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हिमाचल प्रदेश की विस्तृत खबर (22 फ़रवरी )

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हिमाचल प्रदेश बाल कल्याण परिषद की आम बैठक आयोजित

शिमला, 22 फरवरी (विजयेन्दर  शर्मा) । राज्यपाल श्रीमती उर्मिला सिंह, जो हिमाचल प्रदेश बाल कल्याण परिषद की अध्यक्ष भी हैं, ने परिषद द्वारा कार्यान्वित की जा रही गतिविधियों में तेजी लाने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि उनके कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं से पात्र बच्चे लाभान्वित हो सकें। राज्यपाल आज यहां परिषद की आम सभा की बैठक को सम्बोधित कर रही थीं। राज्यपाल ने कहा कि परिषद की गतिविधियों को विस्तार देने के लिए ठोस प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। इन गतिविधियों में लोगों को कल्याण गतिविधियों में भाग लेने के साथ-साथ कोष के लिए उदारतापूर्वक अंशदान के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है ताकि सरकार के प्रयासों को सहयोग मिल सके। उन्होंने कहा कि समाज की यह जिम्मेदारी है कि वह बच्चों के समग्र विकास के लिए उचित अवसर उपलब्ध करवाए। इसलिए अधिक से अधिक लोगों को परिषद एवं उसकी गतिविधियों के साथ जोड़ा जाना चाहिए। श्रीमती सिंह ने परिषद को समय-समय पर अपनी गतिविधियों की प्रगति के अनुश्रवण के निर्देश दिए। उन्होंने बाल गृहों में सभी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि परिषद एवं संगठनों द्वारा चलाए जा रहे स्कूलों एवं गृहों में बच्चों को बेहतर माहौल उपलब्ध करवाया जाना चाहिए ताकि ये बच्चे जिम्मेदार नागरिक के साथ-साथ अच्छे इंसान बन सकें। उन्होंने इन संस्थानों की दक्षता में और सुधार के लिए नियमित निरीक्षण की आवश्यकता पर भी बल दिया। मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि बाल गृहों एवं स्कूलों में विशेष बच्चों के लिए ‘आदर्श वातावरण’ विकसित किया जाना चाहिए। उन्होंने इन गृहों को चलाने में नवीनता लाने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि बच्चे प्रेम, स्नेह एवं घर का माहौल प्राप्त कर सकें। उन्होंने अधिकारियों को नीति तैयार करने की संभावनाओं का पता लगाने के निर्देश दिए जिसके अन्तर्गत बुजुर्ग दंपत्तियों को बाल गृहों की जिम्मेवारी से जोड़ कर लक्ष्य को हासिल किया जा सके ताकि बच्चों को वात्सल्य की अनुभूति हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में विभिन्न शिशु कल्याण गतिविधियों पर अगले वित्त वर्ष में 4.42 करोड़ रुपये व्यय करने का प्रस्ताव है। उन्होंने कहा कि बच्चों का कल्याण सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है तथा परिषद की गतिविधियों के कार्यान्वयन के लिए आवश्यक अनुदान उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बाल गृहों के अधिकारियों को जवाबदेह बनाया जाएगा तथा बाल गृह परिसर में उचित सुविधाएं सुनिश्चित बनाई जाएंगी। उन्होंने विभाग को ढली स्थित मूक एवं बधिर स्कूल को स्तरोन्नत कर जमा दो करने के लिए योजना तैयार करने तथा इसे आदर्श संस्थान के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि परिषद द्वारा चलाए जा रहे सभी संस्थानों में शिक्षकों की उपलब्धता को भी सुनिश्चित बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे व्यक्तिगत तौर पर इन संस्थानों का दौरा करेंगे ताकि यहां उपलब्ध करवाई जा रही सेवाओं की गुणवत्ता का अनुश्रवण किया जा सके। उन्होंने विशेष बच्चों की देखभाल के लिए प्रशिक्षित शिक्षकों एवं विशेष प्रशिक्षकों को उपलब्ध करवाने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि इन बच्चों को दया भाव की दृष्टि से देखन की बजाए विशेष योग्यता के आधार पर देखा जाना चाहिए।  सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. कर्नल धनीराम शांडिल ने इस अवसर पर विभाग द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं एवं गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि योजनाओं को सही परिप्रेक्ष्य में कार्यान्वित करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं ताकि बच्चे व्यापक तौर पर लाभान्वित हो सकें। अतिरिक्त मुख्य सचिव, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता श्री पी.सी. कपूर ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया।प्रधान सचिव, वित्त डा. श्रीकांत बाल्दी, बाल एवं महिला विकास विभाग की निदेशक श्रीमती मधुबाला शर्मा तथा परिषद के सदस्यों ने भी इस अवसर पर अपने बहुमूल्य सुझाव दिए। राज्यपाल के सचिव श्री आर.डी. धीमान, प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी तथा राज्य बाल कल्याण परिषद के सदस्य भी बैठक में उपस्थित थे। सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती राज कुमारी सोनी को सर्वसम्मति से परिषद का महासचिव नियुक्त किया गया। 

सरकार राज्य की समृद्ध संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कृतसंकल्प: वीरभद्र सिंह

