लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने शुक्रवार को कहा कि 15वीं लोकसभा के कामकाज के दौरान भले ही कई बार व्यवधान पैदा हुआ, लेकिन इसने कुछ उल्लेखनीय विधेयक पारित किए। 15वीं लोकसभा के अंतिम सत्र के आखिरी दिन सभी सदस्यों को संसदीय चुनाव के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विपक्षी दुश्मन नहीं होते हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, "विरोध मुद्दों पर आधारित होता है। हम आलोचना करते हैं, लेकिन तीखी आलोचना भी निजी रिश्तों की राह में आड़े नहीं आती..आडवाणीजी मुझे हमेशा सदन की मर्यादा के अनुसार व्यवहार करने की सलाह देते रहे हैं।"
सुषमा स्वराज ने कहा, "हमारे साथ कुछ खट्टे और मीठे अनुभव जुड़े हैं। जब इतिहास लिखा जाएगा तब इसे दर्ज किया जाएगा..कि 15वीं लोकसभा में सबसे अधिक व्यवधान उत्पन्न हुआ था, लेकिन इसने कई लंबित विधेयकों को पारित किया।"
उन्होंने कुछ विधेयकों का उल्लेख करते हुए कहा, "देश 40 वर्षो से लोकपाल विधेयक का इंतजार कर रहा था, मुझे गर्व है कि लोकसभा ने लोकपाल विधेयक पारित कर दिया। लोग वर्षो से तेलंगाना विधेयक का इंतजार करते रहे..।"शुक्रवार को 15वीं लोकसभा के अंतिम सत्र का अंतिम दिन था।