालन में विदिशा जिले के सभी मतदाताओं के इपिक कार्ड आधार से लिंक कराने का कार्य क्रियान्वित किया जा रहा है। कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने सोमवार को उपरोक्त कार्यों की समीक्षा नवीन कलेक्ट्रेट के बेतवा सभागार कक्ष में की। बैठक में बताया गया कि जिले में अब तक ई-रोल आधार संग्रहण कार्य 86 प्रतिशत तक पूर्ण हो चुका है 15 सितंबर तक इसे 95 प्रतिशत पूरा कराये जाने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। कलेक्टर श्री भार्गव ने व्हीसी समीक्षा के दौरान समस्त एसडीएम से कहा कि मतदान केन्द्रों के युक्ति युक्त करण के प्रस्ताव भी 15 सितंबर तक अनिवार्य रूप से जिला कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।


सीएम हेल्पलाइन पोर्टल 181 पर दर्ज होगी, मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान की क्रियान्वित 33 योजनाओं की जानकारी


मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान से संबंधित सम्पूर्ण कार्यवाही सीएम हेल्पलाइन 181 पोर्टल के माध्यम से की जानी है। इसके लिए 14 विभागों की कुल 33 योजनाएं चिन्हांकित कर इनके आवेदन प्राप्ति कर दर्ज करने की कार्यवाही जिले में भी सम्पादित की जाएगी। डिप्टी कलेक्टर व नोडल अधिकारी श्री हर्षल चौधरी ने बताया कि जिन विभागों की 33 योजनाएं चिन्हांकित की गई हैं उनमें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना, स्वच्छ भारत मिशन, मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना, पीएम स्वनिधि, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय निःशक्त पेंशन योजना, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना, राष्ट्रीय परिवार सहायता, समग्र सामाजिक सुरक्षा पेंशन, मुख्यमंत्री कन्या अभिभावक पेंशन योजना, 6 वर्ष से अधिक आयु के बहुविकलांग, बौद्विक दिव्यांग के लिये आर्थिक सहायता योजना, मुख्यमंत्री कल्याणी विवाह सहायता योजना, दिव्यांग छात्रवृत्ति, निःशक्त शिक्षा प्रोत्साहन योजना, निःशक्त विवाह प्रोत्साहन योजना, उच्च शिक्षा हेतु शिक्षण शुल्क, जीवन निर्वाह भत्ता, चिकित्सक की अनुशंसा से निःशुल्क कृत्रिम अंग सहायक उपकरण, आयुष्मान भारत निरामयम मध्यप्रदेश, लाड़ली लक्ष्मी योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, मध्यप्रदेश भवन एवं अन्य संनिर्माण, कर्मकार कल्याण मण्डल के अंतर्गत भवन संनिर्माण श्रमिकों का पंजीयन, आहार अनुदान योजना, किसान क्रेडिट कार्ड (पशुपालन), किसान क्रेडिट कार्ड (सहकारी बैंकों के माध्यम से), किसान क्रेडिट कार्ड (मछुआ), मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, किसान क्रेडिट कार्ड (कमर्शियल बैंकों के माध्यम से) क्रियान्वित योजनाएं शामिल हैं।


प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यन उन्नयन योजनाओं की समीक्षा


vidisha-news
कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने सोमवार को उद्यानिकी विभाग के माध्यम से क्रियान्वित प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम उन्नयन योजना के कार्यों की समीक्षा नवीन कलेक्ट्रेट के बेतवा सभागार कक्ष में की। बैठक में उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक श्री केएल व्यास ने योजना की समुचित जानकारी से अवगत कराते हुए निजी एवं समूह को सूक्ष्य खाद्य प्रसंस्करण की नई इकाई स्थापित करने या पुरानी स्थापित इकाई के उन्नयन (अपग्रेडेशन) के लिए सहायता प्रदान के मापदण्डों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि जिले को योजना के तहत जिले को 80 हितग्राहियों को लाभान्वित करने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। अब तक 48 प्रकरणों में बैंकों को स्वीकृति प्रदाय की जा चुकी है। उन्होंने आवेदन प्राप्ति की प्रक्रिया तथा डीएलसी लॉगिन पर प्राप्त एवं बैंक को भेजे गए आवेदनों की जानकारी से भी अवगत कराया है। उक्त बैठक में जिला पंचायत सीईओ डॉ योगेश भरसट, सहायक कलेक्टर सुश्री अर्चना कुमारी, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती आरती यादव, श्रीमती अमृता गर्ग, हर्षल चौधरी के अलावा उद्यानिकी, कृषि विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।


सीहोर (मध्य प्रदेश) की खबर 12 सितंबर

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आयुष्मान कार्ड से पवन को निजी अस्पताल मिला नि:शुल्क इलाज


प्रदेश शासन द्वारा चलाई जा रही "आयुष्मान भारत योजना"गरीब एवं असहाय लोगों के लिए संजीवनी का काम कर रही है। आयुष्मान भारत ‘’निरामयम’’ योजना का उद्देश्य गरीब एवं असहाय परिवारों को रूपयों के अभाव में निजी अस्पतालों में गुणवत्तापूर्ण इलाज समय पर उपलब्ध कराना है। आयुष्मान कार्ड धारक परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रूपये तक का मुफ्त ईलाज का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। सीहोर शहर के गंज निवासी श्री पवन सेन आयुष्मान भारत योजना से लाभान्वित ऐसे ही हितग्राही हैं जो आयुष्मान कार्ड से निजी अस्पताल में अपना नि:शुल्क इलाज करा रहे है।  पवन बताते है कि कई दिनों से उनके पेट में कोई गंभीर समस्याएं हो रही थी। पवन ने जब अपना चेकअप डॉक्टर्स से कराया तो उन्हें ठीक होने के लिए 50 हजार रूपए का खर्चा बताया गया। पवन बताते है कि तब उन्होंने आयुष्मान कार्ड बनवाया और अपना पूरा इलाज कार्ड की मदद से नि:शुल्क निजी अस्पताल में कराया और अब वे पूर्णत: स्वस्थ भी है। आयुष्मान भारत योजना चलाने के लिए पवन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का धन्यवाद करते है।


स्वनिधि योजना संतोष को चाट छोले का व्यवसाय शुरू करने में हुई मददगार


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प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत शासन द्वारा छोटे-छोटे धंधे कर जीवन यापन करने वालों को अपना व्यवसाय प्रारंभ करने एवं व्यवसाय का विस्तार करने के लिए बिना ब्याज के ऋण दिया जा रहा है। जिससे व्यक्ति अपना स्वयं का व्यवसाय चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण कर सके। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना से लाभान्वित सीहोर निवासी श्री संतोष कुमार गुप्ता बताते है कि गत दिवस उन्हें योजना के तहत 10 हजार रूपए का लोन मिला है। जिससे उन्होंने गत दिनों गणेश मंदिर में चाट छोले का ठेला लगाया। संतोष बताते है कि शासन की इस योजना से अनेक लोगो को बिना ब्याज के लोन दिया जा रहा है। जिससे वे भी मेरी तरह अपना स्वयं का व्यवसाय शुरू कर पा रहे है। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना को शुरू करने के लिए संतोष प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद देते है।


खेलो इंडिया स्माल सेंटर के लिए चयन ट्रायल


खेलो इंडिया स्माल सेंटर अंतर्गत जिले को कुश्ती खेल के सेंटर की स्वीकृति प्रदान की गई है। जिसमे 14 से 18 आयु वर्ग के 20 बालक 20 बालिका खिलाडियों का चयन किया जाएगा। खिलाडियों का चयन ट्रायल 16 एवं 17 सितम्बर 2022 को 12.00 बजे से कार्यालय खेल और युवा कल्याण विभाग चर्च ग्राउंड में रखा गया है। चयन ट्रायल में कुश्ती खेल के बालक बालिका निर्धारित आयुवर्ग के खिलाड़ी आयु प्रमाण पत्र, आधार कार्ड के साथ भाग ले सकते हैं। खिलाड़ियों की आयु की गणना एक जुलाई 2021 से की जाएगी। अधिक जानकारी के लिये कुश्ती प्रशिक्षक से 9754548887 पर संपर्क करें।


भोपाल संभाग क्रिकेट संघ की आगामी सत्र के लिए चयन समितियाँ घोषित, महेन्द्र शर्मा को किया शामिल


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सीहोर। लगातार छह बार यूनिवर्सिटी में हरफनमौला की भूमिका निभाने वाले और वर्तमान में जिला क्रिकेट एसोसिएशन के सीनियर कोच महेन्द्र शर्मा को भोपाल संभाग क्रिकेट संघ की आगामी सत्र के लिए चयन समिति में अंडर-23 टीम का सदस्य घोषित किया गया है। जिससे आने वाले दिनों में शहर सहित आस-पास के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को श्री शर्मा के मार्गदर्शन में खेलने का मौका मिलेगा। इस संबंध में जानकारी देते हुए डीसीए के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि भोपाल संभाग क्रिकेट संघ की सभी वर्गों की चयन समितियां संघ के अध्यक्ष ध्रुव नारायण सिंह ने घोषित कीं हैं, समिति में भोपाल संभाग के सभी शानदार क्रिकेटर सम्मिलित किये गए हैं, संघ की ओर से जिले में एक मात्र जिला क्रिकेट एसोसिएशन को कोच के रूप में सेवा दे रहे सीनियर खिलाड़ी महेन्द्र शर्मा को अंडर-23 में सदस्य के रूप में शामिल किया है। इस गु्रप की समिति में जुनेद किदवई   को चेयरमैन बनाया गया है। सीनियर खिलाड़ी श्री शर्मा को समिति में शामिल किए जाने पर जिला क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष विधायक सुदेश राय, सीनियर खिलाड़ी शैलेन्द्र पहलवान, सचिव अतुल तिवारी, वीरु वर्मा, सुरेन्द्र रल्हन, मनोज दीक्षित मामा, मदन कुशवाहा, इरफान हुसैन,  नवनीत तोमर, मदन कुशवाहा, चेतन मेवाड़ा, अतुल त्रिवेदी, आदर्श राय, अक्षय दुबाने, आशीष शर्मा, नागेंद्र व्यास, कमलेश पारोचे, सचिन कीर, हेमंत केसरिया, संजय पटेल, महेन्द्र शर्मा बंटी विलय गौरव खरे, अमित कटारिया, रुपेश पारोचे, राकेश भेरवे, निखिल ठाकुर, राकेश धनगर, अतुल कुशवाहा, संतोष पांडे, सुरेश नाविक, अमित शर्मा, प्रकेंश राय, सुनील जलोदिया आदि शामिल थे। 


शहर के चर्च मैदान जारी इंटर स्कूल प्रतियोगिता में खेले गए दो मैच

  • लोकनाथ की शानदार हेट्रिक की बदौलत आक्सफोर्ड ने लूर्दमाता को 6-0 के विशाल अंतर से हराया

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सीहोर। शहर के चर्च मैदान पर जिला फुटबाल एसोसिएशन के तत्वाधान में जारी इंटर स्कूल प्रतियोगिता में सोमवार को दो मैच खेले गए, जिसमें पहला मैच आक्सफोर्ड विद्यालय और लूर्द माता स्कूल के मध्य खेला गया। इस मैच के दौरान शहर के प्रतिभाशाली खिलाड़ी लोकनाथ ने पहले ही हाफ में शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए अपनी टीम की ओर से तीन गोल किए थे, इसके अलावा टीम के साथी खिलाड़ी अनुराग, एलन और यश ने एक-एक गोल किया। इस प्रकार पहले मैच में आक्सफोर्ड फुटबाल टीम ने लूर्दमाता फुटबाल टीम को 6-0 के विशाल अंतर से हराया। इसके अलावा एक अन्य मैच में सेंटमेरी टीम ने आईईएस फुटबाल टीम को 4-1 से हराया। जिला फुटबाल एसोसिएशन के कोच और सचिव मनोज कन्नोजिया ने बताया कि सोमवार को दो मैचों हुए थे। जिसमें पहले एक तरफा मुकाबले में आक्सफोर्ड ने लूर्दमाता फुटबाल टीम को 6-0 से हराया। इधर एक अन्य मैच में सेंट मेरी फुटबाल टीम ने आईईएस टीम को 4-1 से हराया। इस मैच के दौरान टीम के आदित्य ने तीन गोल किया वहीं एक अन्य स्वयं ने एक गोल किया था। इस मैच के दौरान सबसे अच्छा गोल करने का श्रेय आईईएस स्कूल टीम के गणेश को मिला जिन्होंने एक मात्र गोल किया, यह गोल उन्होंने सेंटर लाइन से किया। जिसके कारण टीम को एक गोल करने का मौका मिला। सोमवार को मैदान पर पहुंचे सीनियर नेशनल खिलाड़ी आनंद उपाध्याय, मनोज दीक्षित मामा, दीपक गुरवानी आदि ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। वहीं आज के मैच में लोकनाथ और आदित्य के शानदार प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कार वितरण किया। उन्होंने बताया कि जिला फुटबाल एसोसिएशन के तत्वाधान में जारी इंटर स्कूल प्रतियोगिता में मंगलवार को दो मैचों का आयोजन किया जाएगा। जिसमें पहला मैच केन्द्रीय विद्यालय और सेंटएनी फुटबाल टीम और दूसरा मैच सेंट मेरी टीम और आवासीय टीम के मध्य खेला जाएगा।


मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान 17 सितम्बर से होगा प्रारंभ


प्रदेश के साथ ही जिले में भी 17 सितम्बर से मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। अभियान के तहत 17 सितम्बर को जिला मुख्यालय सहित सभी जनपदों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिले की सभी जनपदों में स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा पौधारोपण किया जाएगा। साथ ही दिव्यांगता शिविर आयोजित कर दिव्यांगों को सहायक उपकरण भी प्रदान किए जाएंगे। अभियान के तहत हितग्राहियों को हितलाभ वितरित करने शिविर लगाए जाएंगे। अभियान में रक्तदान शिविर आयोजित कर रक्तदान भी किया जाएगा।


