दानापुर। बिहार विधान सभा के अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने कहा कि देश में दो तरह के लोग रहते हैं। एक मिनरल वाटर पीते हैं। द्वितीय गड्ढा का पानी पीते हैं। 66 साल के बाद भी शासक के द्वारा शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं कर पाना दुर्भाग्य है।
बिहार विधान सभा के अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने दीप जलाकर गैर सरकारी संस्था प्रगति ग्रामीण विकास समिति की रजत जयंती का उद्घाटन किया। इसके अलावे प्रगति भवन का लोकार्पण भी किया। राजनीति क्षेत्र में आने के पहले सामाजिक कार्यकर्ता की तरह कार्य करने वाले श्री चौधरी ने कहा कि प्रारंभ में रोटी,कपड़ा और मकान के बारे में बात करते थे। अब उसमें शिक्षा और स्वास्थ्य को भी जोड़ दिया है। इसको लेकर जोरदार ढंग से कार्य करने की जरूरत है। आज गरीब लोगों से रोटी, कपड़ा, मकान, स्वास्थ्य और शिक्षा से वंचित किया जा रहा है। मगर सरकार का प्रयास हो रहा है, गरीबों न्यूनतम सुविधाओं को उपलब्ध कराया जाए।
ऑक्सफैम इंडिया के क्षेत्रीय प्रबंधक प्रविन्द कुमार प्रवीण ने आज रविवार को कहा कि आजादी के 66 बरस में दूध से मंगहा पानी बिक रहा है। यह एक साजिश के तहत किया जा रहा है। प्रकृति प्रदत्त पानी को बंद बोतल में करके कीमत बटोरी जा रही है।
गैर सरकारी संस्था प्रगति ग्रामीण विकास समिति की रजत जयंती के अवसर पर आगे कहा कि जमीन की जंग को जन आंदोलन बनाने वाले लोग भूख और जमीन की लड़ाई को अंतिम मुकाम तक पहुंचाने में पीछे नहीं पड़े। इस आंदोलन को विस्तारित करने की जरूरत है ताकि सरकार भूख और जमीन के मुद्दे को गंभीरता से ले। साफ तो पर कहा कि जमीन ही मूल्यवान वस्तु है। जमीन ही सामाजिक और राजनीतिक औकांत तय करती है। इस अवसर पर अल्पसंख्यक आयोग की उपाध्यक्ष पद्मश्री सुधा वर्गीज ने कहा कि नारी शिक्षा को मजबूती से लागू करने की जरूरत है।
इसके पहले आगत अतिथियों का स्वागत प्रगति ग्रामीण विकास समिति के सचिव प्रदीप प्रियदर्शी ने किया। प्रगति ग्रामीण विकास समिति के कार्यकारिणी समिति के सदस्य उमेश कुमार ने 25 साल के कार्य प्रगति के बारे में चर्चा किए। समारोह का संचालन मंजू डूंगडुंग ने किया। पैक्स के परिजयोजना पदाधिकारी आरती वर्मा, किसान आयोग के अध्यक्ष सी.पी.सिंह, प्रकाश कुमार, राम बाबू, पूर्व मुखिया साधूशरण आदि ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर पुष्पा लकड़ा, विजय गौरेया, वी.के.सिंह. अनिल पासवान, सिंधु सिन्हा, स्वाति कश्यप आदि उपस्थित थे। प्रयाग सेन्टर के द्वारा नुक्कड़ नाटक पेश किया गया। गया जिले के फतेहपुर प्रखंड के गिद्धनी गांव में रहने वाले आदिवासियों ने मुख्यअतिथियों को प्रघारना (नृत्य) करते कार्यक्रम मंच तक ले गए। इसका नेतृत्व सिरका मुंडा ने किया।
आलोक कुमार
बिहार