बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा क्लीनचिट देने पर दो पूर्व मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता गिरिराज सिंह और रामाधार सिंह ने शनिवार को अनशन तोड़ दिया। बिहार विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने विधायकों का अनशन तुड़वाया।
बिहर के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा पहुंचकर दोनों पूर्व मंत्रियों को क्लीनचिट देते हुए कहा कि कहीं कोई घोटाला नहीं हुआ है। इधर, घोटाले का आरोप लगाने वाले जनता दल (युनाइटेड) के विधायक मंजीत सिंह ने भी आरोपों को लेकर खेद प्रकट किया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने अनशन स्थल पर पहुंचकर दोनों विधायकों का अनशन तुड़वाया।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान जनता दल (यू) के विधायक मंजीत सिंह ने फसल बीमा योजना से जुड़े एक प्रश्न में आरोप लगाया था कि 15 किलोमीटर के दायरे के हिसाब से बीमा कंपनियों को फसल क्षति का आकलन करने के लिए मौसम आधारित संयंत्र लगाने थे। परंतु बीमा कंपनियों से सांठगांठ कर भाजपा के तत्कालीन सहकारिता मंत्री रामाधार सिंह और गिरिराज सिंह ने 100 करोड़ रुपये का घोटाला कर दिया और पर्याप्त संख्या में संयंत्र नहीं लगे।
इस आरोप के बाद दोनों पूर्व मंत्री विधान परिसर में ही शुक्रवार को अनशन पर बैठ गए थे। दोनों विधायकों ने कहा कि उनके घोटालों की संचिका सार्वजनिक की जाए या मुख्यमंत्री सार्वजनिक रूप् से माफी मांगें। इधर, दोनों विधायकों के अनशन पर रहने के कारण शनिवार को भाजपा के सदस्यों ने विधानसभा में जमकर हंगामा किया।