कुष्ठ रोगी खोजने 12 से 30 सितंबर तक चलाया जाएगा अभियान, जिले में कुष्ठ को पूरी तरह समाप्त करने चलाया जाए सघन अभियान - कलेक्टर श्री ठाकुर


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राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत 12 से 30 सितंबर तक कुष्ठ रोगी खोजने अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए कलेक्टर श्री चन्द्र मोहन ठाकुर की अध्यक्षता में जिला पंचायत सभाकक्ष में बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर श्री ठाकुर ने कहा‍ कि जिले से कुष्ठ को पूरी तरह समाप्त करने के लिए सघन अभियान चलाया जाए। कुष्ठ रोगी की पहचान होने पर रोगी का तुरंत उपचार प्रारंभ किया जाए। उन्होंने कहा कि लोगो को शरीर में किसी भी तरह के सफेद दाग या निशान होने पर तुरंत चिकित्सक को दिखाने के लिए जागरूक किया जाए। ताकि तुरंत इलाज शुरू किया जा सके। जिले में कुष्ठ रोगी खोजने के लिए प्रारंभ किए जा रहे इस अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम जिले में घर-घर जाकर कुष्ठ रोगियों को चिन्हांकित कर पहचान करेंगी। अभियान में अधिक से अधिक नए रोगी खोजने के लिए आशा कार्यकर्ता एवं मेल वर्कर के दल द्वारा घर-घर भ्रमण कर लोगों को चर्मरोग, कुष्ठ रोग की जानकारी दी जाएगी। प्रत्येक परिवार में 2 वर्ष से ऊपर के सभी सदस्यों को कुष्ठ रोग के लक्षणों की जानकारी प्रदान कर एवं उनका शारीरिक परीक्षण कर नए कुष्ठ रोगी खोजने का कार्य किया जाएगा। बैठक में डॉ. क्षमा बर्बें ने इस अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री हर्ष सिंह, अपर कलेक्टर श्रीमती गुंचा सनोबर, संयुक्त कलेक्टर श्री सतीश राय, सुश्री वंदना राजपूत, सीएमएचओ डॉ. सुधीर कुमार डेहरिया सहित अनेक संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।


जिले में होंगे आनंदम कार्यक्रम


राज्य आनंद संस्थान के कार्यक्रमों का जिले में सदृढ़ एवं सुव्यवस्थित तरीके से संचालन के लिए जिला पंचायत सभाकक्ष में कलेक्टर श्री चन्द्रमोहन ठाकुर की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में राज्य कार्यक्रम समन्वयक श्री मनु दीक्षित ने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को संस्थान के विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी। बैठक में जिला स्तर पर आनंदम केंद्र की स्थापना, शासकीय एवं गैर शासकीय अधिकारी एवं लोगों के साथ कार्यक्रम अल्पविराम के आयोजन की रूपरेखा के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही जिले में चयनित आनंद ग्राम में आनंद की विभिन्न गतिविधियों का सुचारु एवं नियमित संचालन, विद्यार्थियों के लिए आनंद सभा आदि कार्यक्रमों के जिले में आयोजन की जानकारी दी गई।


आईईएस पब्लिक स्कूल में इंवेस्टिटूयर सेरेमनी का आयोजन, आईईएस पब्लिक स्कूल में छात्रो का सपथ ग्रहण समारोह संपन्न


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सीहोर। आईईएस पब्लिक स्कूल सीहोर में छात्रो का सपथ ग्रहण समारोह संपन्न हुआ। स्कूल द्वारा आयोजित इंवेस्टिटुयर सेरेमनी का आयोजन आईईएस कैम्पस में किया गया। समारोह की मुख्य आतिथि चंद्र मोहन ठाकुर (आईएएस) कलेक्टर एवं डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट एवं इंजीनियर बीएस यादव, चांसलर  आईईएस यूनिवर्सिटी द्वारा दीप प्रजावलन किया गया तदुपरान्त छात्रो द्वारा आकर्षक सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी गयी। इंवेस्टिटुयर सेरेमनी के आरंभ में चांसलर इंजीनियर बीएस यादव आईईएस यूनिवर्सिटी ने स्वागत भाषण दिया उन्होंने छात्रो को उन सभी बाधाओं और चुनौतियों के बावजूद आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। साथ ही बताया के नेतृत्व एक शीर्षक या एक पदनाम के बारे में नहीं है यह प्रभाव, और प्रेरणा के बारे में है। समारोह की मुख्य आतिथि श्री ठाकुर (आईएएस) कलेक्टर ने छात्रों में नेतृत्व कौशल का निर्माण करने और एक बेहतर समाज के निर्माण के लिए करुणा पैदा करने पर जोर दिया। साथ ही उन्होने छात्रों को सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ जीवन की बाधाओं को पार कर वास्तविक जीवन में ज्ञान को आत्मसात करने का आह्वान किया। इंवेस्टिटुयर सेरेमनी एक महत्वपूर्ण अवसर होता है, जिसमें सभी युवा छात्र पूरी लगन के साथ नेतृत्व और जिम्मेदारी को निभाने के लिए तैयार रहते हैं। स्कूल के अनुभवी शिक्षकों के एक पैनल द्वारा सभी छात्रो में से सच्चे नेतृत्व एवं पूरी लगन के साथ जिम्मेदारियों को निभाने वाले छात्रो का चयन किया गया। जिनमे स्कूल कैप्टन हिमानी वर्मा, स्कूल वाइस कैप्टन सार्थक माहेश्वरी, साथ ही चारो ग्रुप के कप्तान, वाइस कप्तान, सीनियर पर्फेक्ट एवं जूनियर पर्फेक्ट का चयन कर सपथ ग्रहण का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। सेरेमनी के अंत में प्रोफेसर मनीषा कवाथेकर ग्रुप डाइरेक्टर आईईएस पब्लिक स्कूल ने सभी आतिथिओ एवं अभिववकों का आभार व्यक्त किया। सभी अभिभावकों के लिए यह गर्व का क्षण था कि उनके बच्चों को नेताओं के रूप में एक नई यात्रा की शुरुआत करते हुए बड़ी जिम्मेदारियों के साथ निवेश किया जा रहा है।


जनपद, तहसील मुख्यालय पर अनुपस्थित पाए जाने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही के कलेक्टर ने दिए निर्देश

  • एसडीएम-तहसीलदार करें डोर-टू-डोर सर्वें का निरीक्षण - कलेक्टर श्री ठाकुर

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जिला पंचायत सभाकक्ष में कलेक्टर श्री चन्द्र मोहन ठाकुर की अध्यक्षता में टीएल बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न विभागों की गतिविधियों के साथ ही सीएम हेल्पलाइन से प्राप्त होने वाली शिकायतों के निराकरण की समीक्षा भी की गई। बैठक के दौरान अनेक विभागों के ब्लॉक-तहसील स्तर के अधिकारियों की अपने कार्य क्षेत्र पर तथा एसडीएम, तहसील कार्यालय में नही जाने तथा अनुपस्थित रहने की शिकायत मिलने पर कलेक्टर श्री ठाकुर ने घोर नाराजगी व्यक्त करते हुए ऐसे अधिकारियों-कर्मचारियों के विरूद्ध कार्यवाही करने के सभी एसडीएम को निर्देश दिए। कलेक्टर श्री ठाकुर ने सभी एसडीएम को प्रति सप्ताह अथवा पाक्षिक आवश्यकता अनुसार बैठक आयोजित कर सभी ब्लॉक स्तर के अधिकारियों की समीक्षा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्यक्षेत्र में अनुपस्थित पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।


एसडीएम-तहसीलदार करें डोर-टू-डोर सर्वें का निरीक्षण

बैठक में कलेक्टर श्री ठाकुर ने हितग्राहियों को केन्द्र एवं राज्य सरकार की हितग्राही मूलक योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए शुरू किए जा रहे जन समस्या निवारण शिविरों के लिए 16 सितम्बर तक हर गांव-हर वार्ड में डोर-टू-डोर पहुंचकर सर्वें कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी एसडीएम, तहसीलदार को ग्रामीण तथा नगरीय क्षेत्र में किए जा रहे डोर-टू-डोर सर्वें कार्य का निरीक्षण करने के साथ ही ब्लॉक स्तर पर सर्वें की समीक्षा करने के निर्देश दिए। ताकि सभी पात्र हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ दिलाया जा सकें। उन्होंने सभी एसडीएम को ग्रामीण तथा नगरीय क्षेत्रों के लिए शिविरों का कैलेण्डर बनाकर समुचित प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए।


जिले में 35725 मीट्रिक टन मूंग की खरीदी

मूंग उपार्जन की समीक्षा करते हुए कलेक्टर श्री ठाकुर ने सभी किसानों से नियमानुसार मूंग उपार्जन किया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उपार्जन के साथ ही उन्होंने भुगतान भी शीघ्र कराने के लिए संबंधित अधिकारियों को कहा। उन्होंने उपार्जन के दौरान आने वाली शिकायतों का त्वरित निराकरण करने के निर्देश दिए। बैठक में कृषि विभाग के उप संचालक ने जानकारी दी कि 17 हजार किसानों से 35725 मीट्रिक टन मूंग की खरीदी की जा चुकी है। उन्होंने बताया‍ कि 25427 किसानों को एसएमएस भेजे गए है।


सभी पात्र व्यक्तियों को मिले राशन

कलेक्टर श्री ठाकुर ने खाद्य विभाग की समीक्षा के दौरान सभी राशन दुकानें समय पर खुलने तथा सभी हितग्राहियों को निर्धारित मात्रा में राशन दिया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार उन्होंने आंगनबाड़ियों में मिलने वाले मध्यान्ह भोजन तथा टीएचआर की नियमित मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाए।


जिले में 149969 व्यक्तियों को लगाया गया प्रिकॉशन डोज

टीकाकरण महाअभियान की समीक्षा करते हुए कलेक्टर श्री ठाकुर ने कहा कि कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिये नि:शुल्क प्रिकॉशन डोज लगाने के लिये प्रारंभ किए गए कोविड वैक्सीन अमृत महोत्सव के तहत जिले के सभी पात्र व्यक्तियों को कोविड वैक्सीन की प्रिकॉशन (बूस्टर) डोज लगाई जा रहे है। बैठक में जानकारी दी गई कि अभी तक 149969 व्यक्तियों को बूस्टर डोज लगाई जा चुकी है। उन्होंने वैक्सीनशन कार्य की तहसीलवार समीक्षा करते हुए वैक्सीनेशन की गति को बढ़ाने के निर्देश दिए।


जिले में कुल 546395 लोगो के बनाए गए आयुष्मान कार्ड

बैठक में कलेक्टर श्री ठाकुर आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए चलाए जा रहे अभियान की समीक्षा करते हुए जिले के शत-प्रतिशत पात्र व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड तेजी से बनाने के‍ निर्देश दिए। जिससे सभी लोगो को योजना का लाभ दिलाया जा सके। बैठक में जानकारी दी गई कि जिले में कुल 546395 लोगो के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके है। साथ ही 310558 आयुष्मान कार्ड बनाए जाना शेष है।  बैठक में कलेक्टर श्री ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में ऊर्जा की बचत एवं जलवायु परिवर्तन के पर्यावरणीय दुष्प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से प्रदेश शासन द्वारा ऊर्जा साक्षरता अभियान (USHA) चलाया जा रहा है। बैठक में जानकारी दी गई कि ऊर्जा साक्षरता अभियान में 22774 व्यक्तियों के पंजीयन किए जा चुके है। अंकुर अभियान की समीक्षा करते हुए कलेक्टर श्री ठाकुर ने सभी अधिकारियों को अभियान के तहत पौधारोपण एवं वायुदूत एप पर फोटो अपलोड करने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी विभागों को समन्वय कर अंकुर अभियान के तहत अधिक से अधिक लोगों को जोड़कर पंजीयन कराते हुए पौधरोपण कराने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि पौधरोपण के साथ ही उनकी सुरक्षा तथा देखभाल भी सुनिश्चित करें ताकि पौधे वृक्ष का रूप ले सकें। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री हर्ष सिंह, अपर कलेक्टर श्रीमती गुंचा सनोबर, संयुक्त कलेक्टर श्री सतीश राय, सुश्री वंदना राजपूत सहित सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।


