गढ़वाल की उपेक्षा से व्यथित हूं, नहीं लड़ूंगा चुनाव: महाराज
देहरादून,13 मार्च (निस)। मुख्यमंत्री पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए गढ़वाल सांसद सतपाल महाराज ने बीरवार को साफ कहा कि वह गढ़वाल की उपेक्षा से व्यथित है, लिहाजा वह लोकसभा का चुनाव नहीं लडेगे। गढ़वाल सांसद सतपाल महाराज ने यहां जारी एक बयान में कहा कि उŸाराखण्ड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कांग्रेस हाईकमान से कहा कि वह उŸाराखण्ड की पांच में से तीन लोक सभा सीटें जितवा कर देंगे जिसमें उन्होंने अलमोड़ा, नैनीताल व हरिद्वार सीटों को जिताने का दावा किया। उन्होंने कहा कि ऐसे में पौड़ी गढ़वाल व टिहरी सीट को जितवाने की जिम्मेदारी किसकी है। टिहरी गढ़वाल व पौड़ी गढ़वाल क्षेत्र व यहां की जनता की उपेक्षा से वह हताश और व्यथित हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में पौड़ी गढ़वाल व टिहरी गढ़वाल ने भीशण आपदा का दंष झेला है और आज भी प्रभावित क्षेत्रों में संपर्क मार्ग, बिजली, पानी, षिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल है। सैंकड़ों गांवों का सम्पर्क अभी तक कटा हुआ है। नदियों पर पुल, ट्राॅली रोप वे इत्यादि का निर्माण न होने से क्षेत्र की जनता बेहाल है। मकानों का निर्माण नहीं हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि वह बार-बार कार्यकत्र्ताओं को सम्मान देने की पैरवी करते रहे। इसके लिए उनसे पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा व वर्तमान मुख्यमंत्री हरीष रावत को भी सूचियां बनाकर दी परन्तु किसी भी कार्यकर्Ÿाा को सम्मान नहीं अभी तक नहीं दिया गया। कार्यकर्Ÿााओं की उपेक्षा व सम्मान न देने से मेरा हृदय व्यथित है। उन्होंने कहा कि गढ़वाल व वहां की जनता की उपेक्षा से वह व्यथित हैं और इसके चलते उन्होंने निर्णय लिया है कि वह लोक सभा चुनाव-2014 नहीं लड़ेंगे।
अवैध निर्माण को वैध करने की कार्यवाही तक सीमित रह गया एम.डी.डी.ए.
देहरादून13 मार्च । आवास योजना और शहर का विकास करने के उद्देश्य से १९८४ में स्थापित मसूरी देहरा विकास प्राधिकरण (एम.डी.डी.ए.) विकास नहीं विनाश का प्राधिकरण बन कर रह गया है। अधिकारियों की अर्थ लिप्सा तथा भ्रष्टता की पराकाष्ठा के कारण प्राधिकरण अपने उद्देश्य से ही भटक गया है। अवैध निर्माण रोकने के बजाय अवैध निर्माण को तरजीह देने वाले हैं, विभाग के कारनामे तुन्तोवाला का एक निर्माण महीनों से प्राधिकरण के कार्याे के पोल खोल रहा है। एक एन.आर. आई. की जमीन पर अल्पख्यक समाज के कुछ लोगों ने प्रधिकरण के अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जी कागजों के आधार पर कब्जा कर लिया है। अप्रवासी भारतीय ने जिन्हें जमीन बोने के लिए दी गई थी। वे ही जमीन के मालिक बन बैठे हैं और उस पर भवन का निर्माण तक करा दिया है। उनका साथ माफिया किस्म के कुछ लोग जिन्हें राजनेताओं तथा नौकरशाहों का साथ मिला है वे इस जमीन को हथिया रहे हैं। प्रकारांतर में प्राधिकरण के अधिकारी इन्हीं लोगों की मदद कर रहे हैं। जिसके कारण स्थिति काफी गंभीर बनी हुई है। ऐसा नहीं है कि प्राधिकरण कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। कार्यवाही तो कर रहा है लेकिन महज कागजी कार्यवाही जिससे फाइलें मोटी हो रही हैं लेकिन पीडि़त को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। पांच मार्च को प्राधिकरण की ओर से एक पत्र लिखा गया । जिसमें कहा गया है कि श्माम सिंह के द्वारा तुन्तोवाला, अपोजिट हरिजन बस्ती, मेहूंवाला, देहरादून में बिना मानचित्र स्वीकृति के अवैध निर्माण करने के कारण प्राधिकरण द्वारा वाद संख्या सी-0067,एस-12,2013 योजित किया गया था। प्राधिकरण द्वारा उक्त अवैध निर्माण को 12 मार्च को सील किया जाना था। जो आज तक नहीं हुआ है। इतना ही नहीं पा्रधिकरण के आलाअधिकारियों ने उक्त प्रकरण अतिसंवेदनशील बताते हुए जिला पुलिस के फौरी अनुरोध भी किया कि उपरोक्त नियत तिथि को सील की कार्यवाही संपन्न कराने हेतु पर्याप्त मात्रा में पी.