चेन्नई और इसके आसपास के इलाकों में बारिश थमने के चलते बाढ़पीड़ित नागरिकों और बचाव एजेंसियों को राहत मिली है जबकि बाढ़ का पानी तेजी से घटने की उम्मीद बढ़ी है। बाढ़ से बेहाल चेन्नई के हालात में राहत के संकेत हैं क्योंकि वहां बारिश रुकी है और अडयार तथा कुंभ नदियों के जलस्तर में कमी आई है। राहत एवं बचाव कार्य जोरों पर है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के लिए 1,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त सहायता का ऐलान किया है।
चेन्नई और उसके उपनगरों में बीते 100 साल में अप्रत्याशित बारिश से जनजीवन अभी भी पूरी तरह ठप पड़ा है। भारी बारिश की वजह से चेन्नई बेहाल है, लेकिन कुछ इलाकों में पानी कम हो रहा है। हालांकि बारिश का खतरा अभी भी बरकरार है। बाढ़ से प्रभावित हजारों लोगों को अब तक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 48 घंटों में भारी बारिश हो सकती है। एनडीआरएफ के डीजी ने बताया है कि कई इलाकों में पानी घटने से राहत व बचाव कार्यों को तेज करने में मदद मिलेगी। बारिश रुकने के कारण चेम्बरपक्कम, पोंडी और पुझाल झीलों से पानी छोड़े जाने में कमी आई जिसकी वजह से अडयार और कुंभ नदियों का जलस्तर तेजी से घटा। अडयार नदी चेन्नई के कई इलाकों से गुजरती हुई समुद्र में जाती है। चेम्बरमबक्कम और शहर के बाहर के इलाकों की झीलों में जलस्तर बहुत बढ़ जाने के बाद से अडयार नदी में बाढ़ आई।
मंगलवार को भारी बारिश के कारण मोबाइल फोन सेवा बुरी तरह प्रभावित हुयी थी। वह आंशिक रूप से बहाल हो गयी है जबकि एटीएम जैसी अन्य सेवाएं अब भी बंद है। कल दिन भर बारिश रूकने के बाद, कोडमबक्कम, टी नगर और तमबरम सहित शहर के आसपास के कुछ इलाकों में रात में बारिश हुयी लेकिन शुक्रवार की सुबह में आसमान कुछ खुला सा नजर आया और लोग सड़कों पर निकले।
बारिश रुकने के चलते चेमबरापक्कम, पोंडी और पुझल झीलों से पानी छोड़े जाने में तेज गिरावट आई और उसके कारण शहर से गुजरने वाली दोनों नदियों के जलस्तर में गिरावट आई। अधिकारियों ने बताया कि शहर के कई हिस्सों में पानी घट रहा है लेकिन एहतियात के तौर पर कई इलाकों में बिजली की आपूर्ति पर रोक जारी रहने के कारण नागरिकों को थोड़ी परेशानी हो रही है। ढेर सारे लोगों को स्वच्छ पेयजल मिलना अब भी दुभर है। दूध और समाचार पत्रों की आपूर्ति सुचारू नहीं हो पायी है और बहुत से नागरिकों ने शिकायत की है कि सब्जियों की कीमत अब भी आसमान छू रही हैं। परिवहन सेवा में भी सुधार होने के संकेत दिख रहे हैं।
चेन्नई के नजदीक राजाली नौसेना वायु ठिकाने से आज सुबह सीमित व्यावसायिक उड़ानों का संचालन शुरू कर दिया गया है। उपनगरीय चेन्नई अरकोननाम रेलखंड पर ट्रेन सेवा आंशिक रूप से शुरू की गयी है। दक्षिणी रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि वे अब भी व्यस्त तमबरम-चेन्नई समुद्र तट पर सेवा बहाल करने के लिए काम में लगे हैं जो व्यापारिक और रिहायशी इलाकों से होकर गुजरती है। बस और रेल परिवहन बंद होने के बाद ज्यादा से ज्यदा संख्या में लोग चेन्नई मेट्रो में सफर कर रहे हैं। चेन्नई और आसपास के इलाकों में बारिश से प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए तेज राहत और बचाव कार्य पर ध्यान केन्द्रित करते हुये एनडीआरएफ ने अपनी दस और टीमों को काम पर लगाया है और इसने अभी तक 9,000 लोगों को बचाया है।
बल के महानिदेशक ओपी सिंह ने बताया कि कुछ स्थानों पर जलस्तर में कमी आने पर आज हमारी टीमों के बचाव ज्यादा लोगों तक पहुंचने की संभावना है। उन्होंने कहा कि अभी तक हमने 9,000 लोगों को बचाया है। पुणे और पटना से दस और टीमों को तमिलनाडु भेजा गया है। हमें उम्मीद है कि हालात में सुधार होने और संचार के बेहतर होने के कारण आज बेहतर परिणाम सामने आएंगे। एनडीआरएफ के एक प्रवक्ता ने बताया कि आज तड़के पांच टीमें चेन्नई पहुंच गईं। बल की 30 टीमें पहले से कार्यरत हैं। हर टीम में 40 सदस्य हैं। यह टीमें तमिलनाडु की राजधानी और पड़ोस के पुडुचेरी के इलाकों में काम कर रही हैं।
केन्द्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि की अध्यक्षता में एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा के लिए रक्षा, खाद्य, रेलवे, कृषि, स्वास्थ्य, दूरसंचार विभाग के मंत्रालयों और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ आपदा प्रंधबन समूह (सीएमजी) की एक बैठक भी प्रस्तावित है। दक्षिण-पूर्व रेलवे के सूत्रों ने बताया कि तमिलनाडु के कई हिस्सों में भारी बारिश और पटरियों के डूब जाने के कारण कई एक्सप्रेस ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं।