नयी दिल्ली 17 दिसंबर, वित्त मंत्रालय ने अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरो में एक चौथाई फीसदी की बढ़ोतरी को सतर्कता भरा कदम बताते हुये आज कहा कि पिछले डेढ वर्षाें में अर्थव्यवस्था की स्थिरता के लिए किये गये उपायों से वृहद भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ने के मार्ग पर अग्रसर है। मंत्रालय ने कहा कि फेड रिजर्व की ब्याज दरों में बढ़ोतरी का भारतीय शेयर बाजार और रुपये ने मजबूती से मुकाबला किया है और दोनों में तेजी दर्ज की गयी है। रुपया 66-67 रुपये प्रति डाॅलर के दायरे में रहा है।
उसने भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूत बुनियाद का हवाला देते हुये कहा कि पिछले डेढ़ वर्षाें में किये गये उपायों से स्थिरता आयी है। उसने कहा कि अभी भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ने के मार्ग पर अग्रसर हुयी है क्याेंकि महंगाई निचले स्तर पर और चालू खाता घाटा भी लक्ष्य के दायरे में है। इसके साथ ही वित्तीय सुदृढीकरण अभी भी जारी है। उसने कहा कि फेड रिजर्व से 0.25 फीसदी से लेकर 0.50 फीसदी के दायरे में ब्याज दरों में बढोतरी की उम्मीद की जा रही थी।