- चुनाव आयोग व लोकायुक्त के निर्देशन में डाला गया छापा
- सफेदपोश व स्थानीय पुलिस की संरक्षण में काफी दिनों से चल रहा था गांजा बेचने का कारोबार
- नेपाल, बिहार व मध्य प्रदेश से आता था टक का टक गांजा
भदोही। मिर्जापुर-भदोही बार्डर पर शुक्रवार को सुबह पुलिस ने चेकिंग के दौरान भीटी गांव से एक टक गांजा बरामद किया है। टक में कुल साढ़े 29 कुंतल गांजा था। जिसकी कीमत तकरीबन डेढ़ करोड़ की है। सूचना मिलने पर डीएम-एसपी भी पहुंचे थे मौके पर। सूत्रों की मानें तो महराजगंज व उसके आसपास एक गांजा माफिया आशाराम दुबे उर्फ घुसरन दुबे व उसके बेटे जटाशंकर दुबे, जयशंकर दुबे व प्रेमशंकर दुबे की देखरेख में बड़े पैमाने पर काफी दिनों से अवैध गांजा का धंधा चल रहा था। इन गाजा माफियाओं पर बाहुबलि विधायक विजय मिश्रा का संरक्षण है। इसीलिए स्थानीय पुलिस इस खेल में शामिल है।
यहां टक के टक माल आता-जाता है। यह सब पुलिस व सफेदपोश के गठजोड़ में होता रहा। चुनाव आचार संहिता लागू होने पर आज सुबह एक व्यकित ने चुनाव आयोग व लोकायुक्त को फोन किया कि यहां से एक टक गांजा बिकने के लिए जा रहा है। सूचना पर आयोग व लोकायुक्त की टीम हरकत में आ गया और संबंधित अधिकारियों को आगाह किया। संबंधित अधिकारी ने पुलिस के साथ टीम भीटी के पास से टक को पकड़ लिया। इसके बाद टीम ने गांजा माफियाओं के घर पर छापा मारा। वहां से भी भारी मात्रा में गांजा बरामद हुआ। छापा के दोरान काफी मात्रा में गांजा अरहर की खेत में फेक दिया गया। गांजा के साथ दो युवक राकेश व संतोष पकड़े गए है। अब देखना है कि पुलिस इस मामले में काफी दिनों से अवैध गांजा का काम कर रहे सफेदपोश व माफियाओं तक पहुंच पाती है या सिर्फ कोरम पुरा कर मामले को ठंडे बस्ते में डालती है। सूत्र बताते है कि भदोही-मिर्जापुर व इलाहाबाद में चुनाव में बांटने के लिए बडे पैमाने पर अवैध शराब मध्य प्रदेश के रास्ते लाया जा रहा है।