भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) बिहार में बिना किसी दल के साथ गठबंधन किए लोकसभा चुनाव में उतरेगी। पार्टी ने 23 सीटों पर उम्मीदवार खड़े करने का फैसला किया है और इनके नामों की सूची भी जारी कर दी गई है। पार्टी महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। भट्टाचार्य ने कहा कि पार्टी ने अपना चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है और 23 मार्च को घोषणापत्र जारी किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि भाकपा (माले), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के साथ चुनाव लड़ना चाहता थी, लेकिन सीटों की साझेदारी और अन्य मसले पर सहमति नहीं बन पाई। भट्टाचार्य ने कहा, "पार्टी बढ़ती महंगाई, भ्रष्टाचार, संप्रदायवाद, दमनकारी नीतियों और कॉरपोरेट लूट को मुद्दा बनाएगी।"
बिहार में भाकपा (माले) बिजली की कटौती, सरकार की ओर से शराब की बिक्री को बढ़ावा देने और स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र की खराब स्थिति पर ध्यान देगी। भाकपा बिहार में लोकसभा चुनाव सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) के साथ लड़ रही है। भाकपा को राज्य की 40 में से दो सीट दी गई हैं। लेकिन माकपा बिना किसी गठबंधन के चार सीटों पर उम्मीदवार खड़े कर रही है।