ए.सी. एवं संबंधित थानाध्यक्ष को पर्याप्त पुलिस बल उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित करने का कष्ट करें लेकिन सचिव की ओर से जारी चिट्ठी पर 12 मार्च को कोई कार्यवाही नहीं की गई और यह कागजी कार्रवाही महज दिखावा बनकर रह गयी। चर्चाओं के अनुसार प्राधिकरण एक बार फिर आरोपियों को मौका देने के लिए कोई अन्य तिथि निर्धारित करने की प्रयास में है। हालांकि विभाग ने कागजों में पूरी कार्यवाही करने का मन बनाया है पर वास्तविक कार्यवाही न होने के कारण प्राधिकरण के प्रयासों की पोल स्वतः ही खुल रही है जो माफियाओं और अवैध कार्य करने वालों के वरदान साबित हो रही है। उल्लेखनीय है कि सत्तर के दशक तक शहर का बेतरतीब विकास करने के लिए कोई गंभीर प्रयास नहीं था। देहरादून के बेतरतीब विकास की जांच करने की दृष्टि से तत्कालीन उत्तरप्रदेश सरकार ने राज्य सरकार भवन और बिल्डिंग ऑपरेशन अधिनियम 1958 के तहत प्राधिकरण के ढांचे को मंजूरी दी। जबकि नियमानुसार यह केवल विनियामक कार्यों प्रदर्शन के रूप में वांछित उद्देश्यों को हासिल नहीं किया जा सकता है के ऊपर विनियमन के तहत 1963 में एक विनियमित क्षेत्र के रूप में यह घोषणा की। 1984 में अस्तित्व में आने से पहले नतीजतन शहर अनियंत्रित और अव्यवस्थित विकास के लिए कई समस्याओं का सामना कर रहा था। तत्कालीन समय में बताया गया कि प्राकृतिक वातावरण का बेतरतीब विकास और गिरावट की जांच करने के लिए शहर की महिमा को बनाए रखने और इसे शहरी नियोजन और विकास अधिनियम 1973 के प्रावधानों के तहत वर्ष 1984 को सौंप दिया विशाल कार्य था आगे पर निर्माण करने के लिए एक स्थानीय निर्णय लेने एजेंसी है और यह सुनियोजित शहरी विकास के लिए सभी प्रकार की गतिविधियों शुरू करने में सक्षम पूरी तरह से आत्मनिर्भर है। इसके बावजूद अब विभागीय अधिकारियों के कारनामे विकास प्राधिकरण को विनाश प्राधिकरण में शामिल करने की गवाही दे रहें हैं जो भ्रष्टाचार के संकेत देता है। इस समूचे प्रकरण पर एम.डी.डी.ए. के उपाध्यक्ष आर. मीनाक्षी सुन्दरम से एन.आर. आई की जमीन हथियाने के प्रकरण पर चर्चा की गई। उनसे पूछा गया कि क्या एमडीडीए जानबूझकर आरोपियों को समय देना चाहता है। उपाध्यक्ष ने तीसरी बार फोन उठाने के बाद वे इस बारे में प्राधिकरण सचिव से पूछकर कुछ जानकारी देंगे कहा। इससे पूर्व आधे घंटे का समय मांगा और दोबारा फोन करने पर एक घंटे बाद स्वयं बात करेंगे। लगभग चार बजे उनसे फोन कर दोबारा पूछा गया तब उन्होंने बताया कि वे सचिव से पूछकर ही कुछ जानकारी दे पाएंगे। एमडीडीए के लाचार कार्यवाही का लाभ अवैघ कब्जेदारों को मिल रहा है और मूल स्वामी को लगातार आश्वास और तारीखें ही मिल रही हैं। जिसका परिणाम है कि टालमटोल इसी का परिणाम है कि टालमटोलकर आरोपियों को समय देना चाहता है।
विदेशी ताकतें हमारे देश पर बुरी नजर: राजराजेश्वश्रम
देहरादून,13 मार्च (निस)। शारदा पीठ के शंकराचार्य श्रीराजराजेश्वश्रम ने कहा कि देशवासियों व इसमे राज करने वाले राजनेताओं का ध्यान भ्रष्टाचार में लिप्त रहने के चलते विदेशी ताकतें हमारे देश पर बुरी नजर रख रहे है। जिसे समाप्त करने के लिए हमें अपने जीवन में सदाचार की प्रेरणा लेनी होगी। जब हमारे मन व मस्तिष्क में सदाचार विराजमान हो जायेगा। देश एवं हमारा राज्य तेजी से तरक्की करेगा। जगतगुरू शंकराचार्य ने लालकुंआ में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ऋषि मुनियों की तपस्या के स्थल पर पिछले कुछ समय से दैत्यरूपी आचरण हो रहा है। देवताओं