पटना 11 दिसम्बर, भारतीय जनता पार्टी :भाजपा: के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के समर्थन में खड़ा होने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बताना चाहिए कि नेशनल हेराल्ड मामले में केन्द्र की सरकार बदले की भावना में कैसे कार्रवाई कर रही है । श्री मोदी ने यहां कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी से जुड़े नेशनल हेराल्ड मामले में जब कोर्ट ने सम्मन जारी किया है तो फिर इसमें संसद, कार्यपालिका या भाजपा की क्या भूमिका है । उन्होंने कहा कि श्री कुमार को बताना चाहिए कि संसद ठप करने के पीछे कांग्रेस की मंशा क्या है और क्या गांधी परिवार देश के कानून और अदालत से भी ऊपर हैं । भाजपा नेता ने कहा कि जब पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला आया था तब फैसला मानने के बजाये उन्होंने देश में अपातकाल लगा दिया था । उन्होंने कहा कि अदालत का सम्मन मिलने पर संसद ठप करा रही श्रीमती सोनिया गांधी की यदि केन्द्र में सरकार होती तो क्या वह फिर देश में आपातकाल लगा देती ।
श्री मोदी ने कहा कि श्री कुमार को बताना चाहिए कि जब श्री सुब्रमण्यम स्वामी ने नेशनल हेराल्ड का मामला कोर्ट में दायर किया था तब क्या वह भाजपा में थे । उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला धोखाधड़ी और सम्पति हड़पने का है। वर्ष 2008 में नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन बंद होने के वक्त एसोसिएटेड जर्नल्स की देश भर में करीब 5000 करोड़ रुपये की सम्पति थी, जिस पर मालिकाना हक के लिए धोखाधड़ी की चालें चली गईं और यही नेशनल हेराल्ड केस का मुद्दा है। भाजपा नेता ने कहा कि 2010 में गांधी परिवार के करीबियों ने एसोसिएटेड जर्नल्स की सम्पति हड़पने के लिए यंग इंडियन नाम की एक कंपनी बनाई जिसमें श्रीमती सोनिया गांधी और श्री राहुल गांधी के 38-38 प्रतिशत शेयर हैं और बचे हुए 24 फीसदी शेयर श्री राहुल गांधी के करीबी सैम पित्रोदा, सुमन दुबे, कांग्रेस के महासचिव ऑस्कर फर्नांडिज और कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा के हैं। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं और श्रीमती गांधी और श्री गांधी को कोर्ट में इन सवालों का जवाब देना है। श्री मोदी ने कहा कि श्रीमती सोनिया गांधी के समर्थन में खड़ा होने वाले श्री नीतीश कुमार क्या चाहते हैं कि एक बार फिर देश की संसद और लोकतंत्र का गला घोंट दिया जाए । उन्होंने कहा कि श्री कुमार को स्पष्ट करना चाहिए कि इस मामले में भाजपा, केन्द्र सरकार, संसद की क्या भूमिका है और केन्द्र की सरकार बदले की भावना में कैसे कार्रवाई कर रही है ।