नयी दिल्ली, 02 दिसंबर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच पेरिस में हुयी बैठक के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अगले सप्ताह हार्ट ऑफ एशिया इस्तांबुल प्रोसेज में हिस्सा लेने इस्लामाबाद जा सकती हैं। इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है लेकिन सूत्रों से मिले संकेतों के अनुसार, श्रीमती स्वराज इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिये पाकिस्तान जा सकती हैं। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिये 14 देशों की इस पहल में भाग लेने के लिये तीन सप्ताह पहले श्रीमती स्वराज को आधिकारिक रूप से निमंत्रण भेजा था। इस कार्यक्रम में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के भी भाग लेने की उम्मीद है। अधिकारियों ने श्रीमती स्वराज के कार्यक्रम के बारे में न तो पुष्टि की और न ही खंडन किया लेकिन कहा कि इस बारे में जल्द ही निर्णय के बारे में जानकारी दी जायेगी। श्रीमती स्वराज यदि नहीं जाती हैं तो इस कार्यक्रम में भारत का प्रतिनिधित्व अधिकारियों के स्तर पर हो सकता है।
मंत्री स्तरीय इस पांचवी बैठक की मेजबानी संयुक्त रूप से पाकिस्तान और अफगानिस्तान करेंगे। कार्यक्रम में चीन, ईरान, अजरबैजान, कजाखस्तान, किर्गिज्स्तान, रूस, तुर्की, सऊदी अरब, ताजिकिस्तान, संयुक्त अरब अमीरात अौर तुर्कमेनिस्तान के प्रतिनिधि भी हिस्सा लेंगे। पेरिस में इसी सप्ताह जलवायु परिवर्तन संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन से इतर हुयी श्री मोदी और श्री शरीफ की मुलाकात के बाद उम्मीद जतायी जा रही थी कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच बातचीत को लेकर जारी गतिरोध खत्म हो सकता है। दोनों पड़ोसी देशों के बीच इस समय तनाव बढ़ा हुआ है और उफा में बनी सहमति के बाद बातचीत रद्द होने के लिये दोनों एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। भारत का कहना था कि दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच उफा में बनी सहमति के अनुरुप सिर्फ आतंकवाद पर बातचीत होनी चाहिये लेकिन पाकिस्तान इस बात पर जोर दे रहा था कि इसमें कश्मीर मुद्दे को भी शामिल किया जाना चाहिये।