के कृत्य अब यहां कम दिखाई दे रहे है। जिसके चलते चीन अब इस क्षेत्र में अपनी निगाह बना रहा है। इतना ही नहीं यहां के युवा इस क्षेत्र से लगातार पलायान करते जा रहे है। यदि जल्द यहां की दशा नही सुधारी गयी तो उत्तराखण्ड में भी जम्मू कश्मीर जैसे हालात बन सकते है। शंकराचार्य जी ने कहा कि पिछले दिनों जब वह बद्रीनाथ यात्रा पर थे तो वहां कुछ युवकों के मुंह से उन्होंने अत्यन्त संवेदनशील टिप्पणी सुनी जिसे सुन कर वह दंग रह गये। शंकराचार्य जी ने कहा कि हमारे देश के नेता ऐश्वर्य को भोग रहे है। राष्ट्र की चिन्ता किसी को नहीं है। उत्तराखण्ड की भूमि देव भूमि बनी रहे इसके लिए शासकीय व सामाजिक दोनांे ओर प्रयास होने चाहिए तभी देव भूमि व देवता सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार आन्दोलन से समाप्त होने वाला नहीं है। इसके लिए देशवासियों व राजनेताओं को सदाचार अपनाना होगा। जब मन व मस्तिष्क में सदाचार आ जायेगा स्वतः ही भ्रष्टाचार समाप्त हो जायेगा। जिस प्रकार अंधकार में प्रकाश का अभाव होता है। उसी प्रकार भ्रष्टाचार में सदाचार का अभाव होता है।
नागरिक सुरक्षा के प्रदेश में विस्तार की अपार सम्भानाएं-श्री बृजलाल
- नागरिक सुरक्षा के वार्डनों के कार्य सराहनीय है-श्री आर0एस0मीना
देहरादून,13 मार्च (निस)। उत्तर प्रदेश के नागरिक सुरक्षा के महानिदेशक बृजलाल ने नागरिक सुरक्षा संगठन,देहरादून के वार्डनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज देश के विभिन्न भागों में नागरिक सुरक्षा के कार्यो का बल मिल रहा है।, कोलकाता एवं दिल्ली आदि के क्षेत्र में तो नागरिक सुरक्षा के अन्र्तगत कार्यकरने वाले वार्डनों को सम्मान स्वरुप मानदेय भी प्रदान किया जा रहा है। उन्होने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य एक पहाडी राज्य है जिसके अन्य जिलों में नागरिक सुरक्षा के गठन की आवश्यकता है। उत्तराखण्ड में हरिद्वार,ऊधमसिंह नगर, नैनीताल,चमोली, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग आदि कई जनपद ऐसे है जहां नागरिक सुरक्षा के गठन से नागरिकों का काफी सहयोग मिल सकता है। बृजलाल ने नागरिक सुरक्षा के अन्य जनपदों में गठन हेतु भी सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि वे शीघ्र ही नागरिक सुरक्षा उत्तर प्रदेश एवं नागरिक सुरक्षा उत्तराखण्ड के बीच समन्वयात्मक कार्यक्रमों का प्रयास करेगे। इस अवसर पर आर एस मीना-निदेशक एवं कमाडेण्ट जनरल,नागरिक सुरक्षा एवं होमगार्ड, उत्तराखण्ड ने देहरादून नागरिक सुरक्षा के वार्डनों की सराहना करते हुए उनके विषय में विस्तार से बताया। बृजलाल-महानिदेशक नागरिक सुरक्षा के सम्मान में आयोजित नागरिक सुरक्षा की प्रार्थना के साथ हुए इस संक्षिप्त समारोह में चन्द्रगुप्त विक्रम -मुख्यवार्डन नागरिक सुरक्षा ने स्वागत करते हुए सभी वार्डनों से परिचय करवाया वहीं सीएस बोथ्याल- उपनियन्त्रक,नागरिक सुरक्षा, देहरादून ने नागरिक सुरक्षा संगठन के वार्डनों द्वारा कृत कार्याे की जानकारी दी। प्रभागीय वार्डन राजेश शर्मा, घटना नियन्त्रण अधिकारी- मेजर प्रेमलता वर्मा एवं श्री उमेश्वर सिंह रावत तथा सेक्टर वार्डन श्री शुभम गुप्ता ने नागरिक सुरक्षा को और अधिक समाजोपयोगी बनाने का रचनात्मक सुझाव दिये। समारोह का संचालन योगश अग्रवाल उपप्रभागीय वार्डन ने किया तथा राष्ट्रगान के साथ समापन पर आभार ज्ञापन सतीष अग्रवाल- उपमुख्यवार्डन ने किया।
सरकार को दो वर्ष पूर्ण करने पर कांग्रेसियों ने बांटी मिठाई
