कलेक्टर रात्री में अचानक पहुंचे जिला चिकित्सालय
- वार्डों का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का लिया जायजा
कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने 10 मार्च को रात्री में 10 बजे अचानक जिला चिकित्सालय पहुंचकर छापामार शैली में अस्पताल का निरीक्षण किया। उनके अस्पताल पहुंचने की सूचना किसी को भी नहीं थी। फिर भी अस्पताल में सिविल सर्जन डॉ. आर.के. पंडया, नेत्र सर्जन डॉ. विजय गांधी एवं डयूटी पर तैनात डाक्टर अविनाश मौजूद मिले। कलेक्टर ने रात्री में जिला चिकित्सालय के सभी वार्डों का भ्रमण किया और वहां की व्यवस्थाओं को देखा। वार्डों के भ्रमण के दौरान बरामदे में बड़ी संख्या में मरीजों के परिजन सोये हुए मिले। इस पर उन्होने सुरक्षा गार्डों को फटकार भी लगाई। अस्प्ताल का ड्रेनेज सिस्टम ठीक नहीं होने के कारण प्रसूति वार्ड एवं आई.सी.यू. में दुर्गंध आ रही थी। अस्पताल की इस व्यवस्था को देखकर वे नाराज भी हुए। कलेक्टर ने इस दौरान मरीजों से चर्चा भी। कलेक्टर श्री किरण गोपाल ने अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद सिविल सर्जन डॉ. पंडया को निर्देशित किया कि वे यह सुनिश्चित करें कि अस्पताल में भर्ती मरीज के साथ केवल एक व्यक्ति ही रहे। ऐसे व्यक्ति के पास लाल रंग का कार्ड होना चाहिए। जिस व्यक्ति के पास लाल रंग का कार्ड न हो उसे अस्पताल के भीतर नहीं आने दें। जो सुरक्षा गार्ड अपने दायित्वों का ठीक से निर्वहन नहीं कर रहा है उसकी सेवायें समाप्त कर दी जाये। अस्पताल में अनावश्यक भीड़ को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। इससे अन्य मरीजों को भी परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि मरीजों के परिजनों के लिए रैन बसेरा बनाया गया है तो उसका उपयोग होना चाहिए। कलेक्टर श्री गोपाल ने सिविल सर्जन से कहा कि वे अस्पताल परिसर को साफ-सुथरा बनाये रखने के साथ ही ड्रेनेज सिस्टम को शीघ्र दूरूस्त करायें। अस्पताल की इस व्यवस्था के लिए राशि की कोई कमी नहीं है। उन्होंने अस्पताल परिसर में स्वच्छता बनाये रखने एवं गंदगी करने वालों पर सख्त कार्यवाही के निर्देश भी दिये। उन्होंने अस्पताल परिसर में बनाये गये गार्डन में स्वच्छता बनाये रखने के निर्देश दिये।
लोकसभा चुनाव-2014 : कम मतदान वाले 128 मतदान केन्द्रों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने चलाया जायेगा जागरूकता अभियान
आगामी लोकसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत 100 प्रतिशत तक करने के लिए जिले में व्यापक स्तर पर प्रयास किये जा रहे है। ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में सभी पात्र व्यक्तियों के नाम मतदाता सूची में शामिल हों इसके लिए मतदाता सूची में नाम जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। मतदाताओं को भी विभिन्न प्रचार माध्यमों के जरिये बताया जा रहा है कि मजबूत एवं स्वस्थ लोकतंत्र के लिए प्रत्येक मतदाता को अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करना चाहिए। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री व्ही. किरण गोपाल के मार्गदर्शन में जिले में मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में विधानसभा चुनाव 2013 में 50 प्रतिशत से कम मतदान वाले जिले के 128 मतदान केन्द्रों को चिन्हित कर उनमें विशेष जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। विधानसभा चुनाव 2013 में 50 प्रतिशत से कम मतदान वाले मतदान केन्द्रों में विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-108 बैहर का बिठली, चिखली, मछुरदा, परसामऊ, बैहर का केन्द्र क्रमांक-03, 05 व 07, गंजेसरा, कंदई, पांडूतला, हर्रानाला, मलाजखंड का केन्द्र क्रमांक-02, 03, 04, 05, चालिसबोड़ी, लालपुर, भूतना, किनारदा, बन्ना, नव्ही, समरिया, रजमा, सिजोरा, पोला, कोयलीखापा, भीमडोंगरी, दड़ेकसा, दलदला, करेली, डूडवा, उकवा का केन्द्र क्रमांक-02, चरचेंडी, अचानकपुर, बिरवा, गढ़ी का केन्द्र क्रमांक-2, कुकर्रा, चिलोरा, लातरी, दमोह का केन्द्र क्रमांक-02, डोरली, मोहगांव का केन्द्र क्रमांक-03, भंडेरी का केन्द्र क्रमांक-02 था। विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-109 लांजी में 50 प्रतिशत से कम मतदान वाले केन्द्रों में टेमनी का केन्द्र क्रमांक-01 व 03, किन्ही, कसंगी, भुवा, दत्ता, लोढ़ागी, मुंडेसरा, कोचेवाही, करियादंड, दहेदी, मोहारा, सेवती, मोहगांवखुर्द, सुसवा, भालवा, किरनापुर का केन्द्र क्रमांक-01, 02, 03, बिसोनी, पाला, सावरीखुर्द, साडरा, पिपलगांवकला, वारा, जराही, परसोड़ी, अंधियाटोला, बटामा, हर्राडेही, माटे, चंगेरा, बड़गांव, कान्द्रीखुर्द, नेवरगांवखुर्द का मतदान केन्द्र शामिल है। विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-110 परसवाड़ा में 50 प्रतिशत से कम मतदान वाले मतदान केन्द्रों में हट्टा, खोड़सिवनी, चचानमेटा, खापा-रै., सोनखार, नक्शी, आमगांव, टिटवा, सहेजना, कटंगी, बटरमारा, कोसमी का केन्द्र क्रमांक-01 व 04, सेरवी, भादा-मा., बोदा, कुम्हारी, देवरी, कटेगांव, नाहरवानी, ओरम्हा, मुरझड़, सिंगोडी, सिवनी, पादरीगंज व भोंडवा का मतदान केन्द्र शामिल है।विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-111 बालाघाट में 50 प्रतिशत से कम मतदान वाले मतदान केन्द्रों में नगरीय क्षेत्र बालाघाट का मतदान केन्द्र क्रमांक-01, 03, 04, 05, 07, 16, 17, 20, 21, 22, 23, 25, 30, 31, 33, 35 व 37, नेवरगांव का मतदान केन्द्र क्रमांक-01 व ग्राम घोटी का केन्द्र शामिल है। विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-112 वारासिवनी में 50 प्रतिशत से कम मतदान वाले मतदान केन्द्रों में सावरी का केन्द्र क्रमांक-03, बोटेझरी का केन्द्र क्रमांक-01 व 02 तथा ग्राम मेंहदीवाड़ा के केन्द्र क्रमांक-02 शामिल है। विधानसभा चुनव 2013 में 50 प्रतिशत से कम मतदान वाले इन मतदान केन्द्रों में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाया जायेगा।
बैकों के सुरक्षा गार्डों के शस्त्र थाने में नहीं होंगें जमा
आगामी 10 अप्रैल 2014 को बालाघाट संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में होने वाले चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्वक ढंग से सम्पन्न कराने के लिए कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री व्ही. किरण गोपाल ने जिले के सभी शस्त्र धारकों के शस्त्र लायसेंस निलंबित कर दिये है। लायसेंसी शस्त्र धारकों को अपने शस्त्र थाने में जमा कराने के आदेश दिये गये है। थाना प्रभारियों को भी निर्देशित किया गया है कि वे शस्त्र धारकों के लायसेंसी शस्त्र थानों में शीघ्र जमा करायें। पूर्व में दिये गये इस आदेश में आंशिक संशोधन कर बैंक एवं ए.टी.एम.संस्थाओं के अधीनस्थ पदस्थ सुरक्षा गार्ड/गनमैनों जैसे शस्त्र लायसेंस धारकों को बैंकों की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए थानों में शस्त्र जमा करने से छूट प्रदान की गई है।
डीजल का दो हजार एवं पेट्रोल का एक हजार लीटर रिजर्व स्टाक रखने के निर्देश
बालाघाट लोकसभा क्षेत्र क्रमांक-15 में आगामी 10 अप्रैल 2014 को होने वाले लोकसभा चुनाव के परिप्रेक्ष्य में कलेक्टर श्री व्ही. रिण गोपाल ने जिले के सभी डीजल/पेट्रोल पंप के प्रबंधकों को डीजल एवं पेट्रोल का रिजर्व स्टाक रखने के आदेश दिये है। सभी डीजल/पेट्रोल पंप संचालकों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने पंप पर डेड स्टाक को छोड़कर दो हजार लीटर डीजल एवं एक हजार लीटर पेट्रोल रिजर्व स्टाक में रखें। इस रिजर्व स्टाक का वितरण लोकसभा चुनाव 2014 के लिए आवश्यक होने पर जिला मुख्यालय में जिला आपूर्ति अधिकारी एवं जिले के अन्य स्थानों पर संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के निर्देश पर ही किया जा सकेगा। जिले में पदस्थ आपूर्ति विभाग के सहायक आपूर्ति एवं कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने कार्यक्षेत्र के डीजल/पेट्रोल पंपों के स्टाक की स्थिति पर निरंतर निगरानी रखें।
शराब के अवैध परिवहन, विक्रय एवं संग्रहण पर रहेगी सख्त नजर, निगरानी के लिए दल गठित
आगामी 10 अप्रैल 2014 को बालाघाट जिले में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्वक मतदान सम्पन्न कराने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही है। इसी कड़ी में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री किरण गोपाल ने जिले में शराब के अवैध परिवहन, भंडारण एवं विक्रय पर निगरानी रखने के लिए विधानसभा क्षेत्र वार दल गठित कर दिये है। निगरानी दलों को जिले में शराब के अवैध परिवहन, विक्रय एवं भंडारण पर कड़ी निगरानी रखने के आदेश दिये गये है। इसके लिए पुलिस बल का भी सहयोग लेने कहा गया है और आम जनता से भी अपील की गई कि वे शराब के अवैध परिवहन, विक्रय एवं भंडारण के बारे में जिला आबकारी अधिकारी को गोपनीय सूचना दें। जिले में शराब के अवैध परिवहन, विक्रय एवं भंडारण पर निगरानी रखने बालाघाट विधानसभा क्षेत्र के लिए सहायक आबकारी अधिकारी श्री एस.डी. सूर्यवंशी के नेतृत्व में निगरानी दल बनाया गया है। इस दल में आबकारी उप निरीक्षक श्री ओमकार सिंह मार्को, आबकारी आरक्षक धानेश्वर घोरमारे, सुरेन्द्र कुमार गजभिये, लखनलाल चौधरी व ओमनारायण बाम्हने को शामिल किया गया है। दल के प्रभारी श्री सूर्यवंशी से मो. नं. 9424640366 पर भी सम्पर्क किया जा सकता है। वारासिवनी विधानसभा क्षेत्र के लिए सहायक आबकारी अधिकारी श्री शंकर सिंह डाबर के नेतृत्व में निगरानी दल बनाया गया है। इस दल में आबकारी उप निरीक्षक राजेश सिंघल, आबकारी मुख्य आरक्षक इमरत लाल झारिया, रमेश मुरकुटे, संतोष चिले व डुमारी सिंह को शामिल किया गया है। दल के प्रभारी श्री डाबर से मो. नं. 