अलौकिकता को प्राप्त करने का मार्ग ही भागवत कथा है-पंडित श्री व्यास


सीहोर। इच्छाएं अनन्त है, ये कभी समाप्त नहीं हो सकती, इच्छाओं पर काबू पाने का एक ही मार्ग हैं भगवद् प्राप्ति, अगर आप ईश्वर को प्राप्त कर लेते हैं तो आपकी सारी इच्छाएं समाप्त हो जाती है, आप परमआनन्द को प्राप्त कर लेते हैं। परमआनन्द को प्राप्त करने, अलौकिकता को प्राप्त करने का मार्ग ही भागवत कथा है, इसलिए जिसने भी भागवत कथा की ओर अपना ध्यान किया, उसे परमआनन्द-अलौकिक आनन्द की प्राप्ति हो गई। उक्त विचार शहर के कस्बा राठौर समाज श्री राम मंदिर में जारी सात दिवसीय भागवत कथा के दूसरे कथा वाचक पंडित अरविन्द व्यास ने कहे। उन्होंने कहा कि गुरू की महत्ता हमारे जीवन में अनुपम है क्योंकि गुरू के बिना हम जीवन का सार ही नहीं समझ सकते हैं। लेकिन हमेशा इस बात का सदैव ही ध्यान रखना चाहिए कि गुरू के समक्ष चंचलता नहीं करनी चाहिए और सदा ही अल्पवासी होना चाहिए। जितनी आवश्यकता है उतना ही बोलें और जितना अधिक हो सके गुरू की वाणी का श्रवण करें। पंडित श्री व्यास ने कहा कि संतो का सत्संग करने यह नहीं सोचना चाहिए कि हमें कोई बीमारी नहीं आएगी, हमारा परिवार खुशहाल रहेगा या फिर हमारा व्यापार अच्छा चल जाएगा, यह तो प्रारब्ध होता है जो इस दुनिया में आया है उसे एक दिन जाना ही है जब लाभ होता है तो हानि भी निश्चित होती है। सत्संग तो जीवन की धारा बदल देता है जिसमें आप ज्ञान और भक्ति की धारा में बहने लगते हैं, लेकिन यहां पर भी यदि कई बार लोग सत्संग करते हैं लेकिन उसका मूल नहीं समझ पाते, जिससे जीवन पर्यंत सत्संग करने के बाद भी अंत में उनको कुछ भी हासिल नहीं होता है। कस्बा स्थित श्री राम मंदिर में रात्रि आठ बजे से जारी भागवत कथा के दूसरे दिन कथा वाचक श्री व्यास ने राजा परीक्षित के बारे में विस्तार बताया, राजा परीक्षित संवाद, शुकदेव जन्म, कपिल संवाद का प्रसंग सुनाया। कथा वाचक ने शुकदेव परीक्षित संवाद का वर्णन करते हुए कहा कि एक बार परीक्षित महाराज वनों में काफी दूर चले गए। उनको प्यास लगी, पास में समीक ऋषि के आश्रम में पहुंचे और बोले ऋषिवर मुझे पानी पिला दो मुझे प्यास लगी है, लेकिन समीक ऋषि समाधि में थे, इसलिए पानी नहीं पिला सके। परीक्षित ने सोचा कि इसने मेरा अपमान किया है मुझे भी इसका अपमान करना चाहिए। उसने पास में से एक मरा हुआ सर्प उठाया और समीक ऋषि के गले में डाल दिया। यह सूचना पास में खेल रहे बच्चों ने समीक ऋषि के पुत्र को दी। ऋषि के पुत्र ने नदी का जल हाथ में लेकर शाप दे डाला जिसने मेरे पिता का अपमान किया है आज से सातवें दिन तक्षक नामक सर्प पक्षी आएगा और उसे जलाकर भस्म कर देगा। भागवत कथा का विस्तार से वर्णन किया। मुख्य यजमान मुकेश श्यामलाल राय, सुशील चौकसे, आलेखराज राठौर ने बताया कि मंगलवार को रात्रि में कथा के दौरान आस्था और उत्साह के साथ भगवान श्रीकृष्ण की झांकी सजाई जाएगी। 


हिंद रक्षक युवा समिति के तत्वाधान में 30 सितंबर को निकाली जाएगी 151 मीटर लंबी भव्य चुनरी यात्रा

  • सीहोर की पहचान बन चुकी है चुनरी यात्रा, दस सालों से निकाली जा रही

सीहोर। नवरात्रि के पावन पर्व पर हिंद रक्षक युवा समिति के तत्वाधान में हर साल निकलने वाली ऐतिहासिक चुनरी यात्रा की तैयारियों को लेकर शहर के गंज स्थित राठौर धर्मशाला में बैठक हुई। चुनरी यात्रा 30 सितंबरको करोली वाली माता मंदिर गंज से शुरु होगी जो नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई इलाही माता हनुमान फाटक कस्बा पर महाआरती एवं प्रसादी वितरण के बाद समाप्त होगी। इस मौके पर बैठक के मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रवि मालवीय ने अपने संबोधन में कहा कि पिछले दस सालों से हिंद रक्षक युवा समिति के तत्वाधान में नवरात्रि के पावन अवसर पर निकाली जाने वाली भव्य चुनरी यात्रा सीहोर शहर की पहचान बन गई है। उक्त आयोजन को लेकर शहर के गंज स्थित राठौर धर्मशाला में शहर सहित आस-पास के क्षेत्र की मातृ शक्ति, युवाओं और समिति के पदाधिकारियों के साथ बैठक की गई थी, जिसमें भाजपा जिलाध्यक्ष श्री मालवीय ने कहा कि नगर पालिका के अध्यक्ष और समिति के संरक्षक प्रिंस राठौर सहित माता के भक्तों द्वारा निकाली जाने वाली भव्य चुनरी यात्रा की तैयारियों को लेकर जो बैठक की गई है, वह निश्चित तौर पर इस वर्ष भव्य स्वरूप लेगी, उन्होंने बताया कि पिछले दो सालों से कोरोना महामारी के कारण कोई भी भव्य आयोजन नहीं हो पाए थे, यात्रा शहर की पहचान है, आयोजन को लेकर समिति और क्षेत्रवासियों में उत्साह है।  वहीं कार्यक्रम के दौरान राठौर क्षत्रिय समाज के अध्यघ्क्ष सतीश राठौर, पूर्व विधायक रमेश सक्सेना, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष नरेश मेवाडा, पंडित अजय पुरोहित और पंडित मोहित पाठक आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।


151 मीटर लंबी भव्य चुनरी यात्रा निकाली जाएगी

नवरात्रि के पावन अवसर पर निकली जाने वाली भव्य चुनरी यात्रा को लेकर नगर पालिका अध्यक्ष श्री राठौर ने बताया कि पिछले दस सालों से क्षेत्र की सुख-समृद्धि के लिए भव्य चुनरी यात्रा निकाली जा रही है। आयोजन को लेकर सभी तैयारियां की जा रही है। उन्होंने बताया कि चुनरी यात्रा 30 सितंबरको करोली वाली माता मंदिर गंज से शुरु होगी जो नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई इलाही माता हनुमान फाटक कस्बा पर महाआरती एवं प्रसादी वितरण के बाद समाप्त होगी। इस चुनरी यात्रा में शहर के सभी कथा वाचकों, मातृ शक्ति सहित अन्य सभी क्षेत्रवासी शामिल रहेंगे। नपाध्यक्ष श्री राठौर ने सभी क्षेत्रवासियों से आगामी दिनों में निकाली जाने वाली 151 मीटर लंबी भव्य चुनरी यात्रा में शामिल होकर धर्म का लाभ लेने की अपील की है। 


खाद बीज संकट, निराकरण की मांग, मुख्यमंत्री के नाम दिया गया ज्ञापन


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सीहोर। बोनी के लिए कृषकों को खाद बीज नही मिलने से संकट का सामना करना पड़ रहा है। खाद के लिए कृषकों कि लम्बी-लम्बी लाईन लग रही है। पार्यप्त खाद उपलब्ध कराने की मांग लेकर लेकर सोमवार को गौरव सन्नी महाजन मित्र मंडली के द्वारा तहसील कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया है। गौरव सन्नी महाजन ने कहा की पूर्व वर्ष में भी खादय कि समस्या हुई थी, अधिकतर मण्डी में वहां पर रैक लगती है सीहोर में भी रैक पाइण्ड पर कंपनी विपणन संघ के माध्यम से खाद्य उपलब्ध करवाने कि व्यवस्था की जानी चाहिए मध्य प्रदेश विद्युत मण्डल द्वारा भारी भरकम बिल दिये जा रहे है. गलत बिलों को जबरदस्ती जमा करवाया जा रहा है, उपभोक्ताओं के साथ बिजली विभाग द्वारा डकैती की जा गई है। उपभोक्तओं से अतिरिक्त बसूल की गई राशि को उनको वापिस किया जाए।  दोषियों के खिलाफ  कार्यवाही की जाए। अत्याधिक वर्षा के कारण फसल का भारी नुकसान हुआ है जिसका पात्र किसानों को अतिशीघ्र राहत राशि वितरण करवाई जाए। मैटरनिटी वार्ड में गर्भवती महिलाओं को बैड भी अस्पताल मे प्राप्त नहीं हो पा रहे हैं शीघ्र अतिशीघ्र अस्पताल में मरीजों कि बैंड कि संख्या बड़ाई जाने की मांग की गई है।

'इंडियन स्कूल्स बोर्ड फॉर क्रिकेट'की शुरुआत हैदराबाद में हुई

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  • पूर्व भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान पद्मश्री दिलीप वेंगसरकर ने स्कूली क्रिकेटरों के लिए बनी,'इंडियन स्कूल्स बोर्ड फॉर क्रिकेट'की विदिवत घोषणा की है

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हैदराबाद: एक नए नेशनल क्रिकेट बोर्ड 'इंडियन स्कूल्स बोर्ड फॉर क्रिकेट'(आईएसबीसी)(ISBC )की शुरुआत की गई।आईएसबीसी एक गैर-लाभकारी संगठन है,जोकि पूरे भारत में युवा क्रिकेट प्रतिभाओं की तलाश और प्रशिक्षित करेगी,खास करके ग्रामीण इलाकों में छुपी और होनहार प्रतिभाओं को नया भविष्य और मौका देगी। जिसकी घोषणा के लिए हैदराबाद के होटल ताज कृष्णा में सोमवार १२ सितंबर २०२२ को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया था। जिसकी घोषणा और बोर्ड की जानकारी भारतीय क्रिकेट के दिग्गज, पूर्व कप्तान,मुख्य चयनकर्ता तथा इस बोर्ड के मुख्य सलाहकार पदमश्री दिलीप वेंगसरकर द्वारा किया गया। इस अवसर पर बोर्ड के फाउंडर व सीईओ सुनील बाबू कोलनपाका,अध्यक्ष अंकेश राठौर, सेक्रेटरी पदम राज पारख तथा बोर्ड के सभी पदाधिकारी व सदस्यों ने उपस्थित रहकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और कार्यक्रम को सफल बनाया। इस अवसर पर बोर्ड के फाउंडर व सीईओ सुनील बाबू कोलनपाका ने कहा,"आईएसबीसी ने स्कूली क्रिकेटरों को तैयार करने में प्रवेश किया है।2011 में तेलंगाना के ग्रामीण क्रिकेटरों के लिए क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ तेलंगाना (CAT) द्वारा 'तेलंगाना स्कूल प्रीमियर लीग'(TSPL) 5120 स्कूली क्रिकेटरों के साथ एक बड़ी सफलता थी ,जिसके तहत तेलंगाना राज्य के 31 जिलों ने टूर्नामेंट में हिस्सा लिया और 550 मैच हुए। जिसमें ग्रामीण कुछ असाधारण क्रिकेट प्रतिभाओं को देखा और उनको विकसित करने के लिए 'इंडियन स्कूल्स बोर्ड फॉर क्रिकेट''का आज शुरुवात की है। "पूर्व क्रिकेटर दिलीप वेंगसरकर ने इस अवसर बोर्ड के लोगो का धन्यवाद किया और कहा,"यह एक अच्छी पहल है।इससे हमारे युवा पीढ़ी के बच्चों को एक अच्छा अवसर व प्लेटफार्म मिलेगा। अच्छे व टैलेंट लोगों को सही दिशा मिलेगी,खासकर के जो ग्रामीण इलाकों में छुपी और वंचित प्रतिभाएं है,उनको सुनहरा मौका मिलेगा।"अध्यक्ष अंकेश राठौर ने कहा,"भारत को स्कूली क्रिकेटरों को तैयार करने के लिए एक संगठित ढांचे की जरूरत थी,जो कि आईएसबीसी पूरा करेगा।"सेक्रेटरी पदम राज पारख ने कहा,"हमें 19 देशों का एक स्कूली समूह बनाकर खुशी हो रही है, जिसके तहत हम 2023 के अंततक में "स्कूल वर्ल्ड कप"आयोजित करने की योजना बना रहे हैं।"आईएसबीसी 2023/24 के लिए जुलाई/अगस्त के महीने से क्रिकेट गतिविधियां शुरू करेगा।के बाद दिसंबर 2022 में अनुसूची और भागीदारी की घोषणा की जाएगी। आईएसटीएल (ISTL )के तहत शैक्षिक छात्रवृत्तियां होंगी,भारत और विदेश में आईसीसी स्तर की अकादमियों में विशेषज्ञ क्रिकेट प्रशिक्षण शुरू करेगा।इन सदस्यों को सर्वसम्मति से आईएसबीसी के लिए चुना गया,जोकि 3 साल की अवधि के लिए है।अध्यक्ष अंकेश राठौर (राजस्थान), उपाध्यक्ष संध्या अग्रवाल (मध्य प्रदेश),वाई सुदर्शन बाबू (आंध्र प्रदेश),संग्राम लोंकर (महाराष्ट्र),सचिव पदम राज पारख (राजस्थान),संयुक्त सचिव मोहम्मद युसूफ (तमिलनाडु),डॉ. एस सेंथिल कुमार (तमिलनाडु),कोषाध्यक्ष डी. श्रीनिवास रेड्डी (आंध्र प्रदेश),कार्यकारी समिति जयेश गांधी (महाराष्ट्र),वर्षा शर्मा (मध्य प्रदेश),टी श्रीनिवास रेड्डी (आंध्र प्रदेश), सीएच विजय कुमार (आंध्र प्रदेश),अमित बोकाडिया (राजस्थान),अध्यक्ष :- अभिषेक आवला (तेलंगाना),,संस्थापक-सीईओ सुनील बाबू कोलनपाका (तेलंगाना), प्रमुख संरक्षक भाजपा राज्यसभा सांसद डॉ के लक्ष्मण, संरक्षक जैतारण से भाजपा विधायक श्री अविनाश जी गेहलोत इत्यादि है।

