पटना। अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी आर.लक्ष्मणन साहब को मालूम कि बी.एल.ओ.की अकर्मण्यता के कारण नये जोश वाले युवाओं के उमंग फीका पड़ गए। मां-बाप के साथ बूथ पर गए। बी.एल.ओ. लापता नजर आयीं। काफी विलम्ब से आने के बाद अपने साथ आवेदन प्ररूप लेकर नहीं आयीं। जिसके कारण आवेदन प्ररूप दुकान में खुलेआम 8 रू.में बेचा गया। इस तरह के बिजनेस करने वाले दुकानदारों की चांदी हो गयी। फिर भी 8 रू. में आवेदन प्ररूप- 6 को खरीदे, आवेदन को भरे और जमा कर दिए। इसी तरह की मिलीजुली खबर कमोवश पूरे प्रदेशभर से मिली है।
इस नोटिस को दीवार पर चस्का दिया गया है। बी.एल.ओ. कहकशा हैं। सभी मखदुमपुर वालों को सूचित की है कि 181 दीघा बूथ नम्बर 152 ( पहले 138 )का वोटर आई.डी.कार्ड गया है। था। अब 152 बूथ नम्बर हो गया है। इसे लेने के लिए आ जाए। लोग लेने आ गए। सुबह 11 बजे तक बी.एल.ओ. लापता थीं। इस समय लोग आए थे तो चले गए। 2 बजे आयीं। मखदुमपुर गेट नम्बर 89 के सामने शिवाजी नगर की कुन्दनी देवी ने 23.8.2011 को फार्म 6 भरकर जमा कर दी हैं। उसे पार्वती प्राप्त है। अभी तक आई.डी.कार्ड मिला नहीं है। आज भी बी.एल.ओ. नहीं दे सकीं। कहीं बाहर चली गयीं थी। वहां से सीधे कर्तव्य निभाने आ गयीं। सो कागजात नहीं लेकर आयीं। आवेदन प्ररूप- 6 को आठ रू. में खरीदकर आवेदन को भर दिए। बी.एल.ओ. को स्थानीय प्रतिनिधि मदद करने के लिए पहुंच गए। परन्तु लोगों को काफी निराश किए।
प्राप्त खबर के आलोक में अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी आर.लक्ष्मणन को ठोस कदम उठाना चाहिए। जिस उद्देश्य से अभियान चलाया गया वह तो निश्चित तौर पर पटरी से उतरी नजर आयी। लोगों ने आग्रह किया गया है कि एक बार फिर व्यवस्था को दुरूस्त करके आयोजन किया जाए। इससे लोगों को फायदा होगा। आजका अभियान को यह मानकर चला जाए कि यह सार्थक नहीं रहा। आपलोगों का प्रयास पानी में घूल गया। इसके आलोक में पुनः अवसर दिया जाए ताकि नये लोगों का भी आई.डी.कार्ड बन सके।
आलोक कुमार
बिहार