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शिमला, 22 फरवरी (विजयेन्दर  शर्मा) । मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की समृद्ध संस्कृति एवं परम्पराएं हैं, जिसका भावी पीढ़ी के लिए संरक्षण किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री यहां किन्नौर कल्याण समिति, शिमला द्वारा आयोजन मिलन कार्यक्रम ‘तोशिम’ की अध्यक्षमता करते हुए बोल रहे थे। श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश के हर क्षेत्र की अलग संस्कृति है परन्तु राज्य के जनजातीय क्षेत्र अपने प्राचीन रीति-रिवाजों, परम्पराओं और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा के वर्तमान दौर में लोग आधुनिक शिक्षा एवं नई तकनीक को अपनाकर विकास के मामले में अन्यों के साथ बने रहना चाहते हैं। परन्तु उन्हें विकास के साथ-साथ अपनी संस्कृति को नहीं भूलना चाहिए, जो उन्हें अलग पहचान देती है। किन्नौर के लोगों ने सभी क्षेत्रों विशेषकर शिक्षा क्षेत्र में तेजी से प्रगति की है तथा सरकारी एवं निजी क्षेत्रों में लम्बे समय से उच्च स्थान हासिल कर कार्य किया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य की समृद्ध संस्कृति को बढ़ावा देने और उसके संरक्षण के लिए कृतसंकल्प है तथा विभिन्न समितियां एवं संगठनों के प्रयास इस दिशा में कारगर प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने न केवल किन्नौर के हर क्षेत्र बल्कि प्रदेश के अन्य जनजातीय क्षेत्रों का व्यापक दौरा किया है और सभी क्षेत्रों में व्यापक विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. वाई.एस. परमार से लेकर प्रदेश में अधिकांश समय तक रही कांग्रेस सरकारों ने जनजातीय एवं प्रदेश के दूर-दराज क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान दिया है। वीरभद्र सिंह ने कहा कि वर्तमान में हिमाचल प्रदेश विकास के मामले में देश के अन्य बड़े राज्यों में शामिल है और शिक्षा, स्वास्थ्य एवं निवेश के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ आंका गया है। गत एक वर्ष के दौरान प्रदेश में लगभग 300 स्कूल आरम्भ एवं स्तरोन्नत किए गए, जबकि इस अवधि के दौरान लगभग 15 राजकीय डिग्री कालेजों की घोषणा की गई है। उन्होंने गुणात्मक शिक्षा उपलब्ध करवाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि प्राथमिक कक्षा से लेकर विश्वविद्यालय स्तर तक शिक्षा के स्तर पर सुधार लाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किन्नौर कल्याण समिति को शिमला के निकट भूमि उपलब्ध करवाने की मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा तथा वह जिला प्रशासन से उपलब्धता की स्थिति में उपयुक्त भूमि चिन्हित करने को कहेंगे।मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कृत भी किया। उन्होंने 12वीं कक्षा की छात्रा सुश्री शशिकला नेगी को अंतरराष्ट्रीय बाक्सिंग में कांस्य पदक जीतने केलिए 11000 रुपये का नकद पुरस्कार, राष्ट्रीय जूनियर बाक्सिंग प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतने के लिए सुश्री रानी देवी को पांच हजार रुपये का नकद पुरस्कार, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष श्री सुभाष नेगी, आईजीएमसी शिमला से सेवानिवृत प्रो. डॉ. सुभाष नेगी तथा आईजीएमसी के हृदय रोग विभाग के प्रमुख तथा प्रो. डॉ. पी.सी. नेगी को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर किन्नौर कल्याण समिति, शिमला द्वारा प्रकाशित स्मारिका का विमोचन भी किया। हिमाचल प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष श्री जगतसिंह नेगी ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह सदैव ही जनजातीय क्षेत्रों और यहां के लोगों की मांगों के प्रति संवेदनशील रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने गत वर्ष किन्नौर जिले में आई बाढ़ और बर्फबारी के कारण क्षतिग्रस्त सडक़ों, जलापूर्ति योजनाओं, विद्युत आपूर्ति इत्यादि को बहाल करने तथा जनजीवन सामान्य बनाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया।जगतसिंह नेगी ने इस अवसर पर उत्कृष्ट सेवाओं के लिए किन्नौर जिले के व्यक्तियों को सम्मानित भी किया।किन्नौर कल्याण समिति, शिमला के महासचिव श्री ज्ञानसागर नेगी ने कार्यवाही का संचालन किया।समिति के अध्यक्ष श्री डी.टी. नेगी ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा उपाध्यक्ष श्री महेन्द्र नेगी ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।इस अवसर पर रंगारंग पारम्परिक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। वन मंत्री श्री ठाकुर सिंह भरमौरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी.सी. फारका, प्रधान सचिव कार्मिक विभाग श्री एस.के.बी.एस. नेगी, वरिष्ठ अधिकारी तथा समिति के पदाधिकारी एवं सदस्य भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री से प्रतिनिधिमंडल की भेंट

शिमला, 22 फरवरी (विजयेन्दर  शर्मा) । मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से यहां हिमाचल प्रदेश राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने संघ के अध्यक्ष श्री लाल चंद मैहता की अध्यक्षता में भेंट कर मांग पत्र प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल के मांग पत्र पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर प्रधान सचिव, शिक्षा श्री अली रज़ा रिज़वी, निदेशक, प्रारम्भिक शिक्षा श्री अशोक शर्मा तथा संघ के अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे। 

गुरू पूजा दिवस के उपलक्ष में सन्त निरंकारी मिशन द्वारा सफाई अभियान आयोजित

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शिमला, 22 फरवरी (विजयेन्दर  शर्मा) । निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज के 60वें जन्म दिवस के उपलक्ष में सन्त निरंकारी मिशन द्वारा आज बैम्लाई स्थित सन्त निरकंारी सत्संग भवन के आस-पास के इलाकों में सफाई अभियान का आयोजन किया गया। इस अभियान का उद्देश्य समस्त मानवता को यह सन्देश देना था कि प्रकृति परमपिता परमात्मा की एक अनमोल देन है, जिसकी स्वच्छता रखना प्रत्येक व्यक्ति का परम कर्तव्य है। सफाई अभियान का उद्घाटन कैप्टन निमरत प्रीत सिंह भुल्लर जी ने किया। इस अवसर पर उन्होनें कहा कि देश भर में निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज के जन्म दिवस के उपलक्ष में वृक्षारोपण एवं सफाई अभियान का आयोजन किया जाता है। शिमला में आजकल वृक्षारोपण के लिए प्रतिकूल वातावरण एवं मौसम को देखते हुए अभी केवल सफाई अभियान आयोजित किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि सन्त निरंकारी मिशन के स्वयंसेवक ऐसे जन कल्याण कार्यों को करते हुए खुशी महसूस करते हैं। नि:स्वार्थ भाव से मानवता की सेवा में अपना योगदान देते हैं तथा अपनी सामथ्र्य से भी बढ़ कर सेवा करतेे हैं। कैप्टन निमरत प्रीत सिंह भुल्लर जी ने कहा कि सफाई से वातावरण की शुद्धता बनी रहती है, जो आज के समय की ज़रुरत है। उन्होंने सभी लोगों से अपने घरों के आस-पास के वातावरण को भी शुद्ध एवं स्वच्छ बनाए रखने का आहवाहन किया। इस अवसर पर मिशन के स्वयंसेवकों ने सेवादल के क्षेत्रीय संचालक श्री इन्द्रमोहन जी एवं संचालक श्री अश्वनी वर्मा जी की अगवाई में सफाई का कार्य किया और बेमलाई, परसदास गार्डन, और सीपीआरआई के आसपास के क्षेत्रों में सफाई की। सद्गुरू बाबा हरदेव सिंह जी महाराज के जन्म दिवस पर कल 23 फरवरी को सत्संग भवन बेम्लाई में सेवादल रैली व सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। तद्पश्चात् निरंकारी सत्संग भवन पर समस्त साध संगत के लिए सामूहिक लंगर की व्यवस्था भी होगी।