2030 के लक्ष्य हासिल करने में पवन ऊर्जा क्षमता के विस्तार की भूमिका रहेगी एहम

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प्रधान मंत्री मोदी ने COP 26 में दुनिया को बता दिया कि भारत साल 2030 तक अपनी गैर-जीवाश्म बिजली क्षमता को 500 गीगावाट (GW) तक पहुंचाएगा और इस लक्ष्य का आधा रिन्यूबल ऊर्जा से हासिल किया जाएगा। साथ ही, उत्सर्जन में एक बिलियन टन की कमी और 2030 तक सकल घरेलू उत्पाद की उत्सर्जन तीव्रता में 45% की कमी कि भी घोषणा मोदी जी ने की है। इस घोषणा के सापेक्ष, ग्लोबल विंड एनेर्जी काउंसिल ने 'एक्सीलरेटिंग ऑन शोर विंड कैपेसिटी एडिशन इन इंडिया टू अचीव 2030 टारगेट' (वर्ष 2030 का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए भारत में तटवर्ती वायु ऊर्जा उत्पादन क्षमता की अभिवृद्धि में तेजी लाना) शीर्षक वाला अपना दस्तावेज जारी किया है। इसमें वायु ऊर्जा क्षेत्र के लिए भारत की ई-रिवर्स नीलामी व्यवस्था पर रोशनी डाली गई है। दरअसल अनेक वैज्ञानिक अध्ययनों में क्लीन एनेर्जी ट्रांज़िशन, ऊर्जा सुरक्षा तथा जलवायु संरक्षण संबंधी कार्रवाई में वायु ऊर्जा की उत्प्रेरक भूमिका के बारे में विस्तार से बात की गई है। अच्छी बात ये है कि भारत में पवन ऊर्जा उत्पादन की काफी संभावनाएं हैं। एनआईडब्ल्यूई के अनुमान के मुताबिक भारत में 120 मीटर हब ऊंचाई पर लगभग 695 गीगावाट की तटवर्ती वायु ऊर्जा उत्पादन क्षमता है। भारत लगभग 41 गीगावॉट स्थापित तटवर्ती वायु ऊर्जा क्षमता के साथ दुनिया में चौथे स्थान पर है।


इतना ही नहीं, भारत के केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण ने लगभग 41 गीगावॉट वायु ऊर्जा और 49.3 गीगा वाट सौर ऊर्जा की स्थापित क्षमता के साथ अप्रैल और दिसंबर 2021 (सीईए 2022) के बीच 58.13 हजार मेगा यूनिट (वायु ऊर्जा), और 51.2 5000 मेगा यूनिट (सौर ऊर्जा) उत्पादन की जानकारी दी है। भारत सरकार के अनुमान के मुताबिक प्रति मेगावाट स्थापित वायु ऊर्जा के हिसाब से हर वर्ष 2.2 मेगा यूनिट बिजली उत्पन्न होती है। वहीं, सौर ऊर्जा के मामले में प्रति मेगावाट 2 मेगा यूनिट बिजली पैदा होती है (एमएनआरई 2021)। पवन ऊर्जा क्षेत्र का रोजगार सृजन में भी एहम योगदान है। आईआरईएनए और आईएलओ के मुताबिक भारत में वायु ऊर्जा उद्योग से कम से कम 50000 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलता है। वहीं, दुनिया भर में वायु टरबाइन उपकरणों (नैसेल, ब्लेड, टावर, जेनरेटर, गियरबॉक्स और बेयरिंग) का उत्पादन करने वाले लगभग 10% कारखाने भारत में स्थित हैं। आगे, जीडब्ल्यूईसी के वर्ष 2022 के प्रारंभिक अनुमानों के मुताबिक किसी एक परियोजना की 25 वर्ष की संचालन जीवन अवधि के दौरान भारत में स्थापित वायु ऊर्जा क्षमता के प्रति मेगावाट औसतन 33.7 एफटीई नौकरियां (एक कैलेंडर वर्ष में एक व्यक्ति के लिए पूर्णकालिक नौकरी के रूप में परिभाषित) उत्पन्न होती हैं। आने वाले वक़्त में इस दिशा में क्या संभावनाएं हो सकती हैं, इस पर प्रकाश डालते हुए जीडब्ल्यूईसी के वर्ष 2022 के शुरुआती अनुमानों के मुताबिक सामान्य परिदृश्य के तहत वर्ष 2022-2026 के बीच 19.4 गीगा वाट तटवर्ती वायु ऊर्जा उत्पादन क्षमता स्थापित होगी, जिससे वायु ऊर्जा फार्म की 25 वर्ष की संचालन अवधि के दौरान राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में करीब 10 अरब डॉलर की प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष सकल मूल्य वृद्धि जुड़ेगी। वायु टरबाइन क्षमता में भी कई गुना इजाफा हुआ है। 1990 के दशक की शुरुआत में किलोवाट आकार वाली टरबाइन अब 3 मेगावाट से अधिक क्षमता वाली अत्याधुनिक और अत्यधिक दक्ष रूप में भारत के व्यावसायिक बाजार में उपलब्ध हैं।


भारत में फीड इन टैरिफ (एफआईटी) व्यवस्था से आगे बढ़ते हुए ई-रिवर्स नीलामी प्रणाली को अपना लिया गया है जिससे किफायत बढ़ी है। हालांकि यह बदलाव प्रभावशीलता या वार्षिक क्षमता वृद्धि के मामले में कोई खास बदलाव लाने में नाकाम रहा है। गुजरे वक्त में अपेक्षित वायुदाब वाले राज्यों में अक्षय ऊर्जा रहित बिजली के लिए पवन ऊर्जा की दर एपीपीसी से कम देखी गई है, लिहाजा ऐसे राज्यों के पास वायु ऊर्जा की खरीद को प्राथमिकता देने के लिए एक मजबूत व्यावसायिक वजह मौजूद है। क्योंकि उत्पादित ऊर्जा मिश्रण में अक्षय ऊर्जा की हिस्सेदारी बढ़ रही है, ऐसे में वायु ऊर्जा उत्पादन क्षमता में वृद्धि करना ग्रिड के दीर्घकालिक स्थायित्व को सुनिश्चित करने के लिहाज से महत्वपूर्ण है। विनिर्माण और सेवा क्षेत्र में डीकार्बोनाइजेशन को बढ़ावा देने के लिए चौबीसों घंटे भरोसेमंद अक्षय ऊर्जा की आपूर्ति करने में सक्षम होना भी अहम है। ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन के लिए बिजली आपूर्ति को पूरा करने के उद्देश्य से देश में तेजी से अक्षय ऊर्जा क्षमता में वृद्धि करने की जरूरत है। वायु ऊर्जा संसाधनों की पूरी क्षमता का फायदा उठाने और वर्ष 2030 तक भारत में लगभग 100 गीगावॉट नई वायु ऊर्जा क्षमता जोड़ने के लिए मौजूदा व्यवस्था में फौरन आमूलचूल बदलाव की जरूरत है। दुनिया के चौथे सबसे बड़े तटवर्ती वायु ऊर्जा बाजार यानी भारत को अपने मौजूदा तटवर्ती वायु ऊर्जा रिवर्स नीलामी तंत्र पर फिर से विचार करना चाहिए क्योंकि यह वर्ष 2030 के लक्ष्य की समय पर प्राप्ति के लिए जरूरी रफ्तार देता नहीं दिख रहा है। इसके अलावा विरासत में मिली परिचालन संबंधी चुनौतियों का समाधान किया जाना चाहिए और अप्रत्याशित घटनाओं से पैदा होने वाले उन झटकों से निपटने के लिए पर्याप्त समर्थन तंत्र का पता लगाया जाना चाहिए जिनसे स्पष्ट रूप से क्षमताओं में रुकावटें पैदा हुई हैं। इस दस्तावेज में व्यापक उद्योग परामर्श के आधार पर कई संस्थागत, वित्तीय और परिचालन संबंधी उपाय सुझाए गए हैं। इनमें प्राकृतिक आपदाओं, युद्धों तथा अन्य ऐसी अप्रत्याशित घटनाओं में परियोजना के विकासकर्ताओं की रक्षा के लिए एक मजबूत सूचकांक बनाने वाला तंत्र शुरू करने की संभावना भी शामिल है, जिनसे पहले से ही निर्माणाधीन परियोजनाओं की वित्तीय व्यवहार्यता में बाधा उत्पन्न हो सकती है।


यह दस्तावेज उपयोगिता के स्तर पर परियोजना की निगरानी कार्य योजना को मजबूत करने का सुझाव देता है साथ ही साथ यह एक &कोट और उपयोगिता पैमाने पर अक्षय ऊर्जा क्षमता सूचकांक &कोट को भी लाने का सुझाव देता है ताकि राज्य स्तरीय श्रेष्ठ पद्धतियों की पहचान हो सके और ऐसे राज्यों को जरूरी हैंड होल्डिंग उपलब्ध कराने में सक्षम बनाया जा सके जहां उपयोगिता स्तरीय परियोजनाएं रफ्तार हासिल करने में नाकाम हो रही हैं। इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए जीडब्ल्यूईसी के सीईओ बेन बैकवेल कहते हैं, “भारत का वायु ऊर्जा उत्पादन क्षेत्र कई पुरानी चुनौतियों की श्रंखला से जूझ रहा है, जिनकी वजह से वार्षिक क्षमता वृद्धि की रफ्तार में काफी गिरावट आई है। इस बीच रिवर्स नीलामी व्यवस्था ने 'रेस टू द बॉटम'विशेषताओं वाले एक ऐसे बाजार को बढ़ावा दिया है जिसमें अपर्याप्त मात्रा वाली स्थिर बोलियों और उच्च स्तर की नाकामी और परियोजना की गुणवत्ता तथा आपूर्ति श्रंखला की स्थिति पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया है। हालांकि केंद्र सरकार द्वारा हाल के महीनों में कई सुधारात्मक नीतिगत क़दमों की घोषणा किए जाने से नई आशा जगी है। मगर वायु ऊर्जा निर्माण क्षेत्र में निवेश में तेजी लाने और सालाना ऊर्जा क्षमता में वृद्धि को और तेज करने के लिए निरंतर मांग उत्पन्न करने की जरूरत है। वायु ऊर्जा उद्योग के लिए यह जरूरी है कि वह भारतीय बाजार में विस्तार के आधार पर एक स्पष्ट विनिर्माण निवेश की स्थितियां बनाएं। साथ ही साथ सरकारी एजेंसियों, समुदायों तथा वाणिज्यिक और औद्योगिक उपभोक्ताओं के साथ अपनी भागीदारी तैयार करें और उन्हें बढ़ाएं ताकि लक्ष्य को हासिल किया जा सके। इसके अलावा परियोजना के ऐसे विकासकर्ताओं और निर्माणकर्ताओं की वित्तीय मजबूती को सुनिश्चित करने के लिए कदम भी उठाएं जो वार्षिक लक्ष्य के सापेक्ष ऊर्जा क्षमता में वृद्धि के ठहर जाने और संपूर्ण मूल्य संख्या में कीमतों के बढ़ने जैसी दोहरी मार सहन करने को मजबूर हैं। ऐसा करना यह सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है कि वायु ऊर्जा उद्योग भारत को उसके सतत विकास और उन्नति के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने में अपनी सहयोगात्मक भूमिका निभा सके।” आगे, जीडब्ल्यूईसी इंडिया के अध्यक्ष और रिन्यू पावर के संस्थापक अध्यक्ष तथा सीईओ सुमंत सिन्हा कहते हैं, “भारत वैश्विक ऊर्जा रूपांतरण के मामले में एक अग्रणी देश है और उसने यह यह स्थान सभी हित धारकों के बीच अभूतपूर्व तालमेल की वजह से हासिल किया है। खास तौर पर वायु ऊर्जा उत्पादन क्षमता में वृद्धि के माध्यम से। ऐसे में जब भारत जलवायु परिवर्तन के खिलाफ अपनी लड़ाई को तेज कर रहा है और एक अनिश्चित व्यापक अर्थव्यवस्था वाले माहौल के बीच वर्ष 2030 और 2070 के लिए निर्धारित अपने लक्ष्यों की प्राप्ति की दिशा में काम कर रहा है, वायु ऊर्जा क्षेत्र एक महत्वपूर्ण सक्षमकारी कारक बना हुआ है। इन प्रयासों को कारपोरेट अंतर्राष्ट्रीय इकाइयों, नीति निर्धारकों, कर्ज दाताओं, निवेशकों, एनजीओ, शिक्षण संस्थानों, शोध प्रयोगशालाओं तथा नवोन्मेषकर्ताओं के साथ-साथ प्रभावित समुदायों के बीच और अधिक तथा बेहतर तालमेल स्थापित करने की जरूरत होगी। भारत के ऐतिहासिक ऊर्जा रूपांतरण को कामयाब बनाने के लिए हर किसी को बहुत कड़ी मेहनत करनी होगी और कामयाबी को ही एकमात्र नतीजा बनाना होगा। क्योंकि अगर जलवायु परिवर्तन के खिलाफ हमारी लड़ाई अधकचरा नतीजा लेकर आई तो यह विनाशकारी साबित हो सकता है।”

कविता : अकेले उन रास्तों में वह सहम सी गई थी

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अकेले उन रास्तों में वह सहम सी गई थी।


वह चार थे और बेचारी अकेली खड़ी थी।।


बेदर्द है जमाना सुना था उसने।


लग रहा था वह बेदर्दी देखने वाली थी।।


कोमल से हाथो को कस के पकड़ा था उन जालिमों ने।


और वो बस दर्द से वह चीख रही थी रो रही थी।।


शर्म का पर्दा उठ रहा था।


और वो बेबस किसी के इंतजार में पड़ी थी।।


दुपट्टा फाड़कर मर्दानी दिखा रहे थे, वह कुछ बेदर्द लोग।


हद पार उन्होंने की, दुनिया उन्हें बेशर्म बता रही थी।।


निर्दोष हूं मैं, निर्दोष हूं मैं बस यही चिल्ला रही थी।


गिर रही थी और फिर खुद संभल रही थी।


तमाशा देख रहे थे कुछ लोग इस खौफनाक मंजर का।


और वो बेबस अकेली ज़माने को देख रही थी।।





मंजू धपोला
मंजू धपोला

कपकोट, बागेश्वर

उत्तराखंड

चरखा फीचर

कविता : चाह नहीं है अब मुझको

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चाह नहीं है अब मुझको, कहलाऊँ मैं सीता जैसी।