देहरादून,13 मार्च (निस)। उत्तराखण्ड कांगे्रस कमेटी में गुरूवार को सरकार के दो वर्ष पूरा होने पर पार्टी मुख्यालय में लड्डू बांटे गये। इसके अलावा कांग्रेसी नेत्रियों ने भी आतिशबाजी कर अपनी खुशी का इजहार किया।कांग्रेस सरकार के दो वर्ष पूर्ण करने पर गुरूवार को यहां कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेसियों द्वारा मिष्ठान वितरण किया गया। इस अवसर पर वक्ताओं ने राज्य सरकार की दो वर्ष की उपलब्धियों को अभूतपूर्व बताया व पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा और मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत को राज्य के लिए वरदान बताया। उन्होने कहा दोनों ने राज्य के विकास की जबरदस्त नीव रखी दी है। जिसके नतीजे आने वाले दिनों में राज्य को आर्दश राज्य बना देेगेें। उन्होनें दावा किया कि हरीश रावत व विजय बहुगुणा व प्रदेश अध्यक्ष यशपाल आर्य द्वारा रखी गई नींव के आधार पर राज्य में कांगे्रस पांचों सीट जीतेगी। इस अवसर पर प्रदेश कांगे्रस प्रवक्ता धीरेन्द्र प्रताप, प्रदेश महामंत्री विजय सारस्वत, राजेन्द्र शाह, पूर्व दर्जाधारी लालचन्द शर्मा, के अलावा मनीश नागपाल नसीबुद्दीन, नवीन रमोला, नसीम खान, सुरेन्द्र सिंह आर्य, अजय सिंह, विशाल मौर्य, सुरेन्द्र नागपाल, चन्द्रकान्ता गर्ग, अनुराधा तिवाड़ी आदि मौजूद थे। इसी तरह कांग्रेस से जुड़ी नेत्रियों ने भी आतिशबाजी व एक-दूसरे को मिष्ठान खिलाकर प्रदेश सरकार के दो वर्ष पूर्ण करने पर खुशी जतायी। इस अवसर पर वक्ताओं ने प्रदेश सरकार के अब तक के कार्यकाल को अभूतपूर्व करार दिया तथा कहा कि आने वाले चुनावों में कांग्रेस पांचो सीटों पर विजयी हासिल करेंगी। इस अवसर पर सावित्री थापा, अर्चना अरोरा, मोहिनी चैहान, लखवीर कौर, सरोज रानी, उषा वर्मा आदि मुख्य रूप से मौजूद थी।
आंखो के लिए खतरनाक साबित हो सकती है काला मोतिया
देहरादून,13 मार्च (निस)। काला मोतिया के प्रति लापरवाही आंखो के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। इस बीमारी के प्रति जागरुकता बरतकर व समय पर उपचार करवाकर आंखों की रोशनी को बचाया जा सकता है। यह बात विशेषज्ञों ने विश्व काला मोतिया दिवस के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में कही। गुरुवार को श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के सभागार में नेत्र रोग विभाग की ओर से काला मोतिया से होने वाली समस्त समस्याओं व उनके उपचार पर पब्लिक व्याख्यान व संगोष्ठी का आयोजन किया। संगोष्ठी में देहरादून के लोगों ने काला मोतिया से सम्बन्धित परेशानियों के बारे में विशेषज्ञों से सवाल-जवाब किये। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की नेत्र रोग विशेषज्ञ डाॅ रूपाली त्यागी ने जानकारी दी कि काला मोतिया (ग्लूकोमा) नेत्र का एक ऐसा रोग है जो धीरे-धीरे अन्धत्व कर देता है। इस रोग से पीडि़त रोगी को आंखों में दर्द, सिरदर्द, रंग-बिरंगे इन्द्रधनुषी छल्ले दिखाई देना, पढ़ने वाले चश्मे का नम्बर बार-बार बदलना जैसी परेशानियां होती हैं। कुछ अप्रत्याशित मामलों में सबसे खतरनाक यह बात है कि इस रोग से ग्रसित रोगी को कोई लक्ष्ण ही नहीं बनता। इस रोग से आंखों व दिमाग को जोड़ने वाली नस (आॅपटिक नर्व) कमज़ोर पड़ जाती है। इस रोग का पता चलने पर दवाईयों, लेज़र एवम् शल्य चिकित्सा से उपचार सम्भव है। परन्तु इस रोग के प्रभाव से दृष्टि का जो नुकसान हो जाता है वह फिर कभी ठीक नहीं हो पाती, लेकिन उपचार के द्वारा इस रोग को बढ़ने से रोका जा सकता है। लोगों को खासतौर पर 40 वर्ष की आयु के पश्चात एक बार अपनी आॅखों के दबाव एवम् अन्य जाॅचे अवश्य करवानी चाहिए। ताकि यदि यह रोग सुप्तावस्था मंे भी पड़ा हो तो इसका इलाज कर इसे रोका जा सके। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में इस रोग की समस्त जांच पड़ताल एवम् औषधीय, लेज़र एवम् शल्य चिकित्सा उपलब्ध है। आर्थिक रूप से कमज़ोर रोगियों के लिए इस अस्पताल मंे राष्ट्रीय अंधापन निवारण कार्यक्रम के अन्तर्गत निःशुल्क जांच व चिकित्सा उपलब्ध है।