ओबामा ने दलाई लामा से बातचीत में तिब्बतियों को समर्थन की पेशकश की

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धर्मशाला, 22 फरवरी (विजयेन्दर  शर्मा) । तिब्बत की निर्वासित सरकार के प्रधानमं9ी लोबसंग सांगये ने आज यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुये दलाई लामा की अमेरिकी राष्टरपति बराक ओबामा की मुलाकात की सराहना करते हुये कहा कि मुलाकात बेहद प्रभावशाली रही, व इससे तिब्बत मसले को सुलझाने में एक सार्थक पहल हुई है। सांगये ने कहा कि भले ही यह मुलाकात अंतरराष्ट्रीय धार्मिक एवं सांस्कृतिक नेता के तौर पर  थी, लेकिन इससे हमारे अभियान को नया बल मिला है।  गौरतलब है कि  अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने संबंध खराब होने की चीन की चेतावनी को नजरअंदाज कर व्हाइट हाउस में तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा से मुलाकात की और तिब्बतियों के मानवाधिकारों के लिए पुख्ता समर्थन की पेशकश की। ओबामा ने व्हाइट हाउस में तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा से तीसरी बार मुलाकात की। दूसरी ओर, चीन ने आगाह किया है कि इससे दोनों देशों के रिश्तों को बहुत नुकसान पहुंचेगा। इस मुलाकात के दौरान ओबामा ने दलाईलामा के बीच के रास्ते का समर्थन किया, जिसमें दलाई लामा न तो तिब्बतियों के लिए चीन में पूरी तरह मिला देने की बात करते हैं और न ही उनकी स्वतंत्रता की। व्हाइट हाउस ने मुलाकात के बाद कहा, राष्ट्रपति ने तिब्बत की अनूठी धार्मिक, सांस्कृतिक और भाषायी परंपरा के संरक्षण के लिए तथा पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना में तिब्बतियों के मानवाधिकारों की रक्षा के लिए अपना समर्थन जताया। यह बैठक ओबामा के आवास व्हाइट हाउस के मैप रूम में हुई, जबकि आमतौर पर राष्ट्रपति अपने ओवल आफिस में मेहमानों से मिलते हैं। बैठक बंद कमरे में हुई और दलाई लामा पत्रकारों से बात किए बगैर व्हाइट हाउस से चले गए। व्हाइट हाउस ने कहा कि दलाई लामा के साथ ओबामा की बैठक उनके अंतरराष्ट्रीय धार्मिक एवं सांस्कृतिक नेता के तौर पर थी। ओबामा ने 78-वर्षीय दलाई लामा की शांति और अहिंसा के लिए प्रतिबद्धता की सराहना की। व्हाइट हाउस ने बयान में कहा, राष्ट्रपति ने कहा कि लंबे समय से जारी मतभेद दूर करने के लिए सीधी बातचीत को वह बढ़ावा देते हैं और बातचीत ही वह परिणाम निकाल सकती है, जो चीन तथा तिब्बतियों के लिए सकारात्मक होगा।व्हाइट हाउस की इस बैठक को लेकर हुई घोषणा पर चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने एक बयान में कहा, हम अमेरिका से आग्रह करते हैं कि वह चीन की चिंताओं को गंभीरता से ले और वह चीन विरोधी अलगाववादी कार्रवाई संचालित करने में दलाई लामा की मदद नहीं करे या अवसर नहीं दे। हुआ ने कहा कि चीन इस मुलाकात को लेकर बेहद चिंतित है और उसने अमेरिकी पक्ष के समक्ष अपना विरोध जताया है।

शहीद विक्रम बत्तरा कॉलेज में 2.74 करोड़ से होंगे विभिन्न कार्य: बुटेल

धर्मशाला, 22 फरवरी (विजयेन्दर  शर्मा) ।     शहीद विक्रम बत्तरा कॉलेज, पालमपुर में एक करोड़ 73 लाख से कर्मचारी आवास कॉलोनी व कैंटीन, एक करोड़ से खेल मैदान तथा 1 लाख 50 हजार से कॉलेज में इंटरनेट की सुविधा प्रदान की जायेगी। यह घोषणा हिमाचल प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष श्री बीबीएल बुटेल ने कॉलेज के वार्षिक समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुये दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान कर रही है और विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा सुनिश्चित करने के लिये स्तरीय शिक्षण संस्थान स्थापित किये जा रहे हैं। प्रदेश के युवाओं को राज्य में उच्च शिक्षा विशेषकर तकनीकी एवं व्यवसायिक शिक्षा प्राप्ति के अवसर सृजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षा के विकास और विस्तार के लिये बजट में 4282 करोड़ का प्रावधान रखा गया है । बुटेल ने कहा कि पालमपुर क्षेत्र के विकास में धन की कमी आडे नहीं आने दी जायेगी। उन्होंने कहा कि पालमपुर गुरूद्वारा से निहंग टिक्का की होल्टा बाई पास की सडक़ की योजना तैयार की जा रही है, इस सडक़ के निर्माण से जहां पालमपुर में यातायात व्यवस्था में सहायता मिलेगी वहीं कॉलेज के विद्यार्थियों को भी लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि कॉलेज में बीबीए और बीसीए कक्षाओं के लिये भी भवन की व्यवस्था की जायेगी। विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि बस स्टैंड से कॉलेज तक विद्यार्थियों के आने जाने के लिये बस चलाई जायेगी। उन्होंने सम्बन्धित विभाग को निर्देश दिये कि एक माह के भीतर कॉलेज कंटीन को तैयार किया जाये।इससे पूर्व विधान सभा अध्यक्ष ने शहीद विक्रम बत्तरा, शहीद सौरभ कालिया तथा शहीद सुधीर वालिया को पुष्पांजलि अर्पित की।इस अवसर पर कॉलेज के प्रधानाचार्य श्री निर्मल सूद ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और कॉलेज की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी। समारोह में ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष कर्ण शर्मा, सचिव आशीष बुटेल, वीना बुटेल, पीटीए अध्यक्ष सुरेश ठाकुर, कांगडा केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष संजीव राणा, प्रदेश शिकायत निवारण समिति से त्रिलोक कपूर, संतोष, ऋषि सहित गणमान्य लोग एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

विभिन्न विभागों के कर्मचारियों को दिया गया ईवीएम प्रशिक्षण 

धर्मशाला, 22 फरवरी (विजयेन्दर  शर्मा) ।   धर्मशाला एवं शाहपुर विधान सभा क्षेत्र के विभिन्न विभागों के कर्मचारियों हेतु आज जिला परिषद् हाल में जिला निर्वाचन विभाग द्वारा ईवीएम प्रशिक्षण के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण में 50 कर्मचारियों ने भाग लिया। इस अवसर पर चुनाव कानूनगों मेहश्वर चौधरी ने जानकारी दी कि प्रशिक्षण का दूसरा सत्र 25 फरवरी को आयोजित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि चुनाव में मतदाता नोटा का भी इस्तेमाल कर सकेंगे।

केवल पठानिया 23 फरवरी को घरोह में

धर्मशाला, 22 फरवरी (विजयेन्दर  शर्मा) ।   वन निगम के उपाध्यक्ष श्री केवल पठानिया 23 फरवरी को घरोह में चिकित्सा शिविर में शिरकत करेंगे। इसके उपरांत वह एचपीएसएफडीसी कार्यों की समीक्षा बैठक में भाग लेंगे।    यह जानकारी सरकारी प्रवक्ता ने दी। 

ओला अवरोधक जालियों पर मिल रही 80 प्रतिशत सब्सिडी, कुल्लू जिला के बागवानों के लिए किया गया है 1.05 करोड़ रूपये का प्रावधान

