गुजरात में बेहतर प्रशासन के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के दावे को आम आदमी पार्टी (आप) नेता अरविंद केजरीवाल ने झूठा करार दिया। इसके कुछ समय बाद ही मोदी से मिलने जा रहे केजरीवाल को पुलिस ने रास्ते में रोक दिया और पूछा कि क्या उन्होंने मुलाकात के लिए पहले से समय लिया है? केजरीवाल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार मोदी से उनके आवास पर मिलने जा रहे थे, जब पुलिस ने उन्हें तथा उनके काफिले को रोक दिया और उनसे पूछा कि क्या उन्होंने मोदी से मिलने के लिए पहले से समय लिया है?
इसके बाद केजरीवाल की पार्टी के सदस्य मोदी से समय लेने के लिए उनके आवास पर गए। केजरीवाल ने कहा कि यदि उनकी मुलाकात भाजपा नेता से होती है तो वह उनसे 16 प्रश्न पूछेंगे। केजरीवाल ने कहा, "हम भी इस देश की 'आम जनता'हैं। ऐसा व्यक्ति जो देश का प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहा हो, वह हमसे नहीं मिलना चाहता, तो हम क्या कर सकते हैं?"इससे पहले गुजरात के 'अध्ययन'दौरे पर निकले दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल ने मोदी के इन दावों को झूठा करार दिया कि वर्ष 2001 में सत्ता में आने के बाद उन्होंने राज्य में बेहतर प्रशासन दिया।
मोदी का जिक्र करते हुए केजरीवाल ने कहा, "आप भ्रष्टाचार को समाप्त करने का दावा करते हैं। लेकिन मेरी जब यहां के गांवों एवं शहरों के लोगों से मुलाकात हुई तो मैंने जाना कि आपके सरकारी विभागों में व्यापक भ्रष्टाचार है।"उन्होंने कहा, "लोगों को बीपीएल कार्ड बनवाने और नौकरियां पाने के लिए रिश्वत देनी पड़ रही है। लोग भ्रष्टाचार से बहुत दुखी हैं। ऐसे में आप भ्रष्टाचार को समाप्त करने का दावा कैसे कर सकते हैं?"
केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार मोदी पर अपने मंत्रिमंडल में बाबूभाई बोखिरिया तथा पुरुषोत्तम सोलंकी जैसे 'भ्रष्ट नेताओं'को शामिल करने के आरोप भी लगाए। आप नेता ने यह भी कहा कि गुजरात में बड़े स्तर पर बेरोजगारी है। उन्होंने कहा, "आप युवाओं को संविदा पर रोजगार देते हैं। आप उन्हें प्रतिमाह बमुश्किल 5,300 रुपये का भुगतान करते हैं। इतनी कम राशि में कोई भी व्यक्ति किस तरह अपना परिवार चला सकता है?"केजरीवाल ने गुजरात में गांवों के सरकारी स्कूलों के हालात को 'बदतर'बताया। उन्होंने राज्य में कृषि के विकास के मोदी के दावे को भी गलत बताया।