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विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (11 दिसम्बर)

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आपदा पूर्व तैयारियों, प्रबंधन से अवगत हुए

vidisha news
जिला आपदा प्रबंधन योजना की वस्तुस्थिति, पूर्व तैयारियों और प्रबंधन के फ्रेमवर्क पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला आज विदिशा जनपद पंचायत के सभागार कक्ष में आहूत की गई थी। कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने कहा कि जिला स्तर पर किए जाने वाले प्रबंध पूर्व में ही सुनिश्चित किए जाए। उन्होंने विभागवार दायित्व सौंपने के लिए कोर समितियों का गठन करने के निर्देश दिए। श्री ओझा ने कहा कि जिले की भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यानगत रखते हुए जिला स्तरीय कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जाए इसी प्रकार तहसील एवं ग्राम स्तर के लिए कार्ययोजना तैयार की जाए। प्राकृतिक आपदा के पूर्व किन-किन संसाधनो का ध्यान रखा जाए की सूची संधारित करते हुए सामग्री का समय-समय पर प्रायोगिक परीक्षण किया जाए। आपदा के दौरान बचाव दल, सुरक्षा दल और पीडि़तो को आपदा से निकालते हुए सुरक्षित स्थलों पर ठहरने के स्थान चिन्हिंत कर सूचीबद्ध किए जाए। उन्होंने कहा कि जिले में सामान्यतः अतिवर्षा के कारण बाढ़ आपदा परिस्थितियां निर्मित होती है इसके लिए पूर्व ऐतिहासिक पृष्ठ भूमि को ध्यानगत रखते हुए कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जाए। पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी ने कहा कि आपदा के दौरान संचार साधन नेटवर्क विहिन हो जाते है ऐसी स्थिति में जिले में विशेष यंत्रो की पूर्ति कराई जाए। उन्होंने नगरपालिका, नगर पंचायत एवं ग्राम पंचायतों के साथ-साथ मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कंपनियों के प्रमुखों केन्द्रो पर वायरलेस सेवा संधारित करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आपदा आने के पूर्व सभी ऐसे विभाग, एनजीओ जो आपदा निपटान में सहयोग करेंगे कि कार्ययोजना बनाई जाए और संबंधितों का इस बात का भलीभांति ज्ञान हो कि आपदा के दौरान उन्हें कौन-कौन से दायित्वों का निर्वहन अतिशीघ्र करना है। अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया ने जिले में प्राकृतिक, अप्राकृतिक आपदाओं के लिए पृथक-पृथक जिला स्तर पर तैयार की गई कार्ययोजनाओं का रेखांकित किया। उन्होंने आपदा से प्रभावित क्षेत्रों के रहवासियों को क्षति ना पहुंचे इसके लिए स्थानीय स्तर पर सतत जागरूकता शिविरों के आयोजन पर बल दिया। आपदा प्रबंध संस्थान के डिप्टी डायरेक्टर श्री जार्ज ने एलसीडी प्रोजेक्टर के माध्यम से आपदा का अभिप्राय, आपदा से खतरा, बाढ़, भूकंप, औद्योगिक एवं अग्नि दुर्घटना के संबंध में किए जाने वाले पूर्व प्रबंधन के उपायों को रेखांकित किया। उन्होंने आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धाराओं के तहत जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा अपेक्षित कार्यो की वस्तुस्थिति को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की आपदा में समय अतिमहत्वपूर्ण है हम कैसे शीघ्रतिशीघ्र पीडि़तों को मदद पहुंचा सकते है कि कार्ययोजना पूर्व में ही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा की आपदा के दौरान किस विभाग को क्या कार्य करना है कि पूर्व में ही भलीभांति जानकारी होना चाहिए ताकि वे किसी भी प्रकार के आदेश की प्रतीक्षा किए बिना अपने दायित्वों का निर्वहन कर सकें। उन्होंने बाढ़ प्रभावित स्थलों का चिन्हांकन कर क्षेत्र के रहवासियों को बाढ़ से बचाव के उपायों की जानकारी स्थानीय सरल भाषा में देने की अपेक्षाएं व्यक्त की। यदि कही भूकंप, आगजनी अथवा औद्योगिक क्षेत्र में आपदा आती है तो सबसे पहले आमजनों को सूचना किस प्रकार प्रसारित की जाए की प्रायोगिक जानकारी स्थानीय रहवासियों को दी जाए। कार्यशाला में विभिन्न विभागों के अधिकारी, पत्रकारगण मौजूद थे। इनके द्वारा ततसंबंध में किए गए प्रश्नांे का उत्तर डिप्टी डायरेक्टर श्री जार्ज के द्वारा दिए गए। 

उपस्थिति दर्ज कराएं

एकीकृत बाल विकास परियोजना विदिशा ग्रामीण के परियोजना अधिकारी ने बताया कि ग्राम भूतपरासी की आंगनबाडी कार्यकर्ता श्रीमती सावित्री विश्वकर्मा विगत दो माह से अनुपस्थित है ततसंबंध में उनसे कई बार पत्राचार किया गया किन्तु उनका जबाव प्राप्त  नही होने पर आंगनबाडी कार्यकर्ता श्रीमती विश्वकर्मा को अंतिम चेतावनी विभाग के माध्यम से दी जा रही है कि वे अपने कर्तव्य पर सात दिवस के भीतर उपस्थित नही होती है तो उनके खिलाफ एक तरफा कार्यवाही करते हुए सेवा समाप्त की जाएगी।

नेशनल लोक अदालत आज

जिला न्यायालय के साथ-साथ तहसील न्यायालयों पर एक साथ नेशनल लोक अदालत का आयोजन 12 दिसम्बर शनिवार को किया गया है। जिला न्यायालय में नेशनल लोक अदालत का शुभांरभ प्रातः 10.30 बजे जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री रणजीत सिंह के द्वारा किया जाएगा। जिला विधिक सहायता अधिकारी ने बताया कि नेशनल लोक अदालत में अब तक विभिन्न विभागों के लगभग 40 हजार 308 प्रकरण शामिल किए जा चुके है जिसमें आपराधिक शमनीय के 444, सिविल 764, चेक बाउंस 1087, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण 334, वैवाहिक, पारिवारिक विवाद 516, विद्युत के प्रीलिटिगेशन, पेडिंग 9872, नगरपालिका के 1500, राजस्व के 18387, बैंक के 5831 एवं बीएसएनएल के 1573 प्रकरण रखे जाएंगे। उक्त के अलावा जो पक्षकार राजीनामा के आधार पर नेशनल लोक अदालत में अपने प्रकरण निराकृत कराना चाहे वो भी जिला न्यायालय परिसर विदिशा में आयोजित लोक अदालत में उपस्थित होकर अपने प्रकरण निराकृत करा सकते है।

भारमुक्त

जिला परिवहन अधिकारी श्री गिरजेश वर्मा ने स्थानांतरण हो जाने के फलस्वरूप आज विदिशा जिला परिवहन अधिकारी का प्रभार श्रीमती रंजना भदौरिया को सौंपते हुए भारमुक्त हुए। 

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