नयी दिल्ली, 17 दिसंबर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पिछले कई वर्षों से दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में वित्तीय अनियमितताओं का मामला उठा रहे अपने सांसद कीर्ति आजाद की आज जमकर क्लास ली। सूत्रों के मुताबिक भाजपा के संगठन मंत्री रामलाल ने आज सुबह पूर्व क्रिकेटर और दरभंगा से सांसद श्री आजाद को पार्टी मुख्यालय बुलाकर लगभग एक घंटे तक बातचीत की। आधिकारिक रूप से इस बारे में कोई ब्योरा नहीं मिल पाया है लेकिन समझा जाता है कि श्री आजाद से डीडीसीए और इसके अध्यक्ष रह चुके वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ उनके बयानों से पार्टी के लिये पैदा हो रही मुश्किलों के बारे में बताया गया। उनसे इस मामले में चुप रहने को कहा गया है। इस बीच श्री आजाद ने एक ट्वीट में इस बात से इन्कार किया कि पार्टी ने उनसे चुप रहने को कहा है। उन्होंने कहा, “मेरी लड़ाई खेलों में भ्रष्टाचार के खिलाफ है और यह जारी रहेगी।” श्री आजाद पिछले करीब आठ वर्षों से डीडीसीए में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते रहे हैं।
इस दौरान श्री जेटली डीडीसीए के अध्यक्ष थे। कल ही उन्होंने एक अंग्रेजी दैनिक को दिये साक्षात्कार में डीडीसीए को भ्रष्टाचार का वैधानिक संस्थान करार दिया। श्री आजाद ने कहा कि उन्होंने तथा कुछ पूर्व क्रिकेटरों ने कई बार श्री जेटली को डीडीसीए में फैले भारी भ्रष्टाचार की जानकारी दी और उन्हें पत्र भी लिखा लेकिन कुछ नहीं हुआ। उल्लेखनीय है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव के कार्यालय पर सीबीआई ने हाल में छापा मारा था। दिल्ली सरकार का दावा है कि सीबीआई ने डीडीसीए की श्री जेटली से संबंधित फाइलें को हासिल करने में लिये यह कार्रवाई की थी जिसमें वह फंस रहे हैं। आम आदमी पार्टी (आप) तथा कांग्रेस ने श्री जेटली के इस्तीफे की मांग की है। आप ने आज फिर कहा कि डीडीसीए में वित्तीय अनियमितताओं की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच के लिये उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाना चाहिये। उधर श्री जेटली ने इस आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उनके खिलाफ आरोप निराधार हैं और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल झूठ और दूसरों को बदनाम करने में विश्वास करते हैं।