चेन्नई 02 दिसम्बर, तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई और इसके आस -पास के बारिश प्रभावित इलाकों में सेना, नौसेना, तटरक्षक बल और आपदा राहत बल के जवान राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं जबकि पुड्डुचेरी और आंध्रप्रदेश में भी बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। एसोचैम ने तमिलनाडु में बारिश के कारण 15 हजार करोड़ रुपये के आर्थिक नुकसान की आशंका व्यक्त की है। तमिलनाडु सरकार ने बचाव एवं राहत कार्य के लिए सेना की मदद मांगी थी जिसके बाद सेना की दो टुकडियां तंबाराम और ऊरापक्कम में काम पर लग गई हैं। नौसेना भी बचाव कार्य में जुटी है। सूत्रों के अनुसार बेंगलुरु से सेना के जवान चेन्नई आ रहे हैं। नौसेना के जवान चेन्नई के सादियापेट इलाके में तैनात है और वह निचले इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुचाने में मदद कर रही है। आपदा राहत बल अन्य 15 दलों को लेकर तमिलनाडु पहुंच रहा है। बल के महानिदेशक ओ पी सिंह ने बताया कि दस टीमें तिरुपति , भुवेनश्वर से जबकि पांच टीमें दिल्ली से पहुंची हैं। तटरक्षक बल ने चेन्नई में तीन नौकायें तैनात की हैं और साथ ही उसका 17 सदस्यीय बचाव दल कल रात से सादियापेट थाने को बचाव कार्य में मदद कर रहा है। तटरक्षक बल के पूर्वी क्षेत्र के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने आज बताया कि बचाव दल चेन्नई कॉरपोरेशन और पुलिस के साथ अलग थलग पड़े इलाकों में बचाव कार्य में जुटा है। इसके अलावा सभी इकाइयों को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है। तटरक्षक बल का सारंग जहाज समुद्र में फंसे मछुआरों को त्वरित मदद देने के लिए तैनात है। चेन्नई हवाई अड्डे पर हवाईपट्टी के पानी में डूबने के कारण आज सुबह छह बजे से कल सुबह छह बजे तक के लिए यहां से सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। इसके कारण प्रभावित इलाकों में विमानों से खाने के पैकेट नहीं गिराये जा रहे हैं। जैसे ही हवाईअड्ड़ा खुलेगा , राहत कार्य दोबारा शुरू कर दिया जायेगा। तमिलनाडु में लगातार हो रही इस बारिश ने पिछले 100 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। लगातार बारिश के कारण चेन्नई शहर की आस-पास की झीलों का पानी निकलकर शहर के वडापलानी, वलासरवकम और नंदमवाकम इलाकों में घुस गया है। दक्षिण रेलवे ने भी चेन्नई और गुडूर के बीच रेल पटरियों के पानी में डूबने के कारण एगमोर, सेंट्रल स्टेशन और अन्य स्टेशनों से जाने वाली 27 ट्रेनों की सेवा आज निरस्त कर दी। हालांकि आज सुबह बारिश बंद हो गई लेकिन आसमान में बादल छाये हुए है। कल से लगातार हुई बारिश के कारण शहर के अधिकतर हिस्सों में पानी भर गया है।
आंध्रप्रदेश में बारिश जनित हादसो में पिछले 48 घंटे के दौरान दो लोगों की मौत हो गई है। आंध्रप्रदेश में आज लगातार दूसरे दिन भी बारिश का कहर जारी है। वहां के नेल्लोर और चित्तूर जिले सबसे प्रभावित हैं। सड़क के पानी में डूब जाने के कारण सैकड़ों गांवों का संपर्क टूट गया है। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के प्रभाव से पुड्डुचेरी में कल रात से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लगातार हो रही बारिश से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। बारिश के कारण निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है। पुड्डुचेरी प्रशासन प्रभावित इलाकों तक राहत पहुंचाने के लिए हरसंभव कदम उठा रहा है और राहत शिविरों में रह रहे लोगों को खाने के पैकेट दिए गए है। यहां पिछले 24 घंटे में 218.1 मिलीमीटर तक की बारिश दर्ज की गई। सूत्रों ने बताया कि चेन्नई हवाई अड्डे में भी हवाई पट्टी पर पानी भर जाने के कारण