9755983044 पर भी सम्पर्क किया जा सकता है। बैहर एवं परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के लिए सहायक आबकारी अधिकारी श्री परमानंद कोरचे के नेतृत्व में निगरानी दल बनाया गया है। इस दल में आबकारी उप निरीक्षक श्री अशोक कुमार मोहारे, आबकारी आरक्षक भानुप्रताप पुषाम, मोहनलाल मार्कों व टीकाराम शरणागत को शामिल किया गया है। दल के प्रभारी श्री शंकर सिंह डाबर से मो. नं. 9425484714 पर भी सम्पर्क किया जा सकता है। लांजी विधानसभा क्षेत्र के लिए आबकारी उप निरीक्षक दिलीप कुमार भादे के नेतृत्व में निगरानी दल बनाया गया है। इस दल में आबकारी मुख्य आरक्षक अनारम नारनौरे, धनलाल लिल्हारे व रामसिंह गोंड को शामिल किया गया है। दल के प्रभारी श्री भादे से मो. नं. 9981246089 पर भी सम्पर्क किया जा सकता है। कटंगी विधानसभा क्षेत्र के लिए सहायक आबकारी अधिकारी श्री आर.के. बघेल के नेतृत्व में निगरानी दल बनाया गया है। इस दल में आबकारी उप निरीक्षक सुश्री मोना दुबे, आबकारी आरक्षक अनिल राठौर, तीरथलाल अमरेती व द्वारकासिंह उईके को शामिल किया गया है। दल के प्रभारी श्री बघेल से मो. नं. 8989908503 पर भी सम्पर्क किया जा सकता है। जिले में शराब के अवैध परिवहन, भंडारण एवं विक्रय के संबंध में कोई भी जानकारी होने पर आम जनता से अपील की गई है कि वह आबकारी अधिकारी श्री विक्रमदीप सिंह सेंगर के मो.नं. 8889776377 पर भी गोपनीय रूप से सूचना दें।
समाचार में प्रशंसा या आलोचना करना पेड न्यूज माना जायेगा
16 वीं लोकसभा के लिए होने वाले चुनाव स्वतंत्र एवं निष्पक्ष ढंग से सम्पन्न कराने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विभिन्न प्रचार माध्यमों में पेड न्यूज की कड़ी निगरानी की व्यवस्था की गई है। आयोग द्वारा स्पष्ट किया गया है कि प्रिंट मीडिया में राजनैतिक दलों के प्रकाशित होने वाले विज्ञापनों के लिए किसी भी प्रकार के प्रमाणन की आवश्यकता नहीं है। समाचार पत्रों में किसी भी प्रकार का भुगतान पर समाचार को प्रकाशित कराना पेड न्यूज की श्रेणी में माना जाएगा। किसी प्रत्याशी और राजनैतिक दल की प्रशंसा, आलोचना का प्रकाशन भी पेड न्यूज माना जाएगा। टेलीविजन, केबल चैनल, एफएम रेडियो, सोशल मीडिया एवं सेल्यूलर फोन सेवा पर एक समान नियम लागू होंगे। एफएम चैनल में प्रादेशिक और राष्ट्रीय स्तर से तैयार प्रचार सामग्री का प्रमाणन कराना आवश्यक होगा। टेलीविजन, केबल चैनल, एफएम रेडियो, सोशल मीडिया एंव सेल्यूलर सेवा प्रदाता को किसी भी प्रकार की राजनैतिक प्रचार सामग्री प्रसारण के लिए राज्य या जिला स्तरीय मीडिया सर्टिफिकेशन एण्ड मानीटरिंग कमेटी (एमसीएमसी) से प्रमाणन कर प्रस्तुत करना होगा या इसकी प्रक्रिया क्रियांवित करवानी होगी। प्रमाणित विज्ञापन सामग्री का ही प्रसारण किया जाएगा। यदि इसका उल्लंघन होता है तो संबंधित के विरूध्द नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी। किसी भी प्रकार के पोस्टर और पम्पलेट के प्रकाशन में आवश्यक रूप से प्रकाशक, मुद्रक और प्रकाशित सामग्री की कुल संख्या अनिवार्य रूप से प्रकाशित करनी होगी। मुद्रकों को प्रकाशित सामग्री जिला निर्वाचन कार्यालय में आवश्यक रूप से तीन दिन के अंदर चार-चार प्रतियों में जमा करवानी होगी। यदि मुद्रक इन नियमों का पालन नहीं करेंगे तो उनके विरूध्द वैधानिक कार्रवाई की जायेगी। सेल्यूलर फोन आपरेटर को एसएमएस सामग्री पर विशेष रूप से ध्यान देना होगा और प्रावधानों का पालन करना होगा। मतदान दिवस के 48 घंटे पूर्व थोक एसएमएस पूर्णत: प्रतिबंधित रहेंगे।
लोकसभा चुनाव और विधानसभा का चुनाव : लड़ने वाले उम्मीदवारों के लिए खर्च की अधिकतम सीमा तय
भारत सरकार के विधि एवं न्याय मंत्रालय के विधि विभाग द्वारा लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के लिए निर्वाचन व्यय की अधिकतम सीमा तय की गई है। इस बारे में जारी अधिसूचना के मुताबिक अरूणाचल प्रदेश, गोवा और सिक्किम राज्य में लोकसभा का चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के लिए निर्वाचन व्यय की अधिकतम सीमा 54 लाख रूपए निर्धारित की गई है। जबकि मध्यप्रदेश सहित देश के शेष 25 राज्यों में लोकसभा का चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के लिए निर्वाचन व्यय की अधिकतम सीमा 70 लाख रूपए तय की गई है। इसी तरह केंद्र शासित प्रदेशों में केवल दिल्ली के संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार अपने निर्वाचन पर अधिकतम 70 लाख रूपए व्यय कर सकेंगे। शेष छह केंद्र शासित प्रदेश अंडमान और निकोबार द्वीप, चंडीगढ, दादरा और नागर हवेली, दमन और दीव तथा लक्षदीप एवं पांडिचेरी में लोकसभा का चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार के लिए निर्वाचन व्यय की अधिकतम सीमा 54 लाख रूपए निर्धारित की गई है। अधिसूचना के अनुसार देश के सात राज्यों अरूणाचल प्रदेश, गोवा, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैण्ड और सिक्किम में विधानसभा का चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार अधिकतम 20 लाख रूपए निर्वाचन व्यय के रूप में खर्च कर सकेंगे। जबकि मध्यप्रदेश सहित देश के इक्कीस राज्यों में विधानसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के लिए निर्वाचन व्यय की अधिकतम सीमा 28 लाख रूपए होगी।
12 मार्च को विश्व ग्लाकोमा दिवस, ग्लाकोमा के प्रति जागरूकता का दिया जायेगा संदेश
अंधेपन का सबसे प्रमुख कारण मोतियाबिंद होता है। जिसका समय रहते उपचार(आपरेशन) कर आंखो की रोशनी को बचाया जा सकता है। लेकिन आंख के कांचबिंद यानी ग्लाकोमा जिसे कालामोतिया या कालापानी कहा जाता है, को ठीक करना मुश्किल होता है। ग्लाकोमा से बचाव के लिए जागरूकता बहुत ही जरूरी है। आम जनता में इसके प्रति जागरूकता के लिए 12 मार्च को विश्व ग्लाकोमा दिवस मनाया जाता है। जिले में भी 12 मार्च को ग्लाकोमा दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। जिला कार्यक्रम प्रबंधक नेत्र डॉ. विजय गांधी ने इस संबंध में बताया कि आंखे मनुष्य का एक अनमोल अंग तथा प्रकृति का अनमोल रत्न भी है। आंखों की बाहरी साफ-सफाई तथा सुंदरता को बनाये रखने के साथ-साथ आंखों की अच्छी रोशनी बनाये रखने के लिए प्रयास करना हम सबकी जिम्मेदारी भी है। अंधेपन का प्रमुख कारण मोतियाबिंद होता है। जिसे आपरेशन के द्वारा ठीक कर लिया जाता है। लेकिन आंख के कांच बिंद अर्थात ग्लाकोमा को ठीक करना मुश्किल होता है और इसके होने पर आंखों की रोशनी चली जाती है।
आंखो की रोशनी वापस लाना मुश्किल होता है
