कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अमेरिका की एक अदालत में अपने खिलाफ दायर मानवाधिकार उल्लंघन मामले को खारिज करने के लिए नया प्रस्ताव पेश किया है। उनके खिलाफ यह मामला मानवाधिकार संस्था सिख्स फार जस्टिस (एसएफजे) ने दर्ज किया है। न्यूयार्क के पूर्वी जिले में दायर जवाबी मेमोरेंडम में सोनिया के वकील ने कहा कि वादी ने 'असीमित परराष्ट्रीय क्षेत्राधिकार एवं 1984 की त्रासद घटना तक पहुंचने की निगमित जवाबदेही के लिए अन्यायपूर्ण दलील दी है और इसके लिए निर्दोष सोनिया गांधी को जवाबदेह ठहराया है।'
यह कहते हुए कि 'दो गलतियां मिलकर एक सही'बन सकती हैं, प्रस्ताव में कहा गया है कि वादी 'सोनिया गांधी के खिलाफ वास्तविक आरोप लगाने में विफल रहा है।'न्यूयार्क के पूर्वी जिला स्थित संघीय अदालत ने एसएफजे और भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 1984 के भड़के दंगे के पीड़ितों की शिकायत के आधार पर सितंबर 2013 को सोनिया के खिलाफ सम्मन जारी किया था।
इस संगठन ने दंगे में भूमिका निभाने वाले कमलनाथ, सज्जन कुमार, जगदीश टाइटलर और अमिताभ बच्चन को आपराधिक मामले से बचाने के मामले में सोनिया की भूमिका के एवज में क्षतिपूर्ति और दंड दिए जाने की मांग की है।