कुल्लू  , 22 फरवरी (विजयेन्दर  शर्मा) ।   हिमाचल प्रदेश की कृषि अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार बागवानी है। बागवानी विकास के क्षेत्र में हिमाचल ने देश में अपनी विशेष पहचान बनाई तथा प्रदेश फल राज्य बनने की ओर अग्रसर है। राज्य में लगभग 2.15 लाख हैक्टेयर क्षेत्र बागवानी के अधीन है और अब यहां फल उत्पादन बढक़र करीब 8.18 लाख मीट्रिक टन हो गया है। इसके अतिरिक्त प्रदेश में 5862 मीट्रिक टन खुंब, 1421.36 मीट्रिक टन शहद और 88.98 करोड़ रूपये मूल्य के फूलों का उत्पादन हुआ है। बागवानी का राज्य की वार्षिक आय में लगभग 4098 करोड़ रूपये का योगदान है तथा इस क्षेत्र में औसतन नौ लाख लोगों को प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त है।    बागवानी क्षेत्र को और सुदृढ़ करने के लिए प्रदेश सरकार ने कई योजनाएं चलाई हैं। इन योजनाओं के तहत बागवानों को उपदान दिया जा रहा है। फलों को ओलावृष्टि से बचाने के लिए बागवानों को ओला अवरोधक जालियों पर 80 प्रतिशत तक उपदान दिया जा रहा है। कुल्लू जिले के बागवानों को भी बागवानी तकनीकी मिशन के तहत उपदान पर ओला अवरोधक जालियां मुहैया करवाई जा रही हैं। इसके लिए लगभग 1.05 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। उद्यान विभाग के उपनिदेशक डा. बीसी राणा ने बताया कि सेब व अन्य फलों को ओलावृष्टि से बचाने के लिए ओला अवरोधक जालियां काफी कारगर साबित हो रही हैं। इसलिए जिले के बागवानों को ये जालियां खरीदने के लिए प्रेरित किया जा रहा है तथा उन्हें 80 प्रतिशत तक उपदान दिया जा रहा है। डा. राणा ने बताया कि अभी तक कुल्लू विकास खंड में ओला अवरोधक जालियों पर करीब 8.93 लाख रूपये खर्च किए जा चुके हैं। इसी प्रकार नग्गर ब्लॉक में 2.62 लाख रूपये, बंजार ब्लॉक में 2.65 लाख, आनी में 9.41 लाख और निरमंड ब्लॉक में 4.52 लाख रूपये खर्च किए गए हैं। उपनिदेशक ने बताया कि बागवानी तकनीकी मिशन के तहत ओला अवरोधक जालियां खरीदकर बागवान अपने फलों को ओलावृष्टि से बचाकर अपनी आर्थिकी मजबूत कर सकते हैं। इन जालियों से न केवल फलों की रक्षा होती है, बल्कि उनकी गुणवत्ता में काफी अच्छी होती है। इससे फलों में दाग भी नहीं होते हैं और इन्हें बाजार में काफी अच्छे दाम मिलते हैं। डा. राणा ने बताया उद्यान विभाग के विशेषज्ञ खंड व पंचायत स्तर पर बागवानों को ओला अवरोधक जालियां खरीदने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं और अब बागवान काफी संख्या में बागवानी तकनीकी मिशन के तहत जालियां खरीद रहे हैं।   

हाउसकीपरों के इंटरव्यू 24-25 फरवरी को

कुल्लू  , 22 फरवरी (विजयेन्दर  शर्मा) । मैसर्ज सोडैक्सो फैसिलिटी मैनेजमेंट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड बददी में हाउसकीपरों के कुल 50 पद भरे जाएंगे। इनके लिए जिला रोजगार कार्यालय कुल्लू में 24 फरवरी को और रोजगार उप कार्यालय बंजार में 25 फरवरी को इंटरव्यू लिए जाएंगे।   जिला रोजगार अधिकारी राजेश संघानिया ने बताया कि उम्मीदवार की आयु 18 से 45 वर्ष के बीच तथा न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता आठवीं पास होनी चाहिए। अधिक जानकारी के लिए जिला रोजगार कार्यालय कुल्लू से संपर्क किया जा सकता है।
         
भोरंज को मिला सिविल अस्पताल, क्षेत्रवासियों में प्रसन्नता, एपीएमसी के चेयरमैन ने सीएम एवं स्वास्थ्य मंत्री का जताया आभार

हमीरपुर, , 22 फरवरी (विजयेन्दर  शर्मा) ।  भोरंज पीएससी को सिविल अस्पताल का दजऱ्ा देने पर भोरंज क्षेत्र के लोगों ने खुशी जताई है। मण्डी समिति अध्यक्ष प्रेम कौशल ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर का आभार प्रकट करते हुए कहा कि भोरंज क्षेत्र के लोगों की काफी लंबे अरसे से सिविल अस्पताल बनाने की मांग उठाई जा रही थी तथा मुख्यमंत्री के हमीरपुर जिला प्रवास के दौरान स्थानीय लोगों ने यहां पर सिविल अस्पताल निर्मित करने की मांग उठाई गई थी जिस पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने भोरंज में सिविल अस्पताल को हरी झंडी देकर यहां के लोगों को घर द्वार पर बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने की दिशा में सार्थक पहल की है। उन्होंने बताया कि इस सीएचसी भोरंज में पहले 30 बिस्तरों का प्रावधान था लेकिन स्तरोन्नत उपरान्त अब यहां पर 50 बिस्तरों का प्रावधान होगा । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने प्रदेश स्र्वांगीण विकास का संकल्प लिया है जिसे चरणबद्ध ढंग से प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कमजोर एवं पिछड़े वर्गों के लिये नई-नई योजनाएं एवं  कार्यक्रम क्रियान्वित किये जा रहे हैं ताकि प्रत्येक व्यक्ति विकासात्मक योजनाओं एवं कार्यक्रमों से लाभान्वित हो सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा लोगों को स्वास्थ्य संस्थानों के माध्यम से घर द्वार पर बेहतर एवं विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। राज्य में स्वास्थ्य संस्थानों को सुदृढ़ किया गया है तथा उनमें आवश्यकतानुसार डाक्टर एवं स्टाफ की तैनाती की गई है। उन्होंने बताया कि सभी जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में युवा परामर्श केंद्र भी स्थापित किए गए हैं इसके अतिरिक्त 108 एंबुलेंस सेवा के माध्यम से लोगों को घर द्वार पर स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं।

राज्य की  39228 बस्तियों को पेयजल की सुविधा : स्टोक्स  
  • कोट में 1158 लाख की पेयजल योजना का शिलान्यास

हमीरपुर , 22 फरवरी (विजयेन्दर  शर्मा) । वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान प्रदेश में स्वच्छ पेयजल प्रदान करने पर राज्य योजना के तहत 168 करोड़ तथा राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल आपूर्ति के तहत 160 करोड़ रूपये व्यय किए जा रहे हैं ताकि लोगों को पेयजल की बेहतर सुविधा मिल सके। यह जानकारी सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य मंत्री विद्या स्टोक्स ने शनिवार को कोट में 1158 लाख कोट स्रोत स्तरीय सुधार पेयजल योजना का शिलान्यास करने के उपरांत एक जनसभा को संबोधित करते हुए दी।  आईपीएच मंत्री ने कहा कि जनवरी, 2014 तक प्रदेश भर की 39228 बस्तियों को स्वच्छ पेयजल की समुचित सुविधा उपलब्ध करवाई जा चुकी है तथा प्रदेश के सभी जनगणना गांवों में पेयजल सुविधा उपलब्ध हो चुकी है। वर्तमान सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल में 1327 बस्तियों में पेयजल उपलब्ध करवाया गया है जबकि सूखाग्रस्त, अत्यधिक पानी की कमी वाले क्षेत्रों में पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए हैंडपंप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि चालू वित्त वर्ष में सरकार द्वारा 1315 हैंडपंप लगाए गए हैं ताकि लोगों को पेयजल की बेहतर सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश की वर्तमान सरकार ने कल्याणकारी दायित्वों को बखूबी निभाते हुए निर्धन वर्ग के कल्याण के लिए अनेकों योजनाएं संचालित की गई हैं तथा प्रदेश का एक समान विकास को तरजीह देते हुए प्रदेशवासियों को संवेदनशील एवं स्वच्छ प्रशासन प्रदान किया गया है। इससे पहले विधायक राजेंद्र राणा ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए सुजानपुर क्षेत्र में पेयजल, सडक़ तथा शिक्षा की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत वर्तमान सरकार ने हरसंभव मदद मुहैया करवाई गई है।  उन्होंने बताया कि  सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने 25 करोड़ के विकास कार्यों के शिलान्यास एवं उद्घाटन किए गए हैं जबकि 62 लाख 50 हजार विधायक क्षेत्रीय विकास निधी योजना, सत्तर लाख मुख्यमंत्री ग्राम पथ योजना, 18 लाख 99 हजार पिछड़ा क्षेत्र उपयोजना, 37 लाख 30 हजार विकेंद्रीकृत क्षेत्रीय नियोजन, ग्रामीण विकास पर 83 लाख 33 हजार की राशि स्वीकृत की गई है। इसके अतिरिक्त लोक निर्माण विभाग में पांच करोड़ 48 लाख, आईपीएच में चार करोड़ 18 लाख की राशि व्यय की गई है इसके अतिरिक्त शहरी मंत्रालय को 29 करोड़ की परियोजनाएं स्वीकृति के लिए भेजी गई हैं जिसमें सुजानपुर शहर के लिए 15 करोड़ की महत्वाकांक्षी योजना भी शामिल है इस योजना के कार्यान्वयन से सुजानपुर शहर में 24 घंटें पेयजल सुविधा उपलब्ध रहेगी। इस अवसर पर सर्वहित कल्याणकारी संस्था के टौणी देवी ब्लाक के अध्यक्ष राजीव ठाकुर तथा जिला परिषद सदस्य लेखराज ठाकुर ने भी अपने विचार व्यक्त किए गए। कार्यक्रम में केसीसीबी के उपाध्यक्ष कुलदीप पठानिया, मुख्य अभियंता आईपीएच आरके कंवर, अधिशासी अभियंता सुभाष चौधरी, कार्यकारी एसडीएम बलबीर ठाकुर, अधीक्षण अभियंता विजय कुमार डटवालिया, सर्वहित कल्याणाकारी सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष खुशहाल जगोता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।

