पटना,05 दिसम्बर, बिल एण्ड मिलिंडा गेट्स फाउन्डेशन बिहार में विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधायें उपलब्ध कराने के लिये हरसंभव मदद करने को तैयार है। फाउन्डेशन के सह-अध्यक्ष बिल गेट्स ने आज यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भेंट के दौरान यह प्रस्ताव रखा। श्री गेट्स ने बिहार में स्वास्थ्य एवं पोषण के कार्य को आगे बढ़ाने के तरीकों पर श्री कुमार से विस्तार से चर्चा की और राज्य में विकास के प्रति फाउन्डेशन के सहयोग के संकल्प को दुहराया।
श्री कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य एवं पोषण बिहार के विकास के प्रमुख सूचकांक हैं और राज्य सरकार सभी के लिए स्वास्थ्य एवं पोषण सेवा उपलब्ध कराने की दिशा में कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में बेहतर सुधार की प्राप्ति के लिए स्वास्थ्य में वित्तीय वृद्धि आवश्यक है, जिससे सभी के लिए सार्थक स्वास्थ्य सुधार की दिशा में बढ़ा जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य प्रणाली को और मजबूत करना होगा ताकि हाशिये पर रह गये लोग भी व्यापक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ले सकें। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य,पोषण और विकास के लक्ष्य प्राप्ति के लिए बिल एण्ड मिलिंडा गेट्स फाउन्डेशन के साथ मिलकर काम करते रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए राज्य सरकार के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए उनकी सरकार उच्च गुणवत्ता वाले निजी संस्थानों को सरकारी निजी साझेदारी (पी0पी0पी0) के तहत शामिल किये जाने के सुझाव के लिए खुला विचार रखती है। उन्होंने फाउन्डेशन को आश्वस्त किया कि वह राज्य की जन स्वास्थ्य प्रणाली में संरचनात्मक बदलाव के लिए इच्छुक है और इसके लिए स्वास्थ्य विभाग में एक दल का गठन किया जाएगा जो विभिन्न राज्यों में भ्रमण कर वहां की व्यवस्था से वाकिफ होंगे। इस संबंध में फाउन्डेशन के तकनीकी सहयोग की भी आवश्कता है।
श्री कुमार ने कहा कि बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को फाउन्डेशन द्वारा सहायता प्रदत्त तकनीकी सहायता यूनिट (टी0एस0यू0) में पदस्थापित किया जा सकता है, जिससे अधिकारी विश्व स्तरीय ज्ञान एवं अनुभव प्राप्त कर उसे पूरे राज्य में क्रियान्वित कर सकें। स्वास्थ्य प्रणाली में संरचनात्मक सुधार लाने के लिये यह सहमति बनी है कि इन अधिकारियों को विभाग में लम्बे समय के लिए नियुक्त किया जाय। यह भी निर्णय लिया गया कि राज्य स्तरीय टी0एस0यू0 की भाँति जिला स्तर पर जिला एवं प्रखंड स्तरीय अधिकारियों को तकनीकी सहयोग देने के लिए टी0एस0यू0 मॉडल बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार के सात निश्चयों के संकल्पों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र हमेशा से उनकी और राज्य सरकार की उच्च प्राथमिकताओं में शामिल रहा है। वह मानव विकास के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध हैं और अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दे दिया गया है कि वे गुणवत्ता के साथ ही निर्धारित लक्ष्य समय सीमा में प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि सरकार खुले में शौच जैसी समस्या के सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य के हर घर में शौचालय निर्माण,स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था,हर गांव में नाला तथा सड़क निर्माण किया जाएगा। बैठक में मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आर के महाजन,समाज कल्याण विभाग के सचिव एस एम राजू, मुख्यमंत्री के सचिव चंचल कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।