अब तो बस उड़ना चाहती हूं, बिल्कुल कल्पना जैसी।।


फिर क्यों बनूं मैं द्रौपदी जैसी।


कहां बचा है कोई अब कृष्ण जैसा।।


अब तो बस लड़ना चाहूं, लड़ाई मैरी कॉम जैसी।।


चाह नहीं हैं अब मुझको, उपमा मिले गाय जैसी।


अब तो मैं बन के दिखाऊं, शान से किरण बेदी जैसी।।


फिर क्यों बनूं सावित्री जैसी, कौन बचा है सत्यवान अब।


अब तो बस लिखना चाहूँ, विचार सरोजिनी नायडू जैसी।।


चाह नही है अब मुझको, जेवर से मैं लद जाऊं।


अब तो बस जीना चाहूँ, आत्मनिर्भर स्वावलंबी जिंदगी ऐसी।।





पायल रावल
पायल रावल

चोरसौ, गरुड़

बागेश्वर, उत्तराखंड

चरखा फीचर

स्टार्टअप वोल्टअप ने अदानी इलेक्ट्रिसिटी और हीरो इलेक्ट्रिक के साथ साझेदारी की

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मुंबई : मुंबई में बैटरी स्वैपिंग में क्रांति लाने के लिए तैयार एक कदम में, वन-स्टॉप बैटरी स्वैपिंग स्टार्ट-अप वोल्टअप ने आज अदानी इलेक्ट्रिसिटी और हीरो इलेक्ट्रिक के साथ अपनी साझेदारी की घोषणा की। यह भारत में पहली बार है कि बैटरी स्वैपिंग स्टार्ट-अप ने स्मार्ट मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर, ओईएम और लास्ट माइल पार्टनर्स के साथ साझेदारी में परिचालन शुरू किया है। गोरेगांव और बोरीवली के बीच 10 स्थानों में 120 डॉक के साथ शुरू है। चर्चगेट से मीरा-भयंदर तक पश्चिमी लाइन को कवर करने के लिए साझेदारी साल के अंत तक 50 स्थानों को जोड़ने जा रही है। बैटरी स्वैपिंग तक आसान पहुंच के लिए शहर भर में स्मार्ट इलेक्ट्रिक मोबिलिटी स्टेशन स्थापित करने के अपने प्रयास में, साझेदारी 2024 तक पूरे मुंबई में 500 ऐसे बैटरी स्वैपिंग समाधान केंद्रों को संचालित करने की कोशिश कर रही है, जो प्रतिदिन 30,000 से अधिक सवारियों को पूरा करते हैं। चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी, इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए गोद लेने की उच्च लागत और लंबे चार्जिंग समय भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को अपनाने की दिशा में प्रमुख बाधाएं और चुनौतियां हैं। इन कमियों को दूर करने के लिए, वोल्टअप, अदानी इलेक्ट्रिसिटी और हीरो इलेक्ट्रिक बुनियादी ढांचे की स्थापना और विस्तार की दिशा में एक साथ आए हैं। इस गठजोड़ के साथ, वोल्टअप ज़ोमैटो के साथ स्वतंत्र डिलीवरी पार्टनर्स को तत्काल ऊर्जा प्रदान करने में सक्षम होगा, जिनके लिए अपनी 2-व्हीलर बैटरी चार्ज करना चुनौतीपूर्ण साबित होता है।  चार्जिंग स्टेशन के लॉन्च पर बोलते हुए और साझेदारी की घोषणा करते हुए, सिद्धार्थ काबरा, सह-संस्थापक और सीईओ वोल्टअप ने कहा - "मुंबई जैसे तेज गति वाले शहर में जहां समय हमेशा महत्वपूर्ण होता है, सवारों को तत्काल बैटरी स्वैपिंग के लिए सक्षम करना उन्हें सशक्त बनाएगा। 

बीवाईडी ने मुंबई में अपने पहले यात्री वाहन शोरूम का उद्घाटन किया

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मुंबई :  वॉरेन बफेट समर्थित ऑटोमेकर बीवाईडी ने आज भारत में यात्री वाहनों के लिए अपना पांचवां शोरूम खोलने की घोषणा की। शोरूम मुंबई में स्थित है और इसका प्रबंधन लैंडमार्क बीवाईडी द्वारा किया जाएगा। शोरूम का उद्घाटन श्री संजय ठक्कर, प्रमोटर और लैंडमार्क के कार्यकारी अध्यक्ष, संजय गोपालकृष्णन, बीवाईडी इंडिया के इलेक्ट्रिक पैसेंजर व्हीकल बिजनेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, बीवाईडी इंडिया और लैंडमार्क बीवाईडी के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया। लैंडमार्क बीवाईडी भारत के सबसे बड़े शहर में उपभोक्ताओं को बी व्हाई डी के शुद्ध इलेक्ट्रिक वाहनों तक पहुंच प्रदान करेगा। ऑटोमोबाइल उद्योग में काफी अनुभव के साथ, लैंडमार्क बीवाईडी की पड़ोसी क्षेत्रों में अपने व्यवसाय के साथ व्यापक पहुंच है। मुंबई के निवासी अब शहर के भीतर विश्व स्तरीय और टिकाऊ मोटरिंग समाधान प्राप्त कर सकेंगे। 2000 वर्ग फुट में फैले इस शोरूम में अच्छी तरह से प्रशिक्षित तकनीशियन, सर्विस उपकरण, सर्विस बे, ईवी चार्जिंग स्टेशन, एक ग्राहक लाउंज और एक शोरूम डिस्प्ले फ्लोर है, जो ग्राहकों को शहर के केंद्र में सर्वश्रेष्ठ इन-स्टोर अनुभव प्रदान करता है। बीवाईडी इंडिया के इलेक्ट्रिक पैसेंजर व्हीकल बिजनेस के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट संजय गोपालकृष्णन ने कहा, "बीवाईडी इंडिया के लिए मुंबई क्षेत्र प्रमुख बाजारों में से एक है। इसके अलावा, मुंबई शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर एक बदलाव देखा जा रहा है, जिसमें खरीदारों के बीच क्षेत्र में बढ़ते ईवी को पसंद करने की प्रवृत्ति है। ”


निर्माता अनूप जलोटा की फ़िल्म करतूत का हुआ म्युज़िक लॉन्च

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मुंबई : निर्माता अनूप जलोटा और कौशल्या फिल्म्स की अपकमिंग हिंदी फिल्म करतूत का म्युज़िक लॉन्च किया गया। इस अवसर पर लेखक निर्देशक अनिल दत्त, अनूप जलोटा, एक्टर साहिल कोहली, उत्कर्षा नायक मौजूद रहे। इस अवसर पर अनूप जलोटा ने बताया कि जब निर्देशक अनिल दत्त ने इस फ़िल्म की कहानी मुझे सुनाई तो मुझे लगा कि इसे प्रोड्युस करना चाहिए। समाज की कुछ बुराइयों को हटाने का एक सन्देश इस फ़िल्म के जरिये दिया गया है।  फ़िल्म का आज म्युज़िक लॉन्च किया गया है। टी सीरीज से इसका बेहद खूबसूरत गीत छाप तिलक रिलीज होते ही पॉपुलर हो रहा है, लाखों व्यूज़ मिल रहे हैं। यह गीत सुनिधि चौहान ने गाया है।"अनूप जलोटा ने इस फ़िल्म में एक पुलिस कमिश्नर की भूमिका भी निभाई है। वह एक ऐसे पुलिस कमिश्नर हैं जो समाज की बुराइयों को दूर करने के मिशन पर है। अनिल दत्त ने आगे कहा कि अनूप जलोटा को इस फ़िल्म की कहानी के मैंने केवल दस सीन सुनाए थे और वह इस फ़िल्म से जुड़ने के लिए तैयार हो गए।अनूप जलोटा की विशेषता यह है कि वह नई प्रतिभाओं को एक मौका देते हैं। उन्होंने मुझ पर भरोसा किया। हालांकि बतौर डायरेक्टर यह मेरी पहली फ़िल्म है। सुनिधि चौहान के अलावा फ़िल्म में जावेद अली, साधना सरगम, श्रेया घोषाल शाहिद माल्या की आवाज़ में भी गाने हैं। इस फ़िल्म की कहानी के संदर्भ में निर्देशक अनिल दत्त ने बताया कि यह एक पति पत्नी की कहानी है। गांव की एक लड़की की शादी मुम्बई के अमीर व्यक्ति से होती है। शादी के बाद गांव से वह लड़की मुम्बई आती है, एक बड़े बिज़नसमैन के घर का माहौल अलग होता है। पति पत्नी की सोच अलग होती है और इससे रिश्ते में ट्विस्ट आ जाता है। मदालसा शर्मा ने फ़िल्म में  निगार  का रोल किया है। उनके पति का रोल साहिल कोहली ने निभाया है। फ़िल्म में हिमानी शिवपुरी, शुभांगी लाटकर, उत्कर्षा नाईक़ और अनूप जलोटा ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अनिल दत्त ने बताया कि फ़िल्म की कहानी में  करतूत किसकी है इसके लिए दर्शकों को फ़िल्म देखनी होगी। यह बेहद साफ सुथरी पारिवारिक फ़िल्म है। फ़िल्म 14 अक्टूबर को रिलीज होने जा रही है।

दिलचस्प और रोमांचक है रवि किशन स्टारर हिंदी फिल्म "सबवे"

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पिछले कुछ वर्षों से बॉलीवुड में वास्तव में कुछ अलग और हटकर फिल्मों का निर्माण किया जा रहा है। आज दर्शक वर्ल्ड सिनेमा से भलीभांति परिचित हैं ऐसे में उन्हें नई कहानियां, नया नरेशन स्टाइल चाहिए और इस सप्ताह रिलीज हुई रवि किशन की मुख्य भूमिका वाली लेखक निर्देशक शिवराज देवल की हिंदी फिल्म "सबवे"वाकई एक दिलचस्प और रोमांचक सिनेमा है। फ़िल्म में रोमांच, रोमांस, कॉमेडी और दमदार संवाद का खूबसूरत मिश्रण है। फिल्म 'सबवे'की कहानी तीन दोस्तों विशाल, होशियार और राजा की है जो शाम की पार्टी का मज़ा लेने के लिए छोटी-मोटी चोरी हाइवे पर करते हैं। फ़िल्म का पहला दृश्य इसी घटना से शुरू होता है कि यह तीनों कार की स्टेपनी, म्यूजिक सिस्टम आदि बेचने के लिए एक कार चोरी करने के इरादे से हाईवे पर खड़े होते हैं। एक कार को लेकर जब वह भागते हैं तो पता चलता है कि गाड़ी में एक किडनैप किया हुआ व्यवसायी है। व्यापारी उन तीनो चोरों से कहता है कि मुझे सुरक्षित घर पहुंचा दो, तो वह सभी को बहुत सारे पैसे देगा। व्यापारी की मदद करने के इरादे से लड़के ऐसा करने के लिए तैयार हो जाते हैं, लेकिन व्यवसायी के घर जाते समय, वे एक रिटायर्ड डकैत, बागी भान सिंह के गढ़ में फंस जाते हैं। कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब पता चलता है कि व्यवसायी का अपहरण किसी बदमाश ने नहीं बल्कि उसके सौतेले भाई गुड्डू रस्तोगी ने किया था। बागी भान सिंह यह जानकर बौखला जाता है। वह बिज़नसमैन से वादा करता है कि वह नेता गुड्डू रस्तोगी को अपने तरीके से सजा देगा। क्या ऐसा हो पाता है या नहीं, इसके लिए आपको फ़िल्म सबवे देखनी पड़ेगी। फ़िल्म में एक रिटायर्ड डकैत की भूमिका को बड़ी शिद्दत से निभाया है रवि किशन ने। वह अब डकैती नहीं करते, उनका मन बदल गया है वह सोशल वर्क करते हैं। फ़िल्म में उनका काफी मजबूत और दमदार किरदार है, जिसे उन्होंने अपनी नेचुरल एक्टिंग से जीवित कर दिया है। विशाल विशेष ने पहली फ़िल्म के अनुसार बेहतर काम किया है। हीरोइन नाजुक पिक्चर में बेहद क्यूट और नाजुक नजर आई हैं। विशाल के साथ उनका रोमांटिक सांग दिल को सुकून पहुंचाता है। फ़िल्म सबवे के लेखक निर्देशक शिवराज देवल की यह पहली फ़िल्म है, मगर वह अपने प्रथम प्रयास में कामयाब नजर आते हैं। इतने सारे किरदारों, घटनाक्रम को उन्होंने बखूबी जोड़ा है और एक बेहद प्रभावी कहानी पिरोई है। एक्टर्स से भी उन्होंने अच्छा काम ले लिया है।  फ़िल्म में चार अलग अलग प्रकार के गीत हैं। जी म्युज़िक से रिलीज गाने के संगीतकार हर्ष राज हर्ष हैं जबकि गीतकार फैज अनवार हैं। गाने जावेद अली, मोहम्मद इरफान, पलक मुच्छल, ऋतु पाठक और नक्काश अज़ीज़ की आवाज़ में हैं। सभी गीत सिचुएशनल हैं और कहानी को आगे बढाते हुए प्रतीत होते हैं। जगत जननी एंटरटेनमेंट और गेट्स फ़िल्म एंड एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले बनी फ़िल्म की निर्मात्री शारदा त्रिपाठी और को प्रोड्यूसर भगवती देवल व संतोष त्रिपाठी हैं। फ़िल्म का क्लाइमेक्स बेहद नया और जानदार है। फ़िल्म एक बार देखने लायक है।