सुजानपुर की 207 बस्तियां होंगी लाभाविंत

हमीरपुर , 22 फरवरी (विजयेन्दर  शर्मा) । कोट में 1158 लाख की पटलांदर, कसीरी महादेव, डूहक,धैल, चबूतरा, बनाल, कराड़ा स्रोत स्तरीय सुधार पेयजल योजना से सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र की 14 पंचायतों के अंतर्गत 207 बस्तियों के 33844 लोग लाभाविंत होंगे। वर्तमान में इन बस्तियों को सात उठाउ पेयजल योजनाओं के माध्यम से पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है। यह योजनाएं नालों एवं खड्डों पर आधारित हैं। गर्मियों में इन स्रोतों में पानी की उपलब्धता मात्र दस से 25 प्रतिशत तक रह जाती है तथा लोगों को पानी की कमी से जूझना पड़ता है, पेयजल की समस्या के समाधान के लिए सरकार ने ब्यास नदी के किनारे पलाही नामक स्थान से पेयजल स्रोत सुधार योजना का खाका तैयार किया गया है तथा इस योजना को स्वीकृति मिलने के उपरांत पलाही, धैल, चौरी, सराहकड़, चमयाणा, पटलांदर तथा चबूतरा में भंडारण टैंक निर्मित किए जाएंगे ताकि सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र की 207 बस्तियों में पेयजल की बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाई जा सके।
     
महिलाएं अधिकारों का सदुपयोग करें, दुरूपयोग नहीं--जैनब चंदेल                                  

हमीरपुर , 22 फरवरी (विजयेन्दर  शर्मा) । महिला आयोग का मुख्य उदेश्य महिलाओं का उत्पीडऩ एवं घरेलू हिंसा को रोकने के साथ-साथ महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा करना है ताकि महिलाऐं निडर होकर समाज में सिर उठाकर जीवनयापन कर सकें। यह बात राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष जैनब चंदेल ने हमीरपुर के टाउन हाल में महिला आयोग हिमाचल प्रदेश द्वारा आयोजित एक दिवसीय महिला जागरूकता दिवस की अध्यक्षता करते हुए सम्बोधन में कही। उन्होंने बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा व महिला उत्पीडऩ के मामले आयोग के पास आ रहे हैं और आयोग को आपसी समझौते से मामलों को सुलझाने में सफलता मिल रही है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को उनके लिए बनाए गए कानूनों की जानकारी अवश्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाऐं अधिकारों का सदुपयोग करें, दुरूपयोग नहीं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए प्रत्येक जिला में सहायता कक्ष बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी महिला किसी भी से प्रताडि़त हो तो वह ब्लाक स्तर पर नियुक्त संरक्षण अधिकारी से सम्पर्क  स्थापित कर सकती है। उन्होंने बताया कि सुपरवाईजर को संरक्षण अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याणार्थ अनेकों योजनाएं चलाई जा रही है, महिलाऐं सम्बन्धित विभागों में जाकर इन योजनाओं के प्रति जागरूक होकर योजनाओं का लाभ उठाएं। उन्होंने लड़कियों के अभिभावकों से आग्रह करते हुए कहा कि वे अपनी लड़कियों को उच्च तकनीकी शिक्षा दें, ताकि वे आर्थिक रूप से मजबूत होकर आत्मनिर्भर बन सकें। उन्होंने बताया कि गत दिवस महिला आयोग द्वारा महिला कोर्ट का आयोजन किया गया जिसमे 20 मामले महिला उत्पीडऩ, कन्या भ्रूण हत्या,दहेज प्रथा तथा घरेलू हिंसा से सम्बन्धित प्राप्त हुए जिनमें से 4 मामलों का निपटारा आपसी समझौते से किया गया तथा 5 मामलों को आपसीे बातचीत के लिए समय दिया गया तथा शेष मामलों पर शीघ्र कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि आयोग के पास 4 मामले पत्नी द्वारा प्रताडि़त भी प्राप्त हुए। उन्होंने बताया कि महिला उत्पीडऩ से सम्बन्धित मामलों का तुरन्त समाधान करने के लिए आयोग द्वारा जिला स्तर महिला जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जा रहा है तथा इन शिविरों के माध्यम से महिलाओं को उनके अधिकारों और कत्र्तव्यों के बारे में जानकारी मुहैया करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि महिला और पुरूष दोंनो ही समाज का अभिन्न अंग हैं इसलिए पुरूषों में ऐसी धरणा नहीं होनी चाहिए कि महिला आयोग में महिलाओं से सम्बन्धित शिकायतों को ही सुना जाता है। उन्होंने बताया कि यदि कोई पुरूष, महिला से प्रताडि़त है तो वह भी आयोग में अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है। इससे पहले सदस्य महिला आयोग सदस्य प्रोमिला देवी ने मुख्यातिथि तथा अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि महिलाऐं प्रत्ऐक क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाऐं अपने अधिकारों के प्रति शिक्षित होकर उनका प्रयोग करें तथा कर्तव्यों का भी पालन करें। इस अवसर पर पूर्व विधायक और केसीसी बैंक के उपाध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर उप पुलिस अधीक्षक रमण शर्मा, जिला कल्याण अधिकारी डा0 केडी ठाकुर, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री श्रीकंठ चौधरी,जिला पंचायत अधिकारी मनोज शर्मा और स्वास्थ्य विभाग से मास कम्युनिकेशन एवं सूचना अधिकारी कांता ठाकुर ने सम्बन्धित विभागों द्वारा महिला कल्याणार्थ चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी मुहैया करवाई।ं इस अवसर पर एसडीएम डा0सीपी शर्मा,सदस्य सचिव रघुवीर सिंह वर्मा,सीडीपीओ सुनील कुमार, महिला आयोग सदस्य किरण दत्ता,जिला परिषद सदस्य अरविंद डोगरा,सुमनभारती, पार्षद मनोरमा लखनपाल,राजेश चौधरी, राजेश शर्मा के अतिरिक्त अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

स्वां जलागम प्रबंधन परियोजना की जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित

ऊना,  22 फरवरी (विजयेन्दर  शर्मा) ।  स्वां नदी एकीकृत जलागम  प्रबंधन परियोजना की जिला स्तरीय समन्वय समिति की सोलहवीं बैठक आज यहां स्वां परियोजना की अतिरिक्त निदेशक श्रीमति उपासना पटियाल व सहायक उपायुक्त जिला ऊना श्री दर्शन कालिया की संयुक्त अध्यक्षता में परियोजना के बहुउदेश्यीय प्रशिक्षण भवन, उना में आयोजित हुई । इस बैठक में परियोजना की जिला स्तरीय समन्वय समिति सदस्य तथा जिला के विभिन्न विभागों जिसमें बागवानी, कृषि, पषुपालन कृषि विज्ञान केन्द्र ऊना, डी आर डी ए ऊना, मछलीपालन विभाग व वनमंडलाधिकारी उना, के अतिरिक्त समिति के गैर सरकारी सदस्य, स्वां परियोजना के अधिकारियों व स्टॉफ सहित लगभग 90 प्रतिभागियों ने भाग लिया।  जिला ऊना में जापान अन्र्तराष्टृृीय सहयोग स्ंास्था द्वारा वित्तपोषित  स्वां परियोजना की 96 पंचायतों में वर्ष 2006-2007 से वन विभाग द्वारा जन सहभागिता से क्रियान्वित की जा रही है। परियोजना के संयुक्त निदेषक श्री एच0 एस0 मनकोटिया नें प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा बैठक का मसौदा प्रस्तुत किया जिसमें मुख्य रूप से 15 वी बैठक के निर्णय की समीक्षा व इसका क्रियान्वयन, परियोजना की अब तक की प्रमुख उपलब्धियां, जिला के विभिन्न विभागों के कार्यक्रमों का परियोजना की चयनित पंचायतों में समावेष करना, परियोजना कार्यो की मॉनटरिंग व अवलोकन, परियोजना की समापन प्रक्रिया पॉलिसीें सहित परियोजना के वार्षिक कार्ययोजना 2014-15 पर विस्तार से चर्चा की गई तथा कार्ययोजना को स्वीकृति प्रदान की गई।  बैठक में परियोजना द्वारा सृजित संसाधनों जिसमें मुख्य रूप से 101 जलसंग्रहण बांध, वनीकरण क्षेत्र व पंचायत स्तर के सामुदायिक ढांचागत संसाधनों के परियोजना के उपरान्त दीर्घकालीन संरक्षण बारे तथा जिला की विभिन्न विभागों द्वारा क्रियान्वित कार्यक्रमों का परियोजना क्षेत्र में समावेष करने पर विषेष रूप से चर्चा की गई । परियोजना के सयुक्त निदेषक सदस्य एच0 एस0 मनकोटिया के अतिरिक्त, उपनिदेषक (कृषि) स्वां परियोजना डा0 बी0 आर0 तक्खी, सामाजिक विकास विषेषज्ञ डा0 भाल, पर्यावरण षिक्षा विषेषज्ञ डा0 मनोज जोषी , उपनिदेषक पषुपालन, स्वां परियोजना डा0 कुलदीप तथा उपनिदेषक अम्ब, स्वां परियोजना श्री संजय धीमान न परियाजना सम्बंिधत विभिन्न विषयों पर प्रस्तुतियां दी।  जिला स्तरीय समन्वय बैठक की अध्यक्षा श्रीमति उपासना पटियाल ने जिला स्तर के विभिन्न विभागों से आपसी तालमेल व सहयोग की जरूरत पर बल दिया तथा समस्त विभागों के प्रतिनिधियों व समिति के गैर सरकारी सदस्य श्री सतीष षर्मा प्रधान ग्राम पंचायत धुसाड़ा, श्री पूरी, सुमित षर्मा, श्री पूर्ण षर्मा, श्री राम प्रसाद तथा श्री सतिन्द्र खन्ना सहित अन्य सदस्यों का  धन्यवाद किया।

सवा लाख से अ धिक हिमाचलियों को  मिलेगा वन रैंक- वन पैंशन का लाभ : मुकेश अग्रिहोत्री

ऊना,  22 फरवरी (विजयेन्दर  शर्मा) ।  उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा है कि प्रदेश सरकार सैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए अनेक योजनाएं कार्यान्वित कर रही है। उद्योग मंत्री आज ऊना के निकट रामपुर में हिमाचल प्रदेश एकैडमी फार डिफैंस सविर्सिज व जनकल्याण समिति ऊना द्वारा एकैडमी से शिक्षा हासिल करके देश की सुरक्षा सेनाओं व अद्र्ध सैन्यबलों में भर्ती के लिए चयनित करीब दो सौ युवाओं को समानित करने के लिए आयोजित समारोह में बोल रहे थे। उद्योग मंत्री ने कहा कि आबादी के लिहाज से हिमाचल भले ही एक छोटा राज्य हो लेकिन बड़ी संया में प्रदेश के युवा सशस्त्र सेनाओं के माध्यम से देश की सेवा कर रहे हैं। प्रदेश सरकार भी सैनिकों, पूर्व सैनिकों व उनके आश्रितों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा में जहां प्रदेश सरकार कई योजनाएं क्रियान्वित कर रही है, वहीं केन्द्र की यूपीए सरकार ने भी पूर्व सैनिकों को वन रैंक वन पैंशन देने का  ऐतिहासिक निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इससे हिमाचल प्रदेश के 1 लाख 6 हजार 738 पूर्व सैनिक, 1085 वीर नारियां व 31288 सैनिक विधवाएं लाभान्वित होंगी। उन्होंने कहा कि जो लोग यूपीए सरकार के इस निर्णय की टाईमिंग पर सवाल उठा रहे हैं, उन्होंने अपने सत्ताकाल में पूर्व सैनिकों की इस मांग को नजरअंदाज किया था लेकिन यूपीए सरकार की दृढ़ राजनैतिक इच्छाशक्ति की बदौलत लाखों पूर्व सैनिकों को वन रैंक वन पैंशन का फायदा मिलने जा रहा है। उन्होंने कहा मुयमंत्री वीरभद्र सिंह भी लगातार पूर्व सैनिकों की इस मांग को प्रमुखता से उठा रहे थे और 16 फरवरी को दुलैहड़ में आयोजित जनसभा में भी मुयमंत्री ने पूर्व सैनिकों की इस मांग की पैरवी करते हुए उन्हें भरोसा दिलाया था कि उनकी इस मांग को वह प्रधानमंत्री के समक्ष जोरदार तरीके से उठायेंगे। उन्होंने कहा  यूपीए सरकार ने पूर्व सैनिकों को वन रैंक वन पैंशन का लाभ देने के लिए बजट में 500 करोड़ का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के साथ- साथ  वीरभूमि कहलवाने  का  गौरव  भी हासिल है। हिमाचल प्रदेश के बहादुर सैनिक मातृभूमि की रक्षा में सदैव आगे रहे हैं और उन्होंने देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है।  आज तक इस प्रदेश के 1140 सैनिकों ने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए हैं। देश का प्रथम परमवीर चक्र हिमाचल प्रदेश के रहने वाले मेजर सोमनाथ शर्मा को दिया गया था। इसके बाद दूसरा परमवीर चक्र हिमाचल के धनवीर थापा को मिला। कारगिल युद्ध के समय प्रदत्त चार परमवीर चक्रों में से दो हिमाचल के सैनिकों - कै. विक्रम बत्तरा व राईफलमैन संजय कुमार को प्रदान किए गए थे। उन्होंने कहा अभी तक 14 हिमाचली सैनिकों को महावीर चक्र, 61 को वीरचक्र प्रदान किए गए हैं, जबकि  कारगिल के युद्ध में भी बेमिसाल बहादुरी दिखाने के लिए जिला ऊना के दो वीर सपूतों को वीर चक्र से समानित किया गया जिनमें कैप्टन अमोल कालिया को मरणोपरांत वीर चक्र से नवाजा गया। इसके अलावा ऊना जिला के ही वेद प्रकाश शर्मा ने भी वीर चक्र प्राप्त करके जिला का नाम रोशन किया। उद्योग मंत्री ने सेना व अद्र्ध सैन्यबलों में भर्ती के लिए युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए हिमाचल प्रदेश अकैडमी फार डिफैंस सविर्सिज की सराहना करते हुए कहा कि अकैडमी का यह योगदान हिमाचल के युवा हमेशा याद रखेंगे। उन्होंने इस बात पर भी प्रसन्नता जाहिर की कि लड़कियों में भी अद्र्ध सैन्यबलों में भर्ती होकर देश की एकता व अखंडता को बरकरार रखने का जज्बा बढ़ा है और लड़कियों सरहदों की हिफाजत के लिए आगे आ रही हैं। उन्होंने कहा कि सेना व अर्8 सैनयबलों में भर्ती होहर देश की सेवा करने के लिए युवाओं के जज्बे को देखकर उन्हें बहुत प्रसन्नता हुई है। 