चोरी की योजना बनाते दो गिरफ्तार
देहरादून, 13 मार्च (निस)। दून में आए दिन हो रही घटनाओं को लेकर आलाधिकारियों की सख्ती के बाद पुलिस ने रात्रि गस्त तेज कर दी है। पटेलनगर थाना क्षेत्र के ट्रांसपोर्ट नगर से पुलिस ने चोरी की योजना बनाते हुए दो को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से खुखरी व चोरी करने के औजार बरामद हुए है। पुलिस इनका आपराधिक इतिहास खंगालने में जुट गयी है। मिली जानकारी के अनुसार आईएसबीटी चैकी इंचार्ज धमेन्द्र सिंह रौतेला टीम के साथ ट्रांसपोर्टनगर क्षेत्र में गस्त कर रहे थे। इसी दौरान रात्रि करीब दो बजे दो लोग पुलिस टीम को देखकर छिपने का प्रयास करने लगे। जिसपर चैकी इंचार्ज को संदेह हुआ और उन्होंने इन लोगों को रूकने को कहा तो यह लोग पुलिस को देखकर भागने लगे। जिसके बाद पुलिस ने उनका पीछा कर कुछ दूरी पर ही दबोच लिया। तलाशी लेने पर इनके पास से खुखरी व चोरी करने के औजार बरामद हुए। चैकी लाकर पूछताछ की गई तो इन्होंने अपने नाम सोनू पुत्र मेहरबान व तौसिफ पुत्र यासिन निवासी गंगनहर हरिद्वार बताया। सख्ती से पूछताछ करने पर इन लोगों ने बताया कि वे चोरी की फिराक में थे। पुलिस इनका आपराधिक इतिहास खंगालने में जुट गयी है।
पुलिस की कार्यप्रणाली यातायात व्यवस्था तक
देहरादून,13 मार्च (निस)। नए एसएसपी अजय रौतेला को पद संभाले कई दिन बीत चुके है। लेकिन अपराधों पर अकंुश लगाने के लिए कोई कार्ययोजना जनपद पुलिस की ओर से धरातल पर नही नजर आई है। अलबत्ता एक दिन में हजारों चालान काटकर क्या पुलिस कोई रिकार्ड कायम करना चाहती है। यह भी सवाल दून की जनता पुलिस के कर रही है। अक्सर देखने में आता है कि पुलिस सड़कों पर इस तरह खड़ी हो जाती है मानों वह किसी बड़े अपराधी को पकड़ने की तैयारी कर रहे है। लेकिन जैसे ही कोई बिना हेलमेट वाहन चालक उनके सामने से गुजरता है तो उसे फुर्ती दिखाते हुए पकड़कर उसकी गाडी का चालान काट देते है। यहां तक की महिलाओं को भी इसी तरह परेशान करते दिखाई देते है। जबकि चकराता व राजपुर रोड की सड़के चार पहिया वाहनों की पार्किंग बनी नजर आती है उसपर कोई कार्यवाही नही की जाती। क्योंकि यह वाहन रसूखदारों होते है। शहर में जगह-जगह अवैध रूप से ठेलियां खड़ी रहती यह भी पुलिस को नजर नही आती। सिर्फ चालान काटकर यातायात सुधार का दावा किया जा रहा है। जबकि शहर के हर मुख्यमार्ग पर हर रोज दिनभर जाम की स्थिति बनी रहती है।
विवादित प्रापर्टी के मामले बन रहे जान लेवा
देहरादून,13 मार्च (निस)। राजधानी में प्रापर्टी के कारोबार को लेकर खूनी खेल चल रहा है लेकिन ऐसा लगता है कि पुलिस इस खेल पर अकुंश लगाने की तरफ कोई ध्यान नही दे रही है। अब तक जितने भी मामले सामने आए है। उनके पीछे कहीं न कहीं विवादित जमीने ही वजह रही है। सबसे ज्यादा प्रापर्टी के विवाद पटेलनगर क्षेत्र में सामने आते है। सूत्रों का कहना है कि इस क्षेत्र में कई बेनामी प्रापर्टियां खाली पड़ी है। जिनपर भू-माफिया अधिकारियों से मिली भगत कर उन्हे अपने नाम चढवा लेते है और फिर उनपर काबिज हो जाते है। ऐसे अबतक कई मामले पुलिस की जीडी में चढ चुके है। जिसमें फर्जी तरीके से जमीनों के सौदे हो रहे है। असली मालिकों को इसकी भनक भी नही लगती कि कब उनकी जमीने फर्जी तरीके से दुसरों के बेच दी गयी। पटेलनगर भूमाफिया के लिए साफ्ट टारगेट बना हुआ है। सूत्रों का कहना है कि इस खेल में पुलिस अधिकारी व दरोगाओं की भी भूमिका संदिग्ध है। चर्चा यह भी है कि चंद दिन पूर्व एक व्यक्ति ने कुछ लोगों पर जब अपहरण का आरोप लगाया था तो उसके पीछे भी प्रापर्टी का विवाद ही सामने आया था। जिसके चलते चंद दिन पूर्व उक्त भू-माफिया सहित तीन लोगों के खिलाफ एक करोड रूपए से अधिक की धोखाधडी का मामला दर्ज कराया गया था। उल्लेखनीय है कि सहस्त्रधारा रोड पर एक प्रापर्टी डीलर की हत्या कर दी गयी थी। इससे पूर्व दून विहार जाखन में एक ठेकेदार फिरोज अली को भी मौत के घाट उतार दिया गया था। हैरानी की बात यह है कि इन सभी मामलों में बदमाशों ने घर में घुसकर गोली मारी थी। जिससे पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लग रहे है। एक ओर तो लोकसभा चुनाव और होली के मद्देनजर दून रात्रि गस्त बढ़ाने व चैकसी के दावे कर रही है।