फ़िल्म समीक्षा ; सबवे

कलाकार ; रवि किशन, विशाल विशेष और नाजुक

लेखक निर्देशक : शिवराज देवल

प्रोड्यूसर ;  शारदा त्रिपाठी 

रेटिंग ; 2.5 स्टार्स

नगमा खान इन्फ्लुएंसर राइजिंग फिल्म निर्माता के रूप में सम्मानित

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मुंबई : नगमा खान एंटरटेनमेंट मार्केटिंग और फिल्मों के पीआर के क्षेत्र में सबसे सफल बॉलीवुड सेलिब्रिटी के रूप में सुर्खियों में रही हैं। गोल्डन टच वाली इस महिला द्वारा किए गए लगभग सभी प्रोजेक्ट फिल्मी दुनिया में सफल रहे हैं। अब तक कई पुरस्कारों से सम्मानित नगमा कहती हैं, "मैं मिड-डे तक मुझ पर बरसी इन्फ्लुएंसर राइजिंग फिल्म प्रोड्यूसर की इस मान्यता से अभिभूत हूं और मैं प्रतिज्ञा करती हूं कि हम जल्द ही दिलचस्प सामग्री लेकर आएंगे।""यह एक घटनापूर्ण 2 दशक रहा है कि मैंने इतने अंतराल में 200 से अधिक फिल्मों को संभाला है और बॉलीवुड फिल्म उद्योग के उतार-चढ़ाव का अनुभव किया है। रुझानों और आंदोलनों के संबंध में यह मेरे लिए सीखने की अवस्था रही है। मनोरंजन की दुनिया,"नगमा खान कहती हैं, जिन्होंने अब सामग्री निर्माता के रूप में अपनी प्रविष्टि की घोषणा की है। हाल ही में, आगामी फिल्म निर्माता नगमा खान को मुंबई के सहारा स्टार होटल में आयोजित मिड-डे इन्फ्लुएंसर पुरस्कारों में मोस्ट आइकॉनिक फिल्म निर्माता के रूप में सम्मानित किया गया था और डेन्यूब के रिजवान साजन, राजस्थान क्रिकेट के उपाध्यक्ष अमीन पठान द्वारा सम्मानित किया गया था। एसोसिएशन और अभिनेत्री राखी सावंत। भूमि, आगामी 5 एपिसोडिक वेब शो नगमा खान द्वारा निर्मित है जो हसनैन हैदराबादवाला द्वारा निर्देशित है और जल्द ही एक शीर्ष ओटीटी प्लेटफॉर्म पर स्ट्रीम होने की उम्मीद है। नगमा, वारियर हंट सीज़न 1 की सह-निर्माता भी हैं, जो एक 6 एपिसोडिक शो है, जिसमें एंडेमोल शाइन इंडिया द्वारा निष्पादित किए जा रहे प्रारूप में राष्ट्रीय स्तर के लड़ाके प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। वॉरियर हंट 1 एमएक्स प्लेयर पर स्ट्रीम होगा। उनकी पिछली दो फिल्में, उनमें से एक डक एंड ड्रेक्स जो एमएक्स प्लेयर पर स्ट्रीमिंग हो रही है और 'सिस्टम अपडेट'दूसरी आगामी थ्रिलर है।

मिशन वात्सल्य और चाइल्ड हेल्पलाइन के विलय से बाल संरक्षण में कितना सुधार

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बाल संरक्षण सेवाओं के लिए मिशन वात्सल्य योजना के तहत चाइल्ड लाइन के लिए सरकार द्वारा मसौदा दिशा निर्देश प्रकाशित किए गए हैं. साथ ही सरकार और चाइल्ड लाइन के मौजूदा नागरिक समाज के हितधारकों के बीच हेल्पलाइन नंबर को आपातकालीन हेल्पलाइन के रूप में अपडेट किया गया है. नंबर के साथ विलय अभी तक किसी भी संभावित समाधान पर नहीं पहुंचा है. विलय के बाद हेल्पलाइन को गृह मंत्रालय के यूनिवर्सल इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर 112 में मिला दिया जाएगा. इस संबंध में गुजरात के वडोदरा में चाइल्ड हेल्पलाइन स्टाफ के तौर पर काम करने वाली मोक्षा कहती हैं, ''कई बार बच्चे अपनी चिंताओं को लेकर स्वयं के माता-पिता को भी बताना नहीं चाहते हैं, क्योंकि वे उनकी प्रतिक्रिया से डरते हैं. उनके अनुसार कर्मचारियों के डाउन-टू-अर्थ प्रयासों और बच्चों को उनकी समस्याओं, या संकट की स्थिति में मदद करने के लिए उनका सहानुभूतिपूर्ण रवैये के कारण ही बच्चे उनपर विश्वास करते हैं.  उनका कहना है कि ''हम बच्चों के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाने की कोशिश करते हैं ताकि वे डरें नहीं,". हम क्षेत्र में जाते हैं और उन्हें समझाते हैं कि अगर वे 1098 पर कॉल करते हैं, तो उन्हें मदद मिलेगी और कोई भी उन पर शक या आरोप नहीं लगाएगा.'मोक्षा इस बात को लेकर परेशान हैं कि गृह मंत्रालय के अधीन आने के बाद पुलिस इन मामलों को 'संवेदनशीलता'के साथ उस तरह से नहीं संभाल सकेगी, जिस तरह से एनजीओ, सामाजिक कार्यकर्ता और परामर्शदाता वर्तमान में उनसे निपटते हैं. वह पूछती है, ''क्या पुलिस ऐसे मामलों में इतना समय दे पाएगी? उनके (पुलिस) के पास करने के लिए एक हजार अलग-अलग काम हैं. क्या वे चाहते हुए भी बच्चों और उनकी समस्याओं को प्राथमिकता दे पाएंगे?”


कई अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठनों के संस्थापक रह चुके और टाटा सामाजिक संस्थान, मुंबई के पूर्व प्रोफेसर जाइरो बालिमोरिया ने पहली बार जून 1996 में 24 घंटे की टेलीफोनिक चाइल्ड हेल्पलाइन सेवा शुरू की थी, जो 1098 पर कॉल करने वालों के लिए सुलभ थी. इसे टिस्स और बाल विभाग के संयुक्त प्रयास के तहत एक फील्ड एक्शन प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया था. वर्ष 2000 तक, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने सहमति व्यक्त की और राष्ट्रीय स्तर पर इस परियोजना को निधि देने का वचन दिया. साथ ही साल 2002 तक देश के हर शहर में इस प्रकार के चाइल्ड लाइन स्थापित करने की बात की गई. इस तरह, इसने बाल अधिकारों के संबंधित क्षेत्रों में काम कर रहे मंत्रालय और गैर सरकारी संगठनों के बीच एक कड़ी के रूप में काम किया। चाइल्ड लाइन इंडिया फाउंडेशन के अनुसार, वर्ष 2021 तक 602 शहरों और जिलों में चाइल्ड लाइन सेवाएं उपलब्ध हैं, जो कि भारत के लगभग 81% आबादी को कवर करती है. इस नेटवर्क से 1080 पार्टनर संगठन और 153 चाइल्ड हेल्प डेस्क जुड़े हुए हैं। चाइल्ड लाइन बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, कोलकाता और मुंबई सहित छह स्थानों पर केंद्रीय कॉल सेंटरों से संचालित होती हैं. मोक्षा बताती हैं, ''नेटवर्क पर कॉल आते ही केस को पास के इलाके में काम करने वाले फील्ड पार्टनर को भेज दिया जाता है. इसके बाद टीम का एक सदस्य बच्चे के पास जाता है और यह सुनिश्चित करता है कि बच्चा सुरक्षित रहे,"इस साल अप्रैल में प्रकाशित मिशन वात्सल्य के लिए दिशा निर्देशों के मसौदे में कहा गया है कि 'मिशन वात्सल्य राज्यों और ज़िलों के साथ बच्चों के लिए 24×7 हेल्पलाइन सेवा लागू करेगी, जैसा कि किशोर न्याय अधिनियम 2015 और 2021 के संशोधन में कहा गया है. दिशा-निर्देशों के अनुसार मिशन वात्सल्य के तहत चाइल्ड हेल्पलाइन राज्य और जिला अधिकारियों के साथ बेहतर समन्वय में काम करेगी और इसे गृह मंत्रालय की 112 हेल्पलाइन के साथ एकीकृत किया जाएगा. इसके लिए सरकार की यह दलील है कि चाइल्ड हेल्पलाइन आपातकालीन नंबर के साथ इसलिए एकीकृत किया जा रहा है ताकि सामाजिक कार्यकर्ताओं के बजाय पुलिसकर्मी 1098 पर आने वाली कॉल पर काम कर सकें. महिला और बाल विकास मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि इससे यह सुनिश्चित होगा कि जो किया जा रहा है वह यह है कि राज्यों में बाल शिकायतों के साथ-साथ 'डेटा संवेदनशीलता'पर भी संवेदनशील है.


हालांकि, कई नागरिक समाज के सदस्यों और बाल अधिकार कार्यकर्ताओं ने मंत्रालय के इस कदम के पीछे के तर्क पर बार-बार सवाल उठाया है. जबकि मौजूदा चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 सफलतापूर्वक काम कर रहा है. बैंगलोर स्थित ग्लोबल कंसर्न इंडिया की निदेशक, बृंदा एडीज कहती हैं, "यह विलय अस्वीकार्य है क्योंकि जो लोग हेल्पलाइन को संभालेंगे वे इन कॉलों को संभालने के लिए प्रशिक्षित नहीं होंगे.” मोक्ष और बृंदा दोनों का दावा है कि चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर पर प्राप्त कॉल अलग-अलग प्रकृति के होते हैं. बृंदा के अनुसार"कॉल किसी बच्चे या उनके माता-पिता की ओर से हो सकता है जो सिर्फ जानकारी प्राप्त करने के लिए कॉल कर रहे हों, या यह शिकायत दर्ज करने के लिए कॉल करने वाला कोई व्यक्ति हो सकता है।"मोक्ष के अनुसार, कॉल "सामाजिक और आर्थिक दोनों तरह की हो सकती हैं। जैसा कि माता-पिता अपने बच्चों की देखभाल में असमर्थ होते हैं, क्योंकि कोरोना महामारी के दौरान उनकी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वह अपने बच्चों का खर्च उठा सकते थे.  "द कंसर्नड फॉर वर्किंग चिल्ड्रन (सीडब्ल्यूसी) द्वारा प्रकाशित एक बयान में कहा गया है कि "कई बार कॉल ऐसे बच्चों के आते हैं, जो मानसिक समस्याओं से पीड़ित होते हैं और उन्हें तत्काल या दीर्घकालिक सहायता और परामर्श की आवश्यकता होती है, कई बार भोजन, किताबें, आवास आदि के लिए भी कॉल आते हैं".  एडीज कहती हैं कि कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु के पुलिस थानों में जिन लोगों को ऐसे कॉल अटेंड करने के लिए तैनात किया है, वह प्रशिक्षित नहीं होने के कारण सक्षम नहीं हैं. जबकि इन कॉलों के लिए ऐसे विशेषज्ञों की आवश्यकता होती है, जो बच्चों और उनके मनोविज्ञान को समझते हैं और बच्चों की सुरक्षा और मार्गदर्शन के लिए प्रशिक्षित होते हैं". बयान के मुताबिक, ''बच्चे जब बहुत परेशान होते हैं और फोन करते हैं लेकिन उस वक्त चुप रहते हैं, ऐसे में चाइल्ड लाइन स्टाफ धैर्य के साथ बच्चे के बोलने तक इंतजार करते हैं.'' 


सवाल यह है कि क्या पुलिस यह सब करने को तैयार होगी? इसलिए पुलिस इन कॉलों को प्राप्त करने के लिए संपर्क का पहला उपयुक्त बिंदु नहीं है।"वह आगे कहती हैं कि "उदाहरण के लिए, यदि कोई महिला, जिसे उसके पति द्वारा बच्चों के साथ घर से बाहर कर दिया जाता है और वह महिला हेल्पलाइन नंबर डायल करती है, तो मैं पहले उसका सही स्थान पूछूंगी, फिर पूछूंगी अगर उसके पास सुरक्षित स्थान तक पहुंचने के लिए पैसा है तो उसके अनुसार उसके लिए व्यवस्था की जाएगी ” वह पूछती हैं, "क्या पुलिस कर्मियों को इस तरह का व्यवहार और व्यवस्था करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है?"इन कारणों के अलावा, सीडब्ल्यूसी के बयान में कहा गया है कि जब बच्चों ने यौन शोषण करने वालों या ड्रग डीलरों के खिलाफ पुलिस में शिकायत की, तो कई बार उनके साथ पक्षपात किया गया और दुर्व्यवहार करने वाले के पक्ष में भेदभाव किया गया या रिश्वत ली गई. बयान में दावा किया गया है कि इस तरह से पुलिस की मौजूदगी से बच्चों के साथ दुर्व्यवहार बढ़ता है. बृंदा कहती हैं, ''यौन शोषण के मामले हो सकता है कि बच्चा अधिकारियों से बात नहीं करना चाहे या संभव है कि वह उनसे डरे. हालांकि अगर पुलिस बात भी करती है, फिर भी उनके सवाल परेशान करने वाले होंगे, जैसे कि क्या आपके पिता वास्तव में ऐसा कर सकते हैं या आप वास्तव में शिकायत दर्ज करना चाहते हैं? अगर आप उसके साथ सुरक्षित महसूस करते हैं तो उसके साथ रहें. इस बीच मैं किसी ऐसे गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) के ट्रॉमा क्राइसिस सेंटर के विशेषज्ञ को भी कॉल करूंगी और बच्चे को काउंसलर उपलब्ध कराने के लिए कहूंगी. सवाल यह है कि क्या पुलिस ऐसा करने के लिए प्रशिक्षित है? हकीकत यह है कि सरकार के पास ट्रामा क्राइसिस सेंटर नहीं है. इसलिए, पुलिस न तो प्रशिक्षित है और न ही दैनिक आधार पर कॉल को संभालने के लिए सुसज्जित है”. अपने बयान में, सीडब्ल्यूसी ने एक खतरनाक तथ्य पर भी प्रकाश डाला है. उनके अनुसार यदि यह काम पुलिस को सौंप दी गई तो ऐसी स्थितियों में बच्चे कॉल करना बंद कर सकते हैं और खुद को अधिक जोखिम में डाल सकते हैं.


