अशबागात, 12 दिसंबर, उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी आज कहा कि दस अरब डॉलर की महत्वाकांक्षी तुर्कमेनिस्तान- अफगानिस्तान- पाकिस्तान- भारत(तापी) गैस पाइप लाइन परियोजना भारत की बढ़ती ऊर्जा जरुरतों को पूरा करेगी। इस परियोजना पर काम कल से शुरु होना है। डॉ. अंसारी ने तुर्कमेनिस्तान के तटस्थता देश के तौर पर 20 वर्ष पूरे करने के मौके पर ‘तटस्थता: शांति, सुरक्षा और विकास के नाम पर अंतरराष्ट्रीय सहयोग’ विषय पर आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन से इतर संवाददाताओं से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने चार देशों की इस गैस पाइपलाइन परियोजना की सुरक्षा पर चिंता जताते हुए कहा, “मैंने कल तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति से मुलाकात की और उन्हें भरोसा है कि यह परियोजना पूरी हो सकती है। यह क्षेत्रीय सहयोग का बड़ा विचार है, जिसका सपना हमने देखा और अब तक यह पूरा नहीं हुआ है। मैं काफी आशावादी हूं कि कल की शुरुआत के बाद यह परियोजना पूरी हो जाएगी।” टीएपीआई पाइपलाइन के जरिये एक दिन में नौ करोड़ स्टेंडर्ड घन मीटर गैस का परिवहन किया जा सकेगा। इस पाइप लाइन के जरिये भारत और पाकिस्तान प्रत्येक को तीन करोड 80 लाख स्टेंडर्ड क्यूबिक मीटर गैस तथा शेष मात्रा अफगानिस्तान को आपूर्ति की जायेगी। 1800 किलोमीटर लंबी इस पाइपलाइन परियोजना का निर्माण कार्य तुर्कमेनिस्तान की सरकारी कंपनी तुर्कमेंगज करेगी। इस परियोजना के निर्माण के लिये वर्ष 2018 तक का लक्ष्य रखा गया है।
डॉ. अंसारी ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए तुर्कमेनिस्तान की तटस्थता की नीति की प्रशंसा की जोकि मध्य एशियाई क्षेत्र में शांति और सहयोग की बात करती है। उन्होंने कहा कि तापी परियोजना तुर्कमेनिस्तान की तटस्थता की धारणा पर ही आधारित है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से आज सुबह हुई संक्षिप्त मुलाकात पर डॉ. अंसारी ने कहा कि कोई आैपचारिक बैठक नहीं हुई लेकिन हम इस सम्मेलन में साथ थे। सम्मेलन के बाद उप राष्ट्रपति अशगाबात केन्द्र गए और वहां महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इससे पहले गत जुलाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तुर्कमेनिस्तान के दौर पर आये थे और उन्होंने महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया था। बाद में तुर्कमेनिस्तान की छात्राओं ने उनके सामने हिंदी गीत की प्रस्तुति दी।