नयी दिल्ली, 14 दिसंबर, वित्त मंत्री अरुण जेटली और संसदीय कार्य मंत्री एम. वैंकेया नायडु ने शीतकालीन सत्र में विभिन्न मुद्दों पर राज्यसभा के लगातार पांच दिनों से बाधित होने और इससे वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) से जुड़े संविधान संशोधन विधेयक के अटकने की आशंका के बीच आज कांग्रेस नेताओं गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा के साथ चर्चा की लेकिन गतिरोध दूर होने के आसार नहीं दिख रहे हैं। शीतकालीन सत्र में अब एक सप्ताह का ही समय बचा है लेकिन पिछले पांच दिनो से राज्यसभा की कार्यवाही किसी न: न किसी मुद्दे पर हंगामा की वजह से नहीं चल पा रही है।
आज भी पंजाब के अबोहर में दो दलित युवकों के हाथ पैर काटे जाने और एक युवक की मौत होने से राज्य में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस के सदस्यों ने जोरदार हंगामा और नारेबाजी की जिसकी वजह से कार्यवाही नहीं चल सकी। बार बार के स्थगन के बीच श्री जेटली और श्री नायडु ने संसद परिसर में कांग्रेस नेताओं के साथ गतिरोध दूर कर जीएसटी को पारित कराने पर चर्चा की। सूत्रों के अनुसार इस बैठक में गतिरोध दूर करने पर आम राय नहीं बन पायी है और इस मुद्दे पर फिर से बैठक होने की उम्मीद है। ऐसा समक्षा जा रहा है कि श्री जेटली ने इस दौरान कांग्रेस नेताओं को उनकी पार्टी द्वारा उठाये गये मुद्दों पर किये गये उपायों आदि से अवगत कराया। जीएसटी से पूरा देश एक बाजार बन जायेगा और इससे अर्थव्यवस्था को गति मिलने की उम्मीद की जा रही है।