विकलांग दिवस पर आज लोकसभा में विकलांगों के लिए बुनियादी सुविधाएं बढाने तथा 80 फीसद से अधिक विकलांग को तीन हजार रुपए मासिक पेंशन देने की मांग की गयी। शून्यकाल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की पी. के. श्रीमती टीचर ने विकलांगों की समस्याओं से जुड़ा मामला उठाया और कहा कि आंकड़ों के अनुसार देश में विकलांगों की आबादी कुल जनसंख्या के 2.6 प्रतिशत हैं और यह संख्या इससे भी अधिक हो सकती है। उन्होंने कहा कि सभी विकलांगों के पास कार्ड नहीं है जिसके कारण उन्हें सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाता है इसलिए पहले सभी विकलांगों को कार्ड उपलब्ध कराए जाएं और जो लोग 80 प्रतिशत से ज्यादा विकलांग हैं उनहें तीन हजार रुपए मासिक पेंशन दी जाए।
भाजपा की मीनाक्षी लेखी ने कहा कि विकलांगों की स्थिति में सुधार लाने की जरूरत है और सरकार को उनके कल्याण के लिए उनके कौशल विकास पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि विकलांगों के प्रति समाज का नजरिया बदलना चाहिए और उनके विकास की योजनाएं बननी चाहिए।