नयी दिल्ली 04 दिसंबर, जलवायु परिवर्तन से होने वाले तमाम खतरों से दुनिया वाकिफ है लेकिन हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि जलवायु परिवर्तन का दूरगामी असर फसलों की पैदावार और खाद्य सुरक्षा पर भी पड सकता है। नेशनल सेंटर फॉर एटॉमिक रिसर्च की नयी अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट में जलवायु परिवर्तन और खाद्य सुरक्षा के अंतर्संबंधों पर विस्तृत चर्चा की गयी है। फ्रांस की राजधानी पेरिस में हुए संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन(सीओपी 21) के दौरान यह रिपोर्ट जारी की गयी। रिपोर्ट में बताया गया है कि बढ़ते तापमान और आर्द्रता में बदलाव के कारण खाद्य उत्पादन और परिवहन व्यवस्था बाधित होती है तथा खाद्य उत्पादों का संरक्षण स्तर गिरता है।
रिपोर्ट तैयार करने में शामिल एनसीएआर की वैज्ञानिक क्लॉडिया टेबाल्डी ने कहा कि अगर ग्रीनहाऊस गैस का उत्सर्जन इतनी ही तेज रफ्तार के साथ होता रहा तो जलवायु परिवर्तन खाद्य पदार्थों के उत्पादन और उसके वितरण में सबसे बड़ी चुनौती के रूप में उभरेगा। रिपोर्ट के अनुसार जलवायु परिवर्तन के अलावा कई अन्य कारक जैसे तकनीकी रूप से उन्नयन, जनसंख्या वृद्धि , संपदा का विभाजन और खाने के तौर तरीके में बदलाव आदि भी खाद्य सुरक्षा पर प्रभाव डालते हैं। आने वाले दशक में समाज में बदलाव और जलवायु परिवर्तन के कारण खाद्य सुरक्षा प्रभावित होगी।