सरकार सैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध 
उद्योग मंत्री ने कहा प्रदेश के शहीदों के योगदान को स्मरण रखने और भावी पीढिय़ों को शहीदों के बलिदान से अवगत करवाने के लिए प्रदेश सरकार ने शहीद स्मारक धर्मशाला में युद्ध संग्राहलय स्थापित करने का निर्णय लिया है। इस संग्राहलय के निर्माण के लिए सरकार ने दो करोड़ रुपये प्रदान किए हैं। उन्होंने कहा शौर्य चक्र विजेताओं को प्रदेश पथ परिवहन निगम की बसों में प्रदेश में नि:शुल्क यात्रा सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। युद्ध जागीर की राशि को 3 हजार रुपये से बढ़ाकर पांच हजार रुपये किया गया है। सैनिकों और पूर्व सैनिकों के बच्चों को विभिन्न व्यावसायिक एवं शिक्षण संस्थानों में आरक्षण प्रदान किया जा रहा है। उन्हें सरकारी नौकरियों में आरक्षण एवं छात्रवृत्तियां भी प्रदान की जा रही हैं।   इससे पूर्व उद्योग मंत्री का स्वागत करते हुए हिमाचल प्रदेश पूर्व सैनिक निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मेजर जनरल विक्रम सिंह ने कहा कि वर्ष 2002 में यह अकैडमी शुरू की गई थी और इस अकैडमी से अब तक 1561 युवा सेना में भर्ती होकर विभिन्न पदों पर सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अकैडमी के भवन के निर्माण पर अब तक 1 करोड़ 10 लाख रूपए खर्च किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व सैन्य अधिकारियों की एक समर्पित टीम इस अकैडमी में युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान कर रही है।    इस अवसर पर ब्रिगेडियर चरण सिंह, ब्रिगेडियर कंवर, कर्नल वशिष्ठ, कर्नल कुलदीप सिंह, कर्नल सत्यदेव, कर्नल महेन्द्र सिंह, एसपी अनुपम शर्मा, एसडीएम धनवीर ठाकुर, डीएसपी सुरेन्द्र शर्मा , जैसिंह, सैनिक बोर्ड के सदस्य कै.शक्ति, श्रीमती नलिनी नारायण, मार्केटिंग बोर्ड के अध्यक्ष शिव सैणी, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष अशोक ठाकुर व हिमोत्कर्ष अध्यक्ष कंवर हरि सिंह सहित अनेक गणमान्य लोग व पूर्व सैन्य अधिकारी उपस्थित थे। 

पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ करेंगे सीपीएस   
  
हमीरपुर, 22 फरवरी , 23 फरवरी को 0 से 5 वर्ष के सभी बच्चों को पोलियो प्रतिरक्षण दवाई पिलाई जाएगी।  जिला स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ जोनल अस्पताल में प्रात: नौ बजे मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल करेंगे । यह जानकारी सीएमओ पीआर कटवाल ने दी। उन्होंने बताया कि प्लस पोलियो उन्मूलन के तहत 2014 के द्वितीय चरण में 23 फरवरी को जिला मेंं 0 से 5 वर्ष के 39998 बच्चों को प्लस पोलियो प्रतिरक्षण दवाई पिलाई जाएगी।  दवाई पिलाने के लिये ग्रामीण क्षेत्रों में 264 तथा शहरी क्षेत्रों में 18 बूथ स्थापित किये गये हैं। जिनमें 1130 वैक्सीनेटर तथा 56 सुरपवाईजर को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि जिला कार्यक्रम अधिकारी के अतिरिक्त जिला में समस्त वाल विकास परियोजना अधिकारी इसमें आवश्यक सहयोग देंगे। उन्होंने बताया कि इस दौरान 8 ट्रंाजिट दलों तथा 22 मोवाईल टीमों का विशेष गठन किया गया है ताकि कोई भी बच्चा दवाई पीने से बंचित न रह जाए। उपायुक्त ने शिक्षा विभाग को भी निर्देश दिये कि सभी स्कूलों में प्रात:कालीन सभा में इस अभियान के बारे बच्चों को जागरूक करें ताकि इस अभियान की जानकारी हर गांव -घर तक पहुंच सके।  उन्होंने बताया कि  प्रवासी मज़दूरों जो झुगी-झोपडिय़ों, ईट भ_ों, तथा विभिन्न क्षेत्रों में चल रहे निर्माण कार्य स्थलों पर काम करते अथवा रहते हैं के अतिरिक्त घुमन्तु लोगों के बच्चों को भी शतप्रतिशत पोलियो प्रतिरक्षण की बूंद पिलाने की परिधि में लाने के लिये 30 मोवाईल टीमोंं का गठन किया है। उन्होंने बताया ऐसे प्रवासियों के जिला के छ: विकास खण्डों में 116 अधिक जोखिम वाले क्षेत्र (एचआरए)चिन्हित किये गये, जिनमें 1727 घर आते हैं।  जिनमें 0-5 वर्ष आयु के 1405 बच्चों को प्लस पोलियो दवाई पिलाई जाएगी। उन्होंने लोगों से अपने बच्चों को पोलियो बूथ तक  लाने की अपील करते हुए कहा कि प्लस पोलियो कार्यक्रम की सफलता लोगों के  सहयोग पर निर्भर करती है। उन्होंने सभी पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों और स्वयं सेवी संस्थाओं से भी अपील करते हुए आग्रह किया है कि इस दिन पोलियो की दवाई पिलाने के लिये जागरूक करें।

उद्योग मंत्री द्वारा साढ़े चार करोड़ की आईपीएच स्कीमों का लोकार्पण व 55 छात्राओं को साईकलें प्रदान

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ऊना, 22 फ रवरी:  उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने आज हरोली हलके में  4 करोड़  45 लाख 89 हजार लागत की आईपीएच स्कीमों का उद्घाटन व शिलान्यास किया। इसके अलावा उन्होंने सीनियर सकैंडरी स्कूल दुलैहड़ की जमा दो कक्षा में पढऩे वाली सभी 55 छात्राओं को अपनी तरफ से साईकलें प्रदान कीं और इसी स्कूल की जमा एक की सभी 52 छात्राओं को भी जल्दी साईकलें देने का एलान किया। इस अवसर पर उनकी धर्मपत्नी प्रो. सिमी अग्रिहोत्री भी उनके साथ थीं। उद्योग मंत्री ने हरोली हलके की जनता को आज जिन आईपीएच स्कीमों का तोहफा दिया, उनमें बढेड़ा में 41 लाख 66 हजार लागत के नलकूप , हरोली में 99 लाख 45 हजार लागत की उठाऊ पेयजल योजना , ठाकरां में 26 लाख 39 हजार लागत की पेयजल योजना, कुंगडत में 1 करोड़ 16 लाख 16 हजार लागत की पेयजल योजना, पूबोबाल में 46 लाख 48 हजार लागत के नलकूप व गोंदपुर बुला में 42 लाख 43 हजार लागत के नलकूप का उद्घाटन तथा जोंगपुर में 32 लाख 76 हजार लागत के नलकूप व बालीवाल में नलकूप का भूमिपूजन शामिल है।  दुलैहड़ में जनसमूह को संबोधित करते हुए उद्योग मंत्री ने कहा कि दुलैहड़ सीनियर सकैंडरी स्कूल को मॉडल स्कूल के रूप में अंगीकार किया गया है और इस स्कूल का पूरा नक्शा बदला जायेगा। स्कूल के नए भवन बनाये जायेंगे। स्कूल के साथ सटे मैदान को भव्य स्टेडियम का रूप दिया जा रहा है। इसके लिए सरकार ने  एक करोड़ 5 लाख रूपए जारी कर दिए हैं। इस स्टेडियम में हर खेल की सुविधा होगी। क्रिकेट की पिच भी तैयार होगी और अन्य खेलों के पोल भी जल्दी ही लगाए जायेंगे। उन्होंने कहा कि दुलैहड़ में बस अडडे का निर्माण युद्ध स्तर पर किया जायेगा। साढ़े चार करोड़ से यहां बनने जा रहे हॉस्टल में एक बड़ा हाल भी होगा और विवाह शादियों के लिए भी लोग इसका इस्तेमाल कर सकेंगे। दुलैहड़ के पीएचसी को सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र के रूप में स्तरोन्नत करने की अधिसूचना प्रदेश सरकार ने जारी कर दी है। यहां अब 3 डाक्टर बैठेंगे। 

बीत के हर खेत को मिलेगा पानी
उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि बीत एरिया सिंचाई योजना को पिछली कल ही केन्द्र की मंजूरी मिल गई है और इससे बीत क्षेत्र में खुशहाली के नए दौर का सूत्रपात होगा। इस प्रोजेक्ट पर 27 करोड़ 72 लाख 60 हजार रूपए खर्च होंगे और इससे करीब 4 हजार किसानों की 1122 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी।  इस सिंचाई योजना के तहत बाथू से प्रतिदिन 4 करोड़ 70 लाख लिटर पानी उठाकर अमराली, सिंगा व छेत्रां मेंं पहुंचाया जायेगा , जहां से किसानों के खेत की प्यास बुझाई जायेगी। इस प्रोजेक्ट पर युद्ध स्तर पर काम शुरू किया जायेगा। उन्होंने कहा कि पूर्व कांग्रेस शासन में मुकेश अग्रिहोत्री के प्रयासों से जब इस प्रोजेक्ट की डीपीआर बनाई गई थी, तब इसकी लागत 14 करोड़ थी लेकिन पूर्व भाजपा सरकार ने इस बीत एरिया की प्यास बुझाने वाले इस प्रोजेक्ट को मंजूर करवाने के लिए कोई प्रयास नहीं किए । वीरभद्र सरकार ने अब पुन: सत्ता में आने के बाद नए सिरे से इस प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार करवाई गई तो 8 सालों के अंतराल में इसकी लागत भी दुगनी हो गई। उन्होंने कहा बीत क्षेत्र के खेतों को पानी पहुंचाना एक बड़ा सकंल्प था जो पूरा होने जा रहा है। 

एक साल में हरोली को मिले कई तोहफे
उद्योग मंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार के एक साल के कार्यकाल के दौरान न केवल हरोली विधानसभा क्षेत्र के चहुंमुखी विकास का समग्र खाका तैयार किया गया है बल्कि करोड़ों रूपए के विकासात्मक प्रोजेक्ट हरोली के लिए मंजूर करवाए गए हैं। एक साल की अवधि के दौरान हरोली विधानसभा क्षेत्र को एसडीएम कार्यालय के अलावा  122 करोड़ की ट्रिप्पल आईटी, साढ़े पांच करोड़ का हैल्थ रिसर्च युनिट, 300 करोड़ का फूड पार्क, सवा पंद्रह करोड़ की अजौली-लालूवाल सडक़, 25 करोड़ की झलेड़ा-बनखंडी सडक़, भदसाली में सब्जी मण्डी, हरोली में सिविल अस्पताल, पंडोगा में 112 करोड़ का नया औद्योगिक क्षेत्र, बाथू में 10 करोड़ का सार्वजनिक सुविधा केन्द्र व टाहलीवाल व बाथू में पांच-पांच करोड़ के श्रमिक छात्रावास सहित करोड़ों रूपयों के अन्य विकास प्रोजैक्ट मिले हैं, जो हरोली हलके का नक्शा बदल डालेंगे। उन्होंने कहा कि 1000 करोड़ की स्वां तटीकरण योजना के तहत हरोली हलके की भी तमाम खड्डें चैनलाइज हो जाएंगी। उद्योग मंत्री ने कहा इस एक साल के दौरान हरोली हलके के सैंकड़ों जरूरतमंद लोगों को उपचार के लिए लाखों रूपए की मदद प्रदान की गई है। उन्होंने कहा गरीब की सेवा व गांव का विकास उनका प्रमुख एजैंडा है और इस एजैंडे को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए वह कृत्संकल्प हैं।

लोअर बढेड़ा व नगनोली के स्कूल सीनियर सकैंडरी हुए
उद्योग मंत्री ने कहा कि जनता की मांग पर लोअर बढेड़ा व नगनोली के हाई स्कूलों को प्रदेश सरकार ने सीनियर सकैंडरी स्कूलों के रूप में स्तरोन्नत कर दिया है। हरोली हलके में शिक्षा का नेटवर्क लगातार सुदृढ़ किया जा रहा है। इस अवसर पर उद्योग मंत्री की धर्मपत्नी की धर्मपत्नी प्रो. सिमी अग्रिहोत्री, हरोली ब्लाक कांग्रेस के अध्यक्ष रणजीत राणा, जिला कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक ठाकुर , जिला परिषद सदस्य अमनदीप मोनी, पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य एडवोकेट धर्मसिंह,  सुरेखा राणा, खादी बोर्ड के निदेशक व गोंदपुर बुला के प्रधान सतीश बिट्टू, बीडीसी सदस्य सतवीर सत्ता, हरोली ब्लाक युवा कांग्रेस अध्यक्ष नक्षत्र सिंह,  जिला परिषद सदस्य सुमन ठाकुर, सामान्य उद्योग निगम केे निदेशक पवन ठाकुर, आईपीएच के एसई एनके त्रिवेदी, एक्सियन मुकेश हीरां , एसडीएम धनवीर ठाकुर, डीएसपी सुरेन्द्र शर्मा  सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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