डॉ. गांधी ने बताया कि ग्लाकोमा एक मात्र ऐसी बीमारी है, जिसमें आंख के अंदर का दबाव बढ़ने लगता है और दबाव अधिक बढने पर आंख की नस सूखने लगती है। इस बीमारी में जा चुकी रोशनी को वापस लाना बहुत मुश्किल होता है। इस बीमारी में शुरूआती अवस्था में आंख में दर्द, सिरदर्द, धुंधला दिखना, बल्व की ओर देखने पर रंगीन गोले दिखाई देना आदि लक्षण विकसित होते है। इस बीमारी का समय पर परीक्षण एवं उपचार नहीं कराया जाये तो मरीज को पता नहीं चलता और नजर चली जाती है। ऐसी घातक बीमारी के प्रति समाज के प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक रहने की आवश्यकता है। 12 मार्च को विश्व ग्लाकोमा दिवस पर आम जनता को इस बीमारी के लक्षण एवं समय पर उपचार के बारे में सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर जानकारी दी जायेगी और जनता से अपील की जायेगी कि वह इस बीमारी के प्रति जागरूक रहे।
सेना में भर्ती प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव
सेना में भर्ती को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए एक बड़ा परिवर्तन किया गया है। भर्ती प्रक्रिया को स्वचालित बनाया गया है। भर्ती प्रक्रिया स्टाफ के अलावा अलग-अलग अधिकारी और अन्य स्टाफ की निगरानी में होगी। केवल सैनिक सामान्य श्रेणी (सोल्जर जीडी) के शारीरिक टेस्ट के लिए 1.6 किलोमीटर की दौड़ का समय 6 मिनिट 20 सेकेण्ड से कम करके 6 मिनिट कर दिया गया है। अन्य सभी श्रेणियों के लिए दौड़ का समय पहले जैसा रहेगा। सामान्य श्रेणी के सैनिकों के चयन में समय कम करने के परिणाम स्वरूप शारीरिक रूप से सक्षम अभ्यर्थियों का चयन होगा, जो कि भारतीय सेना की आपरेशन आवश्यकता है। सेना भर्ती में पारदर्शिता को बढ़ाने, बहरूपिए अभ्यर्थियों को रोकने के लिए स्वचालित प्रक्रिया के अलावा गई उपाय किए जा रहे हैं। परीक्षा लेने के लिए कम्प्यूटर आधारित प्रवेश परीक्षा(सीबीईटी) के लिए हाल बनाये जा रहे हैं। अब अभ्यर्थियों को सेना में भर्ती रैली के दौरान सभी स्तर पर बायोमीट्रिक पध्दति पहचान से गुजरना होगा। यह संपूर्ण भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी है। अभ्यर्थियों को सलाह दी गई है कि वे दलालों के शिकार नहीं बने जो बिना किसी कारण अभ्यर्थियों से पैसे लूटते हैं। ऐसी घटना की सूचना सेना भर्ती कार्यालय को दी जाये जिससे दोषियों को सजा मिल सके।
वारासिवनी में किया जा रहा है स्नहे शिविरों का आयोजन
एकीकृत बाल विकास सेवा योजना, वारासिवनी अन्तर्गत परियोजना वारासिवनी के शासन द्वारा चिन्हित सुपोषित रजेगांव, तुमाड़ी, भाण्डी, लड़सड़ा, वार्ड क्र0 1 कुल 5 ग्रामों में श्रीमती मंजू शुक्ला परियोजना अधिकारी के मार्गदर्शन में स्नेह शिविरों का आयोजन 05 से 16 मार्च 2014 तक किया जा रहा है । जिसका शुभारम्भ सौहाद्र पूर्ण वातावरण में सुपोषण ग्रामों में किशोरी बालिकाओं द्वारा विधिवत कलश रैली निकालकर की गई जिसमें पर्यवेक्षक श्रीमती नौशिला मसराम, उषा राऊरकर, राधा सिन्हा, पोषण मित्र एवं पोषण सहयोगिनी समिति पॉजिटिव डिवियन्स मातृ सहयोगिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, उपस्थित थी । कुपोषण हटाओं, सुपोषण लाओं, कुपोषण से जंग सुपोषण के संग आदि नारे लगाते हुए गांव का भ्रमण करते हुए रैली वापस आंगनवाड़ी