बलिया 23 नवम्बर, केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने भारतीय रेल के पिछड़ेपन के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए आज कहा कि देश में सबसे अधिक समय तक राज करने के बावजूद कांग्रेस रेलवे के विकास के लिए जरूरी कदम उठाने में असफल रही । बलिया-छपरा रेल खण्ड के दोहरीकरण कार्य के उदघाटन के अवसर पर श्री प्रभु ने कहा कि कांग्रेस की सरकारों ने रेलवे में जरूरत के लिहाज से निवेश नहीं किया । मोदी सरकार को कांग्रेस से विरासत में आर्थिक कंगाली मिली मगर उसने अपने पहले ही बजट में रेल में सुधार और विकास के क्रान्तिकारी कदम उठाये । उन्होने दावा किया कि इसके सार्थक नतीजे सामने आये है । रेल बजट में जब हमने रेलवे में साढ़े आठ लाख करोड निवेश की बात कही तो विरोधी दलों ने खिल्ली उड़ाई मगर हमने बजट के आठ दिनों के भीतर ही डेढ करोड निवेश का प्रबंध कर लिया । रेल मंत्री ने कहा कि कार्यो को त्वरित तरीके से निपटाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाये गये है । कांग्रेस सरकार में रेलवे सीमित क्षेत्रो पर ध्यान देती थी मगर अब देश के हर क्षेत्र में रेल के विकास और सुविधाओ की बढ़ोत्तरी पर काम किया जा रहा है ।
रेल मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने कांग्रेस की परम्परा को समाप्त कर जनतंत्र पर फोकस किया है । अब भारतीय रेल जनता के करीब जा रही है । ट्रेनों की लेट लतीफी के लिए भी कांग्रेस सरकारो को जिम्मेदार ठहराते हुये उन्होने कहा कि कांग्रेस ने रेल के आधुनिकीकरण का काम नही किया । उन्होने कहा कि रेल दोहरीकरण में केवल उत्तर प्रदेश में ही 454 फीसदी की बढ़ोत्तरी की गयी है । देश में 123 रेल ओवर ब्रिज बनाये जा रहे है । मोदी सरकार में अच्छे दिन आने की चर्चा सोशल साईट पर भी होने लगी है । फेस बुक पर कमेंट आ रहा है कि एक साल में रेल में सुधार दिखने लगे है । केंद्रीय रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि पिछली सरकार दस वर्ष से उत्तर प्रदेश को हर साल एक हजार करोड़ देती थी,मोदी सरकार ने इस साल राज्य को 4200 करोड़ दिया है । उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में रेल विकास की रफ़्तार बढ़ेगी और अगले बजट में भटनी-औड़िहार रेल प्रखंड के दोहरीकरण व इंदारा-दोहरीघाट छोटी लाइन के आमान परिवर्तन के लिए व्यवस्था होगी ।