प्रदेश के मुखिया जनता को धोखा दे रहे है: जगत मर्तोलिया
पिथौरागढ़, 13 मार्च (निस)। भारत की कम्यूनिस्ट पार्टी (माले) के सचिव जगत मर्तोलिया ने कहा कि चुनाव पूर्व सीएम के द्वारा धारचूला के लिए की गयी घोषणाओं के हवाई होने की पोल खुल चुकी है। तटबन्धों के निर्माण के लिए धन आवंटित न होने से निविदायें रद्द हो रही हैं। वास्तविक आपदा प्रभावित अभी तक राहत और मुआवजे के लिए जूझ रहे हैं। अनुवाल समुदाय को ओबीसी का प्रमाण पत्र बनाने में अब भी परेशानी हो रही है जिसके चलते हजारों बेरोजगार समूह ग की भर्ती में ओबीसी के तहत आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश के मुखिया जनता को धोखा दे रहे हैं। भाकपा (माले) के जिला सचिव जगत मर्तोलिया इन दिनों सीमान्त क्षेत्र के चैंदास और ब्याँस घाटी के दुर्गम गांवों में जनदावेदारी यात्रा पर हैं। यात्रा के दौरान जनसम्पर्क में माले जिला सचिव जगत मर्तोलिया ने कहा कि मुख्यमंत्री के धारचूला के लिए की गयी घोषणाओं की पोल खुल चुकी है। आपदा के नौ माह बीत जाने व अगली बरसात के सीजन की शुरूवात होने में कुछ ही वक्त बचा है। लेकिन तटबन्धों के निर्माण के लिए धन स्वीकृत नहीं होने के कारण निविदाओं को रद्द किया जा रहा है। पूरी सम्भावना है कि बरसात के मौसम तक ये कार्य भी नहीं हो पायेंगे। आपदा प्रभावितों को उनके हालातों पर ही छोड़ा जा रहा है। यदि तटबन्धों का निर्माण समय पर नहीं होता है तो इस बार कई और परिवार आपदा की भेंट चढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि दर्जनों वास्तविक आपदा प्रभावितों को राहत एवं मुआवजा नहीं मिल पाया है। उपजिलाधिकारी एवं जिलाधिकारी को निर्माण कार्यों में कार्यादेश जारी करने के अधिकार ने कांग्रेसी नेताओं की दखलअन्दाजी को बढ़ावा दिया है। मर्तोलिया ने कहा कि अनुवाल समुदाय को आरक्षण के लिए घोषणा तो कर दी है लेकिन कोई स्पष्ट शासनादेश नहीं पहुँचने के कारण हजारों बेरोजगार जो समूह ग के लिए आवेदन करना चाहते अपना जाति प्रमाण पत्र नहीं बना पा रहे हैं। स्पष्ट शासनादेश के अभाव में इस समुदाय को पिछड़ी जाति में शामिल करने की घोषणा भी झूठी साबित हो सकती है। भाकपा माले के ब्लाॅक सचिव कृष्ण सिंह कुंवर ने कहा कि जनता के बीच कांग्र्रेस सरकार की पोल खुल चुकी है आने वाले लोकसभा चुनाव ने जनता कांग्रेस को उसका वास्तविक धरातल दिखा देगी। कुंवर ने कहा कि भाजपा, सरकार के खिलाफ बन रहे जनादेश को चुराना चाहती है। जिसे माले सफल नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि सीमान्त में भाकपा (माले) ने अपने आप को सच्चे जनपक्षीय पार्टी के तौर पर साबित करेगा। उन्होंने बताया कि यह अभियान 20 मार्च तक चलेगा। इस दौरान संसद में जनदावेदारी के नारे को प्रमुखता से उठाया जायेगा। अभियान में माले के उमेद सिंह नेगी, चन्द्र सिंह बडाल, धमेन्द्र बडाल, सुनील, संजय घुनियाल, हरीश वर्मा, जयराम सरदार सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल हैं।
जिला प्रशासन ने बनाये उड़न दस्ते