इसके अलावा, सरकार द्वारा दिए गए डेटा संवेदनशीलता तर्क के बारे में बात करते हुए, बयान में कहा गया है, "हमें विश्वास है कि एमडब्ल्यूडी सरकार की तरह ही डेटा संवेदनशीलता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध होगी और उसमें सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा. इसलिए इस काम को स्थानांतरित करने के बजाय गृह मंत्रालय को, इसे एमडब्ल्यूडी में बनाए रखते हुए अधिक मजबूत करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए. सरकार के तर्क के बारे में बात करते हुए, बृंदा कहती हैं "इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि प्राप्त और रिकॉर्ड किए गए कॉल गोपनीयता खंड का पालन करेंगे. बच्चों और उनके परिवारों की पहचान बताकर उन्हें जोखिम में डाला जा सकता है, उनकी संख्या को ट्रैक किया जा सकता है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि वे नहीं चाहते कि ये मुद्दे जनता के सामने आए या कोई शिकायत दर्ज हो. इसके लिए वे रिकॉर्ड किए गए डेटा और किए गए कॉलों की संख्या के साथ आसानी से छेड़छाड़ कर सकेंगे. यह आभास देता है कि हमने इसे पहले ही स्वीकार कर लिया है. उनके अनुसार केवल कुछ शिकायतों के लिए पुलिस के हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है, जिस पर अभी भी कार्रवाई की जा सकती है. एनजीओ आवश्यकतानुसार परामर्शदाताओं या पुलिस की सहायता ले सकता है. इसके लिए हेल्पलाइन को मर्ज करने की जरूरत नहीं है।"इसके अलावा, मोक्ष के अनुसार, पुलिस अभी भी कुछ मामलों में शामिल है लेकिन उनकी जनशक्ति बहुत कम है, और बच्चे उनकी पहली प्राथमिकता नहीं होते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि उनके पास और भी बहुत से काम हैं. इसका मतलब यह नहीं है कि चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर के मौजूदा बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए कोई जगह नहीं है, लेकिन चूंकि यहां व्यापक दायरा और प्राथमिकता बच्चों की सुरक्षा है, इसलिए मौजूदा व्यवस्था में सुधार किया जाना चाहिए. सुश्री कविता कहती हैं "सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए, बुनियादी ढांचे, और सहयोग के लिए बच्चे से संबंधित मुद्दों पर काम करने वाले अन्य विभागों से समर्थन प्राप्त करने की क्षमता को मौजूदा प्रणाली में एकीकृत किया जाना चाहिए ताकि 1098 के आधार और इसके प्रभावों को इसके साथ विलय करने के बजाय मजबूत किया जाए न कि इसे आपातकालीन हेल्पलाइन 112 के साथ एकीकृत कर दिया जाए क्योंकि अगर इसे 112 में मिला दिया जाता है तो हमें नई समस्याओं का सामना करना पड़ेगा. 



Aiman-Siddiqui
अयमन सिद्दीकी

दिल्ली

(लेखक एनसीबी की फेलो हैं)

(चरखा फीचर)

बिहार : उस समय नीतीश कुमार सड़क पर घूम रहे थे : आरसीपी

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आरा. जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार हैसियत पूछते हैं, तो वो ये जान लें कि उनकी हैसियत, मेरी हैसियत और देश के एक-एक नागरिक की हैसियत बराबर है. संविधान ने हम सबको बराबर का हक दिया है.आरसीपी ने कहा कि नीतीश कुमार के पैरवी से आईएएस नहीं बना. जिस वक्त मैं आईएएस बना, उस समय नीतीश कुमार सड़क पर घूम रहे थे. कुछ दिन पहले विपक्ष को एक साथ लाने के सिलसिले में दिल्ली पहुंचने पर पत्रकारों ने नीतीश कुमार से आरसीपी को लेकर सवाल पूछा था तो नीतीश कुमार भड़क गए थे और तू-तड़ाक पर उतर गए. नीतीश कुमार ने कहा था ‘धत्त‘ उसका क्या नाम ले रहे हैं, उ कौंची है? अरे क्या बात करते हैं आप लोग, आप लोगों को इ भी पता नहीं है उसको बनाया कौन राजनीति में, लाया कौन राजनीति में... उ तो आईएएस था, कौन बनाया था उसको अपना प्राइवेट सेक्रेट्री. हम कहां से कहां बनाए, छोड़िये न, उसको पार्टी में हम इतना दिए, और राजनीति में भी उसको जगह दिया. उसको अपनी जगह पर अध्यक्ष बना दिए, उ पूरा का पूरा भाजपा के हाथ में चला गया, तो उसको हटा दिए.


बिहार के मुख्यमंत्री यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा उ क्या बोलता है, उसके बोलने का कोई मतलब है, उ कहां से राजनीति में आया, कौन लेकर आया. अब उ क्या-क्या बोलता रहता है. तरह-तरह की बात बोलता रहता है.उस आदमी के बारे में तो आपको लोगों को पूछना भी नहीं चाहिए.  उसकी हैसियत क्या है? अरे उ बोलता है तो बोलने न दीजिए उसको. अरे सुन लीजिए, वो बीजेपी के अंदर था। अब उ चला गया, जाने दीजिए उसको. उसका क्या वैल्यू है? आप लोग ई सब छोड़िए.उसके बारे में चर्चा भी मत करिए. इसको लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने एक बार फिर हमला बोला है.भोजपुर पहुंचे आरसीपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार मेरी औकात क्या नापेंगे. उनकी खुद की औकात नहीं ही नहीं हैं, वो हमारा हैसियत पूछते हैं. आरा में पत्रकारों से बात करते हुए आरसीपी सिंह ने कहा कि एक समय बिहार में नीतीश कुमार की औकात कुछ नहीं थी, तब भी मेरी औकात ज्यादा थी और अब भी ज्यादा है. आरसीपी ने कहा कि कोई किसी को पहचान नहीं देता, लोकतंत्र के इस देश में सभी नागरिक एक समान है और सभी की पहचान है.


पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने सीएम नीतीश कुमार  पर सोमवार को जमकर हमला बोला. आरसीपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार हैसियत पूछते हैं, वो ये जान लें कि उनकी हैसियत, मेरी हैसियत और देश के एक नागरिक की हैसियत बराबर है. इस संविधान ने सबको बराबर का हक दिया है. उन्होंने कहा कि मैं आपकी (नीतीश कुमार) पैरवी से आईएएस नहीं बना. जिस समय मैं आईएएस बना उस समय आप सड़क पर घूम रहे थे. एक सवाल पर बिहार में जाति समीकरण को देखा जाता है. इस वक्त नीतीश कुमार के साथ लालू यादव हैं, कांग्रेस और लेफ्ट भी साथ है तो लग रहा है कि 2024 में नीतीश कुमार मोदी को धूल चटा देंगे? इस पर आरसीपी सिंह ने कहा कि सवाल ही नहीं उठता है. इनके साथ कौन से जाति के लोग हैं? किस जाति के लोगों को उन्होंने ठगा नहीं है? किसको उन्होंने आज तक सम्मान दिया है? दिल्ली गए थे, घूम रहे थे. शरद पवार के बारे में क्या-क्या कहते थे? किनके बारे में इन्होंने नहीं कहा. इन पर कौन भरोसा करेगा. आरसीपी सिंह ने बातचीत में आगे कहा, "नीतीश कुमार सूखे की बात कर रहे हैं, पूरे 17 साल होने जा रहा है दक्षिण बिहार में, सात निश्चय में नारा दिया था हर खेत को पानी. क्या आपने ब्लू प्रिंट बनाया? दक्षिण बिहार में हर खेत को स्थायी तौर पर नहर से सिंचाई की व्यवस्था होती. दक्षिण बिहार में सभी बरसाती नदियां हैं. कभी चर्चा की गई कि कितना पानी है या कैसे क्या किया जाएय़ लोग आपसे पूछे नहीं इसलिए दिल्ली की चर्चा कर रहे हैं. बिहार की जनता माफ करने वाली नहीं है."

बेतिया : 15 सितंबर को उद्योग संवाद-सह-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

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  • 15 सितंबर को  बेतिया में होगा उद्योग संवाद.सह.जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन.13 सितंबर को बगहा एवं 14 सितंबर को नरकटियागंज में होगा कार्यक्रम..

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बेतिया.पश्चिम चंपारण जिले के समाहरणालय सभाकक्ष में 15 सितंबर 2022 को  उद्योग संवाद-सह-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है. वहीं 13 सितंबर को बगहा के लव कुश मैरिज हॉल पारस नगर में तथा 14 सितंबर को नरकटियागंज के टीपी वर्मा कॉलेज में उद्योग संवाद-सह- जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस कार्यक्रम में नये एवं पुराने सूक्ष्म एवं लघु उद्यमियों को उद्योग विभाग की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करने के उद्देश्य से जागरूक किया जाएगा. साथ ही उद्यम शुरू करने तथा संचालित करने में आने वाली समस्याओं का निपटारा भी किया जायेगा. ज्ञातव्य हो कि सूक्ष्म एवं लघु उद्यमियों को उद्योग विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं यथा.प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजनाए प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजनाए मुख्यमंत्री उद्यमी योजनाए प्रधानमंत्री मुद्रा योजनाए स्टैण्डअप इंडियाए बिहार स्टार्टअप नीतिए मुख्यमंत्री मध्यमए लघु एवं सूक्ष्म उद्य़म कलस्टर विकास योजनाए बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति से तीव्र गति से लाभान्वित किया जाना है.

बेतिया : विश्वकर्मा पूजा एवं चेहल्लुम के मद्देनजर सजग एवं सतर्क रहें : DM

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  • * विश्वकर्मा पूजा एवं चेहल्लुम के मद्देनजर सजग एवं सतर्क रहें प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी: जिलाधिकारी
  • *असामाजिक तत्वों के विरूद्ध करें निरोधात्मक कार्रवाई

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बेतिया.पश्चिम चंपारण जिले के जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार की अध्यक्षता में आज आगामी विश्वकर्मा पूजा एवं चेहल्लुम के मद्देनजर विधि-व्यवस्था संधारण के लिए समीक्षात्मक बैठक सम्पन्न हुयी.जिलाधिकारी ने कहा कि 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा एवं 18 सितंबर को चेहल्लुम संभावित है. उक्त पर्व पर विधि-व्यवस्था बनाये रखने के लिए सभी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को सजग एवं सतर्क रहना है. उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा पूजा को लेकर मूर्ति अधिष्ठापन के लिए अनुज्ञप्ति लेना आवश्यक है. यह सुनिश्चित किया जायेगा कि बिना अनुज्ञप्ति के किसी भी सूरत में मूर्ति अधिष्ठापन नहीं होने पाए. मूर्ति अधिष्ठापित करने वाले व्यक्तियों, समितियों को निर्धारित शर्तों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करना होगा, इस बात की जानकारी उन्हें पूर्व में ही दे दें. जिलाधिकारी ने कहा कि मूर्ति विसर्जन अथवा चेहल्लुम को लेकर निकलने वाले जुलूस का रूट वेरिफिकेशन अनिवार्य है. रूट वेरिफिकेशन कार्य ससमय करा लिया जाय तथा यह सुनिश्चित किया जायेगा कि निर्धारित रूट से ही जुलूस आदि निकाला जाय। उन्होंने कहा कि डीजे संचालन पर रोक रहेगी. उन्होंने कहा कि पर्व-त्योहारों पर शांति-व्यवस्था बनाये रखने के लिए असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखते हुए निरोधात्मक कार्रवाई की जाय. धारा-107 के तहत आवश्यक कार्रवाई की जाए. संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थलों पर लगातार पेट्रोलिंग करायी जाय। मूर्ति अधिष्ठापन स्थल सहित संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थलों पर मजिस्ट्रेट, पुलिस दंडाधिकारी सहित पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की जाए ताकि किसी भी विषम परिस्थिति में असामाजिक तत्वों से निपटा जा सके. इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, सहायक समाहर्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्ता, श्री राजीव कुमार सिंह, श्री अनिल राय, सभी जिलास्तरीय पदाधिकारी आदि उपस्थित रहे तथा एसडीएम, एसडीपीओ, बीडीओ, सीओ, एसएचओ आदि वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्मय से जुड़े रहे.