उड़ानें रद्द होने से लगभग 4000 यात्री फंस गये हैं। चेन्नई के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण कल रात से ही बिजली काट दी गयी है। नुनगमबक्क्म इलाके में स्थित यूनीवार्ता के कार्यालय की बिजली भी कल शाम से ही गुल है। चेन्नई के निचले इलाकों में घर पानी में डूब गये हैं और लोगों ने घरों की छत पर शरण ली हुई है। भारी बारिश के कारण इसी सप्ताह स्कूल बंद कर दिये गये और परीक्षाएं भी रद्द कर दी गई है। विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं भी टाल दी गई हैं। तमिलनाडु में बारिश के कहर से आई बाढ़ पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल शाम मुख्यमंत्री जे. जयललिता से बात की और उन्हें केन्द्र की तरफ से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
इस बीच ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता से आज फोन पर बातचीत की और बारिश की स्थिति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने सुश्री जयललिता को आश्वासन दिया कि ओडिशा सरकार राहत एवं बचाव कार्य में पूरी मदद करेगी। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति राहत अभियान चलाने का ओडिशा के पास विस्तृत अनुभव है और वह तमिलनाडु सरकार को हर संभव मदद देने के लिए राजी है। सुश्री जयललिता ने इस पर श्री पटनायक को शुक्रिया अदा किया । पुड्डुचेरी और कराईकल क्षेत्र के सभी स्कूलों और कॉलेजों में आज भी अवकाश की घोषणा की गई है जबकि पुड्डुचेरी केन्द्रीय विश्वविद्यालय में होने वाली परीक्षाएं भी टाल दी गई है। पुड्डुचेरी के उप राज्यपाल अजय कुमार सिंह ने मुख्य सचिव मनोज पारिदा और जिलाधीश डी माणिकानंदन के साथ स्थिति का जायजा लिया। उपराज्यपाल ने कहा कि प्रशासन लगातार हो रही बारिश की चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि वह गृह मंत्रालय के संपर्क में है और उन्होंने राहत कार्यों में मदद के लिए राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) की दो टीमों को भेजने का अनुरोध किया है। श्री सिंह ने कहा कि नदी किनारे रह रहे लोगों को दूसरी जगह भेजा गया है। जमीनी हालात का जायजा लेने के मकसद से आज तीन घंटे तक कई बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि प्रशासन बारिश के कारण हुई क्षति के आंकलन के लिए पूरक सर्वेक्षण करेगा। उन्होंने बताया कि पुड्डुचेरी बारिश से बुरी तरह प्रभावित है यहां कई जगहों पर पानी जमा है।
उपराज्यपाल ने बताया कि चेक डैम से 900 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है और संभावित प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रभावित लोगों के लिए 450 शिविर स्थापित किये गये हैं और उनके बीच खाने के 80 हजार पैकेट वितरित किये गये हैं। उन्होंने लोगों को भयभीत न होने का आश्वासन देते हुए बताया कि प्रशासन स्थिति से निपटन के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंंने किसानों को आश्वासन दिया कि उन्हें फसल का पूरा मुआवजा दिया जायेगा । इधर रायलसीमा में उत्तर पूर्वी मानसून अतिसक्रिय है। हैदराबाद से मिली रिपोर्ट के अनुसार मौसम विभाग का कहना है किअगले 24 घंटों के दौरान तटीय आंध्रप्रदेश के कृष्णा, गुंटूर और नेल्लोर जिलों तथा रायलसीमा के चित्तूर और कडपा में कहीं कहीं तेज बारिश होने की संभावना है। दक्षिण तटीय आंध्रप्रदेश में कई जगहों पर तेज बारिश और गरज के साथ छींटें पड़ने का अनुमान है। अगले तीन दिन तक आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में मौसम ऐसा ही बना रहेगा। आज सुबह साढ़े आठ बजे तक रायलसीमा में कई स्थानों पर और दक्षिण तथा उत्तरी तटीय आंध्रप्रदेश के कुछ इलाकों पर बारिश हुई। तेलंगाना में भी कहीं-कहीं बारिश हुई है।