देहरादून,13 मार्च (निस)। जिला निर्वाचन अधिकारी व जिलाधिकारी देहरादून डाॅ बीवीआरसी पुरूषोतम ने अवगत कराया है कि मतदाताओं को रिझाने के लिए नकदी, शराब या अन्य किसी वस्तु का वितरण रिश्वत है और यह एक दण्डनीय अपराध है। उन्होने बताया है कि लोक सभा निर्वाचन 2014 के निर्वाचन कार्य के दौरान नकदी, शराब, या अन्य वस्तुओं के वितरण पर नजर रखने के लिए प्रत्येक पुलिस स्टेशन के अधीन उड़न दस्ते बनाये गये है। जिला निर्वाचन अधिकारी व जिलाधिकारी द्वारा जनपद के समस्त नागरिकों व व्यक्तियों से अपेक्षा की है कि उड़न दस्तों द्वारा जब्ती से बचने के लिए कोई भी व्यक्ति जो निर्वाचन के दौरान किसी निर्वाचन क्षेत्र में बहुत बड़ी मात्रा में नकदी ले जा रहा है, तो उस धन का स्रोत और उसके अंतिम प्रयोग को दर्शाने वाले समुचित दस्तावेज साथ रखे।
मंत्री प्रसाद नैथानी के कुर्की के वांरट जारी
देहरादून,13 मार्च (निस)। शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। अदालत नेे उनके कुर्की के वारंट जारी कर दिए हैं। उनके खिलाफ कोतवाली मंे दर्ज आत्महत्या का प्रयासकरने का मामला दर्ज है। अदालत के बार-बार बुलाने के बावजूद भी मंत्री प्रसाद नैथानी अदालत में हाजिर नहीं हो रहे हैं। सी.जे.एमकोर्ट ने उनके खिलाफ कुर्की वारंट जारी करते हुए पुलिस को उनके घर के कुर्की के निर्देश दिए हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दून को यह आदेश मिल गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार बेरोजगारों को नौकरीदिलवाने की मांग को लेेकर उन्होंने कचहरीशिक्षा मंत्री नैथानी को कुर्की वारंट जारी स्थिति शहीद स्थल पर 2008 में आत्मदाह का प्रयास किया था इस मामलें में उन्हें कोर्ट में हाजिर होने के लिए कई समन जारी किए गए लेकिन उन्होंने तामील के बावजूद भी कोर्ट में हाजिर होने की जरूरत नहीं समझी। जिसके बाद उनके वारंट जारी हो चुके हैं और उन्हें भगौड़ा घोषित किया जा चुका है। बार-बार बुलाने के बावजूद भी कोर्ट में हाजिर न होने पर धारा 82 के अन्दर उनके कुर्की वारंट जारी कर दिए गए हैं जिसका नोटिस उनके आवास पर चस्पा कर दिया जाएगा अगर एक महीने के अंदर वह कोर्ट में हाजिर नहींे होते तो पुलिस कार्यवाही को अमल में लाएगी।
ऐतिहासिक झंडे मेले की तैयारियां शुरू
देहरादून,13 मार्च (निस)। महान योगी श्री गुरू रामराय जी महाराज के जन्म दिवस पर प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला झंडा मेला 21 मार्च से शुरू हो रहा है। जिसकी तैयारियों की जाने लगी है। शुक्रवार से संगत झंडे मेले में पहंुचना शुरू हो जाएगा। श्री गुरू राम राय दरबार साहिब के झंडा मेला प्रभारी भगवती प्रसाद सकलानी ने बताया कि दरबार साहिब की परंपरा के अनुसार दरबार साहिब के महंत प्रतिनिधि भेजकर हरियाणा के अरयांवाला में पैदल संगतों को झंडे मेले में आने का न्यौता देते है। पंजाब व हरियाणा के कई गांवों से पैदल संगत अरयांवाला पहंुचती है। शुक्रवार से संगत मार्ग से पहंुचना शुरू हो जाएगी। उन्होंने बताया कि जिन रास्तों से पहले गुरू राम राय जी देहरादून आए थे। पैदल संगत 14 मार्च को यहां पहंुचेगी।
उत्तराखंड खाद्य सुरक्षा योजना जुलाई से लागू होगी
देहरादून,13 मार्च (निस)। प्रदेश में उत्तराखंड खाद्यु रक्षा योजना जुलाई से लागू होगी। इस योजना का लाभ केंद्र की खाद्य सुरक्षा योजना से छूटे हुए लोगों को मिलेगा। इस योजना का लाभ पांच लाख तक वार्षिक कमाने वाले लोगों को मिलेगा। इसमें कार्डधारकों को 6.10 रुपये किलो गेहूं और 8.45 रुपये किलो चावल मिलेगा। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी खाद्य सुरक्षा योजना पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने 20 अगस्त 2013 को शुरू की थी। इसके बाद प्रदेश सरकार ने जिलाधिकारियों के माध्यम से पूरे प्रदेश में खाद्यसुरक्षा योजना के राशन कार्ड बनाने के आदेश दिए। फिर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पात्र लोगों से फार्म भरवाए और फार्म डीएसओ कार्यालय में जमा करवाए। 