रांची.22 दिसम्बर, झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने कहा है कि राज्य में सरकारी चिकित्सा सुविधाएं पहले से ज्यादा सुदृढ़ हुई हैं और भविष्य में राज्य के नागरिकों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। श्री चंद्रवंशी आज यहां सूचना भवन स्थित सभागार में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना के तहत 72 हजार रुपए तक वार्षिक आय वाले परिवारों को प्रदान की जाने वाली अनुदान की राशि डेढ लाख रुपए से बढ़ाकर ढाई लाख रुपए कर दी गयी है। इतना ही नहीं कैंसर के इलाज के लिए चार लाख रुपए तथा गुर्दा प्रत्यारोपण के लिए पांच लाख रुपए तक की स्वीकृति का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री निःशुल्क डायग्नोस्टिक जांच योजना के तहत गरीबों का मुफ्त में पैथोलोजी एवं रेडियोलॉजी जांच की जा रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं से संबंधित जानकारी हासिल करने के लिए निःशुल्क टेलीफोन हेल्पलाइन भी शुरू किया है जिसका नम्बर 108 है। पलामू हजारीबाग और दुमका में नये मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए भवन निर्माण के लिए भूमि एवं परामर्शी का चयन कर लिया गया है। शीघ्र ही कार्य भी प्रारंभ हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि धनबाद स्थित पीएमसीएच में सुपर स्पेशियलिटी विभागों की स्थापना के लिए केंद्र सरकार ने 150 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान कर दी है। राज्य के 18 सदर अस्पतालों के लिए अतिरिक्त 244 रिम्स में स्थापित दंत चिकित्सा महाविद्यालय के लिए 115ए राज्य खाद्य संरक्षा सेवा के लिए 85 तथा अन्य अस्पतालों में नियुक्ति के लिए 100 चिकित्सकों एवं विशेषज्ञों के पदों का सृजन किया गया है। जल्द ही ये नियुक्तियां हो जाएंगी। वैसे सरकार ने 306 नवनियुक्त चिकित्सा पदाधिकारियों का पदस्थापन कर दिया है। संविदा पर नियुक्त जिला स्तरीय लगभग 900 एएनएम की नियमित नियुक्ति भी की गई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि जननी सुरक्षा योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र की गर्भवती महिला को स्वास्थ्य केंद्र में संस्थागत प्रसव के लिए 1400 रुपए एवं शहरी क्षेत्र की गर्भवती महिला को 1000 रुपए दिया जाता है। अप्रैल 2015 से अब तक कुल 2,56,967 महिलाओं का जननी सुरक्षा योजना के तहत संस्थागत प्रसव कराया गया। अप्रैल 2015 से अब तक जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के तहत कुल 1,67,804 गर्भवती महिलाओं को निःशुल्क दवाए 1,56,978 महिलाओं को निःशुल्क खाना एवं 1,39,843 को निःशुल्क जांच और 1008 महिलाओं को निःशुल्क रक्त की सुविधा प्रदान की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा मातृत्व के साथ.साथ शिशु स्वास्थ्य पर भी विशेष बल दिया जा रहा है। इसका नतीजा यह है कि राज्य में शिशु मृत्यु दर 36 रह गई है ,जो राष्ट्रीय औसत ;40 से कम है। इसके अलावा परिवार नियोजन कार्यक्रम, राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रमए कन्या भ्रूण हत्या निषेध कार्यक्रम, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, प्रशिक्षण कार्यक्रम,सहिया सामुदायिकरणए गुणवत्ता यकीन कार्यक्रमए प्रचार.प्रसार कार्यक्रम, सिकल सेल एनीमिया कार्यक्रम,राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रमए नर्सिंग कार्यक्रम,कुष्ट निवारण कार्यक्रम,अंधापन नियंत्रण कार्यक्रम, यक्ष्मा निवारण कार्यक्रम वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम और एकीकृत रोग नियंत्रण कार्यक्रम में पिछले एक वर्ष में उल्लेखनीय उपलब्धि रही है। एक प्रश्न के उत्तर में श्री चंद्रवंशी ने बताया कि रांची में नवनिर्मित सदर अस्पताल 31 मार्च 2016 से चालू हो जाएगा। पहले इसे 200 शैया वाले अस्पताल के रूप में प्रारंभ किया जाएगा। इसका संचालन खुद राज्य सरकार करेगी। फिलहाल इसके लिए आवश्यक सामग्री के क्रय की प्रक्रिया चल रही है।