केन्द्र पहुँची । स्नेह शिविर में प्रथम दिन का शुभारम्भ हाँथ धुलाने के कौशल के साथ किया गया तथा उपस्थित सभी जनसमुदाय को हाथ धुलाने के तरीकों को बताया गया एवं बच्चों व महिलाओं को नाखून काटने बताया गया तत्पश्चात बच्चों भोजन कराया गया एवं तीन बार आंगनवाड़ी केन्द्र में बच्चों को भोजन कराया गया जिसमें प्रथम दिन तीसरा मिल मीठी रोटी शामिल थी, दूसरे दिन नमकीन उपमा एवं तीसरे दिन पौष्टिक भजिया तीसरा मिल में शामिल है । जिन अभिभावकों द्वारा बताया गया कि बच्चे घर में कुछ भी नहीं खाते है उन अभिभावकों के सामने बच्चों ने नाश्ता भोजन व तीसरा मिल अच्छे से खाया । इस स्नेह शिविर में पिता भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर शिविर में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है एवं अति उत्साह के साथ इस कार्यक्रम में भाग ले रहे है । नाश्ता, भोजन व तीसरा मिल के बाद प्रति दिन बच्चों का वजन लिया जा रहा है । जिससे बच्चों के वजन में बढ़ोत्तरी पाई गई । प्रतिदिन बच्चों का वजन करने के बाद मातृत्व सहयोगिनी समिति, पर्यवेक्षक, के सहयोग से प्रपत्र भरा जाकर बच्चों के वजन में वृध्दि देखी जा रही है स्थानीय सामग्री से पौष्टिक आहार घर पर कैसे तैयार करे इस विषय पर जानकारी प्रतिदिन हितग्राही समूह को दी जा रही है । अभिभावकों को रंगों के माध्यम से वृध्दि चार्ट को समझाकर रंगों के माध्यम से बच्चों की वृध्दि वजन पर निरंतर समझाईस दी जा रही है जिसे अभिभावक अच्छी तरह से समझ रहे है । हेण्ड पंप का पानी पीने हेतु एवं कुएँ का पानी उबालकर व छानकर पीने बर्तनों की साफ-सफाई व डंडें वाले बर्तन से पानी निकालने हेतु विस्तृत समझाईस दी जा रही है । जिला कार्यक्रम अधिकारी, श्रीमती निलिमा तिवारी ने स्नेह शिविर में पहुँचकर कार्यो का अवलोकन किया एवं हितग्राहीयों को विस्तृत समझाईश दी । स्नेह शिविर में अलग-अलग प्रकार से पौष्टिक भोजन पीडी महिलायें एवं मातृत्व सहयोगिनी समिति, हितग्राही समूह द्वारा स्थानीय उपलब्ध सामग्रीयों द्वारा पौष्टिक भोजन प्रतिदिन बनाकर अति कम वजन व कम वजन के बच्चों को खिलाया जा रहा है एवं बनाने की विधि भी बताई जा रही है । इस शिविर में जनप्रतिनिधियों का महत्वपूर्ण सहयोग रहा है एवं उनके द्वारा भी साफ-सफाई व बच्चों को कुपोषण से सुपोषण में लाने हेतु प्रयास किये जा रहे है । यह व्यक्तिगत समस्या न होकर सभी जाति वर्ग की समस्या है इसलिये सामुदायिक सहभागिता एवं प्रबंधन द्वारा गांव की समस्याओं का निपटारा आसानी से किया जा सकता है ग्राम को कुपोषण चक्र से मुक्त करते हुए स्वस्थ्य एवं सुपोषित ग्राम बनाने में सब का सहयोग अत्यन्त महत्वपूर्ण है । अभिभावको द्वारा भी शिविर में उपस्थिति दर्ज कराकर बच्चों को स्वास्थ्य लाभ दिलाया जा रहा है । इसी तरह आने वाले 18 दिनों तक पोषण दस्तक होगी, एवं घर-घर जाकर गृह भेट दिया जाकर हितग्राहीयों के कार्यो का अवलोकन किया जायेगा एवं उन्हें समझाईस दी जायेगी । परियोजना अधिकारी श्रीमती मंजू शुक्ला द्वारा स्नेह शिविर में पहुँचकर कार्यो का अवलोकन किया गया एवं हितग्राहीयों को विस्तृत समझाईस दी गई । स्वस्थ्य सुपोषित और खुशहाल बच्चों से ही स्वस्थ्य और सुदृढ़ समाज बनेगा तभी हमारे गांव व प्रदेश का तेजी से विकास संभव है ।