6.10 रुपये किलो गेहूं और 8.45रुपये किलो मिलेगा चावल इसके बाद पूर्ति विभाग के कर्मचारियों पे पात्रों की चयन कर वीडियोग्राफी कर राशनकार्ड बनाने शुरू कर दिए हैं। लेकिन इस योजना में सिर्फ 15 हजार तक मासिक आय वाले ही शामिल हो रहे हैं। इस कारण बड़ी संख्या में आबादी इस योजना में शामिल होने से रह गई थी। इसलिए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ऐसी आबादी के लिए उत्तराखंड खाद्य सुरक्षा योजना लागू की। इस योजना में कार्डधारकों को प्रति यूनिट की बजाए प्रति कार्ड राशन मिलेगा। इस योजना में प्रति कार्ड दस किलो गेहूं और पांच किलो चावल मिलेगा। गेहूं 6.10 रुपये किलो और चावल 8.45 रुपये किलो चावल मिलेगा। इसके लिए अलग से राशनकार्ड बनाने की योजना है। उत्तराखंड खाद्य सुरक्षा योजना जुलाई से प्रदेश में लागू होगी।
त्वचा व आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है नकली रंग
देहरादून,13 मार्च (निस)। होली पर नकली रंग कहीं आपकी त्वचा व आंखों को नुकसान न पहंुच सके। इसके लिए प्राकृतिक रंगों का प्रयोग कर होली को शानदार बनाइए। टेसू के फूलों से केसरिया और बुरांश के फूलों से बने लाल रंग से होली खेलें। इसके अलावा बाजार के आने वाले नकली रंगों से बचने के लिए घर में ही होली के रंग तैयार किए जा सकते है। हरा रंग के लिए मेंहदी का आंवले के साथ मिश्रण करें जिससे भूरा रंग बनेगा। सूखी मेहंदी चेहरे पर रंग नहीं छोडेगी व गुलाल के स्थन पर इस्तेमाल किया जा सकता है। गुलमोहर की हरी पत्तियों को पीस कर भी हरा रंग बनाया जा सकता है। पोदीना, पालक, धनिया पीसकर पीला रंग पानी के साथ बनाया जा सकात है। अमलताश के फूल, गेंदा तथा पीले रंग की गुलदावरी के फूल भी पीले रंग के लिए प्रयोग में लाए जा सकते है। लाल रंग के लिए लाल चंदन पाउठर का प्रयोग करें। अनार के छिलके पानी में उबालने से लाल रंग बनाया जाये। बुरांश के फूलों से लाल रंग बन सकता है। लाल गाजर तथा टमाटर के रस को निकालकर लाल रंग बनाये। नीला रंग के लिए नील का पौध पर लगने वाला फल पानी में मिलाकर नीलारंग बना सकते है। चुकुन्दर काटकर एक लीटर पानी में भिगोने से सुन्दर रानी(मजेन्टा) रंग बनता है। गुलाबी रंग के लिए कचनार के फूल पानी में रातभर भिगोए और उबाल कर अच्छे गुलाब रंगप्राप्त करें। केसरिया रंग के लिए टेसू या पलाश के फूल रातभर पानी में भिगोकर रखे। भूरा रंग के लिए कत्थे को पानी में मिलाएं तथा भूरा रंग बनायें। चाय या काफी को पानी में मिलाकर भूरा रंग बनाया जा सकता है। सूखा आंवला पानी में रातभर भिगाकर भूरा रंग बन सकता है। दून चिकित्सालय के त्वचा रोष विशेषज्ञ डा. अनिल आर्य ने आज खबर से कहा कि होली पर नकली रंग का उपयोग करने से त्वचा व आंखों पर सीधा असर पड़ता है, लिहाजा इससे बचे जाने की जरूरत है। उनका कहना था कि प्राकृतिक रंगों का प्रयोग कर होली को बेहतर बनाया जा सकता है।
पोल खोल अभियान चलाने का निर्णय
देहरादून,13 मार्च (निस)। उत्तराखंड कल्याण परिषद के अध्यक्ष शैलेंद्र दत्त पैन्यूली ने कहा कि परिषद प्रदेश में पोल खोल अभियान चलाकर राज्य की दिशा व दशा तैयार करेगा। कचहरी परिषसर में आयोजित बैठक में परिषद के अध्यक्ष शैलेंद्र दत्त पैंयूली ने कहा कि राज्य आंदोलन में परिषद की निर्णायक भूमिका रही है। सरकार को प्रदेश की जनता और आंदोलनकारियों की उपेक्षा भारी करनी पडेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार, महंगाई, शोषण, अन्याय, घोटाले चरम सीमा पर है। नेताओं का चारित्रिक पतन हो रहा है। नैतिकता, संस्कार नाम की चीजें अब नहीं रह गयी है। आज के नेता गलत कार्यो में संलिप्त है। ऐसे नेताओं को आगामी चुनावों में सबक सिखाया जाएगा। इस अवसर पर चक्रधर कुकरेती,कौशल्या जोशी, प्रभा नैथानी, कमलावती,उषा मनोड़ी, कल्पेश्वरी देवी, उषाथपलियाल, जगमोहन सिंह पंवार, बलवंत आदि शामिल थे। सिंह आदि मौजूद थे।