‘आप’ गुजरात को भ्रष्टाचार व भयमुक्त शासन देगी : केजरीवाल

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अहमदाबाद 13 सितंबर, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ‘आप’ की सरकार बनने पर गुजरात की छह करोड़ जनता को भ्रष्टाचार मुक्त तथा भयमुक्त शासन देगी। श्री केजरीवाल ने मंगलवार को गुजरात के अहमदाबाद में संवाददाता सम्मेलन में गुजरात की जनता को भ्रष्टाचार मुक्त और भयमुक्त शासन देने की गारंटी देते हुए कहा कि मैं पिछले कई महीनों से गुजरात में घूम-घूम कर जनता से मिल रहा हूं। कई टाउन हॉल मीटिंग कर व्यापारियों, उद्योगपतियों, वकीलों, किसानों और ऑटो चालकों के अलावा कई लोगों से मिले। सभी कहते हैं कि गुजरात में बहुत ज्यादा भ्रष्टाचार है। किसी भी सरकारी विभाग में बिना पैसे दिए कोई काम नहीं होता है। नीचे के स्तर पर भी भ्रष्टाचार है और सरकार के उपर भी बड़े-बड़े घोटालों के आरोप लगते रहे हैं। इनके खिलाफ अगर कुछ बोलो, तो ये डराने-धमकाने पहुंच जाते हैं। हम गारंटी देते हैं कि गुजरात में आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी तो राज्य को भ्रष्टाचार और भयमुक्त शासन देंगे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार में अगर कोई भ्रष्टाचार करेगा, तो वह सीधा जेल जाएगा। पंजाब में हमने करके दिखाया। हमारे एक मंत्री ने कुछ ऊंच-नीच की, तो उसको सीधे जेल भेज दिया। भारत के अब तक के 75 साल के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि कोई पार्टी ने अपने मंत्री को उठाकर जेल भेज दिया हो। जनता सरकार को जो टैक्स देती है, वो एक-एक पैसा जनता पर खर्च किया जाएगा और चोरी बंद की जाएगी। गुजरात का कोई पैसा अब स्विस बैंक में नही जाएगा। अब गुजरात सरकार का कोई पैसा अरबपतियों में नहीं बांटा जाएगा। आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद हर व्यक्ति का हर काम बिना रिश्वत दिए सरकारी दफ्तरों में किया जाएगा। किसी को सरकारी दफ्तर में काम कराने के लिए जाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। हम ऐसी व्यवस्था करेंगे कि सरकार से कोई कर्मचारी आपके घर आएगा और काम करके आएगा। हमने दिल्ली में ऐसी व्यवस्था की है। आप संयोजक ने कहा कि मंत्रियों, नेताओं और बड़े-बड़े लोगों के गुजरात के अंदर जितने काले धंधे चल रहे हैं, वो सारे बंद किए जाएंगे। गुजरात में पेपर लीक होने का सिलसिला बंद करेंगे। पिछले 10 साल में जितने पेपर लीक हुए हैं, उन सभी मामलों की जांच कराएंगे।

25 लाख प्रशिक्षकों को तैयार करने की जरूरत : धर्मेन्द्र प्रधान

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नयी दिल्ली, 13 सितंबर,केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि अगले तीन वर्षों में 25 लाख प्रशिक्षकों को तैयार करने की जरूरत है। कुशल प्रशिक्षकों को तैयार करने के हमारे समस्त प्रयास एमएसडीई के तहत प्रशिक्षण संस्थानों में केंद्रित होंगे जिसमें ये प्रशिक्षक अगली पीढ़ी की श्रमशक्ति के विकास में अहम भूमिका निभायेंगे। श्री प्रधान ने मंगलवार को कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के तहत ‘री-इमेजिनेशन ऑफ ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स’ (प्रशिक्षण संस्थानों की पुनर्कल्पना) पर आयोजित गहन विचार-सत्र में हिस्सा लिया। इस अवसर पर कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर, एमएसडीई के सचिव राजेश अग्रवाल तथा कैपेसिटी बिल्डिंग कमीशन, प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी), राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान (एनएसटीआई), राष्ट्रीय उद्यमिता एवं लघु व्यवसाय विकास संस्थान (एनआईईएसबीयूडी) तथा कौशल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। श्री प्रधान ने कहा कि प्रौद्योगिकी तेजी से हमारी दुनिया को बदल रही है। शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक, कृषि से वित्त तक, हर सेक्टर प्रौद्योगिकी द्वारा प्रेरित अभूतपूर्व विकास का गवाह बन रहा है। इससे नये अवसर और नये कौशल परिदृश्य की आवश्वयकता पैदा हो रही है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में एक जीवन्त श्रमशक्ति के विकास के लिये प्रशिक्षकों की क्षमतायें बढ़ाना बहुत महत्वपूर्ण है। प्रशिक्षण संस्थानों को कौशल इको-सिस्टम को मजबूत बनाने के उद्देश्य से समग्र और भावी रणनीति के लिये खुद को दोबारा चाक-चौबंद तथा दुरुस्त करने पर ध्यान देना होगा। श्री प्रधान ने देश को दुनिया की कौशल राजधानी बनाने तथा कौशल इको-सिस्टम को चाक-चौबंद करने की दिशा में नयी सोच के साथ अधिक नवोन्मेष, संस्थागत सुधारों, नये विचारों, अंतरराष्ट्रीय सहयोगों और प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल का आह्वान किया।

किशोरों को वयस्कों के साथ जेल व्यक्तिगत स्वतंत्रता का उलंघन

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नयी दिल्ली, 13 सितंबर, उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि किशोरों को वयस्क कैदियों के साथ जेलों में बंद करना उनकी व्यक्तिगत स्वतंत्रता से वंचित करना है। न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी और न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला की पीठ ने उत्तर प्रदेश के विनोद कटारा की याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि एक बार जब कोई बच्चा वयस्क आपराधिक न्याय प्रणाली के जाल में फंस जाता है तो उसके लिए इससे बाहर निकलना मुश्किल होता है। पीठ ने बच्चों के अधिकारों और संबंधित कर्तव्यों के बारे में जागरूकता की कमी का उल्लेख करते हुए कहा कि कड़वी सच्चाई यह है कि कानूनी सहायता कार्यक्रम भी प्रणालीगत बाधाओं में फंस गए हैं। याचिका में कहा गया है कि विनोद कटारा ने 10 सितंबर 1982 को हत्या की तारीख को किशोर होने का दावा किया था, जिसके लिए वह उम्रकैद की सजा काट रहा था। उनकी दोषसिद्धि और सजा को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के साथ-साथ उच्चतम न्यायालय ने भी बरकरार रखा था। किशोरावस्था की दलील किसी भी स्तर पर उठाई जा सकती है, इस वजह से उसने वर्ष 2021 में एक मेडिकल बोर्ड की जांच पर भरोसा किया, जिसमें कहा गया था कि 1982 में घटना के समय उनकी उम्र लगभग 15 वर्ष थी। उन्होंने परिवार रजिस्टर का भी हवाला दिया, जिसके तहत उसकी उम्र प्रमाण संबंधी दस्तावेज जारी किया गया था। उत्तर प्रदेश पंचायत राज (परिवार रजिस्टरों का रखरखाव) नियम, 1970 जिसमें उनके जन्म का वर्ष 1968 दिखाया गया था, जो दर्शाता है कि 1982 में उनकी उम्र लगभग 14 वर्ष थी। अब पीठ ने आजीवन कारावास की सजा पाने वाले उस दोषी की नाबालिग होने की याचिका पर एक रेडियोलॉजिस्ट सहित तीन डॉक्टरों की एक टीम द्वारा सिविल अस्पताल में उसका अस्थि-पंजर परीक्षण करने का आदेश दिया। अदालत ने सत्र अदालत आगरा से उसके दावे की एक महीने के भीतर जांच करने को भी कहा है।

देश में कोरोना मृतकों का आंकड़ा 5.28 लाख से पार

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नयी दिल्ली, 13 सितंबर, देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) से 13 और मरीजों की जान जाने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 528185 हो गया है और कोरोना के सक्रिय मामले घटकर 46,347 रह गए। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि सुबह सात बजे तक 215.47 करोड़ टीके दिये जा चुके हैं। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना महामारी के सक्रिय मामले 829 घटने से इनकी संख्या 46,347 रह गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इसी अवधि में कोरोना महामारी संक्रमण के 4,369 नये मामले सामने आने के साथ ही संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 4,45,04,949 हो गई और 5,178 लोग कोरोना मुक्त होने से इनकी कुल संख्या बढ़कर 4,39,30,417 हो गयी हैं। देश में स्वस्थ होने की दर 98.71 प्रतिशत है। सक्रिय मामलों की दर 0.10 प्रतिशत है, दैनिक संक्रमण दर 1.25 प्रतिशत है और मृत्यु दर 1.19 फीसदी पर बरकरार है। मंत्रालय ने बताया कि देश में पिछले 24 घंटों में 3,50,468 कोविड परीक्षण करने के साथ ही अभी तक कुल 88.99 करोड़ कोविड परीक्षण किए जा चुके हैं। देश में पिछले 24 घंटों में आठ राज्यों, दो केन्द्र शासित प्रदेश में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़ी है और अन्य राज्यों, केन्द्र शासित प्रदेशों में इसके मामलों में कमी देखी गयी है। केरल में इस अवधि में कोरोना वायरस संक्रमण के 369 मामले बढ़े हैं और इसके साथ ही सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 11196 हो गई तथा कोरोना महामारी से उबरने वालों की संख्या बढ़कर 6690884 हो गई है। राहत की बात यह रही कि इस अवधि में किसी मरीज की मौत नहीं होने से मतृकों की संख्या 70915 पर बरकरार है। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के 358 मामले घटने से इनकी कुल संख्या घटकर 5862 रह गयी है और इस बीमारी से निजात पाने वालों की संख्या 7957095 हो गयी है। राज्य में इस जानलेवा वायरस के संक्रमण से एक मरीज की जान जाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 23615 पर स्थिर है। कर्नाटक में कोरोना संक्रमण के 326 मामले घटने से इनकी कुल संख्या घटकर 3945 रह गयी है और इस महामारी से निजात पाने वालों की संख्या 4014665 हो गयी है। राज्य में इस जानलेवा वायरस के संक्रमण से पांच और मरीजों की जान जाने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 40264 हो गया है। पश्चिम बंगाल में पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 105 मामले घटने से सक्रिय मामलों की कुल संख्या घटकर 1872 रह गयी और इस बीमारी से निजात पाने वालों की संख्या 2086093 हो गयी है। राज्य में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या 21483 तक पहुंच गयी है। तमिलनाडु में 27 कोरोना सक्रिय मामले घटने से इनकी संख्या घटकर 4839 रह गयी है और अब तक 3531216 लोग इस महामारी से मुक्त हो चुके हैं और मृतकों का आंकड़ा 38038 पर स्थिर है। राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना संक्रमण के 98 सक्रिय मामले घटने से इनकी कुल संख्या घटकर 619 रह गयी है। इससे महामारी से निजात पाने वालों की कुल संख्या बढ़कर 1974656 तक पहुंच गयी है। राज्य में इस जानलेवा वायरस के संक्रमण से एक और मरीज की जान जाने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 26494 हो गया है। पंजाब में कोरोना के 24 सक्रिय मामले घटने से कुल संख्या घटकर 3058 तक पहुंच गयी है। इस दौरान 79 लोगों के स्वस्थ होने के बाद इससे निजात पाने वालों की कुल संख्या बढ़कर 762997 तक पहुंच गयी हैं, मृतकों का आंकड़ा 17906 पर बरकरार है। गुजरात में सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 1291 हो गयी है और इस वायरस से ठीक होने वालों का आंकड़ा बढ़कर 1260112 रह गया है जबकि इसी अवधि में तीन मरीजों की मृत्यु होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 11021 हो गया है। उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 34 मामले घटने से इनकी कुल संख्या घटकर 1086 रह गयी है और इस बीमारी से निजात पाने वालों की संख्या 2100225 हो गयी है। राज्य में मृतकों की संख्या 23615 पर स्थिर है। ओडिशा में 15 सक्रिय मामला घटने से कुल संख्या घटकर 1661 रह गई है, जबकि 209 और लोगों के स्वस्थ होने के बाद इससे निजात पाने वाले लोगों का आंकड़ा 1319588 तक पहुंच गया है। मृतकों का आंकड़ा 9185 पर स्थिर है। तेलंगाना में 18 सक्रिय मामले घटने से इनकी संख्या घटकर 856 रह गयी है और इस वायरस से ठीक होने वालों का आंकड़ा बढ़कर 831085 हो गया है जबकि मृतकों की संख्या 4111 पर बरकरार है। राजस्थान में 25 सक्रिय मामले घटकर 472 रह गये हैं। इस दौरान 592 और लोगों के स्वस्थ होने के बाद इससे निजात पाने वालों की कुल संख्या बढ़कर 1300444 तक पहुंच गयी हैं, मृतकों की संख्या 9629 पर स्थिर है। गोवा में एक सक्रिय मामला बढ़ने से इनकी संख्या बढ़कर 559 हो गयी है और इस वायरस से ठीक होने वालों का आंकड़ा बढ़कर 252622 हो गया है जबकि मृतकों की संख्या 3964 पर बरकरार है। हरियाणा में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 74 सक्रिय मामले घटने से इनकी कुल संख्या घटकर 568 रह गई है। इस दौरान 177 लोगों के ठीक होने से इस बीमारी निजात पाने वाले लोगों की संख्या 1042576 पहुंच गयी है और मृतकों का संख्या 10693 है। जम्मू-कश्मीर में 84 सक्रिय मामले घटने से इनकी कुल संख्या घटकर 352 रह गए हैं और इस दौरान बीमारी से ठीक होने की संख्या बढ़कर 473623 हो गयी है। मृतकों की संख्या 4784 पर स्थिर है। हिमाचल प्रदेश में 12 सक्रिय मामले बढ़कर 358 हो गये हैं। इस दौरान 43 लोगों के स्वस्थ होने के बाद इससे निजात पाने वालों की कुल संख्या बढ़कर 307142 तक पहुंच गयी है। राज्य में मृतकों की संख्या 4205 तक पहुंच गई है। आन्ध्र प्रदेश में 62 कोरोना सक्रिय मामले घटने से इनकी संख्या घटकर 327 रह गयी है और अब तक 2322541 लोग इस महामारी से मुक्त हुए हैं। किसी मरीज की मौत नहीं होने से मृतकों की संख्या 14733 पर स्थिर है।

एक लाख टीबी मरीजों को गोद लेगा फिक्की

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नयी दिल्ली 13 सितंबर, उद्योग संगठन भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ- (फिक्की) ‘टीबी मुक्त भारत अभियान’ के अंतर्गत एक लाख टीबी मरीजों को गोद लेगा और उनके इलाज की व्यवस्था करेगा। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया के साथ फिक्की के एक प्रतिनिधिमंडल ने कल एक बैठक के दौरान यह आश्वासन दिया। फिक्की से जुड़े उद्योगपति और उद्योग संस्थान नि:क्षय मित्र बनेंगे और टीबी रोगी की देखभाल करेंगे। सरकार ने भारत को टीबी मुक्त करने के लिए वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत अभियान शुरू किया है। इस अभियान में शामिल होने के लिए एक पोर्टल नि:क्षय शुरू किया गया है। इसमें टीबी मुक्त भारत अभियान में सहयोग करने वाले व्यक्ति और संस्थान जुड़ सकते हैं।

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