लापता मलेशियाई विमान के बारे में जांच कर रहे अधिकारी इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि एक या एक से अधिक लोग, जिन्हें विमान उड़ाने का पर्याप्त अनुभव हो सकता है, उन्होंने विमान को अगवा कर लिया। जांच में शामिल एक मलेशियाई अधिकारी ने अपना नाम न जाहिर करने की शर्त पर इस बात का खुलासा करते हुए कहा कि अपहरण करने वालों ने विमान को अगवा करने के बाद संचार उपकरणों को बंद कर दिया। अभी अपहरणकर्ताओं की मंशा साफ नहीं हो सकी है और न ही यह पता चला है कि विमान को कहां ले जाया गया।
गौरतलब है कि मलेशियाई विमान गत सप्ताह कुआलालम्पुर से बीजिंग के लिए रवाना होने के एक घंटे बाद रहस्यमय तरीके से रडार स्क्रीन से गायब हो गया था। इस विमान में पांच भारतीय एवं भारतीय मूल के एक कनाडाई नागरिक समेत 227 यात्री और चालक दल के 12 सदस्य सवार थे।
तलाशी अभियान में दक्षिण पूर्व एशिया के 13 देशों की नौसेनाएं एवं सैन्य विमानों के लगे होने के बावजूद अभी तक विमान या उसके मलबे का कुछ पता नहीं चल पाया है। भारत ने जेटलाइनर का पता लगाने के लिए गुरुवार को चार युद्धपोत तैनात किए। लापता मलेशियाई विमान की तलाश करने का अभियान हिंद महासागर तक विस्तृत कर दिया गया। पिछले सप्ताह ऐसी खबरें आई थीं कि विमान शायद अंडमान द्वीप की ओर उड़ा होगा, हालांकि विमान को लेकर रहस्य बना रहा।
एक खबर में कहा गया था कि विमान बोइंग 777-200 मलय प्रायद्वीप को पार करते हुए अंडमान द्वीप की ओर से उड़ा होगा। एक अमेरिकी ने कहा था कि इस विमान के उस इलाके से दूर जाने की संभावना है, जहां फिलहाल भारत सहित 13 देशों द्वारा तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। विमानन क्षेत्र के जानकारों ने इन दोनों संभावनाओं को खारिज किया। उनका कहना है कि विमान इतनी दूरी तक बिना संपर्क के कैसे उड़ सकता है। मलेशिया ने तलाशी अभियान को हिंद महासागर तक विस्तार दे दिया।